पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नेता जगदीश कुमार गगनेजा समेत पिछले एक साल में हुई कई हत्याओं का मामला सुलझा लिया है। राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार (सात नवंबर) को चार लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार “आतंकवादी माड्यूल” के भण्डाफोड़ का दावा किया।
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि पुलिस ने “पंजाब में शांति व्यवस्था को भंग करने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर दिया है।” सीएम के साथ पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा और डीजीपी (इंटेलिजेंस) दिनकर गुप्ता भी प्रेस वार्ता में मौजूद थे। पत्रकारों को बताया गया कि तीन संदिग्धों की पहचान जिम्मी सिंह, जगतार सिंह उर्फ जग्गी और धर्मेंदर उर्फ गुग्गनी के तौर पर की गयी है।
जिम्मी सिंह जम्मू का रहने वाला है और वो ब्रिटेन में कुछ साल रहकर भारत वापस लौटा था। उसे एक हफ्ते पहले पुलिस ने दिल्ली के अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था। जगतार सिंह ब्रिटेन का नागरिक है और उसने 18 अक्टूबर को पंजाब में शादी की। पुलिस ने उसे जालंधन से गिरफ्त में लिया। धर्मेंद्र लुधियाना के मेहरबान का रहने वाला गैंगेस्टर है। धर्मेंद्र अति-सुरक्षित मानी जाने वाली नाभा जेल में बंद है लेकिन पुलिस के अनुसार हत्या में प्रयुक्त हथियार उसी ने उपलब्ध कराए थे।
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि मामले में गिरफ्तार चौथे संदिग्थ का नाम अभी नहीं बताया जा सकता क्योंकि अभी उससे पूछताछ जारी है। सीएम सिंह ने बताया कि चौथा अभियुक्त ही सभी मामलों में मुख्य शूटर था और उसे मंगलवार (सात नवंबर) दोपहर को ही गिरफ्तार किया गया।
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि पिछले साल हुई गगनेजा की हत्या के अलाव लुधियाना के श्री हिन्दू तख्त के प्रचार मैनेजर अमित शर्मा की जनवरी 2017 में हत्या, पंजाब शिव सेना के नेता दुर्गा दास गुप्ता की अप्रैल 2016 में हत्या, जुलाई 2017 में की गई सुल्तान मसीह की हत्या, फरवरी 2017 में की गी डेरा सच्चा सौदा अनुयायी सतपाल कुमार और उनके बेटे खन्ना की हत्या, अक्टूबर 2017 में लुधियाना में आरएसएस नेता रविंदर गोसाईं की हत्या का मामला सुलझ गया है।
सीएम अमरिंदर सिंह ने बताया कि चारो अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला है कि उन्हें पाकिस्तान समेत कई पश्चिमी देशों में प्रशिक्षण मिला था।
एक सवाल के जवाब में सीएम सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई हमेशा से ही भारत में शांति-व्यवस्था भंग करना चाहती है और नौजवानों को कट्टरपंथी बनने को प्रेरित करती है। सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि पिछले एक साल में पंजाब में हुई हत्याएं आईएसआई के भारत-विरोधी गेम प्लान का हिस्सा हैं क्योंकि इसके ठोस सबूत पंजाब पुलिस को प्राप्त हुए हैं।
सीएम सिंह ने बताया कि मामले को पंजाब पुलिस ने हल किया है कि लेकिन गगनेजा की हत्या से जुड़े सबूत सीबीआई को सौंप दिए जाएंगे क्योंकि वो इसकी जांच कर रही है। पंजाब के सीएम ने दावा किया कि राज्य पुलिस ने पिछले सात महीनों में आंतकवादियों के आठ मॉड्यूल को पर्दाफाश किया है।