नई दिल्ली: लोकसभा में स्पेशल प्रटेक्शन ग्रुप (अमेंडमेंट) बिल, 2019 पारित होने के बाद मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे राज्यसभा में भी पेश किया। इस बिल को लेकर सियासी घमासान के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में कथित तौर पर सेंध को लेकर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। वेणुगोपाल ने तो यहां तक कहा कि एसपीजी सुरक्षा हटाकर मुख्य विपक्षी दल के शीर्ष नेताओं के जीवन को खतरे में डाला गया है।
रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट में कहा, यह मामला सिर्फ प्रियंका, मेरी बेटी या बेटे, मेरे या गांधी परिवार की सुरक्षा का नहीं है। यह हमारे नागरिकों, विशेष रूप से हमारे देश की महिलाओं को सुरक्षित रखने और सुरक्षित महसूस कराने का है। पूरे देश में सुरक्षा के साथ समझौता किया जा रहा है। लड़कियों के साथ छेड़छाड़/दुष्कर्म हो रहा है, हम किस तरह का समाज बना रहे हैं? हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। अगर हम अपने देश और घर में सुरक्षित नहीं हैं, सड़कों पर सुरक्षित नहीं हैं, दिन या रात में सुरक्षित नहीं हैं तो हम कहां और किस तरह से सुरक्षित रह सकते हैं?’
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में कथित तौर पर सेंध लगने के मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को दावा किया कि एसपीजी सुरक्षा हटाकर मुख्य विपक्षी दल के शीर्ष नेताओं के जीवन को खतरे में डाला गया है। पार्टी के संगठन महासचिव वेणुगोपाल ने ट्वीट कर कहा, ‘तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए सरकार को किसी के जीवन को खतरे में नहीं डालना चाहिए। प्रियंका गांधी के आवास पर सुरक्षा में लगी सेंध से यह बात साबित होती है कि एसपीजी सुरक्षा हटाकर नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने हमारे नेताओं के जीवन को खतरे में डाल दिया है।’
सूत्रों ने बताया था कि पिछले सप्ताह कुछ लोग बिना अनुमति के एक गाड़ी से प्रियंका के लोधी एस्टेट स्थित आवास में घुस आए थे। ये लोग प्रियंका के साथ सेल्फी खिंचाने को कह रहे थे। प्रियंका के कार्यालय ने इस मामले को सीआरपीएफ के समक्ष उठाया है। इस विषय पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को कहा कि उन्हें कांग्रेस नेता प्रियंका की सुरक्षा में कथित सेंध के बारे में जानकारी नहीं है और वह इस पर जानकारी लेंगे। गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने गांधी परिवार से एसपीजी हटा ली। अब उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है जिसमें सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा संभालते हैं।
क्या है एसपीजी बिल
गृह मंत्री अमित शाह ने 25 नवंबर को लोकसभा में स्पेशल प्रटेक्शन ग्रुप (अमेंडमेंट) बिल, 2019 पेश किया। 27 नवंबर को यह पारित हो गया और अब मंगलवार को इसे राज्यसभा में पेश किया गया। यह विधेयक स्पेशल प्रटेक्शन ग्रुप ऐक्ट, 1988 में संशोधन के लिए लाया गया है। यह कानून स्पेशल प्रटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) को प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके बेहद करीबी पारिवारिक सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करने का नियम-कायदा बताता है।
इस कानून के तहत एसपीजी प्रधानमंत्री और उनके बेहद करीबी पारिवारिक सदस्यों को सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। इसके तहत प्रधानमंत्री जब पद छोड़ते हैं तो उनके पद छोड़ने के दिन से एक वर्ष तक उनके बेहद करीबी पारिवारिक सदस्यों को भी एसपीजी कवर मिलता है।