लखनऊ- मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि उनकी तबीयत खराब नहीं हैं और वे बिलकुल स्वस्थ हैं। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि मीडिया ने हमेशा मेरा साथ दिया है। मैंने कोई भ्रष्टाचार या गलत काम नहीं किया। इल्जाम लगा भी तो सुप्रीम कोर्ट ने मुझे बरी किया। सपा का चुनाव चिन्ह मेरा हस्ताक्षर है। उन्होंने दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले यह बयान दिया। मुलायम छोटे भाई शिवपाल यादव के साथ सपा के चुनाव चिन्ह साइकिल के संबंध में दिल्ली जा रहे हैं।
गौरतलब है कि साइकिल के निशान पर अखिलेश और मुलायम दोनों गुट दावा कर रहे हैं। एक जनवरी को विशेष अधिवेशन के दौरान अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। साथ ही मुलायम को मार्गदर्शक बनाया गया था।
दिल्ली में मुलायम की मुलाकात अमर सिंह से भी होगी। अमर सिंह लंदन से आए हैं। बताया जाता है कि साइकिल की दावेदारी के लिए मुलायम सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं। अमर सिंह के साथ वे वरिष्ठ वकीलों से मिलेंगे। साथ ही दो बजे चुनाव आयोग भी जाएंगे। इससे पहले शिवपाल ने पांच जनवरी को बुलाया गया अधिवेशन रद्द कर दिया था।
उन्होंने ट्वीट कर बताया, ”नेताजी के आदेशानुसार समाजवादी पार्टी का 5 जनवरी का अधिवेशन फिलहाल स्थगित किया जाता है। सभी नेता और कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र मेँ चुनाव की तैयारियोँ मेँ जुटे और जीत हासिल करने के लिए जी-जान से मेहनत करेँ।” इधर, अखिलेश ने दोपहर 12 बजे सभी विधायकों और करीबी नेताओं की बैठक बुलाई है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि वह हमेशा मुलायम सिंह का सम्मान करते थे और अब पहले से ज्यादा सम्मान करते हैं। जब समाज का हर वर्ग सपा की दोबारा सरकार बनाने का मन बना चुका था, तभी कुछ ताकतें साजिशों में जुट गयीं। हालांकि तुरंत बाद मुलायम सिंह ने आनन-फानन में सपा के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई जिसमें अधिवेशन के तमाम फैसलों को अवैध करार दिया गया। साथ ही उन्होंने अधिवेशन के कर्ताधर्ता रामगोपाल यादव के साथ-साथ उसमें शिरकत करने वाले पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और महासचिव नरेश अग्रवाल को पार्टी से निकाल दिया।