भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने निर्वाचन से पहले से विवादों में रही हैं। सांसद बनने के बाद से भी वे लगातार विवादों में रह रही हैं।
एक टिप्पणी के मामले में तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे इतने नाराज हो गए थे कि उन्होंने कहा था कि वे प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं करेंगे। इसके बाद भी विवाद उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है।
अनेक विवादों के बाद बुधवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में खुद को आतंकवादी कहे जाने पर प्रज्ञा ठाकुर बौखला गई।
उन्होंने कहा है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में कांग्रेस के स्टूडेंट विंग भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को उन्हें आतंकवादी कहा, ये शब्द अवैध और अभद्र हैं। उन्होंने एक महिला सांसद को गाली दी जो एक संवैधानिक पद पर है, वे सभी देशद्रोही हैं। मैं निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगी।
माखनलाल के मास्टर ऑफ मास कम्यूनिकेशन के तीसरे सेमेस्टर की दो छात्राएं मनु शर्मा और श्रेया पांडे मंगलवार रात करीब 8 बजे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के मेन गेट के सामने अचानक धरने पर बैठ गईं थीं।
उनका आरोप है कि कक्षा में कम उपस्थिति बताकर उन्हें तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं देने से वंचित कर दिया गया है।
धरने पर बैठी छात्राओं की मांग है कि उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए और विभागाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई हो।
इस दौरान छात्राओं ने विरोध में जमकर बवाल मचाया। इन्हीं छात्राओं के समर्थन में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर विश्वविद्यालय पहुंची थीं। उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन से छात्राओं को परीक्षा में बैठने देने की मांग की है।
यूनिवर्सिटी के सामने डेढ़ घंटे तक प्रज्ञा ठाकुर और NSUI के कार्यकर्ता आमने-सामने खड़े रहे, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अमला मूक दर्शक बनकर सब कुछ देखता रहा।
जब विवाद बढ़ने लगा, तो प्रज्ञा ठाकुर राज्यपाल से मिलकर मामले की शिकायत करने की बात कहकर वहां से रवाना हो गईं।