लखनऊ : विधान परिषद में आज समाजवादी पार्टी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को बीते दिनों मिली धमकी और जनसभा में एक लड़के के घुसने का मामला उठाते हुए प्रदेश की कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया। सपा सदस्य सदन शुरू होते ही वेल में आ गय,े जिससे प्रश्न प्रहर नहीं चल सका। गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सपा सदस्य वेल में आ गये और हंगामा किया। सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि वह किसानों के साथ धोखा कर रही है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सपा सदस्य सदन से वाकआउट कर गये। इसके साथ ही कानपुर देहात के थाना गजनेर के मंगटा गांव में दलितों की बस्ती में दबंगों द्वारा किये गये हमले का मामला भी गूंजा। इस मामले पर समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने अलग-अलग वाकआउट किया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते हुए समाजवादी पार्टी के सदस्य व नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सभा में एक युवक द्वारा पूछे गये सवाल और जयश्रीराम का नारा लगाने के मामले को उनकी सुरक्षा से जोड़ते हुए कहा कि इसके पहले भी उन्हें एसएमएस के माध्यम से धमकी दी गयी है। उनका अरोप था कि सरकार के इशारे पर उनके अधिकारी-कर्मचारी अखिलेश के कार्यक्रमों की निगरानी और फोटोग्राफी कर रहे हैं। जो गंभीर विषय है। सरकार ने उनकी सुरक्षा में कटौती की है। ऐसे में यह गंभीर विषय है। सरकार को उनकी सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। इसके बाद सपा सदस्य वेल में आ गये और प्रदेश की कानून-व्यवस्था और अपने नेता की सुरक्षा को लेकर नारेबाज़ी और हंगामा करने लगे। सभापति रमेश यादव ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का अनुरोध किया।
अनुरोध न मानने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही को आधे घण्टे के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद स्थगन का समय बारह बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया। शून्य प्रहर में सदन की कार्यवाही पुनः शुरू होने पर नेता सदन एवं उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव को जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त है। उनकी सुरक्षा में 181 लोग तैनात हैं। पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा में कमी का फैसला केन्द्र सरकार का है। उन्हें जो सुरक्षा दी गयी है, वह पर्याप्त है। उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार किसी भी स्तर पर लापरवाही न की जा रही है, और ना की जायेगी। सपा सदस्यों ने कहा कि सत्ता पक्ष की ओर से उनको अपमानित करने के लिए तरह-तरह के शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। जिनका समर्थन पार्टी के नेताओं के साथ ही मुख्यमंत्री के दो सूचना सलाहकार एवं एक सांसद ने भी ट्वीट करके किया है।
शून्य प्रहर में सपा के शतरूद्र प्रकाश ने प्रसिद्ध उपन्यासकार ड0 गिरिराज किशोर जिन्होने प्रथम कालजयी वैश्विक उपन्यास ’’प्रथम गिरमिटिया’’ लिखा है के निधन पर शोक प्रस्ताव के संबंध में सूचना दी। सभापति सहित सदन में उपस्थित सभी सदस्यों ने दिवगंत आत्मा की शान्ति के लिये कुछ क्षण खडे़ होकर मौन धारण किया। कार्यस्थगन के तहत सपा के अहमद हसन, बलराम यादव, राम सुन्दर दास निषाद, शशांक यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर हो रहे बलात्कार एवं अपराधों पर नियन्त्रण के संबंध में सूचना दी। इसी विषय से संबन्धित बसपा के दिनेश चंद्रा, सुरेश कुमार कश्यप एवं अन्य सदस्यों की नियम-105 की सूचना को उक्त सूचना के साथ सम्बद्ध किया गया एवं इसी विषय से संबन्धित कांग्रेस के दीपक सिंह एवं नसीमुद्दीन सिद्दीकी की नियम-105 की सूचना को उक्त सूचना के साथ सम्बद्ध किया गया।
सूचना की ग्राहय्ता पर सपा के उदयवीर सिंह, नरेश चन्द उत्तम, बसपा के दिनेश चन्द्रा, कांग्रेस दीपक सिंह ने विचार व्यक्त किये। नेता सदन डा दिनेश शर्मा द्वारा सदन में दिए गए उत्तर से संतुष्ट न होने पर नेता विरोधी दल सहित सपा के सभी सदस्य, कांग्रेस के दीपक सिंह एवं बसपा के सभी सदस्यों ने सदन का त्याग किया। अधिष्ठाता जगवीर किशो जैन ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को प्रभावी आवश्यक कार्यवाही हेतु संदर्भित किये जाने के निर्देष दिये। शिक्षक दल के ओम प्रकाश शर्मा, जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुण्डीर, सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने राष्ट्रीय माध्यमिक षिक्षा अभियान के अन्तर्गत नवीन राजकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के वेतन भुगतान के संबंध में सूचना दी। सूचना की ग्राहय्ता पर शिक्षक दल के ओम प्रकाश शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किये।नेता सदन डा दिनेश शर्मा ने सदन को बताया कि इस मुद्दे पर शिक्षक दल के कई सदस्यों ने मिल कर बात की थी जिस पर कार्यवाही हो रही है जल्द ही भुगतान हो जाएगा।
अधिष्ठाता ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को आष्वासन देते हुये फरवरी पेड मार्च में वेतन भुगतान के निर्देष दिये एवं सरकार को विशेेष प्रभावी कार्यवाही हेतु संदर्भित किये जाने के निर्देश दिये।. सपा के नरेश चन्द्र उत्तम, बलराम यादव, आनन्द भदौरिया, बासुदेव यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश में गन्ना किसानों के विभिन्न समस्याओं का निराकरण कराये जाने के संबंध में सूचना दी। सपा सदस्यों ने सरकार पर गन्ना किसानों की उपेक्षा करने समय पर मिलों द्वारा गन्ना पर्जी ने दिए जाएने के साथ गन्ना किसानों को भुगतान में देरी का आरोप लगाते हुए सरकार को किसान विरोधी बताने का प्रयास किया । सपा सदस्यों ने सूचना की ग्राहय्ता पर सपा के शषांक यादव, राम अवध यादव, जितेन्द्र यादव, श्रीमती लीलावती कुशवाहा, संजय लाठर ने विचार व्यक्त किये। गंन्ना मंत्री सुरेश राणा ने सदन को बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि किसानों को बिना देरी के भुगतान मिल रहा है प्रदेश पहली बार चीनी का उत्पादन बढा है। हर जनपद में आज गन्ना किसानों जो राहत मिल रही है इससे पहले कभी नहीं मिली है। मंत्री से उत्तर से संतुष्ट न होने पर सपा के सभी सदस्यों ने सदन का त्याग किया। अधिष्ठाता ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को आवश्यक कार्यवाही हेतु संदर्भित किये जाने के निर्देष दिए सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा जारी है।
@शाश्वत तिवारी