नई दिल्ली /मुंबई – जहां एक ओर महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में उम्मीद मुताबिक सफलता मिलने के बाद एमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने देश के दूसरे हिस्सों में भी अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी है। वहीं शिवसेना की ओर से ओवैसी को धमकी भी मिली है।
ये धमकी 4 फरवरी को पुणे में होने जा रही ओवैसी की रैली को लेकर है। दरअसल हिंदू विरोधी भाषणों के लिए ओवैसी सुर्खियों में रहे हैं। ऐसे में शिवसेना ने ओवैसी को अपनी रैली में हिंदू विरोधी बयान देने से मना किया है।
शिवसेना की ओर से कहा गया है कि अगर ओवैसी ऐसा कोई बयान देते हैं तो उनकी रैली में हंगामा कर दिया जाएगा। उनकी रैली नहीं होने दी जाएगी।
इस मुद्दे पर शिवसेना ने एक पत्र भी पुणे के पुलिस आयुक्त को लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर ओवैसी की ओर से हिंदूओं केविरोध कोई बात कही गई तो उनकी रैली नहीं होने देंगे।
शिवसेना की ओर से उद्धव ठाकरे ने कार्यकर्ताओं को ये आदेश दिया है। बता दें कि ओवैसी महाराष्ट्र में मुस्लिमों को आरक्षण का मुद्दा उठाने के लिए ये रैली करने वाले हैं।
इधर, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की चेतावनी से सियासी गहमागहमी बढ़ गई है। इस बीच पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया है।
इस पूरे विवाद के बीच खबर ये भी है कि ओवैसी को महाराष्ट्र में सफलता के बाद अब उनकी योजना दूसरे राज्यों में अपनी पैठ बनाने की है। इस कामयाबी के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश को चुना है।
रणनीति के मुताबिक संभावना है कि एमआईएम 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मैदान पर उतर सकते हैं। माना जा रहा है कि पार्टी प्रदेश में 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
इसके लिए ओवैसी उत्तर प्रदेश में अपने संगठन का विस्तार करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पार्टी को दो सीटें आई थी।
एमआईएम की योजना उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के वोट बैंक में सेंध लगाने की है। इसके लिए हैदराबाद से सांसद और एमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने खास योजना बनाई है।
पार्टी मुस्लिम बहुल इलाकों में अपने उम्मीदवार उतार सकती है। इसके लिए पार्टी ने जिन इलाकों को चुना है उस पर गौर करें तो मुजफ्फरनगर, लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, मुरादाबाद, रामपुर, गोरखपुर, महाराजगंज, आजमगढ़, कानपुर जैसे शहर हैं।
इसके साथ-साथ पार्टी यूपी के 44 जिलों में सदस्यता अभियान शुरू करने की योजना बना रही है। इसके लिए पार्टी सभी जिलों में 500 एक्टिव कार्यकर्ता बनाएगी।
इसके लिए पार्टी नुक्कड़ सभा के साथ-साथ जलसा और दूसरे कार्यक्रम करेगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़ सके।
पार्टी की योजना पर गौर करें तो पार्टी के राष्ट्रीय ओवैसी यूपी के विभिन्न जिलों में रैली भी कर सकते हैं। योजना के मुताबिक 12 मार्च को बरेली में, 15 मार्च को इलाहाबाद और 22 मार्च को मुरादाबाद में ओवैसी की रैली आयोजित की जाएगी।
इसमें मुख्य लक्ष्य मुस्लिम समुदाय से जुड़े उठाने के साथ उन्हें पार्टी से जोड़ने की है। इसके साथ-साथ पार्टी की निगाहें दलित वोट-बैंक पर भी टिकी हुई है।