मुंबई- महाराष्ट्र के मुंबई में फिर मीट पर बैन लग गया है। जैन पर्व को लेकर हर साल की तरह इस साल भी मीट बेचने पर रोक लग गई है, लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
एक तरफ बीजेपी के सांसद उदित राज दुनिया के सबसे बड़े एथलीट यूसेन बोल्ट की मिसाल देकर बीफ का समर्थन करते हैं तो दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के राजपाट में मुंबई जैसे शहर में मीट बिक्री पर बैन लगा है। जैन धर्म के प्रत्यूर्षण पर्व को लेकर मुंबई में मीट बेचने पर बैन लगा है. कल भी बैन था और ये बैन 5 सितंबर तक रहेगा।
मीट बैन के खिलाफ राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मैदान में कूद पड़ी है। कल मुंबई में मीट की दुकानें खुलवाने के लिए राज ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ता उतारू हो गए। बीएमसी खुद मीट की 10 दुकानें मुंबई में चलाती है. कार्यकर्ता दुकानें खुलवाने पर अड़ गए।
पिछले साल भी प्रत्यूर्षण पर्व को लेकर मीट की दुकानें बंद करने को लेकर काफी हंगामा मचा था। मुंबई जैसे शहर में हर समाज, हर धर्म के लोग रहते हैं। चिकन मटन लोगों की रोज के खाने का हिस्सा है। लोगों को तो दिक्कत होगी ही। लोगों के नाम पर राजनीति जोर पकड़ रही है। कांग्रेस ने लोगों के कंधे पर बंदूक रखकर कहा है कि लोग क्या खाएं, क्या नहीं खाएं, इसका फैसला सरकार नहीं कर सकती है।
मामला सिर्फ ये नहीं है कि जैन पर्व के लिए मीट पर बैन लगाने से लोगों को दिक्कत हो रही है या होगी। आपत्ति ये भी है कि जब सावन में भी मीट की दुकानें खुली रहती हैं तो जैन धर्म के पर्व के दौरान क्यों दुकानें बंद की जाती हैं।