एमस्टर्डम : दुनिया इस वाकये पर हैरान है। और हो भी क्यों न? केन्या के नैरोबी एयरपोर्ट से एक कार्गो प्लेन ने टेकऑफ किया। तुर्की और ब्रिटेन होते हुए यह एयरक्राफ्ट नीदरलैंड्स पहुंच गया यानी कुल 8 हजार किलोमीटर की यात्रा। इस कार्गो प्लेन के लैंडिंग गियर में 16 साल का एक लड़का छिपा रहा। अब वो नीदरलैंड्स के मास्ट्रिच्ट शहर में एक अस्पताल में है और सेहतमंद है।
यकीन करना मुश्किल
stuff.co.nz ने एक रिपोर्ट में इस वाकये की जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक- बुधवार को केन्या के नैरोबी से Airbus A330 कार्गो फ्लाइट ने टेकऑफ किया। न जाने कैसे 16 साल का एक कीनियाई लड़का इसके लैंडिंग गियर में छिप गया। फ्लाइट टर्की और ब्रिटेन के रास्ते नीदरलैंड्स पहुंची। टर्की और ब्रिटेन में इसके हॉल्ट भी हुए।
ब्रिटेन के बाद यह फ्लाइट शुक्रवार दोपहर नीदरलैंड्स के मास्ट्रिच्ट एयरपोर्ट पहुंची। यहां जब इंजीनियर्स ने प्लेन चेक किया तो लैंडिंग गियर में यह लड़का दिखा। इसे बाहर निकाला गया और फिर चेकअप के लिए अस्पताल भेजा गया।
जिंदा रहने पर हर कोई हैरान
रिपोर्ट ने इस लड़के का नाम नहीं बताया गया है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के हवाले से यह जरूर बताया गया है कि इतने लंबे सफर की वजह से उसे हायपोथर्मिया (hypothermia) हो गया है। यह एक मेडिकल टर्म है। यह तब होता है जब किसी वजह से बॉडी टेम्परेचर खतरनाक स्तर तक कम हो जाए। इससे नसें जाम हो सकती हैं और मौत भी हो सकती है। डॉक्टर हैरान हैं कि यह जिंदा कैसे बच गया।
मुकद्दर का सिकंदर
नीदरलैंड्स के एविएशन एक्सपर्ट्स यह पता लगाने में जुट गए हैं कि यह एयरक्राफ्ट तक कैसे पहुंचा? इतने लंबे सफर में इसके छिपे होने की जानकारी किसी भी स्तर पर क्यों नहीं मिली? फ्लाइट ज्यादातर वक्त 38 हजार फीट की ऊंचाई पर थी। इस ऊंचाई पर ऑक्सीजन लेवल बेहद कम होता है। ऐसे में जिंदा रहना करीब-करीब नामुमकिन ही होता है। एक बात और- जब एयरक्राफ्ट लैंड करता है तो व्हील्स खुलते हैं। कोई छिपा भी हो तो जमीन पर गिरकर मर सकता है। इसके साथ तो यह भी नहीं हुआ। एक अधिकारी ने कहा- मैं तो इस लड़के को ‘मुकद्दर का सिकंदर’ ही कह सकता हूं। इस लड़के ने शुक्रवार को कहा- मैं बिल्कुल ठीक हूं। केन्या में अपनी फैमिली से बातचीत करना चाहता हूं।
दो बार पहले भी यही हुआ, हर बार लाश मिली
2019 में केन्या एयरवेज की एक फ्लाइट में कुछ इस तरह की घटना हुई। यह फ्लाइट लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पहुंची थी। लैंडिंग के पहले सनबाथ ले रहे एक व्यक्ति ने फोन करके एयरपोर्ट अथॉरिटी को बताया था कि लैंडिंग गियर में कोई लटक रहा है।
1997 में भी ऐसा ही हुई। इस बार भी फ्लाइट नैरोबी से ही आई थी। यह ब्रिटेन के गैटविक एयरपोर्ट पर लैंड हुई। इसके अगले लैंडिंग पार्ट (nose-wheel bay) पर एक कीनियाई की लाश मिली थी।