कर्नाटक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का एक कथित वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मच गया है।
वीडियो में येदियुरप्पा कह रहे हैं कि किस तरह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी बागी विधायकों के इस्तीफे करवाकर कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार को गिराने में भूमिका निभाई।
इस खुलासे के बाद कांग्रेस भड़क गई है और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात की है। कांग्रेस नेता दिनेश राव ने यह वीडियो ट्वीट भी किया है।
वीडियो सामने आन के बाद कांग्रेस नेता सिद्दारमैया ने कहा है कि अमित शाह और येदियुरप्पा ने लोकतंत्र की हत्या की है। दोनों को अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए।
वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए येदियुरप्पा ने कहा है कि यह मूर्खतापूर्ण बात है। विपक्षी दल का नेता होने के कारण सिद्दारमैया को पता नहीं है कि वे क्या बोल रहे हैं? अमित शाह को इस्तीफा क्यों देना चाहिए?
न्यूज 18 की खबर के मुताबिक, यह वीडियो प्रदेश भाजपा की एक बैठक का है। 5 दिसंबर को प्रदेश की 15 विधानसभा सीटों उपचुनाव होने हैं। टिकट बंटवारे को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी। प्रदेश के अन्य नेता अपने लोगों को टिकट देना चाहते हैं, लेकिन येदियुप्पा उन बागी विधायकों का पक्ष ले रहे हैं, जिन्होंने इस्तीफे देकर भाजपा की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई।
येदियुरप्पा ने प्रदेश के भाजपा नेताओं को संबोधित करते हुए इस बात पर नाराजगी जाहिर की कि वे कांग्रेस-जेडीएस के बागी नेताओं का साथ नहीं दे रहे हैं।
7 मिनट का यह वीडियो 26 अक्टूबर का है। हुबली की होटल डेनिसन्स में हुई बैठक में येदियुरप्पा कह रहे हैं, ‘आप लोगों (भाजपा नेताओं) ने आज जिस तरह से बात की है, इससे लगता है कि आप नहीं चाहते कि यह सरकार ज्यादा दिन चले। हम ये उपचुनाव हारें या जीतें, यह अलग बात है। लेकिन इस गंभीर समय में आप में कोई भी उनके साथ (कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों, जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है) खड़े नहीं हैं।’
येदियुरप्पा आगे कहते सुनाई दे रहे हैं कि, ‘आप सभी को 17 विधायकों के फैसले के बारे में पता है? इस कमरे में मौजूद आप सभी लोग जानते हैं कि इनको मुंबई ले जाने का फैसला अकेले येदियुरप्पा का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का था। करीब डेढ़ महीने तक वे विधायक अपने क्षेत्र में नहीं जा सके, अपने परिवार से नहीं मिल सके।’
‘एक समय हमारे पास केवल विपक्ष में रहने का मौका था, तब हमने सरकार बनाई है। इसके लिए वो (बागी विधायक) सुप्रीम कोर्ट तक गए। मुझे आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। मुझे लगता है कि मैंने उन विधायकों को भरोसे में लेकर सीएम की कुर्सी हासिल की और एक अपराध किया है…मुझे इस बैठक में नहीं आना चाहिए था। आपमें से किसी ने नहीं कहा कि उन्होंने त्याग किया ताकि आप सत्ता में आ पाएं। उन्होंने क्यों इस्तीफे दिए? क्या जरूरत थी इसकी? बेहतर होता आप लोग कहते कि उपचुनाव में उन्हें टिकट दिया गया तो उनका जीतना मुश्किल होगा, लेकिन हम मेहनत करेंगे, तो मैं मान लेता।’
वीडियो के आखिरी में येदियुरप्पा कह रहे हैं कि उपचुनाव में किसे टिकट दिया जाए और किसे नहीं, इस पर बाहर जाकर बात नहीं करना है, लेकिन उनका यह वीडियो वायरल होकर कांग्रेस के हाथ लग गया।
@एजेंसी