नई दिल्ली : घरेलू शेयर बाजारों में लगातार चौथे सत्र में बुधवार को भारी गिरावट देखने को मिली। बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, मेटल और फार्मा कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली की वजह से Sensex और Nifty बुरी तरह लुढ़क गए। BSE का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक 937.66 अंक यानी 1.94 फीसद लुढ़ककर 47,409.93 अंक के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, Nifty 271.40 अंक यानी 1.91 फीसद टूटकर 13,967.50 अंक के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी पर टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, गेल और टाइन के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली।
वहीं, टेक महिंद्रा, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, विप्रो, आईटीसी और पावरग्रिड कॉरपोरेशन के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। सेक्टोरल इंडेक्स की बात की जाए तो एफएमसीजी सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी इंडेक्स लाल निशान के साथ बंद हुए।
Sensex पर एक्सिस बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा 4.05 फीसद की गिरावट देखने को मिली। वहीं, टाइटन के शेयर 3.88 फीसद, इंडसइंड बैंक के शेयर 3.61 फीसद, एचडीएफसी बैंक के शेयर 3.60 फीसद और डॉक्टर रेड्डीज के शेयर 3.50 तक टूट गए। इसके अलावा एचडीएफसी, एशियन पेंट और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में भी तीन फीसद से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली।
इनके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, एसबीआई, भारती एयरटेल, ओएनजीसी, इन्फोसिस, कोटक महिंद्रा बैंक, मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस, टीसीएस, बजाज फिनजर्व, बजाज ऑटो, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और लार्सन एंड टुब्रो के शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए। दूसरी ओर, टेक महिंद्रा के शेयरों में सर्वाधिक 2.57 फीसद की बढ़त देखने को मिली। इसके अलावा नेस्ले इंडिया, एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावरग्रिड, आईटीसी के शेयर हरे निशान के साथ बंद हुए।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में प्रमुख (रिटेल रिसर्च) दीपक जसानी के मुताबिक भारतीय घरेलू सूचकांक लगातार चौथे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। सितंबर 2020 के बाद ऐसा पहली बार हुआ जब घरेलू बाजार लगातार चौथे सत्र में लाल निशान के साथ बंद हुए हों। 28 जनवरी को फ्यूचर एंड ऑप्शन की एक्सपायरी से पहले मुनाफावसूली और एक फरवरी को केंद्रीय बजट की वजह से शेयर बाजारों में ये करेक्शन देखने को मिला।