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Saturday, January 11, 2025
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया पौध-रोपण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया पौध-रोपण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट सिटी पार्क में खिरनी, करंज और टिकोमा के पौधे रोपे। किसान मोर्चा अध्यक्ष श्री दर्शन सिंह ने भी पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ श्री अनिल अग्रवाल ने अपने जन्मदिन पर पौधा लगाया। श्री लिली अग्रवाल, सुश्री पलक अग्रवाल, श्रीमती मीरादेवी अग्रवाल, श्री अरविंद और श्री पलाश अग्रवाल उपस्थित थे।

राज्यपाल सुश्री उइके से बीएसएफ के एडीजी श्री अनुराग गर्ग ने की भेंट

राज्यपाल सुश्री उइके से बीएसएफ के एडीजी श्री अनुराग गर्ग ने की भेंट

राज्यपाल सुश्री उइकेराज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज राजभवन में कमाण्ड स्पेशल ऑपरेशन बीएसएफ रायपुर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री अनुराग गर्ग ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश में बीएसएफ से संबंधित विभिन्न विषयों पर राज्यपाल ने श्री गर्ग से चर्चा की।

राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम उद्देश्यपूर्ण एवं प्रासंगिक हो : मुख्यमंत्री श्री चौहान

राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम उद्देश्यपूर्ण एवं प्रासंगिक हो : मुख्यमंत्री श्री चौहान

स्वामी विवेकानन्द जयंती पर आयोजित युवा दिवस कार्यक्रम की तैयारी बैठक

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में आगामी 12 एवं 13 जनवरी को होने वाले युवा संवाद एवं युवा समागम कार्यक्रम को उद्देश्यपूर्ण एवं प्रासंगिक बनाने के निर्देश दिए हैं। कार्यक्रम की बेहतर तैयारी की जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास पर स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर 12 जनवरी को आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 12 जनवरी को मुख्यमंत्री निवास पर युवा संवाद एवं 13 जनवरी को जम्बूरी मैदान में युवा समागम कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री निवास पर युवा संवाद कार्यक्रम में 380 युवा अचीवर्स को आमंत्रित किया गया है। यंग अचीवर्स संबंधी डिजिटल बुकलेट का प्रकाशन किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवा अचीवर्स से दूसरे युवाओं को प्रेरणा मिले। कार्यक्रम उद्देश्यपूर्ण और प्रासंगिक होना चाहिए। युवाओं को ऐसा अनुभव करवायें कि वे सम्मानित महसूस करें। सांस्कृतिक कार्यक्रम में देश भक्ति पूर्ण गीतों को शामिल किया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा समागम कार्यक्रम में मोटिवेशनल स्पीकर बुलाए जाएं, जिससे युवा प्रेरणा लेकर अपना भविष्य बेहतर बना सकें और शासन की योजनाओं का लाभ ले सकें। प्रदर्शनी में नौजवानों की प्रेरणादायी उपलब्धियाँ प्रदर्शित की जाएँ। कार्यक्रम में राज्य युवा नीति घोषित होगी एवं युवा पोर्टल का शुभारंभ होगा। राज्य युवा नीति के लिए सुझाव भी लिए जाएँ। प्रदेश के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। उनकी प्रतिभा को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार की कई योजनाएँ संचालित है। प्रतिभाओं को आगे बढ़ने में कोई बाधा नहीं आने देंगे।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेताओं का सम्मान होगा। साथ ही हितग्राहियों को लाभान्वित किया जायेगा। कार्यक्रम में एक लाख से अधिक युवाओं की भागीदारी होगी।

जी-20 समूह की बैठक अगले साल छत्तीसगढ़ में होगी

जी-20 समूह की बैठक अगले साल छत्तीसगढ़ में होगी

जी-20 समूह की बैठक

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर साझा की जानकारी

जी-20 के चौथे वित्त कार्य समूह की बैठक सितंबर 2023 में छत्तीसगढ़ में होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके यह जानकारी साझा की है। जी-20 समूह की जिम्मेदारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने समूह की बैठक देश के अलग-अलग राज्यों और प्रदेश में कराने की बात कही थी, ताकि समूह के दूसरे देश भारत की संस्कृति और लोककला से परिचित हों। अब मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल से साझा की गई जानकारी के अनुसार जी-20 के चौथे वित्त कार्य समूह की बैठक छत्तीसगढ़ में सितंबर 2023 में होनी है। इस बैठक की तैयारी के संबंध प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को आगंतुकों को विश्व स्तरीय व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त किया।

रॉकेट बना पेटीएम का शेयर, आखिर अपने ही स्टॉक्स क्यों खरीद रही कंपनी? जानिए क्या होता है बायबैक ऑफर

रॉकेट बना पेटीएम का शेयर, आखिर अपने ही स्टॉक्स क्यों खरीद रही कंपनी? जानिए क्या होता है बायबैक ऑफर
Paytm Buyback Offer Price : देश की दिग्गज फिनटेक कंपनी पेटीएम के शेयर में शुक्रवार को अच्छी-खासी तेजी देखने को मिली है। कंपनी का शेयर 7 फीसदी से अधिक के उछाल के साथ ट्रेड करता दिखा। पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन लिमिटेड बायबैक ऑफर लाने पर विचार कर रही है।

Paytm buyback Offer Price : 13 दिसंबर की बैठक में होगा पेटीएम के बायबैक ऑफर पर फैसला
दिसंबर को होनी है पेटीएम के बोर्ड की बैठक
इस बैठक में बायबैक ऑफर के प्रस्ताव पर होगा विचार
बायबैक की खबर से आज 7% से अधिक उछला पेटीएम का शेयरनई दिल्ली : इस साल अब तक 60 फीसदी तक टूट चुके पेटीएम के शेयर (Paytm Share) ने आज निवेशकों के चेहरे पर खुशी ला दी है। पेटीएम के शेयर में आज सुबह से ही तेजी देखने को मिल रही है। दोपहर 12 बजकर 27 मिनट पर यह शेयर 7.20 फीसदी या 36.60 रुपये उछलकर 545 रुपये पर ट्रेड करता दिखा। शेयर में इस उछाल के पीछे वजह हैं, कंपनी का बायबैक ऑफर (Paytm Buyback Offer) लाने पर विचार करना। देश के फिनटेक दिग्गज पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन लिमिडेट (One 97 Communications Ltd) ने गुरुवार को कहा कि वह बायबैक ऑफर पर विचार कर रही है। अगले हफ्ते मंगलवार यानी 13 दिसंबर को कंपनी के बोर्ड की बैठक होनी है। इस बैठक में शेयर बायबैक का फैसला हो सकता है।

शेयरधारकों को होगा फायदा
पेटीएम ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, ’13 दिसंबर को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक होनी है। इसमें कंपनी के पुर्णतया चुकता इक्विटी शेयरों के बायबैक के प्रस्ताव पर विचार होगा। मैनेजमेंट को विश्वास है कि बायबैक ऑफर शेयरधारकों के लिए फायदेमंद होगा।’ अगर इस बायबैक को मंजूरी मिलती है, तो यह लिस्टिंग के बाद से कंपनी का पहला बायबैक ऑफर होगा। कंपनी ने बताया कि उसके पास 9182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है।

क्या होता है बायबैक ऑफर?
बायबैक ऑफर को शेयर परचेज ऑफर भी कहते हैं। यह एक ऐसी कॉर्पोरेट गतिविधि है, जिसमें कोई कंपनी अपने शेयरधारकों से शेयर वापस खरीदती है। आमतौर पर कंपनियां करंट मार्केट प्राइस से उच्च कीमत पर शेयर बायबैक करती हैं। बायबैक भी दो तरह के होते हैं। टेंडर ऑफर और ओपन मार्केट ऑफर।

कंपनियां क्यों लाती हैं बायबैक ऑफर?
कोई भी कंपनी कई सारे कारणों से बायबैक ऑफर ला सकती है। आमतौर पर कंपनी के प्रमोटर्स अपनी शेयर होल्डिंग बढ़ाने के लिए बायबैक ऑफर लाते हैं। लेकिन पेटीएम के मामले में ऐसा नहीं दिखता। पेटीएम एक नई कंपनी है और हाल ही में मार्केट में लिस्ट हुई है। जब कंपनी के पास एक्स्ट्रा नकदी होती है, तो भी वह बायबैक का फैसला लेती है। पेटीएम के मामले में यह कारण भी सही नहीं बैठता। कंपनियां टेकओवर से बचने के लिए भी बायबैक ऑफर लाती है, लेकिन पेटीएम के मामले में ऐसा भी नहीं है। कंपनियां अर्निंग पर शेयर (EPS) बढ़ाने के लिए भी बायबैक ऑफर लाती हैं। पेटीएम के मामले में यह कारण भी ठीक नहीं बैठता।

पेटीएम क्यों ला रही बायबैक ऑफर?
कंपनियां कई बार अपने शेयर प्राइस को सपोर्ट करने के लिए बायबैक ऑफर लाती हैं। पेटीएम का शेयर इस साल अब तक 60 फीसदी टूट चुका है। इसलिए पेटीएम के लिए यह कारण सही बैठता है। साथ ही कंपनियां अपने शेयरधारकों को फायदा पहुंचाने के लिए भी बायबैक ऑफर लाती है। पेटीएम के मामले में यह उचित कारण है। कंपनी ने कहा भी है कि बायबैक ऑफर से शेयरधारकों को फायदा होगा।

यह है टार्गेट
पेटीएम का आईपीओ प्राइस 2150 रुपये था। यह स्टॉक एक्सचेंज पर 10 फीसदी डिस्काउंट पर 1950 रुपये पर लिस्ट हुआ। इसके बाद से इसमें लगातार गिरावट दिखी। शेयर का 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर 439.60 रुपये है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, पेटीएम ने 440 से 500 रुपये के बीच अपना बॉटम तैयार किया है। पिछले कई सेशंस से इस शेयर में तेजी देखने को मिल रही है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, आने वाले समय में इस शेयर में 1285 रुपये तक जाने की क्षमता (Paytm Share Target) है।

Pak vs Eng: गैंगवार के बावजूद इंग्लैंड खेल रहा टेस्ट, शर्मनाक हार के बाद पाकिस्तान टीम से 2 स्टार प्लेयर्स OUT

Pak vs Eng: गैंगवार के बावजूद इंग्लैंड खेल रहा टेस्ट, शर्मनाक हार के बाद पाकिस्तान टीम से 2 स्टार प्लेयर्स OUT

PAK vs ENG LIVE: पाकिस्तान ने शर्मनाक हार के बाद अपने दो स्टार खिलाड़ियों को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा है। दूसरी ओर, मैच में इंग्लैंड एक बार फिर टॉस जीतकर पहले बैटिंग कर रहा है।


मुल्तान: पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मुल्तान क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच से एक दिन पहले ही इंग्लैंड टीम के होटल के पास गोली चली थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, लोकल गैंग के बीच गैंगवार के दौरान हुए हादसे में किसी के मरने की खबर नहीं थी। हालांकि, इंग्लिश प्लेयर्स की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए गए थे। इसके बावजूद मैच अपने समय पर शुरू हुआ है। मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया है।

इस मुकाबले में पाकिस्तान के लिए 24 वर्ष के अबरार अहमद ने डेब्यू किया, जबकि मोहम्मद नवाज, फहीम अशरफ की टीम में वापसी हुई है। दूसरी ओर, करारी हार के बाद अजहर अली, नसीम शाह और हारिस रऊफ को पाकिस्तानी टीम से बाहर होना पड़ा है। दूसरी ओर, मार्क वुड की इंग्लैंड की टीम में वापसी हुई है। उन्होंने चोटिल लियाम लिविंगस्टोन की जगह लिया।

उल्लेखनीय है कि पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को हराया था। रोमांचक रहे इस मुकाबले में 1700 से अधिक रन बने थे, जबकि इंग्लैंड की ओर से पहले ही दिन 4 बल्लेबाजों ने शतक जड़े थे। उसने वनडे के अंदाज में रन बनाए थे, जिससे पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम की काफी आलोचना हुई थी। अब उसका WTC के फाइनल में पहुंचने को लेकर पाकिस्तान की उम्मीदों को लेकर भी झटका लगा है।

टीमें
पाकिस्तान (प्लेइंग इलेवन): अब्दुल्ला शफीक, इमाम-उल-हक, बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), आगा सलमान, सऊद शकील, मोहम्मद नवाज, फहीम अशरफ, जाहिद महमूद, मोहम्मद अली, अबरार अहमद
इंग्लैंड (प्लेइंग इलेवन): जैक क्राउली, बेन डकेट, ओली पोप (विकेटकीपर), जो रूट, हैरी ब्रूक, बेन स्टोक्स (कप्तान), विल जैक, ओली रॉबिन्सन, जैक लीच, मार्क वुड, जेम्स एंडरसन

वो 3 कमियां जो राहुल द्रविड़ को बनाती हैं बेकार कोच, सुधारनी ही होंगी ये गलतियां

वो 3 कमियां जो राहुल द्रविड़ को बनाती हैं बेकार कोच, सुधारनी ही होंगी ये गलतियां
Indian Crickete Team Head Coach Rahul Dravid: द्रविड़ जब भारतीय टीम से खेला करते तो हमेशा एक डिफेंसिव और सुरक्षित बल्लेबाज माने जाते, उनकी कोचिंग में भी यही स्टाइल झलकता है। अब यह अंदाज भारतीय टीम पर भारी पड़ रहा है। एग्रेसिव अप्रोच के बिना टीम का भला होता नहीं दिख रहा

Rahul Dravid Coach: वो 3 कमियां जो राहुल द्रविड़ को बनाती हैं बेकार कोच, सुधारनी ही होंगी ये गलतियां
जब पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप के बाद हेड कोच राहुल द्रविड़ ने टी-20 वर्ल्ड कप के बाद रवि शास्त्री की जगह ली थी तो उनसे काफी उम्मीदें थीं। शुरुआती दिन जरूर थोड़े आसान रहे। न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका को घरेलू सीरीज में हार मिली। मगर फिर डगर कठिन होती चली गईं। इंग्लैंड के खिलाफ रिशेड्यूल किया गया फाइनल टेस्ट। एशिया कप 2022, टी-20 वर्ल्ड कप में हार के बाद बांग्लादेश दौरे पर भी मुंह की खानी पड़ी। टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन को लेकर कप्तान रोहित शर्मा के अलावा कोच द्रविड़ की भी काफी आलोचना हो रही है। भारतीय क्रिकेट में क्या गलत हो रहा है इस बहस के बीच, हम टीम के हेड कोच के रूप में द्रविड़ की इन असफलताओं के पीछे तीन कारणों का विश्लेषण करते हैं।
​#1. कोर टीम को एक साथ रखने में असमर्थता
इसी कारण के चलते बीते कुछ साल में भारतीय टीम संघर्ष करते नजर आती है। बतौर कोच द्रविड़ अपनी कोर टीम तलाशने में ही असफल नजर आए। मानो वो जानते ही नहीं कि उनके मेन 11 खिलाड़ी कौन हैं, जो बड़े मैच में खेलेंगे। एक मैच में किसी को मौका देना तो अगले मुकाबले में उसे बाहर कर नए खिलाड़ी आजमाना, द्रविड़ को इस बुरी आदत से बचना होगा। खिलाड़ियों के एक कोर ग्रुप को एक साथ मैनेज न कर पाना ही उनकी असफलता का बड़ा कारण है।
​#2. कोई रोडमैप नहीं
आराम, वापसी, आराम, वापसी! बीते 6 महीने में भारतीय क्रिकेट टीम की यही कहानी रही है। यहां तक कि कई बड़े नाम हर दूसरी सीरीज में आराम कर रहे हैं। टी-20 वर्ल्ड कप के पहले से जारी ये जादू अब भी बदस्तूर जारी है। रोहित-विराट-राहुल को न्यूजीलैंड टूर पर आराम दे दिया गया। खुद कोच द्रविड़ भी छुट्टी मना रहे थे। वीवीएस लक्ष्मण ने उनकी जगह जिम्मेदारी संभाली। भारत की बी टीम न्यूजीलैंड से हार गई। बांग्लादेश दौरे पर सारे दिग्गज गए तो जरूर, लेकिन यहां भी मुंह की खानी पड़ी। रोहित-द्रविड़ कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट बिना किसी स्पष्ट रोडमैप के आगे बढ़ रहा है। पिछले कुछ महीनों में भारत को डेब्यू कराने वाले खिलाड़ियों की संख्या पर नजर रखना मुश्किल हो गया है। भारतीय क्रिकेट अभी बिना रिंगमास्टर के एक बड़े सर्कस की तरह लगता है।
​#3. प्लेयर्स को फिट नहीं रख पा रहे
टीम इंडिया के प्रमुख खिलाड़ी चोट और फिटनेस के चलते बडे़ टूर्नामेंट से बाहर हो रहे हैं। ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने एशिया कप के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भी पीठ की चोट के कारण टी-20 विश्व कप से बाहर रहे थे और अभी भी बाहर ही हैं। मोहम्मद शमी कोविड-19 से उबरने के बाद विश्व कप में खेले, लेकिन फिर से कंधे में जकड़न की समस्या से जूझ रहे हैं। बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज नहीं खेले और अब टेस्ट खेलना भी संदिग्ध है। इतना ही नहीं रोहित के साथ-साथ तेज गेंदबाज कुलदीप सेन और दीपक चाहर फिर फिटनेस से जूझ रहे हैं। द्रविड़ और रोहित को एनसीए के कोचों के साथ बैठना होगा और पता लगाना होगा कि इतने सारे खिलाड़ी चोटिल क्यों हो रहे हैं?

जान्हवी कपूर ने दिसंबर की ठंड में भी ला दी है गर्मी, कभी समंदर तो कभी मिट्टी में बिखेरी अदाएं

जान्हवी कपूर ने दिसंबर की ठंड में भी ला दी है गर्मी, कभी समंदर तो कभी मिट्टी में बिखेरी अदाएं
जान्हवी कपूर अक्सर अपने सोशल मीडिया पर कहर ढाने वाली तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने मालदीव से बला सी खूबसूरती बिखेरी है और सारी फोटोज इंस्टा पर शेयर किया है। जान्हवी अपनी अदाओं से सबको दीवाना बना रही हैं।

मालदीव में बढ़ गई है गर्मी

एक्ट्रेस जान्हवी कपूर ने इस हफ्ते की शुरुआत में मालदीव में चेक इन किया और उन्होंने अपने स्टाइल से सबको चौंका दिया। एक्ट्रेस अक्सर अपनी छुट्टी से तस्वीरें शेयर करती रही हैं। शुक्रवार की सुबह जान्हवी ने खतरनाक तस्वीरों का एक सेट पोस्ट किया, जिसमें उन्हें खूबसूरत व्यू का आनंद लेते हुए देखा जा सकता है। जान्हवी की ये बिकिनी फोटोज इंटरनेट पर भूचाल ला रही हैं।

बिना मेकअप लगीं शानदार

जान्हवी कपूर इस फोटो में बिना मेकअ के ही हैं लेकिन वो इस लुक में काफी खूबसूरत लग रही हैं।

जान्हवी का ग्रीन अवतार

जान्हवी ने एक नियॉन ग्रीन स्विमवियर चुना और वह बस खूबसूरत लग रही थीं, जान्हवी ने पोस्ट को कैप्शन दिया: ‘गंदे बाल, इंद्रधनुष आसमान, एक समंदर और नमकीन हवाएं।’

24 घंटे मजेदार थे

जान्हवी ने गुरुवार को भी अपनी छुट्टी से तस्वीरों का एक सेट शेयर किया, जिसने मालदीव में उनके दिन को खास बनाया। जान्हवी कपूर ने कैप्शन में लिखा, ‘पिछले 24 घंटे मजेदार थे।’

रील्स के लिए फेमस जान्हवी

जाह्नवी कपूर के आगे का शेड्यूल बेहद व्यस्त है, लेकिन वो कुछ समय निकाल लेती हैं और अपने इंस्टाफ़ैम के लिए मजेदार रील शेयर करना कभी नहीं भूलतीं।

इन फिल्मों में जान्हवी कपूर

वर्कफ्रंट पर जान्हवी कपूर को आखिरी बार थ्रिलर ‘मिली’ में देखा गया था। वह रूही, गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल, घोस्ट स्टोरीज और गुडलक जेरी जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं।

मिट्टी में बनीं हुस्नपरी

इस फोटो में जान्हवी कपूर मिट्टी में खड़ी नजर आ रही हैं। इसमें जान्हवी की खूबसूरती बहुत नैचुरल लग रही है।

बेस्ट बॉडी

जान्हवी कपूर अपने बॉडी शेप के लिए भी जानी जाती हैं। वो फिटनेट को बहुत फॉलो करती हैं और साथ ही वो अपना रूटीन भी अच्छे से फॉलो करती हैं।

पपाराजी की फेवरेट

जान्हवी कपूर पपाराजी की फेवरेट हैं। ऐसा कभी नहीं होता कि वो किसी को भी इग्नोर करके चली जाएं। वो हमेशा मीडिया को ग्रीट करती हैं।

ये लुक खूब चर्चे में

ये जान्हवी की एक और फोटो है, जिसमें वो मल्टीकलर मोनोकिनी में नजर आ रही हैं, साथ मे ंउन्होंने एक हैट भी लिया है। उनका ये लुक काफी चर्चे में है।

प्यार में डूबे विक्की और कटरीना, पतिदेव की बाहों में इस कदर लिपटीं कैट

प्यार में डूबे विक्की और कटरीना, पतिदेव की बाहों में इस कदर लिपटीं कैट
आज यानी 9 दिसंबर को विक्की कौशल और कटरीना कैफ अपनी पहली वेडिंग एनिवर्सरी मना रहे हैं। दोनों ने अपनी शादी से अनदेखी तस्वीरें तो पोस्ट की ही हैं, साथ ही कुछ और रोमांटिक फोटो भी दिखाई है, जिसे देखकर उनके फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं है।

कटरीना कैफ विक्की कौशल

हाइलाइट्सपहली वेडिंग एनिवर्सरी पर विक्की-कटरीना पर चढ़ा प्यार का खुमार
पतिदेव की बाहों में लिपटी दिखीं कैटरीना कैफ
विक्की कौशल-कटरीना कैफ की शादी की अनदेखी तस्वीरें
एक साल हो गया है! क्या आप इस पर विश्वास कर सकते हैं कि कटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी को पूरे एक साल हो गए हैं? इस बार भी, पिछले साल से ही उनके फैंस कटरीना कैफ और विक्की कौशल को उनकी शादी से कुछ और तस्वीरों को देखने का इंतजार कर रहे थे। हालांकि आज दोनों अपनी पहली वेडिंग एनिवर्सरी मना रहे हैं और दोनों ने ही एक-दूसरे को खास अंदाज में विश किया है। देखा जाए तो दोनों पहले से ही अपनी शादी की पहली सालगिरह मना रहे हैं। 9 दिसंबर को कटरीना और विक्की ने अपनी शादी की अनदेखी तस्वीरें शेयर कीं और हम सभी को मदहोश कर दिया।

वेडिंग एनिवर्सरी पर विक्की-कटरीना की फोटोजकटरीना कैफ और विक्की कौशल (Vicky Kaushal) 9 दिसंबर को अपनी पहली शादी की सालगिरह मना रहे हैं। दोनों ने अपनी राजस्थान शादी से अनदेखी तस्वीरें शेयर कीं और हम सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अपनी शादी की एक तस्वीर और दो और यादगार पलों को शेयर करते हुए कटरीना ने लिखा, ‘माई रे ऑफ़ लाइट हैप्पी वन ईयर।’

ताउम्र प्यार का वादाविक्की ने कुछ रोमांटिक फोटोज को शेयर करते हुए लिखा, ‘समय उड़ता है… लेकिन यह आपके साथ सबसे जादुई तरीके से उड़ता है मेरे प्यार। शादी के एक साल पूरे होने की शुभकामनाएं। मैं आपको उससे कहीं अधिक प्यार करता हूं जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं!’

एनिवर्सरी मनाने साथ में हैं विक्की-कटरीनाकटरीना कैफ और विक्की कौशल 9 दिसंबर को अपनी शादी की पहली सालगिरह मनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उसी से पहले, कपल अपने खास दिन को एक साथ मनाने के लिए एक हिल स्टेशन के लिए रवाना हो गए हैं। कटरीना ने इंस्टाग्राम पर फ्लोरल स्वेटर पहने हुए अपनी कई तस्वीरें पोस्ट कीं, जिन्हें उन्होंने डेनिम के साथ पेयर किया था। उसी को पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि तस्वीरें विक्की ने क्लिक की थीं। उनके कैप्शन में लिखा है, ‘पहाड़ों में (कैमरा इमोजी): पति (एसआईसी)।’

कटरीना का शादी वाला पोस्ट9 दिसंबर, 2021 की रात को कटरीना कैफ और विक्की कौशल ने अपनी शादी की आधिकारिक तस्वीरें पोस्ट की थीं। इसे शेयर करते हुए नवविवाहित दुल्हन ने लिखा, ‘हमें इस पल तक लाने वाली हर चीज के लिए हमारे दिलों में केवल प्यार और आभार है। हम इस नई यात्रा को एक साथ शुरू करने के लिए आप सभी के प्यार और आशीर्वाद की कामना करते हैं।’

आजादी के बाद 20 बार हुए चुनाव, 52% मुस्लिम वाले रामपुर ने पहली बार चुना हिंदू विधायक

आजादी के बाद 20 बार हुए चुनाव, 52% मुस्लिम वाले रामपुर ने पहली बार चुना हिंदू विधायक
Rampur By Election 2022: भगवान राम के नाम वाले रामपुर में पहली बार कोई हिंदू विधायक बना है। साल 1952 से चले आ रहे सिलसिलें में अब तक यहां 20 बार चुनाव हो चुके हैं। इनमें से 10 बार तो अकेले आजम खान चुनाव जीतकर विधायक बने। इस बार आकाश सक्‍सेना ने उनके गढ़ को चकनाचूक कर दिया है।

रामपुर में पहली बार बना हिंदू विधायक

हाइलाइट्सरामपुर उपचुनाव में बीजेपी ने सपा को हराया
आकाश सक्सेना रामपुर के पहले हिंदू विधायक
आकाश सक्सेना ने एसपी के आसिम रजा को हरायारामपुरः उत्तर प्रदेश के एक लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। मैनपुरी और खतौली की सीट जहां समाजवादी पार्टी के खाते में गई है। वहीं पार्टी के सबसे मजबूत किले के रूप में पहचानी जाने वाली रामपुर की विधानसभा सीट पर पहली बार भगवा लहराया है। भारतीय जनता पार्टी ने यहां समाजवादी पार्टी को आखिरकार पटखनी दे दी है। बीजेपी के आकाश सक्सेना ने इस जीत के साथ न सिर्फ पहली बार यूपी की विधानसभा में अपना मार्ग प्रशस्त किया है बल्कि भगवान राम के नाम वाले रामपुर में पहले हिंदू विधायक के तौर पर अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। साल 1952 से रामपुर में हो रहे चुनाव में पहली बार किसी हिंदू प्रत्याशी को जीत मिली है।

रामपुर में आजम खान के प्रत्याशी आसिम रजा को हराने वाले आकाश सक्सेना वही शख्स हैं, जिन्होंने आजम खान के खिलाफ न सिर्फ कानूनी लड़ाई लड़ी बल्कि उन्हें इलाके की सत्ता से बेदखल करने में भी अहम भूमिका निभाई। रामपुर के नवाब परिवार से गहरी प्रतिद्वंदिता होने के बावजूद आजम खान को रामपुर में हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा माना जाता था। हालांकि, अब भी यह पराजय सीधे तौर पर आजम खान की नहीं है। जब भी आजम खान यहां प्रत्याशी नहीं रहे हैं, तब-तब चुनाव में विपक्षी उम्मीदवारों का पक्ष ज्यादा मजबूत हुआ है।

52 प्रतिशत मुस्लिम आबादी
देश में सर्वाधिक मुस्लिम बहुल जिला रामपुर ही है जहां 52 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है और बाकी की आबादी हिंदूओं की अगड़ी और पिछड़ी जातियों में बंटी हुई है। यहां हिंदू समुदाय के लोग अल्पसंख्यकों में आते हैं। रामपुर को पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाली जिला कहा जाता है, जो यहां के राजनीतिक मायनों को दिखाता है।

चुनाव आयोग पर उठे सवाल
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, आकाश सक्सेना ने 33 हजार 702 मतों के अंतर से सपा के उम्मीदवार आसिम रजा को हराया है। चुनाव को लेकर सपा की ओर से प्रशासन पर कई गंभीर आरोप भी लगाए गए। रजा ने ही दावा किया था कि पुलिस के बल पर ढाई लाख लोगों को वोट नहीं देने दिया गया। इससे पहले आजम खान भी यह शिकायत कर चुके हैं कि रामपुर में चुनाव हो ही नहीं रहा है बल्कि प्रशासन पूरी तरह से बीजेपी को जीत दिलाने के अभियान पर काम कर रही है। उपचुनाव में बेहद कम वोटिंग के बाद सपा नेता रामगोपाल ने भी मतगणना से एक दिन पहले चुनाव आयोग से अपील की थी कि चुनाव रद्द कराकर दोबारा कराए जाएं। अखिलेश यादव ने मैनपुरी की जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि रामपुर में फेयर इलेक्शन होते तो वहां सपा की सबसे बड़ी जीत होती।

हालांकि, सपा के इन आरोपों को लेकर चुनाव आयोग की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। आकाश सक्सेना रामपुर सीट से विजेता हैं। वह पहले हिंदू हैं जो इस सीट से विधायक बने हैं। मुस्लिम बहुल आबादी वाले रामपुर में मुसलमानों को साधने के लिए बीजेपी ने काफी कवायद की थी। पार्टी की पसमांदा नीति की सबसे बड़ी प्रयोगशाला के तौर पर भी रामपुर को माना गया। इससे पहले लोकसभा के लिए हुए उपचुनाव में इसी साल बीजेपी ने आजम के प्रत्याशी को हराया था और दावा किया था कि रामपुर में आजम खान का दबदबा खत्म हो गया है।

रामपुर में अब तक बने थे सिर्फ मुस्लिम विधायक
राम हिंदुओं के प्रमुख देवता के रूप में पूजे जाते हैं। हाल के कुछ दशकों से भगवान राम के राजनैतिक इस्तेमाल की परंपरा चली है। इन्हीं भगवान के नाम से जिस शहर का नाम रामपुर है, वहां अब तक कोई हिंदू विधायक नहीं बन पाया था। मुस्लिम बहुल आबादी थी तो यहां सबसे पहला चुनाव जीतने वाली कांग्रेस ने उम्मीदवार भी मुस्लिम फजलुल हक को बनाया। साल 1952 में वह यहां से विधायक बने। इसके बाद यहां की राजनीति में नवाब परिवार की भी एंट्री हुई और लंबे समय तक उनका भी दबदबा रहा।

साल 1957 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर असलम खान रामपुर से विधायक बने। कांग्रेस ने 1962 में इस सीट पर वापसी की तो बेगम किश्वर आरा विधायक बनीं। 1967 में यह सीट स्वतंत्र पार्टी के खाते में रही। अख्तर अली खां ने पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की। इसके बाद कांग्रेस ने जबर्दस्त वापसी की और मंजूर अली खान के नेतृत्व में 1969, 1974 और 1977 में भी चुनाव जीत लिया। 1977 का चुनाव आपातकाल के बाद कांग्रेस विरोधी सियासी माहौल में लड़ा गया था। ऐसे में मंजूर अली खां की इस सीट पर पकड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ऐसी परिस्थिति में भी वह चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीते। जिस प्रत्याशी को उन्होंने हराया था, वह भी कोई आम शख्स नहीं था।

1877 में शुरू हुआ आजम युग
साल 1977 में आपातकाल विरोधी आंदोलन में जेल गए आजम खान एक मामूली हैसियत के प्रत्याशी थे, जिनके सामने मंजूर अली खां जैसी कद्दावर शख्सियत थी। वह चुनाव हार गए लेकिन साल 1980 में जनता पार्टी (एस) से चुनाव लड़ते हुए आजम ने रामपुर में पहली बार जीत हासिल की। इस जीत से इलाके में उनके दबदबे की कहानी शुरू होती है। इसके बाद पार्टियां बदलीं लेकिन रामपुर का विधायक नहीं बदला। साल 1985 में लोकदल, 1989 में जनता दल, 1991 में जनता पार्टी और 1993 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर आजम ने ताल ठोकी और लगातार विधायक बनते रहे।

साल 1996 में इस सीट पर कांग्रेस ने आजम की जीत का सिलसिला तोड़ा। अफरोज अली खां चुनाव जीते और विधायक बने। 2002 में आजम ने वापसी की और सपा के टिकट पर साल 2017 तक लगातार विधायक बने रहे। 2019 में लोकसभा में जाने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी तंजीन फात्मा को रामपुर से विधानसभा का चुनाव लड़वाया और वह भी चुनाव जीतीं। साल 2022 में आजम फिर अपनी सीट पर वापस आ गए लेकिन एमपी-एमएल कोर्ट ने उन्हें भड़काऊ भाषण के एक मामले में दोषी करार दे दिया, जिसके बाद उनकी विधायकी चली गई। उपचुनाव हुए और रामपुर में आजम युग को एक बड़ा धक्का लगा। बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर जीत दर्ज की। पहली बार कोई हिंदू (आकाश सक्सेना) रामपुर से विधायक बना।

भगवान राम के नाम पर बसा है रामपुर?
रामपुर के नाम में भगवान राम का नाम आता है। रामायण की कोई कहानी इस जगह से नहीं जुड़ती। राम से रामपुर के सिर्फ दो ही कनेक्शन हैं। एक यह कि उसके नाम में राम आता है। दूसरा यह कि दुनिया की अकेली रामायण की किताब रामपुर की रजा लाइब्रेरी में है, जिसकी शुरुआत पवित्र कुरआन की पहली आयत से होती है। इस किताब को 300 साल पहले सुमेर चंद ने लिखा था, जो वाल्मीकि रामायण का फारसी में अनुवाद है। इस फारसी रामायण की शुरुआत बिल्मिल्लाह-उर-रहमान-ओ-रहीम से होती है। बाद में प्रोफेसर शाह अब्दुस्सलाम और वकारुल हसन ने इस रामयाण का हिंदी अनुवाद भी किया।

क्यों कहते हैं इसे रामपुर
रामपुर रियासत के राजनैतिक इसिहास के बारे में प्रमाणिक जानकारी कम ही है। कहा जाता है कि नवाब फैजुल्ला खां रामपुर रियासत का पहला शासक था लेकिन इससे पहले यहां कठेरिया वंश के राजा राम सिंह की रियासत थी। साल 1626 के आसपास पूजा करते हुए धोखे से राजा राम सिंह की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद यह रियासत तत्कालीन मुगल बादशाह शाहजहां के सेनापति रुस्तम खां के हाथ में आ गई। रुस्तम खां ने इस जीते हुए नगर का नाम अपने नाम पर रुस्तम नगर रख दिया था लेकिन जब वह शाहजहां के दरबार में पेश हुए तो खुशामद में उसने जीती हुई रियासत को उनके बेटे मुराद के नाम पर मुरादाबाद बता दिया।

अनुमान है कि बाद में यह मुरादाबाद रियासत युद्ध आदि में छिन्न भिन्न हो गई और इसका एक हिस्सा तो मुरादाबाद के रूप में बरकरार रहा लेकिन जिस इलाके में राजा राम सिंह का शासन रहा था, उसे रामपुर के नाम से जाना जाने लगा। बाद में जब अफगान लड़ाकों का इस रियासत पर कब्जा हुआ तो उन्होंने इसका नाम बदलने की कोशिश की लेकिन रामपुर अपनी लोकप्रियता में इतना मजबूत हो गया था कि इसमें बदलाव संभव नहीं हो सका। तबसे यह रामपुर के नाम से ही जाना जाता है।

गुजरात में 12 दिसंबर को शपथ ग्रहण, हिमाचल में आज 3 बजे होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक

गुजरात में 12 दिसंबर को शपथ ग्रहण, हिमाचल में आज 3 बजे होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक

Himachal CM Candidate हिमाचल में मुख्यमंत्री पद की रेस में फिलहाल प्रतिभा सिंह को सबसे आगे माना जा रहा है। वहीं पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री को भी मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस पार्टी आज मुख्यमंत्री पर फैसला कर सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक शिमला में सभी नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों को इकट्ठा होने के लिए कहा गया है। शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज 3 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में होगी। इस बैठक में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला, पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा भी मौजूद रहेंगे।

गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ 12 दिसंबर को

इधर गुजरात भाजपा के अध्यक्ष पाटिल ने कहा है कि भूपेंद्र पटेल राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। 12 दिसंबर को भूपेंद्र पटेल शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।

सीएम पद के लिए प्रतिभा सिंह प्रमुख दावेदार

हिमाचल में मुख्यमंत्री पद की रेस में फिलहाल प्रतिभा सिंह को सबसे आगे माना जा रहा है। वहीं पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री को भी मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है। गौरतलब है कि हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला ने गुरुवार को संकेत दे दिया था कि शुक्रवार को ही पार्टी विधायक दल की बैठक में तय कर सकती है कि हिमाचल प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।

हिमाचल में 5 साल बाद फिर कांग्रेस की वापसी

विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद हिमाचल में 5 साल बाद एक बार फिर कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई है। 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने सत्ता विरोधी लहर पर सवार होकर 40 सीटें जीतीं हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी 25 सीटों पर सिमट गई है। 3 निर्दलीयों ने जीत हासिल की है। वहीं आम आदमी पार्टी हिमाचल में खाता खोलने में नाकाम रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान से म.प्र. प्रशासनिक सेवा संघ के पदाधिकारियों ने की भेंट

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से मध्यप्रदेश प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष श्री जी.पी. माली के नेतृत्व में संघ के प्रतिनिधियों ने भेंट कर राज्य प्रशासनिक सेवा संवर्ग की मांगों पर सहृदयतापूर्वक विचार करने का अनुरोध किया। संघ ने राज्य प्रशासनिक सेवा संवर्ग के सुदृढ़ीकरण के लिए सुझाव प्रस्तुत किए हैं। संघ द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की पदस्थापना राज्य शासन स्तर से किए जाने, अपर कलेक्टर के पद पर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को पदस्थ करने आदि मांगों पर विचार करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री निवास समत्व भवन में भेंट के दौरान संघ की प्रभारी महा सचिव सुश्री किरण गुप्ता, सर्वश्री संजय श्रीवास्तव, राजेश गुप्ता, श्री पी.सी. शाक्य, अरुण सिंह, आकाश श्रीवास्तव, क्षितिज शर्मा, जमील खान और कमल सोलंकी उपस्थित थे।

नगरों के विकास की सम्पूर्ण रूपरेखा बन रही है, विकास पर 20 हजार करोड़ खर्च करेंगे : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में ग्रामों की तरह नगरों के विकास की सम्पूर्ण रूपरेखा बन रही है। हाल ही में हुए पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन की तरह नगरीय निकाय के प्रतिनिधियों का राज्य स्तरीय सम्मेलन किया जायेगा। प्रदेश के नगरों के विकास पर लगभग 20 हजार करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे। सभी 413 नगरों में पुरानी अवैध कॉलोनियों को नाममात्र की राशि लेकर वैध किया जायेगा। मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना में पात्र व्यक्तियों को पट्टे दिये जायेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि नियम और प्रक्रिया जनता की सहूलियत के लिये है, काम रोकने के लिये नहीं। जनता के कार्य बिना किसी रुकावट के किये जायें। किसानों को खाद वितरण के लिये अधिक केन्द्र बनाये जायें। जो किसान डिफाल्टर हैं, उन्हें भी नगद राशि देने पर सोसायटी कार्यालय से खाद दिया जाये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंदसौर गौरव दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर ही 1500 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभ वितरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदसौर के विकास में अमूल्य योगदान देने वाली हस्तियों श्रीमती निर्मला कनोसिया, श्रीमती अनामिका जैन और डॉ. विजय शंकर मिश्र को शॉल-श्रीफल, स्मृति-चिन्ह और प्रशंसा-पत्र प्रदान कर “दशपुर रत्न” से सम्मानित किया। इसके पूर्व उन्होंने तेलिया तालाब के पास मंदसौर के गौरव सम्राट यशोवर्धन की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वर्चुअल माध्यम से मोहना नगर परिषद की प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों श्रीमती मीना बाई, हनुमना के प्रधानमंत्री आवास के हितग्राही श्री संगम लाल और बालाघाट के प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के हितग्राही श्री अनिल कुमार से संवाद किया और शुभकामनाएँ दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सम्राट यशोवर्धन ने मंदसौर और मालवा के विकास में अपना अमूल्य योगदान दिया है। वे वीर और पराक्रमी थे। उन्होंने विदेशी आक्रांता हूणों को परास्त किया था। उनके नाम पर मंदसौर गौरव दिवस मनाया जाना हम सबके लिये गौरव का विषय है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री महाकाल लोक उज्जैन की तरह ही पशुपतिनाथ मंदिर के पास भी भव्य परिसर विकसित किया जायेगा। श्री पशुपतिनाथ मंदिर के विकास में बाबू शिवदास अग्रवाल, प्रतीकानंद महाराज और मस्तराम महाराज का अमूल्य योगदान रहा है। मंदसौर में शिवना नदी के शुद्धिकरण पर 28 करोड़ 91 लाख रूपये व्यय किये जायेंगे। गाँधी सागर समूह जल-प्रदाय योजना से मंदसौर जिले के 629 गाँव और रतलाम जिले के 191 गाँव में पाइप लाइन से घर तक नल से जल पहुँचाया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में मंदसौर जिले में विभिन्न योजनाओ के एक लाख 10 हजार हितग्राहियों का चयन किया गया है, जिन्हें स्वीकृति-पत्र शीघ्र ही वितरित किये जायेंगे। मंदसौर में 34 करोड़ रूपये की लागत से सीएम राइज स्कूल बनाया जा रहा है, जो निजी स्कूलों से बेहतर होगा। यहाँ विश्व स्तरीय शिक्षा दी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में प्रारंभ की गई है। बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत एवं अधिक अंक लाने वालों को लेपटॉप दिये जा रहे हैं। उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार भर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को पर्यावरण बचाने, शुभ अवसरों पर पौधे लगाने, पानी बचाने, हर बच्चे को स्कूल भिजवाने और गाँव-शहर को नशामुक्त बनाने का संकल्प दिलाया।

सचमुच में अदभुत है मंदसौर

      मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंदसौर सचमुच अद्भुत नगर है। जहाँ एक ओर यहाँ भगवान पशुपति नाथ का मंदिर है, वहीं यह नगर सम्राट यशोवर्धन जैसे शूर और वीर के नाम से जाना जाता है। आज उनकी प्रतिमा का यहाँ लोकार्पण हुआ है। प्रतिमा निर्माण और स्थापना से जुड़े सभी लोगों को मैं बधाई और शुभकामनाएँ देता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदसौर के व्यंजन भी अपनी अलग पहचान रखते हैं। यहाँ का नमकीन, दाल बाटी, अफीम की भाजी, लहसुन की चटनी, गुप्ता जी की कचोरी, पोस्ता दाने का हलुआ, नलवाय का लच्छा पा, भजिये की दुकान और पाव बड़े काफी फेमस है। आज मैं अपने साथ यहाँ की कचोरी साथ ले जाऊँगा और हेलीकाप्टर में खाऊँगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदसौर के गौरव दिवस पर दी अनेक सौगातें

     मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंदसौर के गौरव दिवस पर 1512 करोड़ रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और 10 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के हितग्राहियों के खाते में आवास निर्माण के लिए 400 करोड़ रूपये की किश्त का सिंगल क्लिक से अंतरण किया। साथ ही इसी योजना में 50 हजार हितग्राहियों को गृह प्रवेश और 51 हजार हितग्राहियों के आवासों का भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने आवास योजना के 5 हितग्राहियों को उनके आवास की चाबी सौंपी।

     मुख्यमंत्री ने पीएम स्वनिधि योजना के प्रथम चरण के डेढ़ लाख हितग्राहियों को 10-10 हजार रूपये, द्वितीय चरण के एक लाख हितग्राहियों को 20-20 हजार रूपये का ऋण वितरण और योजना के तृतीय चरण का शुभारंभ कर 2 स्ट्रीट वेंडर को 50-50 हजार रूपये का ऋण वितरित किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 2891 लाख रूपये की लागत के शिवना नदी शुद्धिकरण, 1462 करोड़ 49 लाख रूपये की लागत की गांधी सागर-1 समूह जल-प्रदाय योजना, 325 लाख 44 हजार रूपये की लागत से मंदसौर नगर में सेंट्रल लाइटिंग कार्य, 750 लाख रूपये की लागत के जिला चिकित्सालय मंदसौर के 100 बिस्तरीय वार्ड, 221 लाख 78 हजार रूपये की लागत के रतलाम-नसीराबाद मार्ग के डामरीकरण, 41 लाख 26 हजार रूपये की लागत के पशुपतिनाथ पहुँच मार्ग और 18 करोड़ रूपये की लागत के मंदसौर नगर में नवीन पम्प हाउस के निर्माण का भूमि-पूजन किया।

     मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 640 लाख 27 हजार रूपये की लागत के संयुक्त तहसील कार्यालय भवन मंदसौर और 385 लाख 37 हजार रूपये की लागत के 100 सीटर बालक छात्रावास मंदसौर का लोकार्पण किया। साथ ही मंदसौर के तेलिया तालाब के निकट सम्राट यशोवर्धन की प्रतिमा का अनावरण कर स्वागत द्वार का लोकार्पण भी किया।

कैलेण्डर एवं पुस्तक का विमोचन

     मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदसौर जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा मंदसौर नगर पर केन्द्रित वर्ष 2023 का कैलेण्डर और दिव्य दशपुर एवं दशपुर जनपद संस्कृति पुस्तक का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों एवं स्व-सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन कर प्रतिभागियों से चर्चा भी की।

वाणिज्य कर, वित्त, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। स्वागत भाषण नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर ने दिया और आभार प्रदर्शन जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा पाटीदार ने किया।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के लिये कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वे सुबह 6 बजे से रात 2 बजे तक निरंतर कार्य करते हैं। उन्हें इतना कार्य करने की शक्ति और प्रेरणा जनता के स्नेह और दुआओं से मिलती है। मंदसौर विधायक श्री यशपाल सिसोदिया ने मंदसौर जिले को एक साथ इतनी सौगातें देने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार माना। उन्होंने श्री महाकाल लोक की तरह ही श्री पशुपतिनाथ परिसर के विकास की माँग रखी।

मंदसौर गौरव दिवस पर निकला भव्य चल समारोह

मंदसौर गौरव दिवस पर नगर में विशाल और भव्य चल समारोह निकाला, जो नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए कार्यक्रम स्थल शासकीय महाविद्यालय के खेल मैदान पहुँचा। चल समारोह में बड़ी संख्या में नगर के जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि सहित मीडिया प्रतिनिधि भी शामिल हुए। चल समारोह में यशोधर्मन राज दरबार की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। नासिक के ढोल, तासे, घोड़े एवं ऊँट ने चल समारोह की शोभा बढ़ायी। चल समारोह का जगह-जगज भव्य स्वागत भी किया गया।

गौठानों द्वारा खुद की जमा पूंजी से गोबर खरीदना, गोधन न्याय योजना की सफलता: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

गौठानों द्वारा खुद की जमा पूंजी से गोबर खरीदना, गोधन न्याय योजना की सफलता: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

प्रदेश के आधे से अधिक गौठान स्वयं के संसाधनों से खरीद रहे हैं गोबर

मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में योजना की 57वीं किस्त के रूप में किया 7.83 करोड़ रूपए का ऑनलाईन अंतरण

गोबर विक्रेता पशुपालकों, ग्रामीणों को योजना की शुरूआत से अब तक 188.45 करोड़ रूपए का भुगतान

’गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ में प्रदेश के युवाओं और महिलाओं की होगी महत्वपूर्ण भूमिका

आने वाले समय में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनेंगे मजबूत ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गौठानों द्वारा खुद की जमा पूंजी से गोबर खरीदना गोधन न्याय योजना की बड़ी सफलता है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के आधे से अधिक गौठान स्वयं के संसाधनों से गोबर की खरीदी कर रहे हैं। राज्य शासन को इन गौठानों को गोबर खरीदने के लिए राशि देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई 4.62 करोड़ रुपए की राशि में से 4270 स्वावलंबी गौठानों द्वारा 2.88 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया तथा कृषि विभाग द्वारा 1.74 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। पिछले पखवाड़े में गोबर खरीदी के लिए प्रदेश के स्वावलंबी गौठनों ने कृषि विभाग की तुलना में अधिक राशि का भुगतान किया है। स्वावलंबी गौठानों द्वारा अब तक अपने संसाधनों से 29.61 करोड़ रूपए की राशि से गोबर की खरीदी की गई है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को राशि के अंतरण के लिए आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में हितग्राहियों को 7 करोड़ 83 लाख रूपए का ऑनलाईन भुगतान किया। इस राशि में 16 नवम्बर से 30 नवम्बर तक गौठानों में गोबर विक्रेता पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए गोबर के एवज में उनके खाते में 4 करोड़ 62 लाख रूपए की राशि ऑन लाईन अंतरित की। इसी प्रकार गौठान समितियों को एक करोड़ 28 लाख रुपए तथा महिला समूहों के खाते में एक करोड़ 93 लाख रूपए की लाभांश राशि अंतरित की गई। कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ.कमलप्रीत सिंह, गोधन न्याय मिशन के प्रबंध संचालक डॉ. अय्याज तम्बोली, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मिशन संचालक श्री अवनीश शरण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव श्री गौरव कुमार सिंह भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
अधिक से अधिक गौठानों को उपलब्ध कराएं बेलर मशीन
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ’गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ में प्रदेश के युवाओं और महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। गौठानों में विकसित किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की गतिविधियों में युवाओं और महिलाओं को जोड़ा जा रहा है। इससे युवाओं और महिलाओं को रोजगार और आमदनी का अच्छा जरिया मिलेगा। श्री बघेल  ने कहा कि गौठानों में किसान स्वयं पैरादान कर रहे हैं। पैरादान के लिए किसानों को और अधिक प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जब गौठानों में पशुओं के लिए चारा और पानी की व्यवस्था होगी, तो पशु खेती और सड़कों के बजाय गौठानों में रहेंगे। उन्होंने प्रदेश के अधिक से अधिक गौठानों में पैरा के बंडल बनाने के लिए बेलर मशीन उपलब्ध कराने के प्रयास करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में ऐसे उत्पाद प्राथमिकता के आधार पर तैयार किए जाएं, जिनकी शासन को जरूरत है या जिनके मार्केट में अच्छी मांग है।
मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में बताया कि राजिम विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात के दौरान एक महिला ने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट के लिए उपयोग में आने वाली बोरियों में उन्होंने प्रिंटिंग का काम कर 4 लाख रूपए की कमाई की है। उन्होंने कहा कि अच्छे उत्पादों को तैयार करने के लिए युवाओं और महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के जरिए आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में एक मजबूत अर्थव्यवस्था खड़ी होगी, जो देश और दुनिया के लिए उदाहरण होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोबर खरीदी के एवज में भुगतान की जा रही राशि लगातार बढ़ रही है। लोग गौठानों से जुड़ रहे हैं, गोबर और वर्मी कम्पोस्ट का महत्व समझ रहे हैं। भंेट-मुलाकात के दौरान कुछ गौठान समितियांें ने स्वयं की राशि से आर्थिक गतिविधियों के लिए शेड बनाने की मांग की।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि प्रदेश में 11 हजार 252 गौठानों को स्वीकृति दी गई है, जिनमें से 9 हजार 619 गौठान निर्मित किए गए हैं, इनमें से ग्रामीण क्षेत्रो में 8440 गौठान निर्मित किए गए हैं। इन गौठानों में से 4270 गौठान स्वावलंबी हो गए हैं। गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन और वितरण का काम विभिन्न विभागों के समन्वय से किया जा रहा है। आने वाले समय में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन छत्तीसगढ़ में एक बड़ा अभियान बनेगा। उन्होंने कहा कि रीपा की गतिविधियांे को युवाओं को जोड़कर और अधिक बढ़ाया जाएगा।
गोधन न्याय मिशन के प्रबंध संचालक डॉ. अय्याज तम्बोली ने बताया कि गोबर खरीदी के एवज में गोधन न्याय योजना शुरू होने के बाद से अब तक 188.45 करोड़ रूपए तथा गौठान समितियों और महिला स्व सहायता समूहों को लाभांश की राशि के रूप में 170.05 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अब तक गौठानों में 19.82 लाख क्ंिवटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है। इसमें से 16.24 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया जा चुका है। डॉ. तम्बोली ने बताया कि गौठानों में अब तक पैरादान से 2.25 लाख क्ंिवटल पैरा मिला है।

योजनाओं के क्रियान्वयन में जनता का संतोष हमारी प्राथमिकता- मुख्यमंत्री श्री चौहान

 

शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में जनता का संतोष हमारी प्राथमिकता- मुख्यमंत्री श्री चौहान

निर्माण-कार्यों की गुणवत्ता के प्रति सतर्क रहना आवश्यक
जन-प्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारी मिलकर बनाएंगे हरदा को आदर्श जिला
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की हरदा जिले की वर्चुअल समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-कल्याणकारी योजनाओं और विकास गतिविधियों का संचालन पारदर्शिता के साथ समय-सीमा में किया जाए। निर्माण-कार्यों में गुणवत्ता के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है। शासकीय गतिविधियों के क्रियान्वयन में अधिकारी-कर्मचारियों के साथ जन-प्रतिनिधि भी सक्रिय भूमिका निभाएँ और जन-सामान्य से निरंतर संवाद में रहें। शासकीय कार्यों के प्रति जनता में संतोष का भाव सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान हरदा जिले में संचालित जन-कल्याणकारी योजनाओं, विकास गतिविधियों और कानून-व्यवस्था की निवास कार्यालय से वर्चुअली समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। जल संसाधन तथा हरदा जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, सांसद श्री दुर्गादास उईके, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव, कलेक्टर हरदा तथा अन्य अधिकारी हरदा से वर्चुअली जुड़े।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हरदा जिले को सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में आदर्श जिला बनाना है। जिले में शत-प्रतिशत सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। जल ज्योर्तिर्मय शिविरों का आयोजन, साइबर सखी योजना, गोंडी एवं कोरकू में पाठ्यक्रम सामग्री विकसित करने, क्लस्टर क्रेडिट केम्प के नवाचार सराहनीय है। आँगनवाड़ियों का संचालन संतोषजनक है। अधिकारी-कर्मचारी तथा जन-प्रतिनिधि समन्वित रूप से प्रयास करते हुए जिले में ऐसी प्रक्रियाएँ स्थापित करें जिसका अन्य जिले भी अनुसरण करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन में संचालित गतिविधियों की प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। खोदी गई सड़कों के रि-स्टोरेशन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए तथा पानी की संतोषजनक आपूर्ति सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिशन के कार्यों की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि प्रधानमंत्री आवास योजना में आवासों का निर्माण समय पर हो और किश्त जारी करने में बेईमानी या भ्रष्टाचार न हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संभागायुक्त नर्मदापुरम को हरदा जिले में ग्रामीण यांत्रिकी विभाग की जाँच के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रतिमाह जिले में होने वाले रोजगार दिवस के लिए लक्ष्य तय कर बैंकों से समन्वय करते हुए अधिक से अधिक युवाओं को स्व-रोजगार तथा रोजगार से जोड़ने के लिए कार्य-योजना विकसित की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-सेवा अभियान, अमृत सरोवर योजना, राशन वितरण, आयुष्मान कार्ड, आँगनवाड़ियों का संचालन, पोषण आहार वितरण, सड़कों की स्थिति, विद्युत व्यवस्था, उर्वरक वितरण तथा सिंचाई व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्युत व्यवस्था तथा सड़कों की स्थिति सुधारने के निर्देश भी दिए।

जानकारी दी गई कि जल जीवन मिशन में 280 ग्रामों में योजनाएँ स्वीकृत की गई हैं। इनमें से 79 में कार्य पूर्ण कर लिया गया है। प्रधानमंत्री आवास (शहरी) में 9109 आवास के लक्ष्य के विरुद्ध 6 हजार आवास पूर्ण कर लिए गए हैं। आवास प्लस में स्वीकृत 5632 आवासों में से 30 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। कार्य में विलम्ब के कारण 5 कर्मचारियों के विरुद्ध एफआईआर की गई है। मॉनिटरिंग के लिए जनपद में वार्ड वार जिला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अमृत सरोवर योजना में 75 में से 36 सरोवर पूर्ण कर लिए गए हैं। सरोवर के सौंदर्यीकरण के साथ मछली पालन और सिंघाड़ा उत्पादन को भी जोड़ा गया है। एक जिला-एक उत्पाद में बाँस उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग के लिए आईआईएम इन्दौर के विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है। बताया गया कि नशीले पदार्थों के विरुद्ध कार्यवाही में एनडीपीएस के 28 प्रकरण दर्ज किए गए और 20 व्यक्तियों पर जिला बदर की कार्यवाही की गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले की कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान अवैध शराब और नशीले पदार्थों के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने  28 करोड़ 65 लाख रुपए के विकास कार्याें का भूमिपूजन एवं लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने  28 करोड़ 65 लाख रुपए के विकास कार्याें का भूमिपूजन एवं लोकार्पण

भूमिपूजन एवं लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान महासमुंद जिले के सरायपाली विधासनसभा क्षेत्र के दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल सरायपाली के ग्राम बलौदा एवं बसना के ग्राम भंवरपुर में आम जनता से भेंट मुलाकात की और राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी  ली।

इस दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सरायपाली विधानसभा क्षेत्र में 28 करोड़ 65 लाख 05 हजार रुपए के विकास कार्याें का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसमें 23 करोड़ 62 लाख 94 हजार रुपए के 29 कार्याें का भूमिपूजन और 5 करोड़ दो लाख 11 हजार रुपए के 15  कार्याें  का लोकार्पण शामिल है।

 भूमिपूजन में नवीन सड़क निर्माण, पुल-पुलिया, नया विश्राम गृह निर्माण और महाविद्यालय में अतिरिक्त कक्ष निर्माण आदि कार्य शामिल है। लोकार्पण कार्याें में स्कूल में आहता निर्माण, रंगमंच निर्माण, सी.सी. रोड, सामुदायिक भवन, तालाब में पचरी निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण आदि शामिल है।

निजी विश्वविद्यालय सामुदायिक सेवा के लिए हर वर्ष 5-5 गाँव गोद लें : राज्यपाल श्री पटेल

 

शासकीय और निजी विश्वविद्यालय सामुदायिक सेवा के लिए हर वर्ष 5-5 गाँव गोद लें : राज्यपाल श्री पटेल

विश्वविद्यालय अधिनियमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति अनुरूप संशोधन करें
राज्यपाल श्री पटेल ने समन्वय समिति की बैठक ली

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सभी निजी और शासकीय विश्वविद्यालय अधिक से अधिक रोजगारमूलक पाठ्यक्रम संचालित करें। पाठ्यक्रमों की उच्च गुणवत्ता के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए।  उन्होंने कहा कि  दीक्षांत समारोह में निजी कंपनी और उद्योगों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए। कुलपति का नाम कुलगुरू किए जाने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्यपाल श्री पटेल राजभवन के सांदीपनि सभागार में समन्वय समिति की 100 वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे।  

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि शासकीय और निजी विश्वविद्यालय हर वर्ष 5-5 गाँव गोद लेकर स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामुदायिक सेवा के कार्यों का संचालन करें। राष्ट्रीय सेवा योजना और सामुदायिक सेवा के कार्यों के समान ही रेडक्रॉस सोसायटी के साथ समन्वय कर, मानवता की सेवा के कार्यों में योगदान दें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा युवाओं को जमीन से जुड़े रहते हुए अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम बनने का अवसर दिया है। नीति के प्रभावी और एकीकृत क्रियान्वयन के लिए विश्वविद्यालय अधिनियमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप संशोधन का कार्य समय-सीमा में पूरा किया जाए। निजी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति, कुलपति और गवर्निंग कॉउन्सिल में अधिकारियों के समय-सीमा में नामांकन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। आवश्यक होने पर प्रक्रिया और नियमों में संशोधन किया जाए।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों का देश-दुनिया में नाम हो। सभी विश्वविद्यालयों की उत्कृष्ट शिक्षा केन्द्र के रूप में पहचान बने। इसके लिए एकजुट और एकरूपता के साथ प्रयास किये जायें। निर्धारित कैलेंडर के अनुसार प्रवेश, परीक्षा और परिणाम घोषित हों।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय काम के आधार पर पहचान बनायें। विश्वविद्यालय क्षेत्रीय संसाधन और संभावनाओं से सम्बद्ध जैसे वनांचल में वन, दर्शनीय क्षेत्रों में पर्यटन संबंधी और औद्यौगिक क्षेत्र में उद्योगों के अनुरूप पाठ्यक्रम संचालित करें। विश्वविद्यालय में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्य, नवाचार और बौद्धिक सम्पदा से समाज को परिचित कराये। अपने संसाधन और सुविधाओं के आधार पर गुणात्मक सुधार के प्रयास करें। इन्क्यूबेशन सेंटर, नेक ग्रेडिंग आदि की पहल करें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जमीनी स्तर पर प्रभावी बनाने के लिए पाठ्यक्रम संशोधन आदि विभिन्न विषयों पर चर्चा और सेमीनार करें। उन्होंने बताया कि शोध ज्ञान फाउन्डेशन और प्रत्येक जिला मुख्यालय में स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्थापना आदि के प्रयास किए गए हैं। सहायक कुल सचिव की नियुक्ति के लिए लोक सेवा आयोग से भर्ती की पहल की गई है। विवेकानंद कैरियर योजना के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।

बैठक में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार कुलपति की नियुक्ति संबंधी प्रावधान किये जाने का निर्णय लिया गया और आवश्यक होने पर विश्वविद्यालय के अधिनियमों में संशोधन किया जाएगा। यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय में स्व-वित्तीय पाठ्यक्रम संचालित करने के संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति में विचार किया जाये। बताया गया कि एकीकृत केन्द्रीय अध्ययन मंडल गठित कर स्नातक स्तर पर 84 विषय के पाठ्यक्रम विभागीय वेबसाइट पर प्रदर्शित कर दिए गए हैं। शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए मध्यप्रदेश के शासकीय, अनुदान प्राप्त और निजी अशासकीय महाविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिए अकादमिक कैलेन्डर मार्गदर्शी सिद्धांत के साथ जारी किया गया है। शासकीय विश्वविद्यालयों ने बताया कि वर्ष 2021-22 की सभी परीक्षाएँ पूरी हो गई हैं। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा की पूरक परीक्षाएँ शीघ्र हो जाएंगी।

अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री शैलेन्द्र सिंह, राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, वित्त आयुक्त श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री कर्मवीर शर्मा, प्रदेश के सभी शासकीय और निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति, राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

हमारी सरकार ने परंपरागत व्यवसाय को संरक्षित करने की दिशा में कार्य किया: श्री बघेल

हमारी सरकार ने परंपरागत व्यवसाय को संरक्षित करने की दिशा में कार्य किया: श्री बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री चर्म शिल्पकार विकास बोर्ड के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए

नव नियुक्त अध्यक्ष, सदस्यों को दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज मुख्यमंत्री निवास में चर्म शिल्पकार विकास बोर्ड के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने बोर्ड के नव नियुक्त अध्यक्ष तरूण बिजौर एवं सदस्यगण, श्री खिलावान बघेल, श्रीमती सरोजनी रात्रे, और श्री तुलसी दौड़िया को नई जिम्मेदारियों के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। श्री बघेल ने कहा कि मुझे आशा है कि बोर्ड के अध्यक्ष सारे सदस्य को जो जिम्मेदारी दी गई है उसे पूर्ण समर्पण भाव करते हुए प्रदेश की प्रगति में भागीदारी निभाएगें। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, राज्य अनुसूचित जाति के अध्यक्ष श्री के.पी खान्डे और उपाध्यक्ष श्रीमती पदमा मनहर भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव सभ्यता के शुरूआत से चमड़े का महत्व रहा है। पहले चमड़े से बने हुए जूते चप्पल पहना करते थे। धीरे-धीरे विकास की दौड़ में चमड़े के व्यापार को प्रभावित किया, चमड़े का उपयोग कम होता गया। जूते चप्पल के निर्माण में भी दूसरे पदार्थ का उपयोग किया जाने लगा।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बनने पर हम ने परंपरागत व्यवसायों को संरक्षित करने का कार्य किया, हमने गौठान बनाये गए। उन्होंनें कहा कि परंपरागत व्यवसाय से बने उत्पादों को आधुनिक बाजार में अच्छा प्रतिसाद मिले इसके लिए इसे उत्पादों की अच्छी पैकेजिंग कराने की व्यवस्था की ब्राडिंग की और उनकी बिक्री के लिए शहरों में सी मार्ट की व्यवस्था की गई। साथ ही रूरल इन्डस्ट्रियल पार्क की स्थापना की गई है। इसके विकास के लिए 600 करोड़ रूपए बजट का प्रावधान किया गया है। इससे हमारे परंपरागत व्यवसायों के विकास के साथ गांव में अन्य व्यापार करने के भी अवसर मिलेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को उनकी छाया चित्र भेंट की गई। इस समय समाज के अन्य प्रतिनिधी उपस्थित थे।

शासकीय और निजी विश्वविद्यालय सामुदायिक सेवा के लिए हर वर्ष 5-5 गाँव गोद लें : राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सभी निजी और शासकीय विश्वविद्यालय अधिक से अधिक रोजगारमूलक पाठ्यक्रम संचालित करें। पाठ्यक्रमों की उच्च गुणवत्ता के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए।  उन्होंने कहा कि  दीक्षांत समारोह में निजी कंपनी और उद्योगों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए। कुलपति का नाम कुलगुरू किए जाने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्यपाल श्री पटेल राजभवन के सांदीपनि सभागार में समन्वय समिति की 100 वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे।  

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि शासकीय और निजी विश्वविद्यालय हर वर्ष 5-5 गाँव गोद लेकर स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामुदायिक सेवा के कार्यों का संचालन करें। राष्ट्रीय सेवा योजना और सामुदायिक सेवा के कार्यों के समान ही रेडक्रॉस सोसायटी के साथ समन्वय कर, मानवता की सेवा के कार्यों में योगदान दें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा युवाओं को जमीन से जुड़े रहते हुए अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम बनने का अवसर दिया है। नीति के प्रभावी और एकीकृत क्रियान्वयन के लिए विश्वविद्यालय अधिनियमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप संशोधन का कार्य समय-सीमा में पूरा किया जाए। निजी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति, कुलपति और गवर्निंग कॉउन्सिल में अधिकारियों के समय-सीमा में नामांकन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। आवश्यक होने पर प्रक्रिया और नियमों में संशोधन किया जाए।

शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में जनता का संतोष हमारी प्राथमिकता- मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-कल्याणकारी योजनाओं और विकास गतिविधियों का संचालन पारदर्शिता के साथ समय-सीमा में किया जाए। निर्माण-कार्यों में गुणवत्ता के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है। शासकीय गतिविधियों के क्रियान्वयन में अधिकारी-कर्मचारियों के साथ जन-प्रतिनिधि भी सक्रिय भूमिका निभाएँ और जन-सामान्य से निरंतर संवाद में रहें। शासकीय कार्यों के प्रति जनता में संतोष का भाव सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान हरदा जिले में संचालित जन-कल्याणकारी योजनाओं, विकास गतिविधियों और कानून-व्यवस्था की निवास कार्यालय से वर्चुअली समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। जल संसाधन तथा हरदा जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, सांसद श्री दुर्गादास उईके, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव, कलेक्टर हरदा तथा अन्य अधिकारी हरदा से वर्चुअली जुड़े।

जनजातीय जीवन शैली का अभिन्न अंग है नृत्य-संगीत

मध्यप्रदेश के इन्द्रधनुषी जनजातीय संसार में जीवन अपनी सहज निश्छलता के साथ आदिम मुस्कान बिखेरता हुआ पहाड़ी झरने की तरह गतिमान है। मध्यप्रदेश सघन वनों से आच्छादित एक ऐसा प्रदेश है, जहाँ विन्ध्याचल, सतपुड़ा और अन्य पर्वत-श्रेणियों के उन्नत मस्तकों का  गौरव-गान करती हवाएँ और उनकी उपत्यकाओं में अपने कल-कल निनाद से आनंदित करती नर्मदा, ताप्ती, तवा, पुनासा, बेतवा, चंबल, दूधी आदि नदियों की वेगवाही रजत-धवल धाराएँ मानो,वसुंधरा के हरे  पृष्ठों पर अंकित पारंपरिक गीतों की मधुर पंक्तियाँ।       

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया पौध-रोपण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया पौध-रोपण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी उद्यान में आई फॉर ह्यूमेनिटी फाउंडेशन की सुश्री जूही राजपूत तथा गोल्फ खिलाड़ी श्री अमन सिंह राजपूत के साथ जंगल जलेबी, पीपल और केसिया सामिया के पौधे लगाए। वर्ष 2020, 2021-22 की राज्य स्तरीय ओपन गोल्फ चेम्पियनशिप के विजेता श्री राजपूत, बीएचईएल गोल्फ कोर्स में गोल्फ केडी (गोल्फ सहायक) के रूप में कार्य करते थे। इसके बाद उन्होंने गोल्फ खेलना आरंभ किया और विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे। वर्तमान में श्री राजपूत गोल्फ का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। पौध-रोपण में श्री भारत सिंह राजपूत और श्री आनंद सिंह भी सम्मिलित हुए।

ग्लोबल स्किल पार्क का निर्माण तेजी से पूरा करें: मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने किया पार्क का निरीक्षण

सिंगापुर के सहयोग से निर्माणाधीन जीएसपी में 6 हजार युवाओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्लोबल स्किल पार्क का निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराएँ। इसका कार्य सातों दिन 24 घंटे चले। जून 2023 तक पार्क का निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्माणाधीन स्किल पार्क के चल रहे कार्य पर संतोष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया और उनकी टीम को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान गोविंदपुरा में निर्माणाधीन संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल पार्क की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्माणाधीन स्किल पार्क का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की समीक्षा भी की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर विकासखण्ड में एक आईटीआई होना चाहिए। प्रदेश के जिन 21 विकासखंडों में आईटीआई भवन नहीं हैं, उनकी स्वीकृति की कार्यवाही शीघ्रता से की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक घरानों से समन्वय कर आईटीआई में आवश्यकता अनुरूप कौशल विकास का प्रशिक्षण प्रदान किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए अधिकाधिक संख्या में प्लेसमेंट हों। इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की प्रदर्शनी में ग्लोबल स्किल पार्क की सम्पूर्ण जानकारी प्रदर्शित की जाए। प्रदेश में निर्माणाधीन संभागीय आईटीआई भवन शीघ्रता से पूरा करें। निर्माण कार्य की गुणवत्ता बेहतर रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगरौली में माइनिंग इंजीनियरिंग कॉलेज की स्वीकृति जारी हो चुकी है, कॉलेज के भूमि-पूजन की तैयारी की जाए। ग्रामीण इंजीनियरिंग योजना में गाँव के युवाओं को प्रशिक्षण दें। इससे गाँव के लोगों को गाँव का ही इंजीनियर मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएम राइज स्कूल और आईटीआई को जोड़ कर व्यवसायिक शिक्षा दी जाए। आईटीआई, इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में रिक्त पदों की पूर्ति प्राथमिकता से की जाये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिंगापुर के सहयोग से ड्रीम प्रोजेक्ट ग्लोबल स्किल पार्क का काम तेजी से हो रहा है। हमारा लक्ष्य इसे जून 2023 तक पूर्ण कर युवाओं को प्रवेश देने का है। इसमें प्रारंभ में ही 6 हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज की आवश्यकताओं के अनुसार युवाओं को स्किल्ड करेंगे। इससे उनको तत्काल जॉब मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह काम तेजी से प्रारंभ हुआ है। आज से 10-11 माह पहले जब मैंने यहाँ निरीक्षण किया था तब यहाँ कुछ भी नहीं था।

पंचायत प्रतिनिधि ग्राम को समरस, स्वच्छ और पर्यावरण हितैषी बनाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने सरपंचों से की अपेक्षा : योजनाओं के मैदानी क्रियान्वयन पर रखे नजर
सरपंचों को मास्टर ट्रेनर के रूप में समझाए नियम और अधिकार
ग्राम पंचायतों को सशक्त और अधिकार संपन्न बनाने लाई जायेगी ग्राम स्वराज की नई कल्पना
ग्राम पंचायतों को 15वें वित्त आयोग की 1472 करोड़ की राशि जारी
सरपंचों का मानदेय बढ़ा कर रूपये 4250 किया जायेगा
निर्माण कार्यों के लिए नया एसओआर बनेगा
ग्राम पंचायतों को 25 लाख रूपये तक के प्रशासकीय स्वीकृति अधिकार
भोपाल के जंबूरी मैदान में हुआ सरपंचों का राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण एवं प्रशिक्षण सम्मेलन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में ग्राम पंचायतों को अधिकार संपन्न बना कर ग्राम स्वराज की नई कल्पना की गई है। इस कल्पना को साकार किया जाएगा। पंचायतों के मार्गदर्शन के लिए राज्य सरकार सदैव सहयोगी रहेगी। आज इस श्रंखला में पंचायतों को अधिक से अधिक शक्तियाँ प्रदान करते हुए प्रशासकीय कार्यों की मंजूरी के लिए ग्राम पंचायत की सीमा 15 लाख से बड़ा कर 25 लाख रूपये की जा रही है। जन-भागीदारी से विकास का नया उदाहरण प्रस्तुत करें। ग्रामों को समरस, स्वच्छ और पर्यावरण हितैषी और आदर्श ग्राम बनाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 15वें वित्त आयोग की 1472 करोड़ रूपये की राशि जारी कर दी गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंचायत पदाधिकारी यह प्रयास करें कि छोटे-मोटे झगड़े गाँव के अंदर ही निपट जाएँ और उसकी प्राथमिकी दर्ज न हो। ग्राम की समस्या ग्राम स्तर पर हल हो, यह अवधारणा क्रियान्वित करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज भोपाल के जंबूरी मैदान में स्थानीय सतत विकास लक्ष्यों पर केंद्रित नव-निर्वाचित सरपंचों के राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान और अन्य अतिथियों ने दीप जला कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण श्री प्रेम सिंह पटेल, पंचायत और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़, सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, विधायक श्री विष्णु खत्री, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रामकुंवर नोरंग सिंह गुर्जर, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मलय श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में सरपंच एवं जिला एवं जनपद पंचायत के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मध्य प्रदेश गान से सम्मेलन का शुभारंभ हुआ।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पंचायत पदाधिकारियों से कहा कि आप और मैं समान हैं। मैं एक बड़ी पंचायत का सरपंच हूँ और आप छोटी पंचायत के सरपंच है। लोकतंत्र में चुनी हुई व्यवस्था ही सबसे ऊपर होती है। त्रि-स्तरीय पंचायत राज व्यवस्था में अधिकारों और कर्त्तव्यों का सामंजस्य आवश्यक है। पंचायत पदाधिकारी संवाद, समन्वय और संपर्क का उपयोग कर बेहतर कार्य करें। किसी के प्रति कटुता का भाव न हो। सभी अपने हैं। निर्वाचन के बाद दृष्टिकोण व्यापक होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समरस पंचायतों को बधाई भी दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश, पश्चिम क्षेत्र के शहरी क्षेत्र में स्वच्छता में नंबर वन हैं। हम अपनी पंचायतों को भी स्वच्छ ग्राम पंचायत बनाने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम पंचायत में ऐसा स्थान निर्धारित करें जहाँ अपनी जन्म वर्षगाँठ और अन्य शुभ अवसर पर पौधे लगाएँ। माता-पिता की पुण्य-तिथि या दिवंगत परिजन की याद में पौधे जरूर लगाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम में लोगों को अनाज बाँटने का कार्य हो या आवास उपलब्ध कराने का, पंचायत पदाधिकारी इसे प्राथमिकता दें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रखें। आवास निर्माण का कार्य बिना लेन-देन के हो। राज्य सरकार भ्रष्ट व्यक्तियों को क्षमा नहीं करेगी, लेकिन पंचायत पदाधिकारी आवासों के निर्माण गुणवत्तापूर्ण बने, इस दिशा में सहयोग प्रदान करें। शिक्षा के महत्व का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम का हर बच्चा स्कूल जाए, यह भी देखना है। यूनिफॉर्म, मध्यान्ह भोजन, शिक्षण शुल्क की व्यवस्थाएँ राज्य सरकार कर रही है। जो बच्चे पढ़ने में तेज हैं, चाहे वे किसी भी समाज या जाति के हों उन्हें कक्षा 12वीं में 75% अंक लाने पर लेपटॉप की सुविधा दी जा रही है। मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी, आईआईएम में प्रवेश हो या लॉ कॉलेज में, विद्यार्थी की फीस शासन द्वारा वहन की जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर के माध्यम से अनेक वास्तविक और पात्र हितग्राही सामने आए। प्रदेश में 83 लाख लोगों के नाम विभिन्न योजनाओं में जोड़े गये हैं। आयुष्मान कार्ड के लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। इस योजना में प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक का नि:शुल्क उपचार निजी अस्पतालों में देने का प्रावधान है। गंभीर रोग से प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री कोष से उपचार सुविधा देने का कार्य भी किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह आवश्यक है कि हमारे परिवार और समाज में बेटियों के आगमन पर उनका स्वागत हो। सभी कार्यक्रम में मेरे द्वारा यह संदेश दिया जाता है कि बेटी बोझ नहीं वरदान है। बेटियों के प्रति आदर का भाव हो। हम अपने ग्राम में बेटियों को सम्मान दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामों का मास्टर प्लान बनाएं। अब ग्राम सभा के पदाधिकारी ग्रामों के कार्य का निर्धारण करेंगे। बिना योजना के कार्य न हो। कांक्रीट की सड़क हो या खेल का मैदान, एक मास्टर प्लान बना कर, स्थानीय स्तर पर कार्यों को पूर्ण किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुद्रा योजना और अन्य योजनाओं का लाभ भी पात्र हितग्राही प्राप्त करें। प्रत्येक माह रोजगार दिवस मनाया जा रहा है। हितग्राहियों के खातों में राशि पहुँचे, इस पर ध्यान दिया गया है। प्रदेश में स्व-सहायता समूहों को शक्तिशाली बनाया जा रहा है। विभिन्न रोजगार योजनाओं में ग्राम के युवाओं को लाभ मिले, यह कार्य भी प्राथमिकता से किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि कार्यों और व्यक्तियों के संबंध में झूठी शिकायतें प्राप्त होती हैं। ऐसे मामलों में दोषी लोगों पर कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कपिल धारा योजना में कुआं खोदने की अनुमति होगी। सुदूर संपर्क सड़क योजना प्रारंभ होगी। यह संकल्प व्यक्त करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित पंचायत पदाधिकारियों से कहा कि ग्राम को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रयास करें। पंचायतों में अब सीधे राशि पहुँचेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान की महत्वपूर्ण घोषणाएँ

  • सरपंचों का मानदेय 1750 रूपये से बढ़ा कर 4250 रुपये प्रतिमाह होगा।

  • नया एसओआर (निर्माण कार्य में लगने वाली सामग्री की दर सूची) बनेगा। शीघ्र ही यह सूची जारी की जाएगी।

  • पंचायतों के सचिवों के रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी।

  • ग्राम पंचायत को प्रशासकीय स्वीकृति के अधिकार रूपये 15 लाख से बढ़ा कर 25 लाख रूपये किये जायेंगे।

  • प्रत्येक ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक की नियुक्ति की जाएगी।

  • रोजगार सहायक को एक पंचायत से दूसरी पंचायत में स्थानांतरित किया जा सकेगा।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान के संबोधन के प्रमुख बिंदु

  • जनता की भागीदारी होगी तो सफलता मिलेगी।

  • लोगों तक उनके अधिकार पहुँचाएँ।

  • पंचायत पदाधिकारी बिना अध्ययन के हस्ताक्षर न करें।

  • प्रधानमंत्री श्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के संकल्प अनुरूप कार्य करें।

  • सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। पंचायत पदाधिकारी तन्मयता से कार्य करें।

  • ग्राम सभा की बैठकें नियमित रूप से हों।

  • पंचायत पदाधिकारी जन-अपेक्षाओं पर गंभीर और संयमित रहें। किसी भी स्थिति में क्रोधित न हों।

  • पंचायत पदाधिकारी दिन और सप्ताह की समय-सारणी बना कर कार्य करें।

  • पंचायत पदाधिकारियों का विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण आवश्यक है।

  • आम जनता को उनके हक प्रदान करने में सहयोगी बनना है।

  • ग्रामीणों को उनके अधिकारों से वंचित न रखें।

  • मेरी आँख और कान बन कर समय-समय पर महत्वपूर्ण तथ्य से अवगत भी करवाएँ।

  • व्यवस्था में सुधार के लिए जरूरी सुझाव भी जरूर दें।

  • पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने कहा कि भारत विश्व का पहला देश है जहाँ पंचायत राज है। मुख्यमंत्री श्री चौहान पंचायतों को ताकत देना चाहते हैं। पंचायतों के माध्यम से विकास के कार्य हों, इसके लिए जिम्मेदारियाँ दी गई हैं। हमारी बहनें शान से पंचायतों में पदाधिकारी के रूप में आसीन हैं। पंचायतों में महिलाओं के लिए आधे स्थानों पर आरक्षण के फलस्वरूप वे पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य कर रही हैं।

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से अब तक 35 लाख से ज्यादा लोगों का निःशुल्क इलाज

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से अब तक 35 लाख से ज्यादा लोगों का निःशुल्क इलाज

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ऐसी परिकल्पना की थी स्लम बस्तियों में निवासरत लोगों का इलाज उनके घर पर ही हो। इसी उद्देश्य के साथ लागू की गई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से अब तक 35 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सा दल द्वारा स्लम बस्तियों में पहुंचकर किया गया है। योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है। इस योजना के माध्यम से अब तक 7 लाख 96 हजार 182 मरीजों को पैथालॉजी टेस्ट की सुविधा मुहैया कराने के साथ ही 29 लाख 82 हजार 636 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं दी गई हैं। योजना के तहत लाभान्वित मरीजों में 2 लाख 56 हजार 465 श्रमिक भी हैं।
छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में 47 हजार 840 कैम्प लगाकर लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां दी गई हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नगरीय क्षेत्रों की तंग बस्तियों के एवं अन्य जरूरत मंद लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवायें उपलब्ध कराया जाए।
गौरतलब है कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी। इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं दवा वितरण की शुरूआत की गई थी। 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया तथा 60 और नई मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की गई।

निवेश के लिए आदर्श राज्य है मध्यप्रदेश – मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश भारत का सबसे तेजी से बढ़ता प्रदेश है। हम देश का दिल हैं। देश के मध्य में स्थित मध्यप्रदेश में वन, पर्याप्त जल तथा विद्युत आपूर्ति, लेण्डबैंक, खनिज संसाधन उपलब्ध हैं। कृषि उत्पादन में हम अग्रणी हैं, यहाँ निवेश की अपार संभावनाएँ हैं। राज्य सरकार मध्यप्रदेश को निवेश के लिए आदर्श राज्य के रूप में प्रस्तुत करने के लिए निरंतर सक्रिय है। मैं स्वयं प्रत्येक सोमवार को उद्योगपतियों से भेंट करता हूँ और यह मानता हूँ कि मैं मुख्यमंत्री के साथ-साथ मध्यप्रदेश का सी.ई.ओ. भी हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय से यू.एस.ए. के उद्योगपतियों और फ्रेंड्स ऑफ एमपी से मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर वर्चुअली संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उन्हें इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट तथा प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।

प्रदेश में राज्य और निवेशक दोनों की प्रगति के लिए सकारात्मक स्थितियाँ विद्यमान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है। मेन डेज़ लॉस की स्थिति नहीं है। निरंतर विकसित हो रही अधोसंरचना से देश की राजधानी दिल्ली और प्रमुख बंदरगाहों तक कम समय में पहुँचा जा सकता है। प्रदेश में विभिन्न उद्योगों के लिए प्रगतिशील नीतियाँ लागू हैं, शासकीय मशीनरी का व्यवहार मित्रवत है। ईज ऑफ डूईंग बिजनेस, सिंगल विण्डो सिस्टम तथा उद्योग लगाने से संबंधित सभी शासकीय प्रक्रियाओं के सरलीकरण से सिंगल टेबल पर अनुमोदन और समस्याओं के समाधान की व्यवस्था है। यहाँ राज्य और निवेशक दोनों की प्रगति के लिए सकारात्मक स्थितियाँ विद्यमान हैं। प्रदेश में दक्ष मानव संसाधन, आई.आई.टी., आई.आई.एम., इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज, फॉर्मेसी, आई.टी.आई. जैसी संस्थाएँ तथा उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप प्रशिक्षण की सुविधा, उद्योग स्थापना और उनके संचालन को सुगम बनाती हैं। प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मा, गारमेंट्स एवं टेक्सटाईल, इलेक्ट्रिकल व्हीकल, सूचना प्रौद्योगिकी, सायबर सिक्योरिटी में निवेश की अपार संभावनाएँ हैं तथा स्पेशल निवेश प्रोत्साहन पैकेज का क्रियान्वयन भी जारी है।

हम आपको अतिथि देवो भव: की परम्परा के साथ आमंत्रित कर रहे हैं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक और वन्य जीव आधारित पर्यटन के अपार अवसर उपलब्ध हैं। हम यू.एस.ए. के उद्योगपतियों और फ्रेंड्स ऑफ एम.पी. को मध्यप्रदेश में निवेश के साथ पर्यटन के लिए भी अतिथि देवो भव: की परम्परा के साथ आमंत्रित कर रहे हैं। आप निवेश के लिए भी आएँ और मध्यप्रदेश की विविधता को देखने के लिए भी आपका स्वागत है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिभागियों को उपलब्ध कराई जानकारियाँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ आयोजित वर्चुअल सेशन में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, अमेरिका में भारत के राजदूत श्री तरनजीत सिंह संधू, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री मनीष सिंह, फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश के संयोजक श्री जितेन्द्र मुछाल, सेन्टर फॉर अस्थमा एंड एलर्जी डॉ. सुधीर पारेख, बायो ऊर्जा ग्रुप के फाउंडर श्री अमित भंडारी, डलास वेंचर केपिटल के को-फाउंडर श्री आबिद अली नीमचवाला, आई.टी. कंसल्टिंग तथा ह्यूमन रिसोर्स के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था आरटेक के सी.एफ.ओ. श्री पुनीत सिंघल, मंगो ट्री रियल एस्टेट होल्डिंग्स के मैनेजिंग पार्टनर श्री राकेश भार्गव, टेक्सटाईल तथा हॉस्पिटेलिटी व होटल क्षेत्र में सक्रिय श्री सुनील नायक तथा अन्य निवेशक व फ्रेंड्स ऑफ एम.पी. के सदस्य सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सेशन में सम्मिलित प्रतिभागियों के प्रश्नों और जिज्ञासाओं के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई। वर्चुअल सेशन में “मध्यप्रदेश द फ्यूचर रेडी स्टेट” विषय पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

आकर्षण के केन्द्र के रूप में उभरा है मध्यप्रदेश

अमेरिका में भारत के राजदूत श्री तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि आर्थिक और वाणिज्यिक विषय भारत और अमेरिका के मध्य संबंधों का महत्वपूर्ण आधार है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल से यह संबंध अधिक प्रगाढ़ हुए हैं तथा दोनों देशों के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं। कोरोना के बाद भारत को सप्लाय चेन में सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मध्यप्रदेश एग्री बिजनेस, खाद्य प्र-संस्करण, नवकरणीय ऊर्जा के साथ शिक्षा के क्षेत्र में निवेश के लिए आकर्षण के केन्द्र के रूप में उभरा है। अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास तथा सभी पाँच काउंसलेट, मध्यप्रदेश में निवेश प्रोत्साहन के लिए निरंतर सक्रिय हैं।

इंदौर सहित प्रदेश की स्वच्छता और उद्योगों के लिए स्वस्थ वातावरण की हुई सराहना

प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री मनीष सिंह ने वर्चुअल सेशन में मध्यप्रदेश में निवेश के अवसर एवं संभावनाओं पर प्रजेन्टेशन दिया। पद्मश्री डॉ. सुधीर पारेख ने प्रदेश में विकसित हो रहे मेडिकल डिवाईस पार्क, श्री सुनील नायक ने प्रदेश में टेक्सटाईल क्षेत्र में संभावनाएँ, श्री अमित भंडारी ने खाद्य प्र-संस्करण, श्री आबिद नीमचवाला ने स्टार्टअप नीति और श्री राकेश भार्गव ने चिकित्सा क्षेत्र में निवेश के संबंध में जानकारी प्राप्त की। फ्रेंड्स ऑफ एम.पी. के सदस्यों ने इंदौर सहित मध्यप्रदेश को स्वच्छता के क्षेत्र में विशेष पहचान दिलवाने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार माना। श्री अमित भंडारी ने बताया कि वे इंदौर के पास 100 एकड़ भूमि पर मशरूम पार्क विकसित कर रहे हैं। सत्र में प्रदेश की स्टार्टअप नीति, उद्योग स्थापना के लिए विकसित सरल प्रक्रियाओं और स्वस्थ वातावरण की सराहना की गई। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने आभार प्रदर्शन किया।

मुख्यमंत्री ने सरायपाली में किया 28 करोड़ 65 लाख रुपए के विकास कार्याें का भूमिपूजन एवं लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने सरायपाली में किया 28 करोड़ 65 लाख रुपए के विकास कार्याें का भूमिपूजन एवं लोकार्पण

भूमिपूजन एवं लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान महासमुंद जिले के सरायपाली विधासनसभा क्षेत्र के दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल सरायपाली के ग्राम बलौदा एवं बसना के ग्राम भंवरपुर में आम जनता से भेंट मुलाकात की और राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी  ली।

इस दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सरायपाली विधानसभा क्षेत्र में 28 करोड़ 65 लाख 05 हजार रुपए के विकास कार्याें का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसमें 23 करोड़ 62 लाख 94 हजार रुपए के 29 कार्याें का भूमिपूजन और 5 करोड़ दो लाख 11 हजार रुपए के 15  कार्याें  का लोकार्पण शामिल है।

भूमिपूजन में नवीन सड़क निर्माण, पुल-पुलिया, नया विश्राम गृह निर्माण और महाविद्यालय में अतिरिक्त कक्ष निर्माण आदि कार्य शामिल है। लोकार्पण कार्याें में स्कूल में आहता निर्माण, रंगमंच निर्माण, सी.सी. रोड, सामुदायिक भवन, तालाब में पचरी निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण आदि शामिल है।

जन-समुदाय का सहयोग टी.बी. मुक्त भारत अभियान की सफलता का आधार : राज्यपाल श्री पटेल

जन-समुदाय का सहयोग टी.बी. मुक्त भारत अभियान की सफलता का आधार : राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री पटेल ने “नि-क्षय मित्र” समारोह को संबोधित किया
हानिकारक पदार्थों का सेवन, चिंता और चिंतन का विषय

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि तंत्र के प्रयासों में जन का सहयोग सफलता का आधार होता है। किसी भी अभियान के साथ जन-समुदाय का व्यक्तिगत और सामूहिक जुड़ाव उसकी सफलता की संभावना को बहुत बढ़ा देता है। प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के साथ प्रदेश के जन और तंत्र की सहभागिता, अभियान की सफलता का संदेश हैं। उन्होंने कहा कि तम्बाकू के खेत में बागुड़ नहीं लगाई जाती क्योंकि उसे पशु नहीं खाते हैं। मानव द्वारा उसका सेवन कर अपनी सेहत को खराब करना चिंता और चिंतन का विषय है। इसलिए जरूरी है कि टी.बी. होने के कारण, बचाव और उपचार के लिए नियमित दवा, पोषक आहार के सेवन के साथ ही आहार-विहार की सावधानियों के संबंध में जागरूकता का व्यापक स्तर पर प्रसार किया जाए।

      राज्यपाल श्री पटेल आज कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में टी.बी. मुक्त भारत अभियान म.प्र. के “नि-क्षय मित्र” समारोह को संबोधित कर रहे थे। 

      राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सोच और कार्य-प्रणाली दुनिया में देश को आगे रखने की है। वैश्विक महामारी कोविड का सामना करने में भारत ने एक मिसाल पेश की है। नए भारत की रीति-नीति और आत्म-विश्वास के साथ टी.बी. उन्मूलन के लिए प्रदेश में हो रहे प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि टी.बी. उन्मूलन अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए यह बताना जरूरी है कि बीमारी की रोकथाम बहुत सरल है।  सुलभ और कारगर नि:शुल्क इलाज  उपलब्ध है। बीमारी से जुड़ी हीन भावनाओं और भ्रम को दूर करने के प्रयास भी जरूरी हैं। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पोषक खाद्य सामग्री को आहार में शामिल करने के संबंध में व्यापक जन- जागरूकता के कार्य किए जाना चाहिए। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सामान्यत: देखा गया है कि बीमारी के इलाज के लिए लोग दवा खाते हैं, लेकिन आहार में सही बदलाव नहीं करते हैं। उन्होंने नि-क्षय मित्रों से अपील की कि पोषण आहार में सहयोग के साथ ही टी.बी. रोग उपचार के लिए आवश्यक आहार-विहार की सावधानियों के पालन में क्षय रोगियों और उनके परिजन का मार्गदर्शन करें।

राज्यपाल ने उपस्थित जनों को टी.बी. मुक्त भारत की शपथ दिलाई। प्रचार-प्रसार, प्रिंट-सामग्री और फिल्म “मेरी तब की कहानी” का लोकार्पण किया। टी.बी. चेम्पियन के अनुभवों को सुना। नि-क्षय मित्रों को प्रशस्ति-पत्र वितरित किए। अनूपपुर और उमरिया जिलों के एक हजार 355 क्षय रोगी के लिए सामुदायिक सहयोग के रूप में 4 लाख 33 हजार 500 रूपये की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के द्वारा प्रदाय की गई। भोपाल के 20 टी.बी. मरीज को फूड बास्केट का वितरण किया गया।

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान को प्रदेश में पूरी गति के साथ क्रियान्वित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश, विकासखण्ड स्तर पर टी.बी. रोग की जाँच सुविधा उपलब्ध कराने वाला देश का पहला राज्य है। रोगियों के चिन्हांकन का कार्य भी व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। गतवर्ष 74 हजार 337 जाँच की तुलना में, इस वर्ष एक लाख 81 हजार 800 जाँच की जाकर दोगुना से अधिक की उपलब्धि अर्जित की गई है। उन्होंने बताया कि देश के बड़े राज्यों में टी.बी. मुक्त भारत अभियान में 88 प्रतिशत की सहमति प्राप्त कर मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर है। अभी तक 4 हजार 609 नि-क्षय मित्र का पंजीयन हुआ है, जिनमें 3 हजार 89 नि-क्षय मित्र टी.बी. मरीजों से जुड़ गए हैं। नि-क्षय मित्र बनने के लिए सांसद और विधायकों से भी अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि नि-क्षय मित्र के रूप में प्रदेश के सभी स्तर के जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और समाजसेवियों को अभियान के साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

जबलपुर जिले से आए टी.बी. चेम्पियन सुश्री कंचन सेन और श्री अरूण बावरिया ने टी.बी. रोग से पीड़ित होने की परिस्थिति और समस्याओं की जानकारी देते हुए टी.बी. के साथ अपनी लड़ाई और जीत की कहानी सुनाई। उन्होंने टी.बी. उन्मूलन प्रयासों में सहयोग के संकल्प के साथ कहा कि “करते है यह वादा होगा टी.बी. मुक्त मध्यप्रदेश हमारा”

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के संबंध में स्वास्थ्य विभाग की रणनीति और उन्मूलन प्रयासों की जानकारी दी। प्रदेश के जनजाति बहुल इलाकों पर विशेष ध्यान केन्द्रित किए जाने के सम्बन्ध में बताया।  आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. सुदाम पी. खाडे ने आभार माना। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक सुश्री प्रियंका दास सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को राशि वितरण कार्यक्रम में हो रहे हैं शामिल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को राशि वितरण कार्यक्रम में हो रहे हैं शामिल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

 राशि वितरण  राशि वितरण

मुख्यमंत्री श्री बघेल अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 7 करोड़ 83 लाख रूपए का करेंगे भुगतान

-मुख्यमंत्री ने 16 नवम्बर से 30 नवम्बर तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.31 क्विंटल गोबर के एवज में उनके खाते में 4 करोड़ 62 लाख रूपए की राशि ऑन लाईन अंतरित की

-गौठान समितियों को एक करोड़ 28 लाख रुपए का किया गया भुगतान

-महिला समूहों के खाते में एक करोड़ 93 लाख रूपए की लाभांश राशि अंतरित की गई

-गोबर विक्रेताओं को अब तक किया गया 188 करोड़ रूपए से अधिक राशि का भुगतान किया जा चुका है।

-गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक किया गया है 170.05 करोड़ रूपए का भुगतान

-पिछले पखवाड़े में गोबर खरीदी के लिए प्रदेश के स्वावलंबी गौठनों ने कृषि विभाग की तुलना में अधिक राशि का भुगतान किया
-गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई 4.62 करोड़ रुपए की राशि में से 2.88 करोड़ रुपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों ने अपने संसाधनों से और 1.74 करोड़ रूपए का भुगतान कृषि विभाग द्वारा किया गया

मैनपुरी में रिकॉर्ड जीत की ओर डिंपल यादव, बीजेपी खाली हाथ

मैनपुरी में रिकॉर्ड जीत की ओर डिंपल यादव, बीजेपी खाली हाथ

 नेताजी मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी। समाजवादी पार्टी ने अपनी इस परंपरागत सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उतारा था, तो भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दिया है।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणामों के बीच देश की नजर उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभी सीट पर भी है जहां उपचुनाव हुए हैं। नेताजी मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी। समाजवादी पार्टी ने अपनी इस परंपरागत सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उतारा था, तो भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को टिकट दिया है। पूरे चुनाव में समाजवादी पार्टी भाजपा पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाती रही है। Mainpuri लोकसभा सीट पर भाजपा एक बार भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है। इस तरह यदि यहां फैसला पलटता है तो यह बहुत बड़ी खबर होगी।

हिमाचल में अब आगे क्या होगा, कैसी रहेगी भाजपा व कांग्रेस रणनीति

हिमाचल में अब आगे क्या होगा, कैसी रहेगी भाजपा व कांग्रेस रणनीति

Himachal Chunav Result 2022 हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 3 बागी प्रत्याशी फिलहाल आगे चल रहे हैं। ये तीनों बागी प्रत्याशी भाजपा से बगावत करने के बाद आगे चल रहे हैं और पूरी संभावना है कि ये प्रत्याशी यदि जीत हासिल करते हैं तो भाजपा को ही समर्थन देंगे

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के रिजल्ट लगातार अपडेट हो रहे हैं और ताजा रुझानों में कांग्रेस 39 सीटों जीतते हुए दिख रही है, वहीं भाजपा 27 सीटों पर जीत रही है। ताजा स्थिति देखकर लगता है कि कांग्रेस सरकार बनाने की तैयारी में जुट गई है। हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए रवाना होंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी चंडीगढ़ के लिए रवाना होंगे। भूपेंद्र सिंह हुड्डा और भूपेश बघेल को हिमाचल कांग्रेस का ऑब्जर्वर बनाया गया है। चंडीगढ़ से सभी नेता एक साथ हिमाचल के लिए रवाना होंगे।
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक करीब 11 सीटों पर कांटे की टक्कर चल रही है। इन सीटों से 400 से भी कम वोटों के अंतर से भाजपा और कांग्रेस में मुकाबला चल रहा है। यदि इन सीटों पर आखिरी परिणाम में कुछ भी फेरबदल होता है तो भाजपा एक बार फिर सरकार बनाने के रेस में शामिल हो सकती है।

भाजपा के 3 बागी प्रत्याशी भी आगे

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 3 बागी प्रत्याशी फिलहाल आगे चल रहे हैं। ये तीनों बागी प्रत्याशी भाजपा से बगावत करने के बाद आगे चल रहे हैं और पूरी संभावना है कि ये प्रत्याशी यदि जीत हासिल करते हैं तो भाजपा को ही समर्थन देंगे। ऐसे में भाजपा यदि सरकार बनाने में कुछ सीटों से पिछड़ भी जाती है तो बागी विधायकों का समर्थन मिल सकता है।

कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग का डर, विधायकों को सहेजने में जुटी

इस बीच कांग्रेस पार्टी को डर है कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त कर सकती है और इसलिए खबर है कि जीत हासिल करने वाले कांग्रेस विधायकों को किसी रिसोर्ट में एकत्रित किया जा सकता है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ भी भेजा जा सकता है।

 रिजर्व बैंक ने दिया झटका, कार-होम और पर्सनल लोन महंगे

रिजर्व बैंक ने दिया झटका, कार-होम और पर्सनल लोन महंगे

 आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% की बढ़ोतरी हुई, 0.35% बढ़ाकर 6.25 % हुआ। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अगले 12 महीनों में मुद्रास्फीति दर 4 फीसदी से ऊपर रहने की उम्मीद है।

RBI Monetary Policy MPC Meet । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इस साल लगातार 5वीं बार रेपो रेट में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। RBI ने रेपो रेट को 0.35 फीसदी बढ़ाने की घोषणा की है। इस ऐलान के बाद रेपो रेट अब 5.90 प्रतिशत से बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो जाएगा। आरबीआई के इस फैसले के कारण आने वाले कुछ दिनों में होम लोन सहित सभी तरह के पर्सनल लोन भी महंगे हो जाएंगे। एमपीसी बैठक के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने बुधवार को नीतिगत दरें बढ़ाए जाने की घोषणा की है।
आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% की बढ़ोतरी हुई, 0.35% बढ़ाकर 6.25 % हुआ। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अगले 12 महीनों में मुद्रास्फीति दर 4 फीसदी से ऊपर रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि FY23 के लिए CPI मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 6.7 फीसदी पर बरकरार है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि एफडीआई प्रवाह अप्रैल से अक्टूबर 2022 में बढ़कर 22.7 अरब डॉलर हो गया, जो बीते साल की इसी अवधि में 21.3 अरब डॉलर था।

खत्म नहीं हुई महंगाई से लड़ाई

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मॉडरेशन के कुछ संकेतों के बावजूद मुख्य जोखिम यह था कि मुद्रास्फीति स्थिर और उच्च बनी रहेगी। दास ने मौद्रिक नीति समिति के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि एमपीसी का विचार था कि मुद्रास्फीति की उम्मीदों को स्थिर रखने, मुख्य मुद्रास्फीति की दृढ़ता को तोड़ने और दूसरे दौर के प्रभावों को रोकने के लिए आगे की कैलिब्रेटेड मौद्रिक नीति कार्रवाई की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि RBI सिस्टम में तरलता लाने के लिए LAF संचालन करने के लिए तैयार है। “तरलता की स्थिति में सुधार होना तय है। भारित औसत उधार दर मई-अक्टूबर में 117 बीपीएस बढ़ी है।”

खेती के कामों के साथ-साथ कमर्शियल और ट्रॉली के काम के लिए जबरदस्त है

खेती के कामों के साथ-साथ कमर्शियल और ट्रॉली के काम के लिए जबरदस्त है

 Massey Ferguson 7235 DIMassey Ferguson के ट्रैक्टर्स न केवल किसानों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं, बल्कि ढुलाई का काम करने वाले ग्रामीण उद्यमियों के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। इनका Massey Ferguson 7235 DI एक ऐसा ही ट्रैक्टर है, जिसे दोनों तरह के के काम के लिए बनाया गया है।

ट्रैक्टर एक ऐसा वाहन है जिसका इस्तेमाल कई रूपों में किया जा सकता है। यह खेत में और खेत के बाहर किसानों और ग्रामीण उद्यमियों के लिए एक जरूरी साधन है। और जब बात दमदार ट्रैक्टर की हो तो वहां TAFE – ट्रैक्टर्स एंड फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड के Massey Ferguson से बढ़कर कोई नहीं है, जो पिछले 60 सालों से ट्रैक्टर की बेहतरीन रेंज प्रदान करके किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला रहा है। Massey Ferguson के ट्रैक्टर्स न केवल किसानों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं, बल्कि ढुलाई का काम करने वाले ग्रामीण उद्यमियों के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। इनका Massey Ferguson 7235 DI एक ऐसा ही ट्रैक्टर है, जिसे खेती के कामों के साथ-साथ कमर्शियल और ट्रॉली के काम के लिए बनाया गया है।
जो लोग ढुलाई या निर्माण कार्य से जुड़े हैं उन्हें पता है कि एक ट्रैक्टर का मजबूत होना कितना जरूरी है। रेत, गिट्टी, बालू, ईट जैसे निर्माण सामाग्री की ढुलाई या फिर ट्रॉली पर पानी के टैंकर को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाना, ये कुछ ऐसे काम हैं, जिसे ट्रैक्टर के माध्यम से ग्रामीण उद्यमी और निर्माण कार्य से जुड़े व्यक्ति रोजाना करते हैं। उसके लिए ट्रैक्टर में हर चीज अहम है। बात चाहे इंजन की हो या फिर व्हील बेस, ग्राउंड क्लीयरेंस, स्टीयरिंग, गियरबॉक्स, क्लच और हाइड्रोलिक सिस्टम की।
दमदार सिम्पसन इंजन
Massey Ferguson 7235 DI को ढुलाई में महारथ हासिल है। इसमें 35hp सिम्पसन इंजन दिया गया है, जो कम rpm पर ज्यादा पावर यानी टॉर्क पैदा करने के लिए प्रसिद्ध है। ट्रैक्टर में इसके होने का मतलब है कि इससे डीजल की कम खपत होती है, जिससे ढुलाई करने वाले छोटे उद्यमियों की पैसे की बचत होती है।

बेहतर स्थिरता

ढुलाई के काम में व्हील बेस की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका सीधा संबंध स्थिरता से है। जब ट्रॉली ईट, रोड़ी या बालू से भरा रहता है, तो ड्राइवर के लिए उसे नियंत्रित करना जरूरी हो जाता है। Massey Ferguson 7235 DI में 920mm का व्हील बेस यानी लंबाई है, जो बेहतर स्थिरता देता है और अपनी श्रेणी में दूसरे के मुकाबले ज्यादा भी है। लंबा व्हील बेस होने से ट्रैक्टर के सामने से उठने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है, जिससे ड्राइवर को ट्रैक्टर चलाते समय ज्यादा सुरक्षा मिलती है।

ग्राउंड क्लीयरेंस अच्छा

कमर्शियल कामों के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल करते समय ड्राइवर को कई बार उबड़-खाबड़ रास्तों से गुजरना पड़ता है, जैसे नदी के घाट, छोटे पहाड़ आदि। अगर ट्रैक्टर का ग्राउंड क्लीयरेंस अच्छा है, तो ऐसे जगहों पर ट्रैक्टर को नियंत्रित करना आसान हो जाता है। Massey Ferguson 7235 DI में जमीन से ट्रैक्टर की ऊंचाई या ग्राउंड क्लीयरेंस 400mm है, इस श्रेणी में इसकी ऊंचाई सबसे ज्यादा है, जो कठिन परिस्थितियों में आसानी से काम करता है। यह ट्रैक्टर किसी भी उबड़-खाबड़ रास्ते में फसेगा नहीं और आसानी से बाहर आ जाएगा। इसमें 75kg का फैक्ट्री फिटेड बंपर दिया गया है, जिससे काम करते वक्त अधिक सुरक्षा मिलेगी। आप पूरे भरोसे के साथ ट्रैक्टर को चला पाए, इसके लिए इसमें हेवी ड्यूटी फ्रंट एक्सल दिया गया है, जो किसी भी तरह के रास्तों में मजबूती के साथ मदद करेगा।

पावर स्टीयरिंग का विकल्प

अगर ट्रैक्टर को चलाते समय कंफर्ट न मिले तो उसे ज्यादा देर तक चलाना मुश्किल होता है। आपको बता दें कि Massey Ferguson 7235 DI में आपको जबरदस्त कंफर्ट मिलता है। इसका स्टीयरिंग व्हील बहुत ही मोटा और ग्रिप वाला है। साथ ही, नए जमाने के कस्टमर्स को ध्यान में रखते हुए इसमें पावर स्टीयरिंग का विकल्प दिया गया है। यह चलाने में आसान है और थकान भी नहीं होता। इस ट्रैक्टर में 8×2 साइड शिफ्ट गेयरबॉक्स है, जिससे अधिकत्तम 30 किलो मीटर प्रति घंटे की रोड स्पीड मिलती है, जिससे कम समय में ज्यादा काम और कमाई भी होती है।

आईएस के नए ‘खलीफा’ को कश्‍मीरी आतंकियों ने किया सलाम, भारत के लिए बड़ा खतरा विलायाह हिंद

आईएस के नए ‘खलीफा’ को कश्‍मीरी आतंकियों ने किया सलाम, भारत के लिए बड़ा खतरा विलायाह हिंद
ISIS Wilayah Hind Fighters In India Kashmir: इस्‍लामिक स्‍टेट आतंकी संगठन के कश्‍मीर प्रांत के आतंकवादियों ने आईएस के नए सरगना अबू अल हुसैन अल हुसैनी अल कुरैशी को अपना खुलकर समर्थन दिया है। कश्‍मीरी आतंकी सगंठन व‍िलायाह हिंद के आतंकियों की आईएस के नए सरगना के साथ तस्‍वीर भी सामने आई है। भारत में अब हमले बढ़ सकते हैं।

कश्‍मीरी आतंकियों ने आईएस के सरगना को दिया समर्थन

इस्‍लामिक स्‍टेट के सरगना की मौत के बाद अबू अल हुसैन अल हुसैनी अल कुरैशी ने कमान संभाल ली है
इस्‍लामिक स्‍टेट के इस नए खलीफा को समर्थन देने के लिए दुनियाभर से आईएस समर्थक पहुंच रहे हैं
इस कड़ी में भारत के कश्‍मीर राज्‍य में सक्रिय आतंकी संगठन व‍िलायाह हिंद भी शामिल हो गया है
बेरूत: दुनिया के सबसे क्रूर आतंकी संगठन इस्‍लामिक स्‍टेट के सरगना अबू हसन अल हाशिमी अल कुरैशी की मौत के बाद अबू अल हुसैन अल हुसैनी अल कुरैशी ने आईएस की कमान संभाल ली है। इस्‍लामिक स्‍टेट के इस नए खलीफा को समर्थन देने के लिए दुनियाभर से आईएस समर्थक उसके पास पहुंच रहे हैं। इस कड़ी में भारत के कश्‍मीर राज्‍य में सक्रिय आतंकी संगठन व‍िलायाह हिंद भी शामिल हो गया है। कश्‍मीरी आतंकियों ने इस्‍लामिक स्‍टेट के नए ‘खलीफा’ के प्रति अपने समर्थन का ऐलान किया है।
इससे पहले इस्‍लामिक स्‍टेट ने ऐलान किया था कि उसके सरगना अबू हसन अल हाशिमी अल कुरैशी की जंग के दौरान मौत हो गई है। उसने बस इतना बताया था कि अल्‍लाह के दुश्‍मनों के साथ जंग में अबू हसन अल हाशिमी की मौत हो गई। वह एक इराकी नागरिक था। कुरैशी से तात्‍पर्य पैगंबर मोहम्‍मद साहब के एक कबीले से है। किसी भी इस्‍लामिक स्‍टेट के सरगना के लिए इस कबीले से जुड़ा होना जरूरी होता है। साल 2014 में बहुत तेजी से उभार के बाद अब इस्‍लामिक स्‍टेट का ‘साम्राज्‍य’ ढह गया है।
व‍िलायाह हिंद के आतंकी भी समर्थन देने पहुंचेअबू अल हुसैन अल हुसैनी अल कुरैशी के इस्‍लामिक स्‍टेट की कमान संभालने के बाद दुनियाभर से आईएस समर्थक आतंकी गुट उसे अपना समर्थन देने के लिए पहुंच रहे हैं। आईएस के नए सरगना को कश्‍मीर में खून बहाने वाले आतंकी संगठन व‍िलायाह हिंद के आतंकी भी समर्थन देने पहुंचे हैं। आईएस ने कश्‍मीरी आतंकियों की तस्‍वीर जारी करके बताया कि उन्‍होंने नए खलीफा के साथ गठजोड़ का प्रण किया है। दरअसल, इस्‍लामिक स्‍टेट ने भारत में भी एक ‘प्रांत’ बनाया है।
आईएस के ये आतंकी अक्‍सर कश्‍मीर में सुरक्षाबलों पर हमले करते रहते हैं। आईएस इस प्रांत का नाम ‘विलायाह ऑफ हिंद’ दिया है। इस आतंकी संगठन ने कई भारतीय सैनिकों की शोपियां और अन्‍य जिलों में अब तक हत्‍या कर चुका है। विशेषज्ञों का मानना है कि आईएस ने भारत में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए कश्‍मीर में नए ‘प्रांत’ का गठन किया है। उसकी कोशिश कश्‍मीर में इराक और सीरिया जैसे ‘साम्राज्‍य’ का गठन करना है। आईएस ने श्रीलंका में भी ईस्‍टर संडे के दिन भीषण हमला किया था जिसमें कम से कम 253 लोग मारे गए थे।
भारतीय सुरक्षा बलों की बढ़ सकती है टेंशनकश्‍मीर में सोफी नामक आतंकी पिछले करीब एक दशक से सक्रिय था और उसने भी आईएस के साथ हाथ मिला लिया था। उसे सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। सेना के अधिकारियों ने उम्‍मीद जताई थी कि सोफी आईएस में सक्रिय एकमात्र आतंकी था लेकिन अब नए आतंकियों के आईएस के खलीफा से मिलने से यह उम्‍मीद खत्‍म हो गई है। इस्‍लामिक स्‍टेट पूरी दुनिया में मुस्लिम साम्राज्‍य स्‍थापित करना चाहता है और अब इस ताजा खुलासे से भारतीय सुरक्षा बलों की टेंशन बढ़ सकती है।

कंगाल पाकिस्‍तान के पास सब्जियां खरीदने के पैसे नहीं, बंदरगाह पर सड़ रहा टनों प्‍याज

कंगाल पाकिस्‍तान के पास सब्जियां खरीदने के पैसे नहीं, बंदरगाह पर सड़ रहा टनों प्‍याज
पाकिस्‍तान (Pakistan) की सरकार इस समय अजीब सी दुविधा में है। एक तरफ तो देश में सब्जियों और बाकी चीजों के दाम बढ़ते जा रहे हैं, तो दूसरी ओर कंटनर्स कराची बंदरगाह पर अटके हैं। व्‍यापारियों का कहना है कि सरकार के इस रवैये से सब्जियां सड़ जाएंगी और फिर हालात मुश्किल हो सकते हैं।

पाकिस्‍तान खाद्यान्‍न आपूर्ति संकट गंभीर होता जा रहा है
लेकिन कराची बंदरगाह पर सब्जियों से लदे कंटेनर्स ऐसे ही पड़े हैं
डॉलर देश में है नहीं और इसकी वजह से स्थिति बेकाबू हो सकती है
कराची: पाकिस्‍तान की सरकार इस समय मुश्किल में है। वह यह तय नहीं कर पा रही है कि देश में जारी खाद्यान्‍न आपूर्ति संकट का समाधान करे या फिर विदेशी मुद्रा भंडार बचाए। कराची बंदरगाह पर इस समय सैंकड़ों ऐसे कंटेनर्स यूं ही पड़े हैं जिन पर सब्जियां लदी हुई हैं। पाकिस्‍तान के अखबार द एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून की तरफ से बताया गया है कि प्‍याज के 250 कंटेनर्स जिनकी कीमत 107 लाख डॉलर है, 816,480 डॉलर की कीमत वाली अदरक का कंटेनर और 2.5 लाख डॉलर वाले लहसुन के कंटेनर बंदरगाह पर ऐसे ही पड़े हैं। व्‍यापारी परेशान हैं और उन्‍हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि क्‍या किया जाए। अखबार की मानें तो 0.6 मिलियन टन सोयाबीन भी ऐसे ही अटका है क्‍योंकि सरकार की तरफ से साख पत्र जारी नहीं किया जा रहा है।

पहुंच से बाहर प्‍याज
सीमित साख पत्र की वजह से इन कंटेनर्स को ऐसे ही पड़े रहने दिया जा रहा है। प्‍याज के कंटेनर्स कराची बंदरगाह के कई टर्मिनल्‍स पर पड़े हुए हैं। देश के बैंक विदेशी मुद्रा के अभाव में साख पत्र जारी नहीं कर पा रहे हैं। इसकी वजह से कंटेनर्स को ऐसे ही पड़े रहने दिया जा रहा है। पाकिस्‍तान फ्रूट एंड वेजीटेबल एक्‍सपोटर्स इंपोटर्स एंड मर्चेंट्स एसोसिएशन (PFVA) के सदस्‍य वाहीन अहमद की मानें तो साख पत्रों को जारी करने में हो रही देरी की वजह से कंटेनर्स की कीमत पर अलग असर पड़ रहा है, टर्मिनल और शिपिंग चार्जेस बढ़ जाएंगे। प्‍याज के कंटेनर्स पहले से ही महंगे हैं और इसकी वजह से एक आम आदमी पर बुरा असर पड़ने वाला है। आम आदमी की पहुंच से ही प्‍याज बाहर हो जाएगा।

270 रुपए किलो प्‍याज
उन्‍होंने कहा कि आज प्‍याज 175 रुपए किलो थोक बाजार में और खुदरा बाजार में 250 से 270 रुपए किलो तक बिक रहा है। क्‍लीयरेंस में देरी से प्‍याज की कीमतें और बढ़ जाएंगी। सब्जियां भी आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएंगी। फेडरेशन ऑफ पाकिस्‍तान चैंबर्स आफ कॉमर्स एंड इंडस्‍ट्री (FPCCI) के कार्यवाहक प्रेसीडेंट सुलेमान चावला ने भी इस पर चिंता जताई है।
उन्‍होंने कहा है कि पोल्‍ट्री और डेयरी प्रॉडक्‍ट्स पहले ही आम आदमी खरीद नहीं पा रहा है।कुछ ही दिनों पहले कीमतों में थोड़ी स्थिरता आई थी लेकिन अब इन हालातों ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। उनकी मानें तो आयात काफी महंगा है और टर्मिनल चार्जेस भी दोगुने हो जाएंगे।

डॉलर न होने का खामियाजा
डॉलर देश में है नहीं और इसकी वजह से स्थिति बेकाबू हो सकती है। आयातकों को इसकी वजह से भारी नुकसान उठाना पड़ेगा जिसकी भरपाई भी मुश्किल हो जाएगी। उन्‍होंने सरकार से मांग की है कि इस मसले को तेजी से सुलझाया जाए ताकि देश में गहराते खाद्यान्‍न संकट को टाला जा सके। चावला ने यह भी कहा कि अमेरिका से आयात होने वाले सोयाबीन को लेकर कभी कोई लाइसेंसिंग और अनुवंशिक संशोधन कोई मुद्दा नहीं रहा है। पिछले कई सालों से देश के वही सप्‍लायर्स सोयाबीन का आयात कर रहे हैं।

Virat Kohli: विराट का सबसे बुरा साल, 3 इशारे जो बताते हैं वनडे में लचर है कोहली का हाल

Virat Kohli: विराट का सबसे बुरा साल, 3 इशारे जो बताते हैं वनडे में लचर है कोहली का हाल
Virat Kohli: विराट कोहली का साल 2022 में वनडे क्रिकेट का रिकॉर्ड बदतर होते जा रहा है। बांग्ला टाइगर्स के खिलाफ सीरीज के दूसरे मैच में सलामी बल्लेबाजी करने आया यह स्टार बल्लेबाज केवल 5 रन ही बना पाया।


मीरपुर: वनडे क्रिकेट में विराट के लिए यह साल अभी तक उनके करियर का सबसे खराब साल रहा है। भारत और बांग्लादेश के बीच बुधवार, 7 दिसंबर को खेले गए दूसरे वनडे में विराट कोहली को 50 ओवर फॉर्मेट में वापसी का शानदार मौका मिला। कप्तान रोहित शर्मा को फील्डिंग के दौरान उंगली में चोट लगने के बाद एक नए ओपनर की जरूरत थी। आमतौर पर तीसरे नंबर पर आने वाले कोहली ने शिखर धवन के साथ ओपनिंग का मोर्चा संभाला। 272 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए भारत को अच्छी शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन कोहली सिर्फ छह गेंद ही टिक पाए। पेसर इबादत हुसैन ने उन्हें आउट किया।
#3. साल 2019 से कोई शतक नहींवनडे क्रिकेट में कोहली के 43 शतक हैं। इस साल विराट सिर्फ दो अर्धशतक ही बना पाए हैं। यह बल्लेबाज अगस्त 2019 के बाद से तीन अंकों का आंकड़ा नहीं छू पाया है। कोहली के पास 2019 से अबतक तीन 80+ स्कोर हैं। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान जितने बड़े रन मशीन हैं, उस तरह उनका बल्ला नहीं चल रहा।

#2. एक कैलेंडर ईयर में सबसे कम स्ट्राइक रेटअंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले साल यानी 2008 में विराट कोहली ने पांच एकदिवसीय मैच खेले थे। उस साल 31.8 की औसत और 66.53 के स्ट्राइक रेट से 159 रन बनाए थे। तब से लेकर 2021 तक 34 वर्षीय इस बल्लेबाज ने हर कैलेंडर ईयर में 80 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। बदकिस्मती से पिछले 12 महीनों में सबकुछ बदल गया। साल 2022 की 10 पारियों में कोहली का स्ट्राइक रेट 73.82 है और उन्होंने केवल 21 चौके लगाए हैं। जानकर हैरानी होगी कि इस साल एकदिवसीय मैचों में कोई छक्का नहीं लगाया है।

#1. साल 2022 में 18.9 का घटिया औसत
अगर आपको इस साल विराट का सिर्फ स्ट्राइक रेट ही खराब लग रहा है तो जरा ठहरिए। उनका औसत तो और सोचनीय है। विराट कोहली ने 2022 में सिर्फ 18.9 की औसत से रन बनाए हैं, जिसमें सिर्फ दो अर्धशतक हैं। अपने 15 साल लंबे एकदिवसीय करियर के केवल दो वर्षों (2008 और 2015) में चीकू ने 40 से कम की औसत से रन बनाए हैं। 2022 में कोहली के स्कोर 51, 0, 65, 8, 18, 0, 16, 17, 9 और 5 रहे। 10 पारियों में केवल दो बार 20 रन का आंकड़ा पार किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि वह इस समय वनडे मैचों में बहुत खराब फॉर्म में हैं।

 3 महीने में 9 वनडे 6 T20 और 4 टेस्ट, टीम इंडिया को सांस लेने की फुर्सत नहीं

3 महीने में 9 वनडे 6 T20 और 4 टेस्ट, टीम इंडिया को सांस लेने की फुर्सत नहीं
Indian Cricket Team FTP 2023: अगले साल श्रीलंका के खिलाफ 3 जनवरी से शुरू हो रहा भारतीय क्रिकेट टीम का घरेलू सफर ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 22 मार्च को वनडे सीरीज से खत्म होगा।


मुंबई: बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया यानी BCCI ने साल 2023 में होने वाली घरेलू सीरीज के शेड्यूल का ऐलान कर दिया है। टीम इंडिया को अगले साल श्रीलंका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी करनी है। इस होम कैलेंडर की शुरुआत 3 जनवरी से होगी। श्रीलंका के खिलाफ तीन मैच की टी-20 और इतने ही वनडे इंटरनेशनल की सीरीज होनी है। इसके बाद 18 जनवरी से न्यूजीलैंड के विरुद्ध तीन वनडे और तीन टी-20 मैच होंगे। 9 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के साथ पहले चार मैच की टेस्ट सीरीज और उसके बाद 17 मार्च से तीन एकदिवसीय मुकाबलों की श्रृंखला खेली जाएगी।

 मुझे अपने पति के साथ शादी जैसा कुछ भी फील नहीं होता, क्या ये हमारे रिश्ते का अंत है

मुझे अपने पति के साथ शादी जैसा कुछ भी फील नहीं होता, क्या ये हमारे रिश्ते का अंत है
मैंने अपने पति से लव मैरिज की थी, लेकिन सच तो यह है कि अब मैं उसके साथ खुश नहीं हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं और मेरे पति एक घर में रूममेट्स की तरह रहते हैं।

मेरी कहानी: मुझे अपने पति के साथ शादी जैसा कुछ भी फील नहीं होता, क्या ये हमारे रिश्ते का अंत है
सवाल: मैं एक शादीशुदा महिला हूं। मैंने अपने विवाह में एक अच्छा समय बिताया है। लेकिन आज के समय में मैं अपने पति के साथ बिल्कुल भी खुश नहीं हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं और मेरे पति एक घर में रूममेट्स की तरह रहते हैं। मैं आपसे छिपाना नहीं चाहती हम दोनों ने लव मैरिज की थी। हमारा एक बेटा भी है। लेकिन अब हम दोनों ही शादीशुदा कपल्स जैसा कुछ भी महसूस नहीं करते हैं। शायद इसका एक कारण यह भी है कि हम दोनों के बीच काफी समय से कोई भी रोमांटिक रिश्ता नहीं है।
मुझे याद भी नहीं कि हम दोनों लास्ट बार कब एक-दूसरे के करीब आए थे। यही एक वजह भी है कि मैं अपनी शादी के बारे में सोचकर बहुत ही ज्यादा चिंतित हो जाती हूं। क्या ये हमारे रिश्ते का अंत है। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं कभी न खत्म होने वाले रिश्ते में फंसी हुई हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मुझे क्या करना चाहिए? क्या हमारा रिश्ता पहले जैसा हो सकता है? (सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं, हम यूजर्स द्वारा शेयर की गई स्टोरी में उनकी पहचान गुप्त रखते हैं)

कहती हैं कि हमारे समाज में विवाह को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है। लेकिन यह भी सच है कि इस रिश्ते को निभाना बहुत ज्यादा मुश्किल है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें आने वाली बाधाओं के लिए कोई भी पहले से तैयार नहीं होता है।
लेकिन इसके बाद भी मैं यही कहूंगी कि विवाहित जोड़ों को अपने रिश्ते को प्राथमिकता देना कभी नहीं भूलना चाहिए। शुरूआत में तो सब कुछ ठीक रहता है, लेकिन जब कपल्स की शादी को काफी समय हो जाता है, तो वह एक-दूसरे को हल्के में लेने लगते हैं। आपकी शादी में भी मुझे यही सब देखने को मिल रहा है।

मेरी कहानी: मुझे अपनी पत्नी की वजह से उधार लेना पड़ रहा है, ऐसा ही चलता रहा तो मैं दिवालिया हो जाऊंगा

एक-दूसरे को प्यार करना न छोड़ें

जैसा कि आपने कहा कि आप दोनों एक-दूसरे के लिए कुछ भी महसूस नहीं करते हैं, तो मैं आपको बताना चाहती हूं कि शादीशुदा जोड़ों को अपने पार्टनर को प्राथमिकता देना कभी नहीं भूलना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि माता-पिता बनने से पहले, आप दोनों पति-पत्नी हैं। इस रिश्ते को प्यार-केयर और अहमियत की उतनी ही जरूरत है, जितनी कि आपके दूसरे रिश्तों को।
बहुत बार देखा जाता है कि बच्चों के आ जाने के बाद वैवाहिक जीवन की जिम्मेदारियां माता-पिता के रूप में बंट जाती हैं, जोकि बहुत ही ज्यादा गलत है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप दोनों ही साथ में खुश नहीं रहेंगे, तो अपने परिवार को एक साथ कैसे रख पाएंगे। सबसे पहले आप दोनों को ही अपने रिश्ते में सुख-दुख का बैलेंस बिठाना आना चाहिए।

वित्तीय चिंताओं से लेकर पेशेवर लक्ष्यों से लेकर स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों तक एक-दूसरे का साथ दें। अगर बढ़ती जिम्मेदारियों की वजह से आप अपना वैवाहिक जीवन खराब करते हैं, तो इस वजह से आपका पैरेंट्स वाला रिलेशन भी बर्बाद हो जाएगा।

इवेंट में पहुंची जूही चावला की भाभी के स्टाइल पर टिकी सबकी निगाहें, एक जमाने में थी टॉप एक्ट्रेस

Madhoo Shah Photos: काजोल की फिल्म ‘सलाम वेंकी’ के प्रीमियर पर जूही चावला की भाभी मधु शाह ने जैसे ही एंट्री मारी, तो उनका स्टाइलिश लुक देखकर उन्हें पहचानना मुश्किल हो गया।

इवेंट में पहुंची जूही चावला की भाभी के स्टाइल पर टिकी सबकी निगाहें

काजोल इन दिनों अपनी फिल्म ‘सलाम वेंकी’ के प्रमोशन को लेकर खूब बिजी हैं। हाल ही में जब फिल्म का प्रीमियर हुआ, तो वहां कई सितारें पहुंचे, जिसमें एक चेहरा ऐसा भी था जिनके लुक को देखकर उन्हें पहचानना मुश्किल हो गया। ये हसीना अजय देवगन के साथ फिल्म ‘फूल और कांटे’ से अपना डेब्यू करने वाली मधु शाह थीं, जो लंबे समय तक फिल्मों से दूर रहीं लेकिन उनका स्टाइल आज भी बहुत ही क्लासी है। (फोटोज साभार – योगेन शाह)

बिंदास लुक में पहुंची मधु शाह
मधु शाह की सिर्फ तीन तस्वीरें ही सामने आई हैं, लेकिन उनके बिंदास स्टाइल को बताने के लिए ये काफी हैं। वह ब्लू एंड वाइट प्रिंटेड शर्ट के साथ ब्लैक शिमरी वेस्टकोट पहनकर पहुंची थीं।

​लग्जरी ब्रैंड की पहनी जींस

इस वेस्टकोट के सारे बटन्स को उन्होंने बंद कर रखा था और इसके साथ उन्होंने लग्जरी ब्रैंड Stella Mccartney की ब्लू शेड की फ्लेयर्ड जींस पहनी थी, जिसके किनारे पर दोनों तरफ ब्रैंड का लोगो का नजर आ रहा था।

​यूं लुक बनाया स्टाइलिश

पति को खो चुकी महिला ने बनाया डेटिंग ऐप, विधवा महिलाओं को मिलेगा जिंदगी का दूसरा मौका

पति को खो चुकी महिला ने बनाया डेटिंग ऐप, विधवा महिलाओं को मिलेगा जिंदगी का दूसरा मौका

Dating App: निकी वेक अपने पति एंडी के देहांत के बाद डिप्रेशन में चली गईं थीं। एंडी के साथ उनकी मुलाकात 2002 में ऑनलाइन हुई थी। डेटिंग के कुछ दिनों बाद उन्होंने शादी का फैसला लिया था। कोविड महामारी के दौरान उन्होंने अपने पति को खो दिया।
Dating App: जिंदगी और मौत का कोई भरोसा नहीं है। कब क्या हो जाएं, कोई नहीं जानता। ऐसे में अपने पति को खोने के बाद एक महिला ने जो किया उसकी काफी चर्चा हो रही है। 49 वर्षीय निकी वेक (Nicky Wake) ने विधवा महिलाओं के लिए डेटिंग ऐप तैयार करवाया है। ब्रिटिश न्यूज वेबसाइट वेल्स ऑनलाइन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक निकी वेक ने विधवा औरतों के लिए डेटिंग ऐप शुरू किया है। वह बहुत तेजी से पॉपुलर हो रहा है।

कोरोना में पति को खोया

निकी वेक अपने पति एंडी के देहांत के बाद डिप्रेशन में चली गईं थीं। एंडी के साथ उनकी मुलाकात 2002 में ऑनलाइन हुई थी। डेटिंग के कुछ दिनों बाद उन्होंने शादी का फैसला लिया था। कई सालों तक सबकुछ अच्छा चला। फिर कोविड महामारी के दौरान उन्होंने अपने पति को खो दिया।

चैप्टर 2 रखा ऐप का नाम

निकी वेक ने इस सदमे से खुद को संभाला। उसी दौरान ऐप का आइडिया उनके दिमाग में आया। उन्होंने ऐप का नाम चैप्टर 2 रखा है, ताकि विधवा महिलाएं सुरक्षित तरीके से अपनी खुशियों को दोबारा पा सकें।

कैसे आया ऐप का आइडिया?

पति की मौत के बाद निकी वेक अकेलेपन से परेशान हो गई थी। उन्हें महसूस हुआ कि उनके जैसी विधवा महिलाओं और पुरुषों को किसी प्लेटफॉर्म की जरूरत है। जहां बिना संकोच डेटिंग कर सकें। यहीं से उन्हें चैप्टर 2 का आइडिया आया।