थाईलैंड में सेना समर्थित सरकार के एक विरोधी जातूपात बूनपात्ताराराक्सा को गिरफ़्तार किया गया है। उनकी गिरफ़्तारी राजगद्दी पर बैठे नए राजा माहा वाजिरालोंगकॉर्न की फ़ेसबुक प्रोफाइल साझा करने के बाद हुई है।
उन्होंने बीबीसी थाई में प्रकाशित नए राजा की प्रोफाइल को अपने फ़ेसबुक पेज पर साझा किया था। उन पर कड़े शाही मानहानि क़ानून के तहत राजतंत्र का अपमान करने का आरोप लगाया गया है। जातूपात बूनपात्ताराराक्सा को उत्तर-पूर्वी थाईलैंड में गिरफ़्तार किया गया।
ये कार्यकर्ता पहले भी सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शनों में शामिल रहा है। अगर जातूपात का जुर्म साबित होता है तो उसे 15 साल तक की जेल की सज़ा हो सकती है। अपने पिता की मौत के लगभग दो महीने बाद राजा माहा वाजिरालोंगकॉर्न गुरूवार को राजगद्दी पर बैठे है।
माना जा रहा है कि 64 वर्षीय राजा माहा वाजिरालोंगकॉर्न के आधिकारिक तौर पर राजकाज संभालने के बाद जातूपात पहले व्यक्ति है जिन पर राजशाही के अपमान का अभियोग लगाया गया है।
मानवाधिकार समूहों का आरोप है कि सेना समर्थित सरकार शाही मानहानि क़ानून का इस्तेमाल अपने विरोधियों के ख़िलाफ़ कर रही है। राजा माहा वाजिरालोंगकॉर्न के पिता परम सम्मानित राजा पूमीपोन अदून्यदेत की 88 साल में सात दशकों तक राजगद्दी संभालने के बाद 13 अक्तूबर को मौत हो गई थी। [एजेंसी]