कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा पार्टी के नेता जितिन प्रसाद पर निशाना साधने की आलोचना की है।
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा पार्टी के नेता जितिन प्रसाद पर निशाना साधने की आलोचना की है। उन्होंने प्रसाद को निशाना बनाए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘दुर्भाग्यपूर्ण है कि जितिन प्रसाद को कांग्रेस में आधिकारिक तौर पर निशाना बनाया जा रहा है, कांग्रेस को भाजपा पर सर्जिकल स्ट्राइक की बजाय अपनी ही पार्टी के नेता को निशाना बनाने में मेहनत करनी पड़ रही है।’
उनके इस ट्वीट से परोक्ष रूप से सहमति जताते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया कि भविष्य ज्ञानी। खबरों के मुताबिक, लखीमपुरी खीरी कांग्रेस कमेटी ने पांच प्रस्ताव पारित किए हैं जिनमें से एक में मांग की गई है कि जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की जाए।गौरतलब है कि सिब्बल, तिवारी और प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस के संगठन में व्यापक बदलाव, सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर हाल ही में सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ।
मामला जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष प्रह्लाद पटेल ने कहा कि सोनिया गांधी पार्टी की एक सर्वमान्य नेता हैं। वह लोग राहुल गांधी और प्रियंका गांधी में पूरा विश्वास रखते हैं। वक्ताओं ने कहा कि कोरोना की आपात स्थिति और जब सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं, राजस्थान और मध्यप्रदेश की सरकारों पर भी भाजपा हमला कर रही थी। ऐसे में जितिन प्रसाद सहित वरिष्ठ नेताओं ने हस्ताक्षर कर सोनिया गांधी की कार्यक्षमता पर उंगली उठाई।
हस्ताक्षर करना यह दर्शाता है कि इन लोगों की सोनिया गांधी और कांग्रेस में कोई आस्था नहीं है। जो काम भाजपा कर रही है वही काम इन लोगों ने किया है। निंदा प्रस्ताव में यह भी कहा गया है जितिन प्रसाद का पारिवारिक इतिहास गांधी परिवार के खिलाफ रहा है। इनके पिता ने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़कर इसका सुबूत दिया था। इसके बाद भी सोनिया गांधी ने उन्हें लोकसभा का टिकट देकर सांसद और मंत्री बनाया।