फाजिल्का- पंजाब में पिछले समय हुई बेमौसमी बारिश और आँधी के साथ गेहूँ का झाड़ 15 से 20 मन कम हो गया है ! जिस का प्रभाव हर वर्ग पर पड़ता आता नज़र आ रहा है ! आज किसानों के हालात ऐसे हैं कि किसानो द्वारा अपनी गेहूँ की फ़सल बेचने के बाद भी चेहरे पर ख़ुशी नज़र नहीं आ रही ! कुदरती आपदा के साथ घटे गेहूँ के झाड़ कारण किसानो के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है।
ज़िला फाजिल्का के पूरे इलाको में इस बार बेमौसमी बरसात, गड़ेमारी,और तेज आंधियो के साथ जहाँ किसानो को बड़ी मात्रा में आर्थिक नुक्सान हुआ हे ! वही सरकार की आमदन भी इस के साथ घटी है। जो कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछली बार 10 लाख टन के करीब गेहूँ की आमद हुई थी जो इस बार 15 से 20 % घटने की आशंका जताई जा रही है ! वहाँ ही व्यापारी वर्ग के मुताबिक इस के साथ करीब 600 करोड़ रुपए का बोझ किसान आढ़ती व्यापारीयो और मज़दूरो पर पड़ेगा।
जिस की बात करते फाजिल्का अनाज मंडी में गेहूँ की फ़सल बेचने आए किसानो ने बताया कि जो पिछली बार फ़सल का झाड़ प्रति एकड़ 50 से 60 मन निकलता था वह इस बार कम हो 30 से 35 मन रह गया है ! उन्होंने कहा कि पहले उनकी नरमे की फ़सल सफ़ेद मक्खी और नकली बीज और नकली स्प्रेयों के चलते ख़राब हो गई थी और धान की फ़सल का भाव भी पिछली बार 4000 से 4500 था जो इस बार 16,1700 के हिसाब के साथ बिका है !
उन्होंने कहा कि गेहूँ का भाव 50 रुपए बढ़ने से कुछ फर्क नहीं पड़ा क्योंकि जो डी ए पी खाद का रेट पहले 400 रुपए का था अब उस का रेट बढ़कर 1200 हो गया है। उन्होंने कहा कि किसानो के हालात दिन बदिन कमज़ोर हो रही है। और बैंकों से लिए कर्ज़ का बोझ दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
वहीँ मीडिया के साथ बात करते फाजिल्का के व्यापारी ने बताया कि गेहूँ का झाड़ कम होने से हर वर्ग और बहुत बड़ी मार पड़ी है ! बेमौसमी बारिश और तेज आँधी के साथ हुए नुक्सान से गेहूँ की फ़सल 15 से 20 %कम हो गई है। इसके साथ करीब 600 करोड़ रुपए का बोझ किसान आढ़ती वपारिया और मज़दूर और पड़ेगा।
वही मीडिया के साथ बात करते फाजिल्का के एस डी एम सुबाश खटक ने बताया कि ज़्यादा गर्मी पड़ने से गेहूँ की फ़सल का झाड़ घटा है ! उन्होंने कहा कि पिछली बार 10 लाख के करीब गेहूँ की आमद हुई थी जो इस बार 15 से 20 %घटने की आशंका जताई जा रही है !
@इन्द्रजीत सिंह