जयपुर: राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी रीट एग्जाम में ब्लूटूथ चप्पलों की मदद से नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ। दरअसल रविवार को परीक्षा शुरू होते ही राजस्थान पुलिस एक्टिव हो गई और धड़ाधड़ कई नकलचियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पुलिस ने नकल कराने वाले ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया जिन्होंने चीटिंग के लिए अभ्यर्थियों को 6 लाख रुपये में ब्लूटूथ डिवाइस से लैप चप्पलें बेची. पुलिस ने बीकानेर से इस गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों जिन चप्पलों को बेच रहे थे, उन चप्पलों की मदद से कोई भी अभ्यर्थी परीक्षा हॉल में बैठकर आसानी से नकल कर सकता है।
रीट परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए पुलिस विभाग लगातार कार्रवाई करती नजर आ रही है। लेकिन किसी भी सूरत में परीक्षा को पास करने के लिए नकल करने की जुगत लगाने वालों की भी कम नहीं दिख रही है। जोधपुर में डमी अभ्यार्थी गिरोह के बाद अब बीकानेर में चप्पल की नकल का मामला सामने आया है। जी हां, ठीक पढ़ा आपने, दरअसल ऐसे गिरोह का खुलासा हुआ है, जो चप्पल की मदद से नीट परीक्षा में नकल करवाने की जुगत लगा रहा था। इस मामले में बीकानेर पुलिस के हत्थे 3 लोग चढ़े हैं, जो चप्पल के सहारे नकल करवाने की जुगत में थे।
ऐसे करती है यह चप्पल नकल करवाने का काम
रीट परीक्षा में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार सिर्फ चप्पल पहन कर प्रवेश दिया जाता है। ऐसे में नकल करवाने के लिए इस गिरोह ने अनोखी चप्पल का आविष्कार किया। इस चप्पल में एक ब्लूटूथ डिवाइस लगा है। जो प्रवेश के दौरान परीक्षा केंद्र पर शिक्षकों की नजर से परीक्षा कब तक ले जाने में अभ्यर्थी कामयाब हो सकता है। परीक्षा कक्ष में जाने के बाद अभ्यार्थी इस ब्लूटूथ डिवाइस को अपने कान में लगा लेता है। यह ब्लूटूथ डिवाइस सेंटर के बाहर बैठे एक व्यक्ति के मोबाइल से कनेक्टेड होता है जो उसे नकल करवाने में मदद करता है।
चप्पल की कीमत 6 लाख रुपए
नकल करवाने के लिए बनाई गई इस अनोखी चप्पल की कीमत सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। इस चप्पल की कीमत 6 लाख रुपए रखी गई है। आखिर हो भी क्यों ना, नकल करने वाले का भविष्य बनाने में यह चप्पल सबसे बड़ा योगदान जो साबित होने वाली थी।
प्रदेश भर में बेची गई 25 चप्पलें
बीकानेर के एसपी प्रीति चंद्र ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया है कि प्रदेश भर में लगभग 25 लोगों को ऐसी चप्पल बेची गई है। ऐसे में पुलिस के लिए यह चुनौती है कि आखिर कौन से कौन से जिले में यह चप्पल पहुंच चुकी है और कौन अभ्यार्थी है चप्पल के सहारे, अपने भविष्य की योजना बना रहा है। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच जारी रखे हुए है। साथ ही चप्पलों की तलाश भी जा रही है।
अजमेर में पहुंचा चप्पल में ब्लूटूथ डिवाइस छिपाकर परीक्षा देने वाला अभ्यर्थी
प्रदेश के अजमेर जिले इसी से जुडी अपडेट आई है। यहां चप्पल में ब्लूटूथ डिवाइस छिपाकर परीक्षा देने वाला एक अभ्यर्थी पकड़ा गया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। अभ्यर्थी चूरू का रहने वाला है। मिली जानकारी के अनुसार यहां आरोपी के पकड़े जाने के बाद सभी अभ्यर्थियों के जूते चप्पल खुलवाए गए।