नई दिल्ली- आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की सलाह को खारिज करते हुए एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि ‘अगर उनकी गर्दन पर चाकू भी रख दिया जाए’ तब भी वह ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलेंगे। इस पर मंगलवार को केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि ओवैसी को ऐसे बयान पर शर्म आनी चाहिए।
वेंकैया नायडू ने कहा, “ओवैसी को ऐसे बयान पर शर्म आनी चाहिए। भारत हमारी मातृभूमि है और सभी को इसकी पूजा करनी चाहिए। मोदी के मंत्री ने साथ ही यह भी कहा कि ‘भारत माता की जय’ कहने की कोई कानूनी मजबूरी नहीं है। फिर भी हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह मातृभूमि की पूजा करे।
दूसरी ओर ओवैसी के बयान पर शिवसेना ने जोरदार हमला किया है।शिवसेना का कहना है कि उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
ओवैसी का यह बयान इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कुछ दिन पहले कहा था कि नई पीढी को भारत माता की जय के नारे लगाना सिखाया जाना चाहिए। ओवैसी के बयान की आरएसएस, भाजपा और शिवसेना ने निंदा की। हालांकि ओवैसी एक जनसभा में दिए अपने बयान पर अडिग हैं।
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने लातूर जिले की उदगीर तहसील में एक जनसभा में कहा, ”मैं यह नारा नहीं लगाता। आप क्या करने जा रहे हैं, भागवत साहब.” उन्होंने लोगों द्वारा हौसलाअफजाई के बीच कहा, ”अगर आप मेरी गर्दन पर चाकू भी रख देंगे तब भी मैं यह (नारा) नहीं लगाउंगा।
उन्होंने कहा, ”संविधान में कहीं भी यह नहीं लिखा कि किसी को भारत माता की जय बोलना है। तीन मार्च को भागवत ने कहा था कि नई पीढी को भारत माता की जय के नारे लगाना सिखाया जाना चाहिए। यह बयान जेएनयू परिसर में कथित रूप से भारत विरोधी नारेबाजी से पैदा विवाद के बीच दिया गया था।