श्रीनगर : अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर पांच घंटे तक नागरिक यातायात पर प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले का नैशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कड़ा विरोध किया है।
सोमवार को उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए यातायात पर प्रतिबंध को पूरी तरह से हटाने की मांग की। अब्दुल्ला ने कहा कि यह धर्म का मामला है और कोई धर्म पर हमला नहीं करने वाला।
उन्होंने प्रतिबंध से कश्मीर के पर्यटन को होने वाली दिक्कतों का भी जिक्र किया। उन्होंने सवाल किया, ‘ क्या जरूरत है (नागरिक यातायात) बंद करने की?’
अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब इन्होंने (प्रतिबंध) 2 घंटे का किया है। वो दो घंटे भी नहीं रहना चाहिए क्योंकि यह धर्म का मामला है और धर्म पर कोई हमला करने वाला नहीं है।
गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह 10 बजे से शाम साढ़े 3 बजे तक नागरिक यातायात प्रतिबंधित कर दिया है। इस दौरान हाइवे पर असैन्य यातायात पूरी तरह से बंद रहने का निर्देश है।
प्रशासन के इस फैसले पर कश्मीर की प्रमुख पार्टियों ने विरोध करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और प्रतिबंध हटाने की मांग की थी। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने भी इसे लेकर चिंता जाहिर की थी।
सोमवार को एनसी प्रमुख ने भी कश्मीर टूरिज्म को होने वाली परेशानियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘कश्मीरी टूरिज्म को भी परेशानी है। क्या जरूरत है (यातायात) बंद करने की?’
उन्होंने आगे कहा कि वो (कश्मीरी) पहले भी आराम से चलते थे, आज भी आराम से चलते हैं। इससे क्या होता है कि संघर्ष पैदा होता है।