पाकिस्तान की सैन्य अदालत से फांसी की सज़ा पाए भारत के पूर्व नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव इस्लामाबाद स्थित पाक विदेश मंत्रालय में अपनी मां और पत्नी से करीब 30 मिनट तक मुलाकात की। इस दौरान उनके परिवार के साथ पाक में तैनात भारतीय उप उच्चायुक्त भी मौजूद थे
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की उनकी पत्नी और मां के साथ इस्लामाबाद में सोमवार को मुलाकात हुई। हालांकि इस मुलाकात के तरीके पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मानवीय आधार पर हुई इस मुलाकात में जाधव को अपनी मां और पत्नी से सीधे तौर पर नहीं मिलने दिया गया। उनके बीच एक शीशे की दीवार थी और इंटरकॉम के जरिए बात कराई गई। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर इस मुलाकात में मानवीय संवेदनाओं का ख्याल क्यों नहीं रखा गया।
इस मुलाकात की विडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जा रही है। इसके पहले विदेश मंत्रालय में जाधव से मिलने पहुंची मां और पत्नी ने गाड़ी से उतरते ही पहले सबको नमस्ते किया और उसके बाद आगे बढ़ गईं। एयरपोर्ट पर उतरने के बाद दोनों को सख्त सुरक्षा के बीच पहले भारतीय हाई कमिशन ले जाया गया था। जहां से फ्रेश होने के बाद दोनों को विदेश मंत्रालय जाधव से मिलने ले जाया गया। इस दौरान इस्लामाबाद में भारतीय उपउच्चायुक्त जेपी सिंह भी मौजूद रहे।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, दोनों को पहले भारतीय हाइ कमिशन में ब्रीफ किया गया। आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर ऐंटी टेररिस्ट स्क्वॉड भी तैनात है। भारतीय हाई कमिशन से विदेश मंत्रालय का फासला सिर्फ 5 मिनट का है। सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारतीय हाई कमिशन पहुंचाया गया। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, कुलभूषण की मां और पत्नी आज शाम 4 बजे ही भारत के लिए रवाना हो जाएंगे।
बता दें कि पहले दोपहर 1 बजे के करीब जाधव की पत्नी और मां पाकिस्तान विदेश मंत्रालय कार्यालय में उनसे मुलाकात करने वाले थे, लेकिन प्लान में कुछ बदलाव हुआ और दोनों को पहले भारतीय हाई कमिशन ले जाया गया। जाधव को पत्नी और मां से मिलने के लिए करीब 15 मिनट का समय दिया जाना था। हालांकि, भारत ने इस समय को बढ़ाकर कम से कम एक घंटा किए जाने की मांग रखी थी जिसके बाद दोनों को आधे घंटे का समय दिया
photo – geo news
Kulbhushan Jadhav mother wife to leave Pakistan Ministry of Foreign Affairs in Islamabad
#WATCH: Wife, mother of Kulbhushan Jadhav reach Pakistan Foreign Affairs Ministry in Islamabad along with JP Singh, Deputy High Commissioner pic.twitter.com/Dnp9eUc5je
— ANI (@ANI) December 25, 2017