लखनऊ- यूपी के चुनार के सपा विधायक जगदंबा सिंह पटेल के बेटे पंकज सिंह को बुधवार शाम फोन पर धमकी दी गई। फोन करने वाले ने खुद को कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव का निजी सचिव विनोद यादव बताकर धमकाया। पंकज ने कैबिनेट मंत्री के यहां पता कराया तो जानकारी मिली कि इस नाम का कोई पीए नहीं है।
पंकज ने यहां सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर मोबाइल नंबर के आधार पर केस दर्ज कराया है। मिर्जापुर के रहने वाले जगदंबा सिंह चुनार विधानसभा सीट से सपा विधायक हैं। उनके बेटे पंकज सिंह यहां अलोपीबाग में परिवार सहित रहते हैं। पंकज बुधवार रात सिविल लाइंस थाने पहुंचे। उन्होंने इंस्पेक्टर महेश पांडेय को बताया कि उन्हें फोन पर धमकी मिली है।
किसी ने शाम को उनके पिता विधायक जगदंबा के मोबाइल पर फोनकर कहा कि वह कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव का निजी सचिव विनोद यादव बोल रहा है। उसने विधायक से अपने बेटे पंकज से बात कराने के लिए कहा। इस पर उन्होंने बताया कि पंकज इलाहाबाद में है। मैं उसे नंबर दे रहा हूं। वह आप से बात कर लेगा।
पंकज का आरोप है कि उन्होंने उस नंबर पर फोन किया तो कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव का निजी सचिव विनोद यादव बताते हुए धमकी दी कि अलोपीबाग स्थित गौरी भवन की जमीन को तुमने सीज करवाया है। यह तुम्हारी साजिश है। उसे परेशान किया तो ठीक नहीं होगा। फिर उसने कॉल काट दी।
पंकज को संदेह हुआ तो उन्होंने कैबिनेट मंत्री के स्टॉफ से बात की। पता चला कि विनोद यादव नाम का कोई पीए नहीं है। यानी किसी ने खुद को मंत्री का पीए बताकर धमकाया था। पंकज से तहरीर लेकर सिविल लाइंस पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर अपशब्द और धमकाने का मुकदमा लिखा।
उधर, पंकज सिंह का कहना है कि उनके घर के बगल स्थित जिस गौरी भवन गेस्ट हाउस को सीज कराने को लेकर धमकी मिली है उसे मोहल्ले के लोगों की शिकायत पर 2014 में एडीएम ने सीज करने का आदेश किया था। इसके बाद भी गौरी भवन बिना अनुमति के बुक किया जाता रहा। एडीए की ओर से भी दो बार कार्रवाई की जा चुकी है। तब भी मालिक जबरन बुकिंग करता है।