भोपाल- मध्यप्रदेश के उज्जैन के एक भारतीय जनता पार्टी विधायक से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का भांजा बन हजारों की ठगी करने वाले आरोपी को प्रदेश पुलिस ने मध्यप्रदेश व गुजरात के सीमावर्ती झाबुआ जिले से धर दबोचा है।
उज्जैन पुलिस अधीक्षक एमएस वर्मा ने दूरभाष पर यूनीवार्ता को बताया कि श्री शाह का फर्जी भांजा बन कर स्थानीय विधायक डॉ मोहन यादव व पार्टी के एक कार्यकर्ता से लगभग 80 हजार रुपए की ठगी करने वाले आरोपी यश अमीन को शुक्रवार को झाबुआ जिले के पेटलावद से गिरफ्तार कर लिया गया। उसने विराज शाह के नाम से ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। उसे अब अदालत के सामने पेश किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने इसी तरह राजस्थान व गुजरात में भी ठगी की कई वारदातों को अंजाम दिया है। श्री वर्मा के मुताबिक आरोपी का असली नाम यश अमीन है। मूल तौर पर गुजरात निवासी आरोपी के एक युवती से प्रेम संबंध थे। युवती ने उससे कहा कि अगर उसका उपनाम शाह होता तो ही उसके माता-पिता उसके साथ उसकी शादी करते। उस युवती के साथ शादी के फेर में आरोपी ने अपना फर्जी नाम विराज शाह रख लिया। इस प्रकार ठगी की वारदातों को अंजाम देने लगा।
स्थानीय माधव नगर पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुणे निवासी कथित विराज शाह ने स्थानीय विधायक डॉ मोहन यादव को फोन कर बताया था कि वह गुजरात के गांधी नगर से इन्दौर तक चलने वाली शांति एक्सप्रेस के एसी कोच में सवार था। इसी दौरान बदमाश एक बैग में रखे उसके सवा लाख नगदी सहित आठ लाख रुपए का कीमती सामान ले उड़े हैं। इस बारे में 26 जुलाई को शासकीय रेलवे पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस पर डॉ यादव ने अपने कार्यकर्ता नरेश शर्मा को युवक का सहयोग करने के लिये कहा।
कार्यकर्ता ने उसे एक स्थानीय होटल में रुकवा कर 15 हजार का मोबाइल दिलवाया और वापस जाने के लिए 65 हजार रुपए नगद दिए। बाद में मामला संदिग्ध लगने पर कार्यकर्ता श्री शर्मा ने लगभग 80 हजार रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। रेलवे पुलिस को विवेचना के दौरान पता चला कि कथित घटना के दिन उस ट्रेन में विराज शाह नाम से कोई यात्री नहीं था, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की।