लखनऊ- उत्तर प्रदेश मे विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर घमासान मचा हुआ है ! कोई भी पार्टी किसी तरह का अवसर नहीं छोडना चाहती ! वहीं आगामी 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती बसपा ही नहीं अन्य पार्टियां भी जयंती को बड़े पैमाने पर मनाने का संकल्प लिया है।
जिसको लेकर बसपा सुप्रीमों मायावती ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए अंबेडकर जयंती का दिन निर्धारित किया है। इसके लिए वह दिल्ली से लखनऊ लौट आई हैं। कहा जा रहा है कि मायावती इस दिन जयंती मनाने के साथ ही चुनावी सभाओं का ऐलान कर सकती हैं।
इस बीच उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ने भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। सरकार ने भीमराव अंबेडकर जन्मोत्सव हर जिले में मनाने के लिए जिलाधिकारियों को पत्र लिख कर निर्देशित कर दिया है। इसके लिए सरकार ने शासन की तरफ से 26 लाख 25 हजार रुपए भी जारी किया है।
राष्ट्रीय एकीकरण विभाग की ओर से जारी शासनादेश में कहा गया है कि यह धनराशि 75 जनपदों में 35 हजार रुपये के हिसाब से बांटी गई है। इससे शत-प्रतिशत खर्च करना होगा। यही नहीं धनराशि कोषागार से निकालने के बाद शासन को प्रमाणित प्रति भी उपलब्ध करवानी होगी।
आपको बता दें कि सरकार पहले भी अंबेड़कर का जन्मोत्सव मनाती रही है, लेकिन इस बार यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अगले साल यूपी में चुनाव हैं। दलित प्रेम को लेकर पार्टियों में खींचतान लगातार जारी है। मंगलवार को जहां पीएम मोदी नोएडा में 17 दलित सांसदों के साथ रैली करेंगे वहीं सपा भी दलितों को साधने में लगी हुई है।
पिछले दिनों लखनऊ दौरे पर आए ओवैसी ने भी अपना दलित प्रेम दिखाया था। ऐसे में जहां अन्य पार्टियों के दलित प्रेम पर बसपा सुप्रीमो मायावती तिलमिलाई हैं। वहीं यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अंबेडकर जयंती पर मायावती चुनाव से जुड़े कई बड़े ऐलान भी कर सकती हैं।