नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर के पुंछ में रविवार सुबह से आतंकियों से एनकाउंटर जारी है। सोमवार सुबह एक बार फिर से मुठभेड़ शुरू हो गई है। इंटेलीजेंस एजेंसियों ने इस एनकाउंटर को लेकर कुछ बड़े खुलासे भी किए हैं। दरअसल, 10 सितंबर को पुंछ में 6 आतंकी घुसे थे, जो ईद पर बड़े हमले की फिराक में थे। माना जा रहा है कि अभी भी दो आतंकवादी इस इलाक़े में छुपे हुए हैं।
ताजा जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने एक और आतंकी को ढेर कर दिया है। इससे पहले रविवार को एनकाउंटर में तीन आतंकियों को मार गिराया गया था। जबकि मुठभेड़ में एक पुलिस कांस्टेबल शहीद हो गए।
पुंछ में अल्लाहपीर इलाके में रविवार को सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर और एक नागरिक घायल हुए। पुंछ के अलावा नौगाम सेक्टर में भी मुठभेड़ हुई, जिसमें घुसपैठ की कोशिश कर रहे 7 आतंकियों को सेना ने मार गिराया। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए।
जम्मू-कश्मीर में पिछले दो महीने से जारी हिंसा के बीच गृहमंत्रालय को अहम जानकारी मिली है कि पुंछ में हुआ हमला एक फिदायीन हमला है और आतंकवादियों के निशाने पर पुंछ का ब्रिगेड हेडक्वार्टर यानी सेना थी। गृहमंत्रालय के मुताबिक, मारे गए आतंकियों ने सेना की यूनीफ़ॉर्म पहनी हुई थी। इससे इस बात को बल मिला है कि यह फ़िदायीन दस्ता था, जो एक बड़ा हमला करने वाला था। “कल बकरीद है और आतंकी बड़ा हमला कर घाटी में माहौल को और खराब करना चाहते थे। ”
जो रिपोर्ट गृह मंत्रालय तक पहुंची है, उसके मुताबिक़ यह फिदायीन दस्ता पुंछ के ब्रिगेड हेडक्वार्टर को निशाना बना सकता था। ना सिर्फ ब्रिगेड हेडक्वार्टर बल्कि इलाक़े का एसपी और डीएम का दफ़्तर महज़100 मीटर की दूरी पर है। ये भी निशाने पर हो सकते थे, लेकिन समय पर जानकारी मिलने के कारण इस हमले निष्क्रिय कर दिया गया।
मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि मारे गए आतंकियों से AK47, मोबाइल फ़ोन और वायरलेस सेट मिला है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मारे गए आतंकी पाकिस्तानी हैं।
उधर, मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नागरिक जब अपने घर के बाथरूम में गया तो उसके ऊपर फायरिंग शुरू हो गई क्योंकि एक आतंकवादी वहां था। उस फायरिंग में वह नागरिक घायल हो गया। लेकिन उसके परिवारवालों ने तुरंत SOG को सूचना दे दी।
सीनियर अधिकारी के मुताबिक, आजकल SOG की टीम को कई जगह तैनात किया जा रहा है। जैसे ही टीम को सूचना मिली उसने पहला सुरक्षा घेरा बनाया। उसी में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया। तब तक सेना और बाक़ी सुरक्षा बल भी इलाक़े में पहुंच गए। जब सर्च ऑपरेशन चल रहा था तब उन पर दूसरी जगह से फिर हमला हुआ जिससे अंदाजा हो गया कि दो जगह पर आतंकवादी छुपे बैठे हैं। एनकाउंटर देर शाम तक चला उसने तीन आतंकवादी मारे गए, लेकिन इलाके को सुरक्षाबलों ने घेरे रखा। सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकवादियों से भारी मात्रा में असलाह और बारूद हासिल किया है।
हाल में बढ़े एनकाउंटर के मामले
बीते कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में आतंकियों से सेना की मुठभेड़ हो चुकी है. आठ अगस्त को कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास आतंकियों और सीमा सुरक्षा बल के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें बीएसएफ के 2 जवान शहीद हो गए और एक आतंकी को भी मार गिराया गया। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आंतकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना ने मार 3 आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
जुलाई में कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में सेना ने आतंकियों के घुसपैठ का प्रयास विफल कर दिया। सेना को पहले ही खबर मिल चुकी थी कि आतंकी 29 और 30 जुलाई की रात को घुसपैठ की कोशिश करेंगे। सेना ने आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल, एक यूबीजीएल और अन्य हथियार बरामद किए थे। [एजेंसी]