अमेठी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन टीकरमाफी स्थित बाबा भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी अंतर्गत आयोजित बेकरी टेक्नोलॉजी एंड प्रोडक्ट प्रिपरेशन कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहाँ उन्होंने सैकड़ों छात्रों को संबोधित किया।
स्मृति ईरानी ने मंच से कहा की जब मैं 2014 में यहाँ आई तो देखा की अमेठी पर एक बड़े राजनैतिक परिवार के राजकुमार का कब्ज़ा है। साथ ही उन्होंने अमेठी सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा की ये लोकतंत्र का सबसे बड़ा अपमान है कि एक सांसद को युवराज कहा जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा की हमारी 2014 में यहाँ एक दलित मज़दूर के बेटे से मुलाकात हुई थी और वो आज उत्तर-प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री है। ईरानी आज अपना दौर समाप्त करके दिल्ली लौट गई।
इससे पहले शनिवार को भी स्मृति ईरानी ने अमेठी दौरे पर गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि सालों से यहां गांधी परिवार का कब्जा है, पर विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ। किसान, मरीज सब परेशान हैं, लेकिन अब यहां की विकास की जिम्मेदारी हमारी है।
विधानसभा चुनाव के बाद ईरानी पहली बार अमेठी पहुंचीं, जहां उन्होने कई जगहों का औचक निरीक्षण किया और लापरवाही बरतने वालों को सख्त चेतावनी भी दी।
जिले के सीमा पर पहुंचते ही वे सबसे पहले सीएचसी तिलोई पहुंचीं, जहा उन्होंने किसानों के जमीन लेने कि प्रक्रिया पर अधिकारियों को फटकार लगाई। उसके बाद वे वहां से सीधे संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज पहुंचीं, जहां स्मृति को देखते ही समस्या बताते वालों का तांता लग गया।
हर किसी के मुंह से बस यही आवाज निकली, दीदी सही इलाज नही मिल रहा। दवाइयां बाहर से लानी पड़ती हैं। डॉक्टर नहीं मिलते। समस्या सुनने के बाद उन्होंने सीएमएचओ को फटकार लगाई तो वे इधर-उधर झांकते नजर आए। मंत्री ने व्यवस्थाओं में सुधार लाने का निर्देश दिया। – रिपोर्ट राम,मिश्रा