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Sunday, May 19, 2024
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71% गिरा इस कंपनी का मुनाफा, 5 माह पहले ही आया था IPO

जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी ने 1500 करोड़ रुपये के आईपीओ के आय का एक हिस्सा गोवा में 12 लाख टन क्षमता वाले उर्वरक प्लांट के अधिग्रहण को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया।
उर्वरक कंपनी पारादीप फॉस्फेट्स को सितंबर तिमाही में बड़ा झटका लगा है। दरअसल, कंपनी का नेट प्रॉफिट 71 प्रतिशत घटकर 51.10 करोड़ रुपये रह गया है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 175.19 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
कंपनी की कमाई: मुनाफे में गिरावट का कारण कंपनी के खर्च में हुई बढ़ोतरी है। कंपनी की कुल आय पिछले वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही के 1,937.61 करोड़ रुपये से बढ़कर इस बार 2,869.81 करोड़ रुपये हो गई है। बता दें कि इसी साल मई माह में ही पारादीप फॉस्फेट्स का आईपीओ लॉन्च हुआ था। लिस्टिंग के बाद कंपनी ने आईपीओ पर दांव लगाने वाले निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है।

आईपीओ का इश्यू प्राइस: मई 2022 में लॉन्च हुए पारादीप फॉस्फेट के आईपीओ का शेयर प्राइस बैंड 39-42 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। वर्तमान में शेयर का भाव 63 रुपये के स्तर पर है। आईपीओ वाले निवेशक अब प्रति शेयर 21 रुपये तक के मुनाफे में हैं।

शेयर का भाव 15 सितंबर 2022 को 72 रुपये तक गया था, जो 52 वीक का हाई लेवल है। कंपनी ने 1500 करोड़ रुपये के आईपीओ के आय का एक हिस्सा गोवा में 12 लाख टन क्षमता वाले उर्वरक प्लांट के अधिग्रहण को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया।

कंपनी के बारे में: पारादीप फॉस्फेट डीएपी, एन -10, एन -12, एन -14, एन -19, एन -20 और एन -28 सहित फॉस्फेटिक ग्रेड की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करता है। कंपनी का यह गोवा प्लांब् यूरिया का भी उत्पादन करता है। यह फॉस्फो जिप्सम, जिपमाइट, हाइड्रोफ्लोरोसिलिक एसिड (एचएफएसए) और सल्फ्यूरिक एसिड जैसे विभिन्न औद्योगिक उत्पादों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता भी है।

पेट्रोल-डीजल पर रविवार को फिर मिली राहत

दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। मुंबई में पेट्रोल के दाम 106.31 रुपये प्रति लीटर और और डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 93 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंचने के बावजूद देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को भी कोई बदलाव नहीं हुआ। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। मुंबई में पेट्रोल के दाम 106.31 रुपये प्रति लीटर और और डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर है।

बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें मूल्य वर्धित कर (वैट) और माल ढुलाई शुल्क के आधार पर सभी राज्यों में अलग-अलग हैं। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की प्रतिदिन समीक्षा की जाती है।

चेक करें अपने और अपने पड़ोसी शहर के रेट: आप भी अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के दाम रोजाना SMS के जरिए भी चेक कर सकते है। इंडियन ऑयल के उपभोक्ता RSP लिखकर 9224992249 नंबर पर व HPCL के उपभोक्ता HPPRICE लिखकर 9222201122 नंबर पर भेज सकते हैं। BPCL उपभोक्ता RSP लिखकर 9223112222 नंबर पर भेज सकते हैं।

 खाद वितरण व्यवस्था को सुचारू बनाने करें तकनीक का पूरा उपयोग:मुख्यमंत्री श्री चौहान

प्रदेश में खाद की पर्याप्त उपलब्धता, वितरण में असंतुलन न हो

कंट्रोल रूम निरंतर कार्य करे, आँकड़े भी सामने लाए जाएँ
जिला स्तर पर कलेक्टर्स किसानों तक पहुँचाएं सही जानकारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खाद वितरण की समीक्षा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खाद वितरण की ऐसी व्यवस्था करें कि कहीं भी खाद प्राप्त करने के लिए किसानों को लाइन न लगाना पड़े। उपलब्धता के बाद यह सुनिश्चित करें कि वितरण की व्यवस्था भी सही रहे। केन्द्र सरकार से निरंतर आवंटन प्राप्त हो रहा है। खाद की कोई कमी नहीं है। वितरण का असंतुलन नहीं होना चाहिए। यह जानकारी भी किसान तक पहुँचे। खाद वितरण के सुचारू प्रबंध मैदान में दिखना चाहिए। कंट्रोल रूम से निगाह रखते हुए प्रतिदिन की जानकारी सामने लाई जाए। व्यवस्था में दोषी लोगों को जेल भेजने की कार्यवाही हो। प्रदेश में खाद वितरण के 262 अतिरिक्त काउंटर प्रारंभ किए गए हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में सुचारू रूप से खाद और उर्वरक का वितरण सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करते हुए व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाएँ। समय पर वितरण के साथ ही सोशल मीडिया से किसानों को आँकड़ों सहित वास्तविक स्थिति की जानकारी जिला स्तर पर दी जाए। इसके लिए कलेक्टर्स आवश्यक व्यवस्थाएँ करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बोवनी कार्य की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके परिश्रम की पूरी कीमत मिलना चाहिए। विशेष रूप से मंडियों में आने वाले सब्जी उत्पादकों को बिचौलियों और व्यापारियों द्वारा अनुचित लाभ लेने से बचाने पर भी ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शाम निवास कार्यालय में प्रदेश में खाद व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री के.सी. गुप्ता, आयुक्त सहकारिता श्री संजय गुप्ता और प्रबंध संचालक मार्कफेड श्री आलोक कुमार सिंह उपस्थित थे।

प्रदेश का खाद परिदृश्य

बैठक में बताया गया कि केन्द्र सरकार द्वारा माह नवम्बर-2022 के लिए यूरिया का आवंटन सात लाख मी. टन (2.85 लाख मी. टन स्वदेशी एवं 4.15 लाख मी. टन आयातित) एवं डीएपी का आवंटन 1.94 लाख मी. टन (0.20 लाख मी. टन स्वदेशी एवं 1.74 लाख मी. टन आयातित) दिया गया है। माह नवम्बर 2022 के लिए 4.15 लाख मी. टन आयातित यूरिया का आवंटन दिया गया है, जिसके विरूद्ध केन्द्र सरकार द्वारा 60 हजार मी. टन का आवंटन दिया गया है। दिनांक 5 नवम्बर 2022 की स्थिति में यूरिया 1.20 लाख मी. टन ट्रांजिट सहित, डीएपी 0.83 लाख मी. टन ट्रांजिट सहित‍ एवं एनपीके ट्रांजिट सहित 0.34 लाख मी. टन प्राप्त है। दिनांक 4 नवम्बर 2022 की स्थिति में यूरिया का स्टॉक 2. 23 लाख मी. टन, डीएपी का स्टॉक 1.52 लाख मी. टन एवं एनपीके का स्टॉक 1.14 लाख मी. टन है।

बताया गया कि गत वर्ष 30 नवम्बर, 2021 तक विक्रय मात्रा के अनुसार अनुमान के आधार पर दिनांक 4 नवम्बर 2022 तक यूरिया 32 जिलों में, डीएपी 41 जिलों में, एनपीके 34 जिलों में और डीपएपी +एनपीके का 42 जिलों में भण्डारण कर लिया गया है। विपणन संघ ने माह नवम्बर के लिए 175 यूरिया के रेक और 78 रेक डीएपी की माँग की है, जिसके विरूद्ध एक नवम्बर से 4 नवम्बर 2022 तक 23 यूरिया की रेक और 15 डीएपी की रेक ट्रांजिट सहित मिल चुकी है। विपणन संघ के 240 डबल लॉक केंद्र से नगद वितरण प्रारंभ हो चुका है। भीड़ वाले डबल केंद्रों पर अतिरिक्त केंद्र स्वीकृत किए गए हैं। कुल 90 केंद्रों से विक्रय प्रारंभ है, शेष विक्रय केंद्र अगले दो दिन में 7 नवम्बर तक प्रारंभ हो जाएंगे।

बताया गया कि प्रदेश में मार्केटिंग समितियों के 105 विक्रय केंद्र प्रारंभ हैं। विपणन संघ के डबल लॉक केंद्रों से एक अक्टूबर से अभी तक 68 हजार मी. टन यूरिया और 61 हजार मी. टन डीएपी को बेचा जा चुका है। माह अक्टूबर-2022 का यूरिया का आवंटन 6 लाख मी. टन है, जिसके विरूद्ध 3.64 लाख मी. टन यूरिया ट्रांजिट सहित प्राप्त हुआ है और 2.36 लाख मी. टन शीघ्र प्राप्त होगा। डीएपी का अक्टूबर 2022 के लिए आवंटन 4 लाख लाख मी. टन है, जिसके विरूद्ध 2.65 लाख मी. टन ट्रांजिट सहित प्राप्त हुआ है। अक्टूबर, 2022 के कोटे की शेष यूरिया की मात्रा 2.36 लाख मी. टन और डीएपी की शेष मात्रा 1.35 लाख मी. टन मिलाकर माह नवम्बर 2022 के लिए यूरिया का आवंटन 9.36 लाख मी. टन, डीएपी 3.29 लाख मी. टन का संशोधित आवंटन आदेश माह नवम्बर 2022 के लिए जारी करने की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही एडवांस प्लानिंग में माह दिसम्बर के लिए यूरिया की माँग 5 लाख मी. टन, डीएपी 1.25 लाख मी. टन, एनपीके 0.30 लाख मी. टन का अनुमान लगाया गया है। इसकी व्यवस्था के लिए भी प्रयास अभी से किए जा रहे हैं।

“सिवनी जम्बो सीताफल” ब्रांड को देश-प्रदेश में लोकप्रिय बनाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सिवनी में ”एक जिला-एक उत्पाद” कार्यक्रम अंतर्गत उत्पाद ”सिवनी जम्बो सीताफल”  का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान सीताफल के जम्बो आकार, विशिष्ट गुण तथा स्वाद आदि के संबंध में अवगत हुए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “सिवनी जम्बो सीताफल” को लोकप्रिय बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि “सिवनी जम्बो सीताफल” उत्पादक किसान और इसका प्र-संस्करण कर पल्प और अन्य उत्पाद बनाने वाली आजीविका मिशन की बहनों को उनके उत्पाद का बेहतर मूल्य दिलाना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ब्रांड की बेहतर मार्केटिंग कर देश- प्रदेश में इसे लोकप्रिय बनाने के भी निर्देश दिये।                   

सिवनी जिले में 656 हेक्टेयर क्षेत्र में 6500 मीट्रिक टन से अधिक सीताफल का उत्पादन होता है। सीताफल का वजन 600 से 700 ग्राम होने से इसका नाम ”सिवनी जम्बो सीताफल” रखा गया है। अपने विशिष्ट आकार तथा स्वाद से इसकी देश-प्रदेश में अच्छी माँग है। इसे विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए आजीविका मिशन के महिला स्व-सहायता समूह की सहभागिता से सीताफल की पल्प यूनिट प्रारंभ की गई है और एफपीओ का गठन किया गया है।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं प्रभारी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन, विधायक सर्वश्री दिनेश राय और राकेश पाल मौजूद थे।

गंभीर अपराध के अपराधियों को मिल रहा है कठोरतम दंड

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में अपराधों पर पुख्ता नियंत्रण के उद्देश्य से वर्ष 2008 से चिन्हित अपराध पर कार्रवाई की नियमित समीक्षा का कार्य शुरू हुआ है, जिसके अंतर्गत चिन्हित अपराधों की श्रेणी में शामिल अपराध में उल्लेखनीय कमी लाने के साथ ही इन अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों को कठोरतम दंड देने का कार्य हो रहा है। चिन्हित अपराधों की श्रेणी इसलिए बनाई गई है, जिससे अपराधियों पर तुरंत कार्रवाई हो सके और उनमें भय का वातावरण व्याप्त हो।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिन्हित अपराध योजना के संबंध में आज निवास सभा कक्ष में गृह विभाग का प्रेजेंटेशन देखा और समीक्षा के दौरान यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान को बैठक में चिन्हित अपराध योजना के अब तक के परिणाम, वर्तमान स्थिति, महत्वपूर्ण उपलब्धियों, विभिन्न जिलों की स्थिति और भविष्य की कार्य-योजना के संबंध में प्रेजेंटेशन से जानकारी प्रदान की गई।

समितियाँ करती हैं मासिक समीक्षा

प्रेजेंटेशन में बताया गया कि चिन्हित अपराधों की समीक्षा के लिए जिला, संभाग और राज्य स्तर पर समितियों का गठन किया गया है, जिसकी प्रत्येक माह समय-समय पर समीक्षा की जाती है। जिला स्तर पर कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक, जिला अभियोजन अधिकारी/शासकीय अधिवक्ता, संभाग स्तर पर संभाग आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक और राज्य स्तर पर अपर मुख्य सचिव, गृह की अध्यक्षता में पुलिस महानिदेशक/अति. पुलिस महानिदेशक-अपराध अंवेषण और विवेचना एवं प्रमुख सचिव, अपर मुख्य सचिव/ विधि एवं विधायी कार्य विभाग और संचालक लोक अभियोजन की सदस्यता वाली समिति की बैठक की जाती है।

अव्वल पाँच जिले

मुख्यमंत्री श्री चौहान को प्रेजेंटेशन के माध्यम से चिन्हित प्रकरणों और दोष सिद्ध प्रकरणों से भी अवगत कराया गया। बैठक में प्रेजेंटेशन से मुख्यमंत्री श्री चौहान को वर्ष 2008 से वर्ष 2022 (30 सितंबर) तक प्रदेश में चिन्हित अपराधों के मामले में बेहतर प्रदर्शन करने वाले और सुधार की आवश्यकता वाले जिलों की स्थिति के बारे में भी अवगत कराया गया। बताया गया कि वर्ष 2020-22 में महिला संबंधित चिन्हित अपराधों में 2 मृत्यु दंड, 187 आजीवन कारावास, 137 अन्य कठोर कारावास से अपराधी दंडित किए गए है। चिन्हित पर कार्यवाही की दृष्टि से खरगोन, बालाघाट, खण्डवा, मण्डला और झाबुआ जिले अच्छे प्रदर्शन की श्रेणी में शामिल हैं।

इन्हें दिया गया है चिन्हित अपराध का दर्जा

हत्या के वीभत्स प्रकरण, सामूहिक हत्याकांड, हत्या के साथ डकैती, सामूहिक बलात्कार, आतंकवादी कृत्य, अपहरण के साथ हत्या, पुरातत्व महत्व की और धार्मिक मूर्तियों की चोरी, जिनसे जन-सामान्य की भावनाएँ जुड़ी हैं, बारह वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के साथ बलात्कार आदि की घटनाओं को चिन्हित अपराधों की श्रेणी में शामिल कर कठोरतम दंड देने की व्यवस्था की गई है। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना, ओएसडी, मुख्यमंत्री कार्यालय श्री योगेश चौधरी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

राष्ट्र के विकास व निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका: मंत्री गुरू रूद्रकुमार

मुंगेली में शिक्षक सदन के लिए 10 लाख देने की घोषणालोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और मुंगेली जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्रकुमार आज मुंगेली के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में नवनियुक्त प्रधानपाठकों के प्रशिक्षण-सह दीपावली मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने नवनियुक्त प्रधानपाठकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षकों की भूमिका विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य निर्माण में होती है, साथ ही वे समाज, राज्य और राष्ट्र के विकास व निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल हमेशा शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखकर लगातार कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षकों के लिए शिक्षक सदन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने शिक्षक सदन निर्माण हेतु शीघ्र ही भूमि का चयन करने की बात कही। इसके पूर्व मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने छत्तीसगढ़ महतारी और सरस्वती मां के छायाचित्र के समक्ष पूजा-अर्चना व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने की। कार्यक्रम में जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती लेखनी सोनू चंद्राकर, नगरपालिका मुंगेली के अध्यक्ष श्री हेमेन्द्र गोस्वामी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री संजीत बनर्जी, आदर्श कृषि उपज मंडी समिति मुंगेली के अध्यक्ष श्री आत्मा सिंह क्षत्रिय, जिला पंचायत सदस्य द्वय श्रीमती जागेश्वरी घनश्याम वर्मा, श्री वशी उल्लाह खान और वरिष्ठ नागरिक श्री राकेश पात्रे तथा सागर सिंह बैस विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री गुरू रूद्रकुमार को पगड़ी और फूलों का हार पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।कार्यक्रम में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री साहू और नगरपालिका परिषद  अध्यक्ष श्री गोस्वामी ने भी संबोधित किया। उन्होंने शिक्षक सदन के लिए 05 लाख रूपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने शिक्षकों के हित के लिए किए गए कार्यों के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रधान पाठकगण उपस्थित थे।

सड़क क्रांति मध्यप्रदेश के महत्व और गौरव को बढ़ाएगी: मुख्यमंत्री श्री चौहान

केंद्रीय सड़क परिवहन और राज मार्ग मंत्री श्री नितिन गड़करी 7 नवम्बर को करेंगे 5315 करोड़ की 13 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में विभिन्न सड़क निर्माण प्रकल्प तेजी से पूर्ण हो रहे हैं। राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से भिन्न-भिन्न योजनाओं में अनेक मार्ग स्वीकृत हुए हैं। अनेक पूर्ण हो चुके हैं। इससे प्रदेश का पर्यटन महत्व भी बढ़ रहा है। प्रदेश के अभयारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों के अलावा ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर से परिचित होने देश-विदेश से सैलानी पहुँच रहे हैं। यह सड़क क्रांति मध्यप्रदेश के महत्व और गौरव को बढ़ाएगी। इस क्रम में सोमवार 7 नवम्बर को मण्डला और जबलपुर जिले में 5315 करोड़ रूपए की लागत से कुल 543 कि.मी. लम्बी 13 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नवम्बर के इन कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर और मण्डला में हो रहे कार्यक्रमों की तैयारियों की जानकारी दोनों जिलों के कलेक्टर्स और विभागीय अधिकारियों से प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सड़कों के निर्माण से न सिर्फ पर्यटकों को लाभ हो रहा है, बल्कि स्थानीय ग्रामीण और शहरी आबादी बेहतर सड़कों से सीधे लाभान्वित हो रही है। आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिल रहा है। मध्यप्रदेश का एक बड़ा हिस्सा केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी द्वारा किए जा रहे शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रमों से लाभान्वित होगा।

महाकौशल अंचल में इन सड़कों का होना है लोकार्पण और शिलान्यास

बताया गया कि महाकौशल अंचल में जबलपुर सहित मण्डला, डिण्डोरी और नरसिंहपुर जिले लाभान्वित हो रहे हैं। जबलपुर जिले में 8 सड़क परियोजनाओं की शुरूआत हो रही है। इनमें कुल 3332 करोड़ रूपए की लागत की सात सड़कों की आधारशिला रखी जा रही है। इसके अलावा एक सड़क का लोकार्पण हो रहा है, जो एनएचएआई द्वारा नरसिंहपुर जिले में हिरन नदी से सिंदूर नदी तक की 4 लेन सड़क है, जिसकी लम्बाई 53 कि.मी. है। यह सड़क 722 करोड़ रूपए की लागत से बन कर पूरी हुई है। इस सड़क के लोकार्पण के साथ ही जिन सात सड़कों का शिलान्यास हो रहा है उनमें जबलपुर से कुण्डम लम्बाई 42 कि.मी., बरेला से मानेगांव लम्बाई 16 कि.मी., मानेगांव से राष्ट्रीय राजमार्ग 45 तक 4 लेन की सड़क लम्बाई 20 कि. मी., राष्ट्रीय राजमार्ग 45 से कुश्नेर लम्बाई 36 कि. मी., कुश्नेर से अमझर लम्बाई 23 कि. मी., कुण्डम से निवास सड़क उन्नयन लम्बाई 23 कि.मी. और एक कि.मी. लम्बाई का जबलपुर ऐलिवेटेड कॉरिडोर एक्सटेंशन भी शामिल है। मंडला जिले में 1261 करोड़ रूपए की लागत से 329 कि.मी. लम्बाई की पाँच सड़कों के निर्माण की शुरूआत हो रही है। इनमें कुण्डम से शहपुरा 36 किमी, शहपुरा से डिण्डोरी 37 किमी, डिण्डोरी से सागरटोला 86 किमी, डिण्डोरी से मण्डला 101 किमी और समनापुर से बजाग तक मार्ग का उन्नयन शामिल है। बताया गया कि इन सड़क परियोजनाओं के अमल से मार्गों का 2-लेन (पेव्हड शोल्डर सहित)उन्नयन कार्य हो रहा है। परियोजनाओं में मेजर ब्रिज, माइनर ब्रिज और कल्वर्ट का निर्माण, रहवासी क्षेत्र में नाली निर्माण, बस-ले-बाय, ट्रक-ले-बाय तथा जंक्शन के उन्नयन का कार्य और रहवासी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटिंग का कार्य भी हो रहा है। परियोजना से सड़क सुरक्षा की दृष्टि से क्रेश बेरियर, रोड मार्किंग,साइनेज, बोर्ड एवं अन्य कार्य सम्पन्न होंगे।

परियोजनाओं से होने वाले लाभ

  • सड़क के ज्यामितीय सुधार से यात्रा सुगम एवं सुरक्षित होने के साथ यात्रा समय में कमी।

  • पर्यटन एवं धार्मिक स्थल, विश्व प्रसिद्ध भेड़ाघाट, अमरकंटक, कान्हा नेशनल पार्क जाने में सुविधा।

  • परियोजना से छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश तक चावल एवं स्टील के ट्रकों का आवागमन सुगम तथा यात्रा समय में कमी से ईंधन की बचत।

  • औद्योगिक विकास, कृषि एवं पर्यटन और रोजगार अवसरों को बढ़ावा।

राज्यपाल सुश्री उइके से अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति ने सौजन्य भेंट की

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज राजभवन में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति श्री ए. डी. एन. वाजपेयी ने सौजन्य भेंट की। इस दौरान कुलपति डॉ. वाजपेयी ने राज्यपाल को विश्वविद्यालय के विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया।

महाकवि कालिदास की कृतियाँ हमें आनन्द से भरती हैं : राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ कर वे अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। महाकवि कालिदास की कृतियाँ हमें आनन्दित करती हैं। संगीत से मन प्रफुल्लित होता है। जिन कलाकारों को राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से विभूषित किया गया है, उन्होंने अपनी कला और संगीत से आनंद दिया है। कथक नृत्य भगवान की स्तुति पर आधारित है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि बीते दिनों श्री महाकाल लोक का प्रसारण पूरी दुनिया के 24 देशों में देखा गया। नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति, कला, साहित्य, इतिहास और महापुरूषों का समय-समय पर परिचय देना चाहिये। हम सब भारत माता के प्रति हृदय से भक्ति रखे और देश के गौरवशाली इतिहास को जीवन में उतारें। महापुरूषों के आदर्श पर चलें। हमारा साहित्य और कला सदैव हमें प्रेरणा देते रहेंगे।

राज्यपाल श्री पटेल ने शुक्रवार को देव प्रबोधिनी एकादशी पर सात दिवसीय अखिल भारतीय कालिदास समारोह-2022 का शुभारम्भ किया। सारस्वत अतिथि श्री तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्यजी महाराज थे। अध्यक्षता संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने की। सांसद श्री अनिल फिरोजिया, महापौर श्री मुकेश टटवाल, विधायक महिदपुर श्री बहादुरसिंह चौहान विशिष्ट अतिथि थे। कालिदास संस्कृत अकादमी के पं.सूर्यनारायण व्यास संकुल सभागृह में विक्रम विश्वविद्यालय और कालिदास संस्कृत अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के तत्वावधान में समारोह का शुभारम्भ हुआ।

समारोह में पद्मभूषण श्री बुधादित्य मुखर्जी (सितार वादन), पद्मश्री डॉ.पुरू दाधीच (कथक नृत्य), श्री वासुदेव कामथ (चित्रकला) और रंगकर्मी एवं प्रसिद्ध अभिनेता श्री राजीव वर्मा को राज्य शासन के प्रतिष्ठित अलंकरण ‘राष्ट्रीय कालिदास सम्मान’ से विभूषित किया गया।

सारस्वत अतिथि स्वामी रामभद्राचार्यजी महाराज ने संस्कृत में आशीर्वचन दिया। संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि महाकवि कालिदास के जीवन का वर्णन हमारे द्वारा समय-समय पर सुना और पढ़ा जाता रहा है। साहित्य, कला, संस्कृति और संस्कार मानव जीवन को परिपूर्ण करते हैं। इन विधाओं के सम्पूर्ण विकास के लिये संस्कृति विभाग द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। आने वाली पीढ़ी रामचरित मानस के आदर्शों को अपने जीवन में उतार सके, उनसे परिचित हो सके, इसके लिये संस्कृति विभाग द्वारा रामचरित मानस पर आधारित ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन बीते दिनों किया गया है। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि उन्होंने महू विधानसभा में 234 स्कूल का नामकरण देश के महान क्रान्तिकारियों के नाम पर किया है। आने वाली पीढ़ी क्रान्तिकारियों के जीवन परिचय से भलीभांति परिचित हो, यह हम सबका प्रयास होना चाहिये। सभी लोग अपने घरों में देश के महान क्रान्तिकारियों के चित्र अवश्य लगायें।

प्रदर्शनी का शुभारंभ

राज्यपाल श्री पटेल ने समारोह के शुभारम्भ के पहले कालिदास अकादमी परिसर में स्थित कवि कुलगुरू कालिदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद रघुवंशम में लगी प्रदर्शनी का शुभारम्भ दीप जला कर किया। उन्होंने प्रदर्शनी के शुभारम्भ पर विजिटर्स बुक में लिखा कि “अखिल भारतीय कालिदास समारोह में आकर मुझे प्रसन्नता हुई है। संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए किये जा रहे इस प्रयास की मैं सराहना करता हूँ। सफल आयोजन के लिए आयोजकों को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामना।” राज्यपाल ने अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर द्वारा लगाई गई सिक्कों की प्रदर्शनी का शुभारम्भ कर अवलोकन किया। राज्यपाल ने परिसर में हाथ करघा एवं हस्त शिल्प मेले का और परिसर में श्री गणेश प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप-दीपन कर मेले का शुभारम्भ किया।

अतिथियों द्वारा महाकवि कालिदास और पं. सूर्यनारायण व्यास के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन तथा माल्यार्पण कर समारोह का शुभारम्भ किया गया। शासकीय माधव संगीत महाविद्यालय के स्टाफ और विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती गान और मध्यप्रदेश गान का गायन किया गया। अतिथियों द्वारा पुस्तक “दुर्वा” और “मेघदूत” के भोजपुरी अनुवाद एवं कालिदास राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी के ब्रोशर का विमोचन किया गया। अकादमी के निदेशक और संचालक संस्कृति श्री अदिति कुमार त्रिपाठी ने स्वागत भाषण दिया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय ने आभार माना।

राज्यपाल सुश्री उइके से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के डिविजनल रिटेल सेल्स हेड ने की भेंट की

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज राजभवन में इंडियन ऑयल कॉर्पाेरेशन लिमिटेड के डिविजनल रिटेल सेल्स हेड श्री अमृत कुमार ख्यालिया ने भेंट की। इस दौरान श्री ख्यालिया ने राज्यपाल को इंडियन ऑयल के चेयरमैन की ओर से प्रेषित पत्र सौंपा। उक्त पत्र में राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाओं के साथ ही इंडियन ऑयल द्वारा प्रदेश में संचालित गतिविधियों की जानकारी राज्यपाल को दी गई है। इस अवसर पर श्री रुपेश राठौर और श्री वरुण यादव भी उपस्थित थे।

BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने शाहिद अफरीदी की बोलती की बंद, पूछा- हमें ICC से अन्य टीमों से क्या अलग मिलता है?

रोजर बिन्नी ने कहा है कि यह दावा करना अनुचित है कि ICC भारत का पक्षधर है। अफरीदी द्वारा लगाए गए आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए बिन्नी ने कहा कि शीर्ष बोर्ड हर टीम के साथ समान व्यवहार करता है।
ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंचने से बस एक जीत दूर है। टीम ने अपने पिछले मैच में बांग्लादेश को डकवर्थ लुईस नियम से 5 रन से हराया। हालांकि इस मैच में बारिश की वजह से मैच कुछ देर के लिए रुका था, लेकिन बारिश के थमने पर मैच फिर शुरू हुआ था, जिसके बाद टीम इंडिया ने दमदार वापसी करते हुए जीत हासिल की थी। हालांकि भारत की जीत पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी पचा नहीं पाए और आईसीसी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था चाहती है कि भारत हर हाल में सेमीफाइनल खेले, इस वजह से मैदान गीला होने के बावजूद मैच फिर से शुरू करवाया। अब बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने अफरीदी के विवादित आरोपों पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि आईसीसी द्वारा “हर टीम के साथ समान व्यवहार किया जाता है।”
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने हाल ही में दावा किया था कि आईसीसी चाहता है कि टीम इंडिया 2022 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में किसी भी कीमत पर पहुंचे। उनका ये विवादित बयान भारत-बांग्लादेश मैच के बाद आया है।
बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने कहा, ”सही नहीं है। मुझे नहीं लगता कि आईसीसी हमारा पक्ष लेता है। सभी के साथ एक जैसा व्यवहार होता है। ऐसा कोई तरीका नहीं जिससे आप ऐसा कह सकें। हमें अन्य टीमों से क्या अलग मिलता है? भारत क्रिकेट में एक बड़ा पावरहाउस है लेकिन हम सभी के साथ एक जैसा व्यवहार किया जाता है।”
इससे पहले शाहिद अफरीदी ने आईसीसी पर बीसीसीआई का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए समा टीवी से कहा, ”आपने देखा कि मैदान कितना गीला था। लेकिन ICC का झुकाव भारत की ओर है। वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत किसी भी कीमत पर सेमीफाइनल में पहुंचे। अंपायर भी वही थे जिन्होंने भारत बनाम पाकिस्तान मैच में अंपायरिंग की और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अंपायर का पुरस्कार मिलेगा।”

श्रीलंका की जीत-हार से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की किस्मत का होगा फैसला, आज ग्रुप 1 का सबसे बड़ा मुकाबला

टी20 वर्ल्ड कप 2022 सुपर-12 के ग्रुप 1 का आज आखिरी मैच खेला जाएगा। इंग्लैंड की टीम का सामना श्रीलंका से है, जो टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है, लेकिन इंग्लैंड सेमीफाइनल की रेस में बरकरार है।
इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच टी20 वर्ल्ड कप सुपर-12 के ग्रुप 1 के आखिरी मैच में जबरदस्त टक्कर देखने को मिल सकती है। इंग्लैंड को सेमीफाइल में जगह पक्की करने के लिए ये मैच हर हाल में जीतना है, वहीं दूसरी तरफ श्रीलंका के लिए ये मैच मात्र औपचारिकता है। इंग्लैंड की टीम अगर इस मैच में जीत दर्ज करती है तो वह लगातार दूसरी बार आईसीसी के इस मेगा इवेंट के सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। हालांकि पिछली बार इंग्लैंड को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार समीकरण अलग होंगे।इंग्लैंड की टीम 4 मैचों में 5 अंक के साथ टी20 वर्ल्ड कप ग्रुप 1 में तीसरे स्थान पर कायम है। वहीं न्यूजीलैंड ने पांच मैचों में सात अंक के साथ ग्रुप-1 के शीर्ष पर पहुंचकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। टी20 विश्व कप 2021 की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया सात अंक के साथ दूसरे स्थान पर है, हालांकि उसका रन रेट पांच अंक वाली इंग्लैंड से खराब है, वहीं बटलर की टीम को शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी ग्रुप स्टेज मुकाबला खेलना है। 2010 की चैंपियन इंग्लैंड को श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ जीत हासिल करनी है, क्योंकि दूसरे नंबर पर कायम ऑस्ट्रेलिया के भी 7 ही अंक हैं और इंग्लैंड की टीम के भी जीत के साथ 7 अंक हो जाएंगा, लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण इंग्लैंड की टीम अंतिम-4 में पहुंच जाएगी।
श्रीलंका की टीम अगर इंग्लैंड को हरा देती है, तो ऑस्ट्रेलिया की टीम ग्रुप 1 से सेमीफाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बन जाएगी। ऑस्ट्रेलिया ने अपने पिछले मैच में अफगानिस्तान को 4 रन से हराया है।
न्यूजीलैंड का नॉकआउट चरण में क्वालीफिकेशन की पुष्टि ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच मैच के बाद हुई जिसमें गत चैम्पियन टीम आठ विकेट पर महज 168 रन ही बना सकी। जबकि उसे नेट रन रेट में न्यूजीलैंड को पछाड़ने के लिये 185 रन के अंतर से जीत दर्ज करने की जरूरत थी।

सड़क पर 5 km चल लें तो दमा हो जाए, 15 साल से यह हाल क्यों; नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर ने फिर बोला हमला

पीके ने आरोप लगाया कि नीतीश पर 15 साल पहले एक गांव में जूता फेंकने की घटना हुई थी, जिसकी वजह से गांव को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क से वंचित कर दिया गया है। पीके पर जेडीयू ने पलटवार किया है।
बिहार में नया राजनीतिक विकल्प बनने की कोशिशों में जुटे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार पर 15 साल पहले एक गांव में जूता फेंकने की घटना हुई थी, जिसकी वजह से गांव को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क से वंचित कर दिया गया है। किशोर ने अपने ‘जन सुराज’ अभियान के तहत पश्चिमी चंपारण जिले में ग्रामीणों के साथ बातचीत करते हुए कुमार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि उस घटना के चलते ग्रामीणों को सजा दी जा रही है।
बिहार में करीब 3500 किलोमीटर लंबी पद यात्रा पर निकले किशोर ने योगापट्टी के लोगों से कहा, ‘नवलपुर-बेतिया रोड की हालत ऐसी है कि कोई पांच किलोमीटर चल ले तो उसे दमा हो जाए। सुबह से चल के आ रहे हैं, खांसी नहीं रुक रही है, घुटने तक धूल है। 15 बरस से यही हाल है, क्यों है।’ आईपैक के संस्थापक ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘लोगों ने बताया कि योगापट्टी में नीतीश कुमार आए थे, किसी ने मंच पर जूता उछाल दिया। इसी गुस्से में वह सड़क ही नहीं बनने दे रहे हैं। यह हाल तो राजतंत्र से भी बुरा है।’ उन्होंने कहा, ‘जूता उछालने वाला नहीं पकड़ा गया लेकिन इलाके के सभी लोगों को दंडित किया जा रहा है। 32 किलोमीटर की सड़क नहीं बन रही।’
नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद ने किशोर पर पलटवार करते हुए कहा, ‘किशोर भाजपा के खिलाफ बोलने से क्यों कतरा रहे हैं जिसके पास पिछली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के कार्यकाल में पथ निर्माण विभाग था।’ गौरतलब है कि जदयू ने करीब तीन महीने पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ कर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वाम सहित ‘महागठबंधन’ की नई सरकार बना ली थी। किशोर ने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तब भाजपा के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार)के चुनावी अभियान को संभाला था। जदयू उनपर भाजपा का ‘एजेंट’ होने का आरोप लगाती है।

भारत के मिसाइल परीक्षण से ठीक पहले चीन ने क्यों उतारा जासूसी पोत, अलर्ट पर नौसेना; टल सकती है टेस्टिंग

हिन्द महासागर में चीन अपने वर्चस्व के लिए पैंतरेबाजी करने से बाज नहीं आ रहा है। जानकारी सामने आई है कि एक बार फिर चीन ने अपने जासूसी पोत को हिन्द महासागर में भेजा है।
हिन्द महासागर में चीन अपने वर्चस्व के लिए पैंतरेबाजी करने से बाज नहीं आ रहा है। जानकारी सामने आई है कि एक बार फिर चीन ने अपने जासूसी पोत को हिन्द महासागर में भेजा है। खास बात यह है कि चीन ने यह हरकत ऐसे वक्त में की है जब भारत बंगाल की खाड़ी में मिसाइलों का परीक्षण करने वाला है। ऐसा माना जा रहा है कि भारत चीनी पोत की हिन्द महासागर में एंट्री के बाद मिसाइल परीक्षण स्थगित कर सकता है। हालांकि यह पोत भारतीय समुद्री सीमा से काफी दूर है लेकिन, नौसेना पोत की गतिविधियों पर पैनी नजर रखे हुए हैं। इससे पहले अगस्त माह में श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर चीन ने अपना जासूसी पोत उतारा था। जिसके बाद भारत ने नाराजगी जाहिर की थी।

भारतीय नौसेना सूत्रों का कहना है कि 22,000 टन से अधिक भारी चीनी पोत जिसका नाम युआन वांग -6 है। इस पोत को खासतौर पर जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके पीछे बड़ी वजह इसमें बड़े एंटीना और जासूसी के लिए उन्नत निगरानी उपकरण है। इसके अलावा यह पोत इलेक्ट्रॉनिक स्नूपिंग के साथ सेंसर से लैस है।

मिसाइल परीक्षण होगा स्थगित?
रक्षा सूत्रों का कहना है कि भारत अगले सप्ताह बंगाल की खाड़ी के पास मिसाइल परीक्षण करने वाला है। लिहाजा चीन का हिन्द महासागर में जासूसी पोत उतारना बड़े सवाल पैदा करता है। इस पोत की खासियत ही जासूसी करना है। इसे उपग्रह प्रक्षेपण की निगरानी और लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के ट्रैकिंग करने में महारथ हासिल है। माना जा रहा है कि भारत चीनी पोत की हिन्द महासागर में एंट्री के बाद मिसाइल परीक्षण स्थगित कर सकता है।

इंडोनेशिया से आईओआर में एंट्री
रक्षा सूत्रों का दावा है कि जब से इस पोत ने इंडोनेशिया के सुंडा हिस्से से हिंद महासागर क्षेत्र में एंट्री ली है, भारतीय नौसेना अलर्ट हो गई है। इस पोत की बारीकी से निगरानी की जा रही है। जानकारी के अनुसार, इस पोत ने शुक्रवार सुबह हिन्द महासागर क्षेत्र में प्रवेश किया था।

Bigg Boss 16: सलमान खान ने पहली बार साजिद को लगाई लताड़, पूछा- ‘क्या कर रहे हो?’

‘बिग बॉस 16’ में साजिद खान के आने के बाद से विवाद छिड़ा हुआ है। शो में सलमान खान पर उनका पक्ष लेने का आरोप भी लग रहा है। शर्लिन चोपड़ा ने हाल ही में कहा कि जब तक साजिद के सिर पर सलमान का हाथ है और उनका कुछ नहीं बिगड़ सकता। ‘बिग बॉस 16’ को एक महीने हो चुके हैं। अभी तक साजिद के गेम की तारीफ ही होती आई है। अब पहली बार सलमान, साजिद की क्लास लगाएंगे। सलमान उनसे पूछते हैं कि वह शो में किस वजह से हैं
सलमान ने पूछा सवाल
कलर्स ने एक प्रोमो वीडियो शेयर किया है जिसमें सलमान एपिसोड में पूछते हैं कि, ‘साजिद इस घर के अंदर क्या रहे हैं?’ तब साजिद जवाब देते हैं, ‘वक्त आने पे पत्ते दिखाऊंगा।‘ सलमान उनसे कहते हैं, ‘वक्त ना यहां पर नहीं मिलता। आपको निकालने की वजह आप ही दे रहे हो। बात समझ आ रही है कि नहीं?‘
साजिद को बताया दोगला
बीते हफ्ते गौतम विज को लेकर साजिद के रवैये को सलमान ने सवाल उठाए। सलमान आगे कहते हैं, ‘आप दोगले दिख रहे हो, स्टैंड लेते हो और फिर स्टैंड बदल देते हो। ये है डबल स्टैंडर्ड्स।‘
गौतम पर भड़के थे साजिद
बता दें कि ‘साम दाम दंड‘ टास्क के दौरान सलमान, गौतम को मौका देते है कि वो कैप्टन बन सकते हैं लेकिन उन्हें घर का पूरा राशन देना होगा। गौतम सारा राशन दे देते हैं जिसके बाद पूरे घरवाले उनके खिलाफ हो जाते हैं। गौतम के फैसले की वजह से वह उन्हें ‘सेल्फिश‘ कहते हैं और उन्हें गालियां देते हैं लेकिन जल्द ही साजिद, गौतम के साथ मिल जाते हैं।

15-20 करोड़ के बजट वाली कांतारा ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया बवाल, हिंदी ही नहीं वर्ल्डवाइड भी किया कमाल

Kantara Box office: कन्नड़ फिल्म कांतारा को एक ओर जहां क्रिटिक्स ने खूब पसंद किया तो दूसरी ओर फिल्म को दर्शकों ने प्यार दिया और बेहतरीन माउथ पब्लिसिटी के बाद फिल्म ताबड़तोड़ कलेक्शन कर रही है।
Kantara Box office collection: अभिनेता व निर्देशक ऋषभ शेट्टी (Rishab Shetty) और सप्तमी गौड़ा (Sapthami Gowda) स्टारर ‘कांतारा’ (Kantara) ऐसी फिल्म साबित हुई है, जिसके लिए शायद किसी ने सोचा नहीं होगा कि ये फिल्म बड़ा धमाका करेगी, लेकिन सच है कि अगर फिल्म अच्छी है तो उसे सुपरहिट होने से कोई नहीं रोक सकता है। कन्नड़ फिल्म कांतारा को एक ओर जहां क्रिटिक्स ने खूब पसंद किया तो दूसरी ओर फिल्म को दर्शकों ने प्यार दिया और बेहतरीन माउथ पब्लिसिटी के बाद फिल्म ताबड़तोड़ कलेक्शन कर रही है। करीब 15-20 करोड़ रुपये के बजट वाली फिल्म कांतारा के कलेक्शन पर मेकर्स को भी यकीन नहीं हो रहा है।
हिंदी पट्टी में 50 करोड़ के पार हुई कांतारा
बता दें कि कांतारा एक कन्नड़ फिल्म है, जिसका हिंदी डब वर्जन 14 अक्टूबर को रिलीज हुआ था। फिल्म ने करीब 3 हफ्ते में सिर्फ हिंदी ऑडियंस से ही 50 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म ने वर्ल्डवाइड करीब 275 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है। वैसे तो कई फिल्मों ने वर्ल्डवाइड इससे अधिक कलेक्शन किया है, लेकिन जो बात कांतारा को अलग बनाती है, वो है इसका बजट। कांतारा का बजट करीब 15 से 20 करोड़ रुपये है।

क्या है कांतारा की कहानी
दक्षिण कन्नड़ के काल्पनिक गांव में स्थापित, ‘कांतारा’ एक विज़ुअल ट्रीट है, जो कंबाला और भूत कोला कला की पारंपरिक संस्कृति को जीवंत करती है। फ़िल्म की कहानी मानव और प्रकृति के संघर्ष पर आधारित है, जो कर्नाटक की तटीय संस्कृति और लोककथाओं में गहराई से निहित है। कंटारा की रिलीज पर बोलते हुए, निर्माता विजय किरागंदूर ने कहा, “कंटारा केजीएफ से एक अलग शैली में है। हम चाहते थे कि दुनिया हमारी विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान देखे जिस पर हमें गर्व है। फिल्म पवित्र रीति-रिवाजों और परंपराओं, छिपे हुए खजाने और तटीय कर्नाटक के विशिष्ट बीहड़, आकर्षक परिदृश्य की पृष्ठभूमि के साथ पीढ़ीगत रहस्यों को दर्शाती है।’
क्यों खास है कांतारा
फिल्म के बारे में बात करने से पहले इसके नाम की बात करते हैं। ‘कांतारा’ के मूल में शब्द कांतार है, जिसका मतलब होता है घना, रहस्यमयी जंगल। कांतारा एक जंगर और उसके आस पास रहने वाले कुछ लोगों की कहानी है। फिल्म में एक देवता है, जिसका नाम पंजुरली है। जंगली सुअर के रूप वाले इस देवता की भी अपनी कहानी है, जो फिल्म में दिखाई है। फिल्म कांतारा की सबसे खास बात ये है कि इसे भूत कोला परंपरा से जोड़कर दिखाया गया है। जब भी कोई फिल्म किसी परंपरा से जुड़ जाती है तो अपने आप ही इसके देखने वाले दर्शकों के बीच उसको लेकर रुचि बढ़ जाती है। हालांकि ऐसा करना से विवाद के भी मौके बढ़ जाते हैं, लेकिन कांतारा के साथ ऐसा कुछ नहीं है। कांतारा में वो सब कुछ है, जो इसे एक परफेक्ट फैमिली एंटरटेनर बनाती है। फिल्म आपको हंसाती भी है, रुलाती भी है और डराती भी है।

भारतीयों में बहुत प्रतिभा, खूब तरक्की करेगा देश, व्लादिमीर पुतिन ने की जमकर तारीफ

व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में बहुत संभावनाएं हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत विकास के मामले में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करेगा। इससे पहले उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ की थी।
पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ करने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अब भारत के लोगों की सराहना की है। उन्होंने भारतीयों को प्रतिभाशाली और प्रेरित बताते हुए कहा कि आने वाले दिनों में भारत अप्रत्याशित सफलता हासिल करेगा। शुक्रवार को व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में बहुत संभावनाएं हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत विकास के मामले में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करेगा। पुतिन ने रूस के एकता दिवस के मौके पर कहा कि भारत अपने विकास के मामले में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है। लगभग डेढ़ अरब लोग वाले देश में अब वह क्षमता है। आइए भारत को देखें, जहां बहुत प्रतिभाशाली और बहुत प्रेरित लोग हैं।
यूरोप पर लगाया अफ्रीका को लूटकर अमीर बनने का आरोप
इस दौरान रूसी राष्ट्रपति ने अफ्रीका में उपनिवेशवाद, भारत की क्षमता और रूस की ‘अद्वितीय सभ्यता और संस्कृति’ के बारे में बात की। पुतिन ने भाषण के दौरान कहा कि पश्चिमी साम्राज्यों ने अफ्रीका को लूट लिया था। काफी हद तक, पूर्व औपनिवेशिक शक्तियों में हासिल की गई समृद्धि का स्तर अफ्रीका की लूट पर आधारित है। यह सभी जानते हैं। हां, वास्तव में यह सच है और यूरोप के शोधकर्ता इसे छिपाते नहीं हैं। पुतिन ने कहा कि रूस एक बहुराष्ट्रीय पहचान वाला देश रहा है और उसकी एक अनूठी सभ्यता और संस्कृति थी। रूस यूरोपीय संस्कृति का हिस्सा है और धर्म द्वारा महाद्वीप से जुड़ा हुआ है। रूस विश्व में एक प्रमुख शक्ति बनकर उभरा है। यह वास्तव में एक अनूठी सभ्यता और एक अनूठी संस्कृति है।

बताया कैसे दुनिया में अनूठी है रूस की संस्कृति

व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि संस्कृति और ईसाई धर्म के आधार पर रूस का यूरोप से संपर्क है। इसके अलावा वह एशिया की भी पहचान साझा करता है। व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस में बहुराष्ट्रीय पहचान समाहित हैं। यह हमारी अनूठी संस्कृति है और हमें इस पर गर्व है। इस दौरान व्लादिमीर पुतिन ने भारत की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में यह देश अभूतपूर्व प्रगति करेगा। बता दें कि रूस और भारत के बीच दशकों से अच्छे संबंध रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन ने भी हमेशा इन ऐतिहासिक संबंधों का ख्याल रखा है। हाल ही में पुतिन ने पीएम नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ करते हुए कहा था कि वह देशभक्त नेता हैं।

मोदी और भारत की आजाद विदेश नीति की तारीफ की थी

मोदी की तारीफ करते हुए पुतिन ने कहा था कि भारत की विदेश नीति स्वतंत्र है और देश के हितों पर आधारित है। पुतिन ने कहा था कि पीएम मोदी उन नेताओं में शामिल हैं जिनके लिए अपने देश के हित सर्वोपरि हैं। पीएम मोदी जैसे नेताओं के लिए देशहित से ऊपर कुछ भी नहीं। भारत ने अपनी विदेश नीति के दम पर ही ब्रिटेन के उपनिवेशवाद से मुक्त होकर खूब उन्नति की है। भारतीय विदेश नीति के चलते भी रूस और भारत के संबंध हमेशा मजबूत और भरोसेमंद रहे। अब आने वाले समय भारत का ही है।

चुनाव जीता तो भारत से वापस लाऊंगा अपनी जमीन, नेपाल के पूर्व PM ने शेखी बघारी

नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री के पी शर्मा ओली ने शेघी बघारते हुए यह कह दिया कि अगर वे सत्ता में लौटते हैं, तो वह भारत द्वारा दावा किए गए हिमालयी क्षेत्रों को फिर हासिल करेंगे।
नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री के पी शर्मा ओली ने शेघी बघारते हुए यह कह दिया कि अगर उनकी पार्टी 20 नवंबर के संसदीय चुनाव में सत्ता में लौटती है, तो वह भारत द्वारा दावा किए गए हिमालयी क्षेत्रों को फिर हासिल करेगी। ओली ने यह बात नेपाल-भारत सीमा के पास दूर-पश्चिम नेपाल में दारचुला जिले में अपनी पार्टी के राष्ट्रव्यापी चुनाव अभियान का उद्घाटन करते हुए कही। यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि दो साल ओली के कार्यकाल के दौरान नेपाल सरकार ने लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपना क्षेत्र दिखाते हुए विवादित नक्शा जारी किया था। जिस पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया था।
नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (सीपीएन-यूएमएल) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने कहा, “हम कालापानी सहित लिपुलेक और लिंपियाधुरा की भूमि वापस लाएंगे। हम अपनी जमीन का एक इंच भी नहीं छोड़ेंगे।” 70 वर्षीय ओली ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इस बीच, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा ने कहा कि कूटनीतिक पहल और आपसी संबंधों के आधार पर नेपाल की अतिक्रमित भूमि को वापस लाने के प्रयास जारी हैं।
ओली की टिप्पणी पर देउबा का पलटवार
देउबा ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए सुदूर पश्चिम नेपाल में अपने गृह जिले ददेलधुरा में यह टिप्पणी की। ओली की टिप्पणी के बाद उनका यह बयान आया है। चुनाव प्रचार को संबोधित करते हुए देउबा ने कहा कि कालापानी, लिपुलेख, लिंपियाधुरा और अन्य क्षेत्रों के मुद्दों को राजनयिक पहल के माध्यम से हल किया जाएगा।
नेताओं की ओली को सलाह
हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. बाबूराम भट्टराई ने ओली से कहा है कि वे राष्ट्रीय अखंडता को चुनाव का एजेंडा न बनाएं। किसी भी पार्टी या व्यक्ति को देश की क्षेत्रीय अखंडता को चुनावी एजेंडा नहीं बनाना चाहिए। भट्टाराई ने यह बातें ओली का नाम लिए बिना ट्वीट किया।
ओली की वजह से भारत-नेपाल रिश्तों में खटास
8 मई, 2020 को उत्तराखंड में लिपुलेख दर्रे को धारचूला से जोड़ने वाली रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सड़क को खोलने के बाद नेपाल के तत्कालीन प्रधान मंत्री ओली के कार्यकाल में नेपाल के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में खटास आ गई थी। नेपाल ने सड़क के उद्घाटन का विरोध करते हुए दावा किया कि यह उसके क्षेत्र से होकर गुजरती है। कुछ दिनों बाद, नेपाल लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपने क्षेत्रों के रूप में दिखाते हुए एक नया नक्शा लेकर आया। भारत ने इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।

64% टूट गया टाटा ग्रुप का यह शेयर, 216 से टूटकर ₹102 रुपये पर आ गया भाव, 1 लाख घटकर ₹47 हजार हुआ

TTML Share Price: टाटा ग्रुप (Tata group) का एक शेयर लगातार अपने निवेशकों को मायूस कर रहा है। कभी छप्परफाड़ रिटर्न देने वाला यह शेयर इस समय अपने 52-वीक हाई से लगभग 64% तक टूट चुका है। टाटा ग्रुप का यह शेयर 11 जनवरी 2022 को अपने 52-वीक हाई 291.05 रुपये पर पहुंच गया था। इस शेयर का नाम टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) लि.यानी (TTML)। वर्तमान में TTML का शेयर 102.55 रुपये पर है।
शेयर प्राइस हिस्ट्री
बीएसई पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, टीटीएमएल के शेयर पिछले कुछ महीनों से लगातार नुकसान में हैं। कंपनी के शेयर पिछले एक महीने में यह शेयर 4% गिरा है। इस साल YTD में यह शेयर लगभग 53% टूटा है। हालांकि, सालभर में यह शेयर 53% चढ़ा है। इस दौरान यह शेयर 216 रुपये से गिरकर 102 रुपये तक आ गया है। बता दें कि यह एक लार्ज कैप कंपनी है और इसका मार्केट कैप 20,096.66 करोड़ रुपये है। अगर इस साल जनवरी में किसी निवेशक ने टाटा ग्रुप के इस शेयर में 1 लाख लगाया होता तो यह रकम घटकर 47 हजार रुपये रह गया।

कंपनी का कारोबार क्या है?
टीटीएमएल, टाटा टेलीसर्विसेज की सब्सिडियरी कंपनी है। यह कंपनी अपने सेगमेंट में मार्केट लीडर है। कंपनी वॉइस, डेटा सर्विसेज देती है। कंपनी के ग्राहकों की लिस्ट में कई बड़े नाम है। मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक बीते महीने कंपनी ने स्मार्ट इंटरनेट बेस्ड सर्विस कंपनियों के लिए शुरू की है। इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है, क्योंकि इसमें कंपनियों को फास्ट इंटरनेट के साथ क्लाउड बेस्ड सिक्योरिटी सर्विसेज और ऑप्टोमाइज्ड कंट्रोल मिल रहा है।

1 शेयर के बदले कंपनी के 5 शेयर एक्स्ट्रा मिलेंगे, अगले सप्ताह है रिकॉर्ड डेट, IPO ने किया था मालामाल

Bonus Share: लाइफस्टाइल रिटेल कंपनी FSN E-Commerce Ventures Limited यानी Nykaa अगले हफ्ते एक्स-बोनस ट्रेड (EX Bonus trade) करने जा रही है।
Bonus Share: लाइफस्टाइल रिटेल कंपनी FSN E-Commerce Ventures Limited यानी Nykaa अगले हफ्ते एक्स-बोनस ट्रेड (EX Bonus trade) करने जा रही है। कंपनी के निदेशक मंडल ने 11 नवंबर 2022 यानी अगले हफ्ते शुक्रवार को बोनस शेयर (Nykaa share) जारी करने की रिकॉर्ड तारीख तय की है। इससे पहले कंपनी के पास 3 नवंबर 2022 को Nykaa फिक्स्ड बोनस शेयर रिकॉर्ड था, लेकिन बाद में इसे बदलकर 11 नवंबर 2022 कर दिया गया। बता दें कि लाइफस्टाइल रिटेल प्लेटफॉर्म ने कंपनी के पात्र शेयरधारकों को 5:1 के अनुपात में बोनस शेयर देने जा रही है। यानी हर एक शेयर पर 5 शेयर बोनस के तौर पर मिलेंगे।
Nykaa Q2Fy23 परिणाम
नायका को जुलाई से सितंबर तिमाही में शानदार मुनाफा हुआ है। सितंबर तिमाही में नायका को ₹5.2 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है। एक साल पहले इसी तिमाही में नायका का प्रॉफिट ₹1 करोड़ था। यानी सालभर में यह 330% ज्यादा है। वहीं, जून तिमाही में नायका का नेट प्रॉफिट 5 करोड़ रुपये था।

लगभग सभी ब्रोकरेज हैं बुलिश
एचएसबीसी ने नायका के स्टॉक पर 2,170 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। विदेशी ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने नायका के शेयरों पर बाय रेटिंग बनाए रखी है और कंपनी के शेयरों के लिए 1650 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज हाउस और रिसर्च फर्म एडलवाइस भी नायका के शेयरों पर बुलिश है। एडलवाइस ने इसका टारगेट प्राइस 1506 रुपये रखा है। अन्य वैश्विक ब्रोकरेज कंपनियों में मॉर्गन स्टेनली ने नायका पर 1,889 रुपये, बोफा का 1,555 रुपये और बर्नस्टीन का 1,547 रुपये का लक्ष्य रखा है।

दिसम्बर 2023 तक पूरा प्रदेश मीजल्स-रूबेला से मुक्त होगा

प्रदेश में 9 माह से 5 वर्ष आयु के सभी बच्चों को दिसम्बर 2023 तक 2 बार मीजल्स-रूबेला का टीका लगा कर जानलेवा बीमारी मीजल्स और रूबेला से मुक्त कराने के लिये हम सभी संकल्पबद्ध हैं। मीजल्स-रूबेला निर्मूलन की राज्य स्तरीय टास्क फोर्स समिति की मंत्रालय में शुक्रवार को हुई बैठक में यह संकल्प लिया गया। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने टास्क फोर्स समिति के सदस्यों को संकल्प दिलाया।

श्री सुलेमान ने कहा कि दिसम्बर 2023 तक 9 माह से 5 वर्ष आयु के शत-प्रतिशत बालक-बालिकाओं को एमआर के टीके लगवाने का अभियान पूरी जिम्मेदारी से संचालित किया जाये। स्वास्थ्य, महिला-बाल विकास, शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग के अधिकारियों को मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान में दी गई जिम्मेदारी से अवगत कराया गया। एमडी एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास ने टीकाकरण अभियान की जानकारी दी। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान पर प्रेजेन्टेशन दिया। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री सुलेमान सहित राज्य टास्क फोर्स समिति के सभी सदस्यों ने संकल्प-पत्र पर हस्ताक्षर भी किये।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ पौध-रोपण किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी उद्यान में अटल बिहारी वाजपेई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल में प्रशिक्षण के लिए आए स्वैच्छिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नीम, कचनार और खिरनी के पौधे लगाए। नई दुनिया इंदौर के समाचार संपादक श्री उज्जवल शुक्ला भी अपने जन्म-दिवस पर सपरिवार पौध-रोपण में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पौध-रोपण के लिए आई स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से परिचय तथा उनके द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी के लिए बड़े संकट हैं। पौध-रोपण के लिए जन-भागीदारी को प्रोत्साहित करना और पर्यावरण-संरक्षण के प्रति जन-सामान्य को संवदेनशील बनाना आवश्यक है। सुशासन संस्थान द्वारा सतत विकास में भागीदारी के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं के क्षमता निर्माण कार्यक्रम में जन अभियान परिषद के समन्वय से कार्य कर रही विभिन्न जिलों की संस्थाओं के प्रतिनिधि भी पौध-रोपण में शामिल हुए।

पीथमपुर म.प्र. की औद्योगिक एवं रोजगार देने वाली राजधानी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पीथमपुर मध्यप्रदेश की औद्योगिक एवं रोजगार देने वाली राजधानी बन गया है। यहाँ बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित हुए हैं और उद्योगों के लिये निवेश आने का क्रम जारी है। यहाँ बेटियों के लिये अलग से महिला उद्यमी पार्क बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान पीथमपुर में रोजगार दिवस और “एक जिला-एक उत्पाद” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 1371 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की सौगात दी और 3 लाख 19 हजार युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ने के लिये 2577 करोड़ रूपये की ऋण राशि का वितरण किया। साथ ही महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने महिला उद्यमी पार्क का भूमि-पूजन कर 21 महिला उद्यमियों को भूमि आवंटन-पत्र भी सौंपे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना के लिये सांस्कृतिक पुनरुत्थान के कार्य शुरू हो गये हैं। वाग्देवी की प्रतिमा, जो इस समय इंगलैंड में है, को पुन: मध्यप्रदेश लाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उज्जैन में श्री महाकाल लोक बनाया गया है। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना का कार्य चल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार देने के लिये रात-दिन एक कर रही है। अगले एक वर्ष में एक लाख रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती की जायेगी। नवम्बर माह में 40 हजार रिक्त पदों में भर्ती के लिये विज्ञापन जारी हो जायेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पीथमपुर में 1100 एमएसएमई इकाइयों में 12 हजार 777 करोड़ रूपये का निवेश है और 38 हजार 770 लोगों को रोजगार मिला है। यहाँ 95 बड़ी औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित हैं, जिसमें 26 हजार 320 करोड़ रूपये का निवेश है और 53 हजार 493 लोगों को रोजगार मिला है। इस तरह से कुल एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है। पीथमपुर के फार्मा सेक्टर ने दुनियाभर को कोविड में दवाएँ पहुँचा कर अद्भुत काम किया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान भाइयों से जमीन लेकर 12 हजार 500 हेक्टेयर में नया निवेश क्षेत्र स्थापित किया जायेगा, जिसमें एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। पीथमपुर अद्भुत औद्योगिक क्षेत्र है। यहाँ औद्योगिक इकाइयाँ लगातार निवेश करती जा रही हैं। यहाँ के औद्योगिक उत्पादों का 11 हजार करोड़ रूपये का निर्यात विभिन्न देशों में किया जाता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पीथमपुर में सड़कों के निर्माण के लिये 15 करोड़ रूपये दिये जायेंगे। यहाँ राजस्व अनुभाग बना कर स्थाई रूप से एसडीएम कार्यालय स्थापित किया जायेगा। पीथमपुर अस्पताल का सिविल अस्पताल में उन्नयन किया जायेगा। स्थानीय जन-प्रतिनिधियों द्वारा की गई क्षेत्रीय विकास की गई माँगों को भी पूरा किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर कोई भी गरीब परिवार बिना आवास के नहीं रहेगा। ऐसे सभी परिवारों को मुख्यमंत्री भू-आवासीय योजना में जमीन देकर उसका मालिक बनाया जायेगा। सभी पात्र लोगों के आवास भी बनाये जायेंगे। अकेले धार जिले में ही एक लाख गरीबों के मकान बन चुके हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार ने संबल और मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना जैसी हमारी अनेक कल्याणकारी योजनाएँ बंद कर दी थी। ऐसी सभी बंद योजनाओं को हमने पुन: शुरू कर जनता को उसका लाभ देना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार के मेधावी विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा की फीस राज्य सरकार भरेगी। पढ़ाई के साथ रोजगार की व्यवस्था के लिये भी सरकार निरंतर अभियान चला रही है।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं के हितलाभ भी वितरित किये। मुख्यमंत्री ने धार जिले के बाग प्रिंट के ‘लोगो’ का अनावरण किया एवं कारीगरों को जीआई सर्टिफिकेट वितरित किये। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में एमपीआईडीसी और फियो के बीच एमओयू हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं का टर्न ओवर 20 हजार करोड़ तक पहुँच गया है। मेरा उद्देश्य है कि मेरी बहनें प्रतिमाह कम से कम 10 हजार रूपये की आय अर्जित करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार का समग्र रूप से एक ही लक्ष्य है कि जनता की ख़ुशहाली। युवा उद्यमियों को प्रोत्साहन के लिए विभिन्न योजनाएँ चल रही हैं। युवाओं को एक लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक का लोन बैंक द्वारा दिया जा रहा है। लोन वापसी की गारंटी राज्य सरकार दे रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान की जानकारी कलेक्टर से ली। बताया गया कि अभी तक ज़िले में 3 लाख 19 हज़ार आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 2 लाख 90 हज़ार आवेदन स्वीकृत भी किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आयुष्‍मान योजना, गरीबों के मकान की योजना, भू-आवास अधिकार योजना, गरीबों के राशन की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।

लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश को एक नई दिशा देने के लिये अंत्योदय के साथ आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश को गढ़ने के लिये आज महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं। हमारी सरकार मध्यम एवं वंचित वर्ग के हर बच्चे का सपना पूरा करेगी। प्रदेश में 2 हजार से ज्यादा युवाओं ने स्टार्ट-अप प्रारंभ किये हैं। साथ ही फर्नीचर एवं टॉय क्लस्टर के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।

औद्योगिक निवेश एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत से प्रोत्साहित होकर मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिये कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिसमें 52 जिलों के 38 उत्पादों को “एक जिला-एक उत्पाद” के रूप में चयनित किया गया है। इनकी मार्केटिंग के लिये अमेजान, फ्लिपकार्ट जैसी ऑनलाइन मार्केटिंग साइट से समझौता किया गया है। राज्य सरकार द्वारा गरीब एवं वंचित वर्ग के लोगों की जन्म से लेकर सम्पूर्ण जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं। युवा वर्ग के रोजगार एवं उच्च शिक्षा के लिये भी कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, ताकि युवा अपने स्वप्न पूरे करते हुए प्रदेश एवं देश के विकास में सहयोगी बनें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान का कार्यक्रम स्थल पहुँचने पर अलग अंदाज़ में स्वागत किया गया। यहाँ उनसे मिलने आये भांजे-भांजी भी पहुँचे, जो मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं और जिनकी फ़ीस राज्य सरकार द्वारा भरी गई है। मंच पर 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले और सरकार से लैपटाप प्राप्त करने वाले मेधावी बच्चों ने भी मुख्यमंत्री का स्वागत किया। राज्य सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले धार ज़िले के जनजाति युवाओं ने भी मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार जताया। घर-घर अनाज पहुँचाने वाले वाहन चालक और लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभार्थियों ने भी उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर और उज्जैन संभाग के विभिन्न ज़िलों द्वारा ‘एक जिला-एक उत्‍पाद’ के तहत लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

कार्यक्रम में धार जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांसद श्री छतर सिंह दरबार, विधायकगण, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री संजय शुक्ला, लघु, सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम श्री पी. नरहरि अन्य जन-प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में युवा एवं महिला समूह की सदस्य उपस्थित रहे।

महिला समूहों द्वारा बनाए गए समानों को खरीदने लोगों का हुजूम

राज्योत्सव

राज्योत्सव स्थल में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के स्टॉल पर महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्रियों की प्रदर्शनी एवं विक्रय केंद्र

मोजाम्बिक के कलाकारों ने भी ग्रामीण विकास की योजनाओं को जाना-समझा

राज्योत्सव

राज्योत्सव

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राज्योत्सव स्थल राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 1 नवम्बर से संचालित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रदर्शनी में महिला समूहों द्वारा निर्मित समानों की खरीदी के लिए लोगों का खासा हुजूम उमड़ रहा है। स्टॉल में संचालित प्रदर्शनी एवं विक्रय केंद्र में स्वसहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए मोबाइल पॉकेट, केले के रेशे से निर्मित बैग, कुकीज, मिट्टी के दीये, सजावट के विभिन्न समान, मोमबत्ती, फ्लोर क्लीनर, हैंडवॉश और साबुनों की अच्छी बिक्री हो रही है। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में भाग लेने आए देश-विदेश के कलाकार भी स्टॉल का भ्रमण कर राज्य में ग्रामीण विकास की योजनाओं को देख-समझ रहे हैं। मोजाम्बिक के कलाकारों ने 3 नवम्बर को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के स्टॉल पहुंचकर योजनाओं की जानकारी ली।

राज्योत्सव राज्योत्सव

राज्योत्सव स्थल पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की विकास प्रदर्शनी में आकर्षक मॉडलों के जरिए विभागीय योजनाओं से दर्शकों को रू-ब-रू कराया जा रहा है। मॉडलों के माध्यम से नरवा उपचार, स्वच्छ भारत मिशन और महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क की गतिविधियों की जानकारी प्रदान की जा रही है। विकास प्रदर्शनी में राज्य में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना और मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत हो रहे सड़क निर्माण की जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। यहां मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) की उपलब्धियों को भी दर्शाया गया है।

मुख्यमंत्री निवास में तुलसी विवाह और एकादशी की पूजा हुई

मुख्यमंत्री निवास में आज देवउठनी एकादशी एवं तुलसी विवाह पर पूजा आराधना की गई। मुख्यमंत्री निवास में भगवान श्री हरि विष्णु (शालिग्राम) एवं माता तुलसी के विवाह की रस्म मुहूर्त के अनुसार पूरी की गई। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने परिवार सहित एकादशी की पूजा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी के जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान और निकट परिजन ने पूजा में हिस्सा लिया।

 संगीत, नृत्य की कोई भाषा नहीं होती

संगीत, नृत्य की कोई भाषा नहीं होती

राज्योत्सव

राज्योत्सव राज्योत्सव

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव कल की ढलती हुई शाम के साथ ही समाप्त हो चुका है। इस वर्ष जिन 10 देशों के लोक नर्तक दल इस राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में अपने नृत्य की छटा बिखेरने आए थे उनमें मोजांबिक, टोगो, इजिप्ट, मंगोलिया, इंडोनेशिया, रूस, न्यूजीलैंड, सर्बिया और मालदीव जैसे देश प्रमुख हैं।

दुनिया के इन 10 देशों से आए हुए लोक नर्तकों ने छत्तीसगढ़ की जनता को अपने लोक नृत्यों से अभिभूत कर दिया। लेकिन यह एकतरफा ही नहीं हुआ वे भी छत्तीसगढ़वासियों से कम अभिभूत होकर नहीं गए हैं और इसमें भाषा किसी तरह की दीवार या बाधा साबित नहीं हुई। क्योंकि नृत्य, संगीत की कोई भाषा नहीं होती इसे केवल महसूस किया जाता है।

राज्योत्सव

भारत वर्ष एक विशाल और विविधताओं से भरा देश है। यहां हर प्रदेश की अपनी एक अलग लोक संस्कृति है। इन्हीं लोक संस्कृति से एक महान भारतीय संस्कृति बनती है। इस बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव में देश के 28 राज्यों के लोक नर्तकों ने अपनी लोक नृत्यों के प्रदर्शन से साइंस कॉलेज मैदान में जो खुशबू बिखेरी है और जो जादू जगाया है उस खुशबू और जादू को हम छत्तीसगढ़वासी बहुत दिनों तक अपने दिलों में महसूस करते रहेंगे।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन की बेला में हमारे छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जो कहा है वह भी अपने आप में कोई कम महत्वपूर्ण नहीं है। आदिम संस्कृति सभी को जोड़ने का कार्य करती है। इसे सहेजकर और इसकी खूबसूरती को बड़े फलक पर दिखाने के उद्देश्य से हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया है। मुझे इस बात कि खुशी है कि इस आयोजन में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की है। आगे मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि इस आयोजन के माध्यम से लोगों ने जाना है कि हमारी आदिवासी संस्कृति कितनी समृद्ध हैं। इनके नृत्यों के माध्यम से प्रकृति और लोकजीवन को सहेजने के सुंदर मूल्य जो सीखने को मिलते हैं वो सीख हमारे लिए अमूल्य है।
इस अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जो कहा है वह भी बेहद महत्वपूर्ण है। आदिवासी नृत्य महोत्सव के जरिए यह संदेश देने का भी सफल प्रयास किया गया है कि जब तक सभी वर्गों का विकास नहीं होता तब तक देश का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता।

राज्योत्सव

आज ये सभी नर्तक दल अपने-अपने देशों की ओर उड़ चले हैं। भारत के विभिन्न प्रांतों से आए हुए आदिवासी नर्तक दल भी अपने-अपने प्रदेशों की ओर लौट रहे हैं। ये सारे आदिवासी नर्तक दल अपने नृत्य की सोंधी खुशबू हम सब छत्तीसगढ़वासियों  के दिलों में छोड़ गए हैं जो आने वाले कई दिनों तक हमारे भीतर महकते रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने क्रांतिकारी श्री वासुदेव फड़के की जयंती पर नमन किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारी श्री वासुदेव बलवंत फड़के की जयंती पर नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। श्री फड़के का जन्म 4 नवम्बर, 1845 को कोंकण के गाँव केल्शी में हुआ था। उन्हें भारत के स्वतंत्रता संग्राम का आदि क्रांतिकारी कहा जाता है। वे ब्रिटिश काल में किसानों की दयनीय दशा को देख कर विचलित थे। उनका दृढ़ विश्वास था कि “स्वराज” ही इस रोग की दवा है। श्री फड़के ने स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए सशस्त्र मार्ग का अनुसरण किया। अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह करने के लिए लोगों को जागृत करने में उनका विशेष योगदान रहा। महाराष्ट्र के कोली, भील तथा धांगड समुदाय को एकत्र कर उन्होंने ‘रामोशी’ नाम का क्रान्तिकारी संगठन खड़ा किया। श्री फड़के का निधन 17 फ़रवरी 1883 को हुआ।

कौशल विकास की गुणवत्ता पर कार्यशाला का आयोजन

कौशल विकास की गुणवत्ता

तकनीकी शिक्षा

कौशल की गुणवत्ता विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज न्यू सर्किट हाउस रायपुर में किया गया। प्रमुख सचिव कौशल विकास तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार डॉ. आलोक शुक्ला ने कार्यशाला में उपस्थित पैनलिस्ट से विस्तृत चर्चा करते हुए उन्हें आवश्यकतानुसार प्रक्रियाओं में सुधार पर विचार करने के निर्देश दिए।

कार्यक्रम की अध्यक्ष करते हुए सचिव कौशल विकास विभाग डॉ. सी.आर. प्रसन्ना ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से उद्योग बढ़ रहे है, उस दर पर कुशल कामगार प्राप्त नहीं हो रहे है। उन्होंने कहा कि उद्योगों में आधुनिक मशीने बढ़ रही है, किन्तु उन्हें चलाने वाले प्रशिक्षित जनशक्ति प्राप्त नहीं हो रही है। इसके लिए कुशल प्रशिक्षित जनशक्ति की आवश्यकता है।  सचिव तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग श्रीमती आर. संगीता ने उद्योगों के मांग के अनुरूप जनशक्ति एवं कुशल जनशक्ति तैयार करने के लिए उद्योगों की भागीदारी होने पर जोर दिया। कार्यशाला के प्रारंभ में छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अवनीश कुमार शरण द्वारा राज्य में कौशल विकास के क्षेत्र में किये गये विभिन्न नवाचारों से अवगत कराया गया।

कार्यक्रम में पैनल के माध्यम से दो सत्र में चर्चा की गई। प्रथम सत्र में मूल्यांकन और प्रमाणन की गुणवत्ता, उद्योग में कौशल 4.0, आजीवन सीखना और निरंतर मूल्यांकन विषय पर तथा दूसरे सत्र में ग्लोबल मार्केट के लिए सर्टिफाइड वर्कर्स, ओजेटी, अप्रेंटिसशिप और स्किलिंग की भर्ती विषय चर्चा की गई। पैनल में सीआईआई, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स, पीडब्ल्यूसी, उरला इंडस्ट्री एसोसिएशन, जायसवाल निको इंडस्ट्री, शाही एक्सपोर्ट्स, बेबीलोन, मेफेयर एवं स्मार्ट स्किल्स के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी कौशल विकास प्राधिकरण सुश्री ज्योति गुगेल, संयुक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद वर्मा, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज सोसाइटी श्री अरविन्द अहिरवार, संयुक्त संचालक श्री विवेक मिश्रा, उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वय श्री प्रमोद साहू एवं श्री मीमो प्रसाद बंजारे, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्री रशमीरंजन महोपात्रा, टीम लीड तथा जिला स्तर के अधिकारी, प्रशिक्षण प्रदाता, एमजीएनएफ फेलो, आईटीआई व पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य तथा 20 से अधिक उद्योग संस्थानों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

आदिम संस्कृति सभी को जोड़ने का कार्य करती है उसके सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने किया राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन के अवसर पर कहा

रविवार तक राज्योत्सव के आयोजन को बढ़ाने की घोषणा भी कीराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सवराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव

आदिम संस्कृति सभी को जोड़ने का कार्य करती है। इसे सहेज कर और इसकी खूबसूरती को बड़े फलक पर दिखाने के उद्देश्य से हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया है। मुझे इस बात की खुशी है कि इस आयोजन में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की। रात बारह बजे तक लोग इस सुंदर आयोजन को देखने बड़ी संख्या में जुटते रहे। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन के अवसर पर कही। उन्होंने इस मौके पर अपने संदेश में कहा कि हमने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया। साथ ही 22 देश के आदिवासी कलाकार इस आयोजन में शिरकत करने के इच्छुक थे लेकिन समयसीमा को देखते हुए हमने केवल 10 देशों को स्वीकृति दी। इस आयोजन के माध्यम से लोगों ने जाना कि हमारी आदिवासी संस्कृति कितनी समृद्ध है। इनके नृत्यों के माध्यम से प्रकृति और लोकजीवन को सहेजने के सुंदर मूल्य जो सीखने को मिलते हैं वो सीख हमारे लिए अमूल्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शिल्प कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टाल भी लगाए। इनमें बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी, उससे पता लगता है कि हमारी आदिवासी कला को जानने के लिए लोग कितने उत्सुक हैं और यह कितनी समृद्ध लोककला है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हम 22 साल से स्थापना दिवस मना रहे हैं। अब राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव भी मना रहे हैं। इससे हमारी खुशी दोगुनी हो गई है।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सवराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शिरकत करने पहुंचे झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के प्रति भी विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव के आयोजन के साथ ही हम प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन भी कर रहे हैं। इसमें 20 लाख प्रतिभागियों ने अब तक हिस्सा लिया है। इसमें बच्चे और बुजुर्ग सब शामिल हैं। 70 साल की बुजुर्ग महिलाएं भी फुगड़ी खेल रही हैं। सबको बचपन की यादें ताजा हो गई हैं। इन खेलों से मोबाइल से ध्यान हटा, यह भी बड़ी बात है। इस मौके पर अपने संबोधन में झारखण्ड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल छत्तीसगढ़ में ऐसे वर्ग को आगे बढ़ा रहे हैं जिनका सदियों से शोषण हुआ है। उनकी सरकार आदिवासी, दलित और पिछड़े लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही सबके विकास के लिए कार्य कर रही है। मुझे इस मंच में आकर गौरव महसूस हो रहा है। इस मौके पर गृह एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के माध्यम से हमारी आदिवासी संस्कृति को सहेजने का बड़ा काम राज्य शासन द्वारा हुआ है। संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने इस मौके पर कहा कि लोगों ने महोत्सव का भरपूर आनंद लिया और इससे हमारी समृद्ध आदिवासी संस्कृति की झलक एक बड़े मंच में दिख रही है।
इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव
समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, संसदीय सचिव श्री कुंवरसिंह निषाद, विधायक श्री धनेन्द्र साहू, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, पीसीसीएफ श्री संजय शुक्ला, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी. एवं संचालक संस्कृति श्री विवेक आचार्य मौजूद थे।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सवराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सवराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव
फसल कटाई की श्रेणी में पहला स्थान छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य को- राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के पुरस्कार भी इस अवसर पर दिये गये। फसल कटाई की श्रेणी में प्रथम स्थान पर छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य को, दूसरे स्थान पर ओडिशा के ढेंगसा नृत्य को और तीसरे स्थान पर हिमाचल प्रदेश के गद्दी नृत्य को पुरस्कृत  किया गया।
विवाह संस्कार में पहला स्थान सिक्किम को- विवाह संस्कार एवं अन्य श्रेणी में पहला स्थान सिक्किम को, दूसरा स्थान ओडिशा को और तीसरा स्थान झारखंड को मिला। विशेष ज्यूरी सांत्वना सम्मान असम को और गुजरात को मिला। इसके अलावा विदेश से आये कलाकारों का भी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने सम्मान किया।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव
कृषि विभाग की प्रदर्शनी को पहला स्थान- इस मौके पर विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी भी पुरस्कृत की गई। पहला स्थान कृषि विभाग को, दूसरा स्थान ऊर्जा विभाग को और तीसरा स्थान वन विभाग को मिला। सार्वजनिक उपक्रमों की श्रेणी में पहला पुरस्कार बाल्को, दूसरा पुरस्कार एनएमडीसी तथा तीसरा पुरस्कार एनटीपीसी को मिला।

सामाजिक समरसता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता : गृह मंत्री डॉ. मिश्रा

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि गाँव और बस्तियों में बसने वाले लोगों में वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा को मजबूत करने का काम करें। सामाजिक समरसता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ”अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्गों के प्रति संवदेनशीलता” पर दो दिवसीय सेमीनार “स्पर्श” का शुभारंभ कर पुलिस अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के भोले-भाले लोगों के लिये सरकार कल्याणकारी योजनाएँ संचालित कर रही हैं। लोगों को भ्रमित कर सामाजिक वातावरण को विषाक्त करने का प्रयास किया जाता है। डॉ. मिश्रा ने सेमीनार में सम्मिलित प्रशिक्षणार्थियों से आहवान किया कि अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों को जागरूक करें, उन्हें भ्रमित होने से सतर्क रखें जिससे वे वातावरण को विषाक्त करने वाले लोगों से सजग रहें। उन्होंने कहा कि समाज को जागरूक करने के लिये उन्हीं माध्यमों का प्रयोग करें जिनसे उन्हें भ्रमित किया जाने का प्रयास किया जा रहा हो। गाँव की बस्ती और मोहल्लों में सामाजिक समरसता एवं आपसी सदभाव के लिये खेल प्रतियोगिताओं जैसे आयोजन भी सार्थक होंगे। डॉ. मिश्रा ने कहा कि पुलिस का ध्येय पवित्र है और सभी के सहयोग से मध्यप्रदेश को पुलिसिंग के क्षेत्र में मिसाल बनाएंगे।

सामाजिक न्याय हमारी जिम्मेदारी

पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना ने शुभारंभ-सत्र में कहा कि संविधान की प्रस्तावना अनुसार सामाजिक न्याय प्रदान करना हम सभी की जिम्मेदारी है। संविधान सर्वोपरि है, हमारी प्रेरणा का स्त्रोत है। प्रदेश की 37 प्रतिशत जनता को स्वतंत्रता और निर्भीकता पूर्वक काम करने का माहौल देना और उनके अधिकारों की रक्षा करना सामाजिक समरसता के लिये निहायत जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैदानी स्तर पर बिना प्रलोभन, दबाव और भय के अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाएँ। इसके लिये कानूनी प्रावधानों की गहनता से जानकारी जरूरी है। श्री सक्सेना ने अपेक्षा की कि सेमीनार के बाद सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में राहत प्रकरणों की संवेदनशीलता से समीक्षा करेंगे। यही सेमीनार की सफलता होगी।

मध्यप्रदेश में कन्विक्शन रेट देश में सबसे ज्यादा

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री राजेश गुप्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गो के प्रति संवेदनशील है। प्रदेश में पंजीबद्ध अपराधों की चालानी दर 99 प्रतिशत है। कन्विक्शन रेट भी 77 प्रतिशत है, जो देश में सबसे ज्यादा है। अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों के प्रति होने वाले अपराधों की विवेचना इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी द्वारा की जा रही है। उन्होंने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए संचालित कल्याणकारी कार्यों की जानकारी के साथ सेमीनार के उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला।

शिल्पग्राम में दिख रही छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति की झलक

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महो़त्सव एवं राज्योत्सव

मुख्यमंत्री ने शिल्पग्राम का किया अवलोकन, हुए अभिभूत

शिल्पग्राम में मौजूद कलाकारों से मिले मुख्यमंत्री, बढ़ाया हौसला

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महो़त्सव एवं राज्योत्सव

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महो़त्सव एवं राज्योत्सव का भव्य आयोजन किया गया है। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न शासकीय विभागों की विकास प्रदर्शनी लगाई गई हैै। इस विकास प्रदर्शनी में शिल्पग्राम का स्वरूप भी बनाया गया है। शिल्पग्राम में छत्तीसगढ़ की विभिन्न कला और संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है। रोचकता और रचनात्मकता से भरपूर के शिल्पग्राम प्रदर्शनी में पहुंचने वाले लोगों को स्व-स्फूर्त अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल शिल्पग्राम पहुंचे। उन्होंने शिल्पग्राम का बारीकी से अवलोकन किया। साथ ही शिल्पग्राम मौजूद कलाकारों और शिल्पकारों से आत्मीय भाव से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इन कलाकारों और शिल्पकारों से उनकी रचनात्मकता को लेकर चर्चा की साथ ही उनकी प्रतिभा की भुरी-भुरी प्रशंसा करते हुए सराहना की।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महो़त्सव एवं राज्योत्सव
राज्योत्सव के दौरान लगी विकास प्रदर्शनी स्थल के मध्य में बनाया गया शिल्पग्राम जनमानस को आकर्षित कर रहा है और लोगों के लिए जिज्ञासा का प्रमुख केन्द्र बना हुआ है, जिसमें प्रदेश स्तर के बुनकर शिल्पी अपने-अपने बेहतरीन व आकर्षक उत्पादों का जीवंत प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर आकर्षक छूट के साथ विक्रय भी कर रहे हैं। शिल्पग्राम में कोसा, रेशमी साड़ी ड्रेस मटेरियल तथा काटन बेडशीट का बेहतरीन संकलन खादी के वस्त्र बेलमेटल, काष्ट कला, माटी कला टेराकोटा के आकर्षक उपयोगी तथा सजावटी सामग्री दो दिनों में लगभग 50 लाख की बिक्री कर बुनकरों शिल्पियां ने आयोजन का लाभ उठाया है। वही दूसरी ओर बिचौलियों के नहीं होने से ग्राहकों को भी सीधा लाभ मिला है। प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का इस आयोजन हेतु जिससे अनेक उत्पादों के प्रचार-प्रसार व विक्रय का प्लेटफॉर्म मिला, जिससे इन्हें अच्छी आय हो रही है। इस बार शिल्पग्राम के मध्य में छत्तीसगढ़ महतारी की भव्य और आकर्षित प्रतिमा स्थापित की गई है। छत्तीसगढ़ महतारी की इस प्रतिमा के साथ सेल्फी लेने लोगों में होड़ मची हुई है।

स्थानीय युवाओं को रोजगार देने वाले उद्योगों को दी जायेंगी सुविधाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान

टेक्सटाईल इंडस्ट्री में मध्यप्रदेश देश के 10 अग्रणी राज्यों में

रायसेन के तामोट में 1070 करोड़ रूपये की नवीन टेक्सटाइल परियोजना का अनावरण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार ऐसे उद्योग को तमाम सुविधाएँ और सहूलियत देगी जो प्रदेश के स्थानीय निवासियों को रोजगार देगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान गुरूवार को रायसेन जिले की गौहरगंज तहसील के तामोट में सागर टेक्सटाईल मैन्यूफेक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड की 1070 करोड़ रूपये लागत की नई निवेश परियोजना के अनावरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज टेक्सटाईल इंडस्ट्री में मध्यप्रदेश देश के 10 अग्रणी राज्यों में शुमार है। उनकी कोशिश है कि प्रदेश अव्वल स्थान पर पहुँचे। वर्तमान में मध्यप्रदेश के टेक्सटाईल उत्पाद दुनिया के विभिन्न देशों में निर्यात हो रहे हैं और अपनी अलग पहचान भी बनाई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज तामोट में प्रारंभ उद्योग से प्रदेश के 3 हजार से अधिक बेटे-बेटियों को सीधे रोजगार और बड़ी संख्या में नागरिकों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इस परियोजना के आने से क्षेत्र का चौतरफा विकास होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनका पूरा ध्यान बेटा-बेटियों और भांजे- भांजियों को रोजगार देने पर है। अगले एक वर्ष में एक लाख सरकारी नौकरियाँ और हर माह करीब 2 लाख युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ने की मुहिम चल रही है। मुख्यमंत्री ने सागर ग्रुप में 60 फीसदी कामगार महिलाएँ होने और परिसर को नशा मुक्त बनाने पर संस्थान की तारीफ भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रातापानी डेम बनने से इस क्षेत्र का लगातार विकास हो रहा है। स्थानीय जन-प्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए रखी गई माँगों को शीघ्र पूरा किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। कई उत्पाद जैसे गेहूँ, दलहन-तिलहन में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। कृषि में भी रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए रोजगार बढ़ाने के लिये निवेश एवं अन्य क्षेत्रों में प्रयास करना आवश्यक है। प्रदेश के सभी अंचलों में निवेश बढ़ाया जा रहा है। इसी क्रम में जनवरी 2023 में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट और प्रवासी भारतीय सम्मेलन इंदौर में किया जा रहा है। इसमें अनेक देशों के साथ बड़े उद्योगपति शामिल होंगे। बड़े-बड़े उद्योगों में युवाओं को रोजगार प्राप्त करने के लिये प्रदेश में आईटीआई स्थापित किये गये हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तामोट क्षेत्र से मेरे बचपन की यादें जुड़ी हैं। यह क्षेत्र मेरा ननिहाल रहा है, यहाँ मैं महीनों रहा हूँ। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है। निवेश के माध्यम से रोजगार बढ़ाने के लिये प्रदेश सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश में लगातार नये निवेश लाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कल बुधवार को मैं पन्ना में था, आज तामोट में हूँ और कल धार के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में नये निवेश का शुभारंभ करूंगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान चला कर युवाओं को रोजगार से जोड़ कर सुखी और समृद्ध जीवन की और जोड़ना है। नशा नाश की जड़ है। इसके खिलाफ अभियान चलाया गया है, जिसमें बड़े स्तर पर कार्रवाई कर हुक्का लाउंज भी ध्वस्त किये गये हैं। अभियान अभी जारी है।

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि नवीन टेक्सटाईल परियोजना प्रारंभ होने से कई युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। साथ ही क्षेत्र का चौतरफा विकास होगा। उद्योग के लिए रातापानी डेम से पानी की आपूर्ति एवं भूमि की कीमत कम करने की माँग पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा। परियोजना में विश्व स्तरीय तकनीक एवं कुशल स्टाफ नियुक्त किया गया है।

विधायक श्री सुरेन्द्र पटवा ने तामोट के पास स्थित प्लास्टिक पार्क को सबके लिए खोलने की माँग की। यह टेक्सटाईल इंडस्ट्री भी प्रदेश के विकास में सहयोगी बनेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नवनिर्मित टेक्सटाईल इकाई का अवलोकन भी किया। इसमें  निर्मित फेब्रिक का 20 से ज़्यादा देशों में निर्यात किया जाएगा। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने कन्या- पूजन कर पारिजात का पौधा रोपा।

सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंध और रायसेन जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. अरविन्द भदौरिया, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, विदिशा सासंद श्री रमाकांत भार्गव, सिलवानी विधायक श्री रामपाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीना सहित जन-प्रतिनिधि, एमपीआईडीसी के एमडी श्री जॉन किंगस्ले एवं सागर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के एमडी सहित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ में हो रहा आदिवासी, दलित और पिछड़े लोगों को आगे बढ़ाने का काम : श्री सोरेन

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा- आदिम संस्कृति सभी को जोड़ने का कार्य करती है

आदिवासियों के सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने किया गया राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन

राज्योत्सव के ‘‘मेला, प्रदर्शनी व फूड जोन‘‘ की आयोजन अवधि रविवार तक बढ़ाने की घोषणा

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव का समापन

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सवराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सवराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव

झारखण्ड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री बघेल राज्य में ऐसे वर्ग को आगे बढ़ा रहे हैं जिनका सदियों से शोषण हुआ है। उनकी सरकार आदिवासी, दलित और पिछड़े लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही सबके विकास के लिए कार्य कर रही है। मुझे इस मंच में आकर गौरव महसूस हो रहा है। श्री हेमंत सोरेन राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव के समापन समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे।

झारखंड के मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने आगे कहा कि झारखंड और छत्तीसगढ़ में इतनी समानता है कि दोनों राज्यों के कई ऐसे क्षेत्र है। जहां पता लगाना मुश्किल है कि यह क्षेत्र दोनों राज्यों में से किस राज्य का है। वास्तव में झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों भाई है। दोनों राज्य के लोगों के राज्यों के लोगों का एक-दूसरे के राज्य में आना-जाना लगा रहता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री बघेल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के माध्यम से पूरे देश और दुनिया में आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं, जो सदियों से संघर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष में इसी आयोजन में शामिल होने रायपुर आया था। यहीं की प्रेरणा से झारखंड में विश्व आदिवासी दिवस मनाया, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी शिरकत की थी। श्री सोरेन कहा कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के जरिए यह संदेश देने का भी सफल प्रयास किया गया है कि जब तक सभी वर्गों का विकास नहीं होता तब तक देश का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सवराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आदिम संस्कृति सभी को जोड़ने का कार्य करती है। इसे सहेज कर और इसकी खूबसूरती को बड़े फलक पर दिखाने के उद्देश्य से हमने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया है। मुझे इस बात की खुशी है कि इस आयोजन में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की। रात बारह बजे तक लोग इस सुंदर आयोजन को देखने बड़ी संख्या में जुटते रहे। उन्होंने कहा कि हमने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया। साथ ही 22 देश के आदिवासी कलाकार इस आयोजन में शिरकत करने के इच्छुक थे लेकिन समयसीमा को देखते हुए हमने केवल 10 देशों को स्वीकृति दी। इस आयोजन के माध्यम से लोगों ने जाना कि हमारी आदिवासी संस्कृति कितनी समृद्ध है। इनके नृत्यों के माध्यम से प्रकृति और लोकजीवन को सहेजने के सुंदर मूल्य जो सीखने को मिलते हैं वो सीख हमारे लिए अमूल्य है।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शिल्प कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टाल भी लगाए। इनमें बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी, उससे पता लगता है कि हमारी आदिवासी कला को जानने के लिए लोग कितने उत्सुक हैं और यह कितनी समृद्ध लोककला है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हम 22 साल से स्थापना दिवस मना रहे हैं। अब राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव भी मना रहे हैं। इससे हमारी खुशी दोगुनी हो गई है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शिरकत करने पहुंचे झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के प्रति भी विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव के आयोजन के साथ ही हम प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन भी कर रहे हैं। इसमें 20 लाख प्रतिभागियों ने अब तक हिस्सा लिया है। इसमें बच्चे और बुजुर्ग सब शामिल हैं। 70 साल की बुजुर्ग महिलाएं भी फुगड़ी खेल रही हैं। सबको बचपन की यादें ताजा हो गई हैं। इन खेलों से मोबाइल से ध्यान हटा, यह भी बड़ी बात है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने संस्कृति विभाग की पत्रिका ‘‘बिहनिया‘‘ के नए अंक का विमोचन किया।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव

इस मौके पर गृह एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के माध्यम से हमारी आदिवासी संस्कृति को सहेजने का बड़ा काम राज्य शासन द्वारा हुआ है। संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने इस मौके पर कहा कि लोगों ने महोत्सव का भरपूर आनंद लिया और इससे हमारी समृद्ध आदिवासी संस्कृति की झलक एक बड़े मंच में दिख रही है। इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, संसदीय सचिव श्री कुंवरसिंह निषाद, विधायक श्री धनेन्द्र साहू, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, पीसीसीएफ श्री संजय शुक्ला, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी. एवं संचालक संस्कृति श्री विवेक आचार्य मौजूद थे।
फसल कटाई की श्रेणी में पहला स्थान छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य को- राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के पुरस्कार भी इस अवसर पर दिये गये। फसल कटाई की श्रेणी में प्रथम स्थान पर छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य को, दूसरे स्थान पर ओडिशा के ढेंगसा नृत्य को और तीसरे स्थान पर हिमाचल प्रदेश के गद्दी नृत्य को पुरस्कृत किया गया। इस श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार असम को दिया गया।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव

विवाह संस्कार में पहला स्थान सिक्किम को- विवाह संस्कार एवं अन्य श्रेणी में पहला स्थान सिक्किम के तमांग सेलो नृत्य को, दूसरा स्थान ओडिशा के घुड़सा नृत्य को और तीसरा स्थान झारखंड के डमकच नृत्य को मिला। विशेष ज्यूरी सांत्वना सम्मान असम को और गुजरात को मिला। इसके अलावा विदेश से आये कलाकारों का भी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने सम्मान किया। इस श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार गुजरात के सिद्धी धमाल नृत्य को दिया गया।

कृषि विभाग की प्रदर्शनी को पहला स्थान- इस मौके पर विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी भी पुरस्कृत की गई। पहला स्थान कृषि विभाग को, दूसरा स्थान ऊर्जा विभाग को और तीसरा स्थान वन विभाग को मिला। सार्वजनिक उपक्रमों की श्रेणी में पहला पुरस्कार बाल्को, दूसरा पुरस्कार एनएमडीसी तथा तीसरा पुरस्कार एनटीपीसी को मिला।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुलमोहर, केसिया और सारिका इंडिका के पौधे रोपे

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी उद्यान में गुलमोहर, केसिया और सारिका इंडिका के पौधे लगाए। बैरसिया विधायक श्री विष्णु खत्री ने अपने जन्म-दिवस पर पौध-रोपण किया। सामाजिक कार्यकर्ता श्री अनिल अग्रवाल लिली भी साथ थे। अग्रवाल परिवार के बालक पार्थ और बालिका अवी ने अपने जन्म-दिवस पर पौधे लगाए। लाल घाटी अग्रवाल समाज के सर्वश्री नवीन अग्रवाल, अशोक गुप्ता, संदीप गुप्ता, विनीत अग्रवाल, हेमंत अग्रवाल, हिमांशु गुप्ता और दर्शन गर्ग ने भी मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ पौधे लगाए।

कर दाताओं का विकास में महत्वपूर्ण योगदान : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के विकास में करदाताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश की आर्थिक प्रगति को नए आयाम मिल रहे हैं। उद्योग और व्यापार क्षेत्र के सहयोग के साथ नागरिकों की भागीदारी से हम वैभवशाली, समृद्ध और विकसित मध्यप्रदेश के निर्माण में लगे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज रविंद्र भवन के हंसध्वनि सभागार में भामाशाह सम्मान समारोह में सर्वाधिक कर जमा करने वाले संस्थानों के उद्योग और व्यवसाय क्षेत्र के प्रतिनिधियों को सम्मानित कर रहे थे। समारोह में वर्ष 2020-21 और 2021-22 के लिए 5-5 श्रेणियों के कुल 10 पुरस्कार प्रदान किए गए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी वर्ष से छोटे करदाताओं को भी पृथक श्रेणी में पुरस्कृत किया जाएगा। मुख्यमत्री श्री चौहान ने पुरस्कृत औद्योगिक और व्यापारिक संस्थानों को बधाई देते हुए समस्त करदाताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और उनका अभिनन्दन किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ईमानदारी से धन अर्जित करने और ईमानदारी से टैक्स जमा करने का कार्य महत्वपूर्ण सेवा है। मध्यप्रदेश की विकास दर 19.76 प्रतिशत है। मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय जो वर्ष 2003 में 13 हजार थी, अब एक लाख 47 हजार रूपये हो गई है। भारत की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश का योगदान 3.6 प्रतिशत से बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य के खजाने को भरने में उद्योग और व्यापार जगत का महत्वपूर्ण योगदान है। जनता के कल्याण और बुनियादी सुविधाओं के विकास का कार्य टैक्स से प्राप्त आय से आसान होता है। अर्थ का अभाव और प्रभाव दोनों अनुचित हैं। लेकिन ईमानदारी के साथ अर्थ कमाना महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी विभाग आय वृद्धि के लिए प्रयास करें। करों से प्राप्त आय समाज को ताकत प्रदान करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग, व्यापार जगत से प्राप्त सुझावों पर क्रियान्वयन किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगामी जनवरी माह में इंदौर में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और प्रवासी भारतीय सम्मेलन के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न क्लस्टर्स बनाए जा रहे हैं।

उज्जैन में सामान्य वर्ग के लिए बढ़ाएंगे सुविधाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री महाकाल लोक के प्रथम चरण के उद्घाटन के बाद उज्जैन में होटलों की संख्या बढ़ रही है। सामान्य वर्ग यहाँ आगमन के बाद रहने की समस्या से परेशान न हो, इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाएंगी। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद उज्जैन और निकटवर्ती अंचल की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न श्रेणियों के करदाताओं को पुरस्कार और सम्मान किए।

वित्त और वाणिज्यिक कर मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि करों का भुगतान समय पर ईमानदारी से कर प्रदेश के विकास में सहयोग देने वाले उद्योगपतियों और व्यापारियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के मध्यप्रदेश को अग्रणी प्रांत बनाने के संकल्प में भी सहयोग दिया है। प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्रीमती दीपाली रस्तोगी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत‍ किया। मध्यप्रदेश गान के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। प्रदेश में कुशल कर प्रशासन, कर अपवंचन रोकने में सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग और सरल हिंदी के माध्यम से करदाताओं को ऑनलाइन सुविधा प्रदान करने के प्रयासों की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “मेघा वैलकम किट” पुस्तिका का विमोचन किया। साथ ही वास्ट्सएप आधारित हिन्दी चैट बॉट का लोकार्पण किया गया। समारोह में विभाग द्वारा निर्मित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।

इन्हें मिले पुरस्कार

वर्ष 2020-21 के लिए जो व्यवसाई पुरस्कृत किए गए, उनमें 500 करोड़ रूपए से अधिक टर्न ओवर की श्रेणी में 10 लाख रूपए का पहला पुरस्कार व्ही.ई. कमर्शियल पीथमपुर और 7 लाख रूपए का दूसरा पुरस्कार अल्ट्राटेक सीमेंट जावद जिला नीमच को दिया गया। इसी तरह 50 करोड़ से 500 करोड़ अनधिक श्रेणी में पहला पुरस्कार 7 लाख रूपए प्रेम मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड, ग्वालियर को और 5 लाख रूपए का दूसरा पुरस्कार सीएट लिमिटेड इंदौर को दिया गया। डेढ़ करोड़ से 50 करोड़ से अनधिक टर्न ओवर श्रेणी में प्रथम पुरस्कार 5 लाख रूपये क्षिप्रा एंड कंपनी प्रा.लि. उज्जैन को और द्वितीय पुरस्कर 3 लाख रूपये सुपर एजेंसी जबलपुर को दिया गया। इसी प्रकार डेढ़ करोड़ रूपये से कम टर्न ओवर श्रेणी में प्रथम पुरस्कार एक लाख रूपए ईएमआयएल माइंस एंड मिनरल रिर्सोसेस लि. भोपाल को और द्वितीय पुरस्कार 50 हजार रूपए टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड बैढ़न सिंगरौली को दिया गया। शासकीय विभाग, सार्वजनिक उपक्रमों की श्रेणी में एलआईसी भोपाल को प्रथम पुरस्कार 3 लाख रूपये और द्वितीय पुरस्कार मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे जबलपुर को दो लाख रूपए से पुरस्कृत किया गया।

वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए भामाशाह पुरस्कार भी पाँच श्रेणियों में दिए गए। डेढ़ करोड़ रूपए से कम टर्न ओवर की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार एक लाख रूपए का टीएचडीसी इंडिया लि बैढन, सिंगरौली, 50 हजार रूपए का द्वितीय पुरस्कार उमरिया की चोंगले एंड कंपनी प्राइवेट लि. को दिया गया। इसी तरह डेढ़ करोड़ से 50 करोड़ रूपए तक के टर्न ओवर का पाँच लाख का प्रथम पुरस्कार छिंदवाड़ा की अक्षित ऑटो एजेंसीज और तीन लाख का दूसरा पुरस्कार पीथमपुर की एसईजी आटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लि. को दिया गया। इसी तरह 50 करोड़ से 500 करोड़ रूपए तक टर्न ओवर में 7 लाख रूपए का पहला पुरस्कार सीएट लि. इंदौर और पांच लाख रूपए का दूसरा पुरस्कार इंदौर के जेके सीमेंट कंपनी को दिया गया। इसी प्रकार 5 सौ करोड़ से अधिक टर्न ओवर पर 10 लाख रूपए का प्रथम पुरस्कार लार्सन एंड टुब्रो लि. इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्टिकल भोपाल को और 7 लाख रूपए का दूसरा पुरस्कार जावद नीमच के अल्ट्राटेक सीमेंट लि. को प्रदान किया गया। शासकीय विभाग और सार्वजनिक उपक्रमों की श्रेणी का 3 लाख रूपए का प्रथम पुरस्कार इंडियन आइल कार्पोरेशन लि. भोपाल को और 2 लाख रूपए का द्वितीय पुरस्कार जबलपुर के इंडियन रेलवे फायनेंस कॉरपोरेशन लि. को मिला।

ये प्रमुख उद्योगपति थे मंच पर आसीन

समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ मंच पर विभिन्न औद्योगिक और व्यापारिक संस्थानों संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। इनमें श्री राजिंदर गुप्ता, श्री श्रेयस्कर चौधरी, श्री नवनीत श्री महेश गुप्ता, लघु उद्योग भारती उपस्थित थे।

26 प्रतिशत अधिक मिला राजस्व

आयुक्त वाणिज्यिक कर श्री लोकेश जाटव ने बताया कि प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जीएसटी से 26 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। वर्ष 2017-18 में जीएसटी से 9 हजार 800 करोड़ रूपए का राजस्व मिला था, जो वर्ष 2021-22 में बढ़ कर 22 हजार करोड़ रूपए से अधिक हो गया है। जीएसटी के अंतर्गत वर्ष 2017-18 में 3 लाख 84 हजार करदाता थे जो बढ़ कर 5 लाख से अधिक हो गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान के आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प की पूर्ति के लिए राजस्व संग्रहण वृद्धि में सफलता मिली है। मध्यप्रदेश में राज्य स्थापना के समय 5 करोड़ रूपए राजस्व संग्रहण था। वर्तमान में यह 49 हजार करोड़ रूपए है। वाणिज्यिक कर विभाग के 86 वृत प्रदेश में कार्य कर रहे हैं। विभाग द्वारा हेल्प डेस्क भी प्रारंभ की गई है। कार्यों में मानवीय हस्तक्षेप कम से कम है। जीएसटी संग्रहण में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। अक्टूबर माह में सर्वाधिक मासिक संग्रहण भी हुआ है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान से कार्यक्रम के बाद अनेक उद्योगपतियों ने भेंट और चर्चा भी की।

मध्यप्रदेश की धरती पर 15 नवम्बर से लागू होगा पेसा एक्ट : मुख्यमंत्री श्री चौहान

तेंदूपत्ता संग्राहकों के बैंक खातों में अंतरित किये 41 करोड़ 63 लाख 29 हजार रुपये

731 करोड़ रूपये की खालवा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन और विभिन्न निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण
अगले शिक्षण-सत्र से खालवा में शुरू होगा महाविद्यालय

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 15 नवम्बर से प्रदेश में पेसा एक्ट लागू कर दिया जायेगा, जिससे हमारे जनजातीय भाई-बहनों को कई सुविधाएँ मिलेंगी। सामाजिक समरसता के साथ सामाजिक न्याय भी मिलेगा। तेंदूपत्ता संग्राहक के बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी सरकार देगी। अब तेंदूपत्ता के कुल लाभांश की 75 प्रतिशत राशि तेंदूपत्ता संग्राहकों में वितरित की जायेगी। खालवा में अगले शिक्षण-सत्र से महाविद्यालय खोला जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज खालवा जिला खण्डवा में लघु वनोपज सहकारी समितियों की क्षमता वृद्धि हेतु प्रशिक्षण सह जागरूकता एवं तेन्दूपत्ता लाभांश वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 786 करोड़ रूपये लागत के 43 कार्यों का भूमि-पूजन एवं 79 करोड़ 59 लाख रूपये लागत के 9 कार्यों का लोकार्पण किया। साथ ही खण्डवा, नर्मदापुरम, बैतूल एवं उज्जैन वृत्त के कुल 10 वन मण्डल की 102 लघु वनोपज समितियों के 1 लाख 68 हजार 601 संग्राहकों के बैंक खाते में 41 करोड़ 63 लाख 29 हजार 75 रूपये हस्तांतरित किये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्षेत्र के विकास में हर संभव प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने तेंदूपत्ता संग्राहकों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अपने क्षेत्र को नशा मुक्त बनाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम स्थल पर लगी विकास प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

हितग्राही हुए लाभान्वित

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देवास के श्री चंदर पिता सहादर, कश्मिर पिता हजारी जिला खण्डवा, दयाराम पिता गुलाब बड़वाह, प्रेमदास पिता हरिराम नर्मदापुरम, राधेलाल यादव बैतूल को तेंदूपत्ता संग्रहण बोनस राशि के चेक देकर सम्मानित किया। साथ ही उद्यम कृषि योजना, “एक जिला-एक उत्पाद”, आजीविका स्व-सहायता समूह, राष्ट्रीय पशुधन मिशन, वन अधिकार पट्टा आदि योजनाओं में हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गांधी मेडिकल कॉलेज के द्वितीय वर्ष के छात्र श्री सुनील पिता शोभाराम इस्के एवं जबलपुर मेडिकल कॉलेज की प्रथम वर्ष की छात्रा सुश्री जानकी पिता कैलाश वास्कले को 50-50 हजार रूपये के चेक भेंट किया।

वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को मुख्यमंत्री श्री चौहान से रू-ब-रू कराया। उन्होंने कहा कि सभी पात्र व्यक्ति योजना से लाभान्वित हो रहे है। उन्होंने बताया कि 731 करोड़ रूपये की एनव्हीडीए खालवा उद्वहन सिंचाई योजना से जिले के 76 गाँवों के निवासियों की जमीन सिंचित होगी। इसमें इंदिरा सागर जलाशय हरसूद तहसील के ग्राम नंदगाँव से जल उद्वहन कर खालवा तहसील लाया जायेगा।

खण्डवा जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, बैतूल सांसद श्री डी.डी. उईके, विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा, श्री राम दांगोरे, श्री नारायण पटेल और श्री संजय शाह सहित जन-प्रतिनिधि, संभागायुक्त इंदौर श्री पवन शर्मा, कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह , पुलिस अधीक्षक श्री विवेक सिंह और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।

वर्ल्ड कप हो तो ऐसा, क्रिकेट के जानकर भी नहीं बता पा रहे सेमीफाइनलिस्ट, सुपर-12 के आखिरी 6 मैचों से होगा फैसला

टी20 वर्ल्ड कप 2022 सुपर-12 के 23 मुकाबले खेले जा चुके हैं और अब सिर्फ 6 मुकाबले इस राउंड में बाकी है, लेकिन अभी तक कोई भी टीम सुपर-4 में जगह पक्की नहीं कर सकी है, ऐसे में आगे के मुकाबले रोमांचक होंगे
ऑस्ट्रेलिया में जारी टी20 वर्ल्ड कप 2022 सुपर-12 रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। सुपर-12 के दोनों ग्रुप की सभी 12 टीमों ने 4-4 मुकाबले खेल लिए हैं, लेकिन सेमीफाइनलिस्ट का फैसला अभी तक नहीं हो पाया है। दक्षिण अफ्रीका के पास सेमीफाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका था, लेकिन टीम को पाकिस्तान के हाथों 33 रन से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि अब न्यूजीलैंड के पास सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका है और अगर वह अपना अगला मैच जीतने में कामयाब होती है, तो जारी वर्ल्ड कप में सुपर-4 में पहुंचने वाली पहली टीम बनेगी।
टी20 वर्ल्ड कप 2022 सुपर-12 में अब कुल 6 मुकाबले बचे हैं। पहला मैच न्यूजीलैंड और आयरलैंड के बीच आज खेला जाएगा। आयरलैंड की टीम भले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है, लेकिन टीम ने क्वालीफाइंग राउंड में वेस्टइंडीज और फिर सुपर-12 में इंग्लैंड को धूल चटाई। अगर न्यूजीलैंड ये मुकाबला जीतती है तो वो सीधे- सुपर-4 में पहुंच जाएगी। लेकिन हारने पर टीम को सेमीफाइनल के स्थान के लिए ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के नतीजों पर निर्भर होना पड़ेगा।
ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच आज सुपर-12 ग्रुप 1 का दूसरा मुकाबला होने वाला है। गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं हुई थी। पहले ही मैच में टीम को न्यूजीलैंड ने धो दिया था, लेकिन उसके बाद से टीम की पटरी पर लौट आई थी। इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबला बारिश की वजह से धुल गया था, लेकिन बाकी के अपने दो मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका और आयरलैंड को हराया है।
ऑस्ट्रेलिया को अफगानिस्तान के खिलाफ अपना आखिरी मुकाबला बड़े अंतर से जीतना होगा, जिससे सेमीफाइनल में पहुंचने की उसकी उम्मीद बरकरार रहे। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का नेट रन रेट न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के मुकाबले में खराब है, ऐसे में उसे बेहतर स्थिति में लाने के लिए ऑस्ट्रेलिया को अफगानिस्तना पर बड़ी जीत हासिल करनी होगी।
शनिवार 5 नवंबर को इंग्लैंड बनाम श्रीलंका का मुकाबला है। श्रीलंका के भी सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद बरकरार है। अगर टॉप की तीनों टीमें अपने-अपने मुकाबले हार जाती हैं और श्रीलंका अपना मुकाबला जीतती है तो वह सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। वहीं इंग्लैंड के लिए जीत ही सेमीफाइनल में पहुंचने का टिकट है।
ग्रुप 2 का समीकरण
सुपर संडे यानी 6 नवंबर को टी20 वर्ल्ड कप 2022 में सुपर-12 के आखिरी तीन मुकाबले खेले जाएंगे। पहला मुकाबला साउथ अफ्रीका और नीदरलैंड के बीच होगा। अफ्रीका को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए ये मुकाबला हर हाल में जीतना होगा। दूसरा मैच में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच होगा। पाकिस्तान को सुपर-4 में पहुंचना है तो पहले ये मुकाबला जीतना होगा और फिर उम्मीद करनी होगी कि भारत या अफ्रीका में से कोई एक अपना आखिरी मुकाबला हार जाए। सुपर-12 का आखिरी मुकाबला भारत और जिम्बाब्वे के बीच होने वाला है। इस आखिरी मैच में भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद टिकी होगी। भारत इस मैच में जीत हासिल करता है, तो वो सुपर-12 में 8 अंकों के साथ शीर्ष पर रहकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेगा।

अर्शदीप सिंह ने बताया ऑस्ट्रेलिया में बेहतर प्रदर्शन करने का राज

युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने कहा कि वह हमेशा निरंतरता पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि एक तेज गेंदबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक ढीली गेंदें नहीं दे सकता।
युवा भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने टी20 विश्व कप में अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय ऑस्ट्रेलिया की कठोर और उछाल भरी पिचों पर गेंदबाजी लाइन में निरंतरता रखने को दिया है। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज 23 साल के अर्शदीप ने मौजूदा टी20 विश्व कप में चार मैच में नौ विकेट चटकाए हैं, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 32 रन पर तीन विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
अर्शदीप ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ”मेरा ध्यान हमेशा से प्रदर्शन में निरंतरता पर रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आप काफी ढीली गेंद फेंकने की स्थिति में नहीं होते। मैं नई गेंद या फिर पुरानी गेंद से भी गेंदबाजी करते हुए अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैं जरूरत के हिसाब से विकेट चटकाना चाहता हूं या फिर रन गति पर अंकुश लगाना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, ”पारस म्हांब्रे (भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच) ने मेरे साथ गेंदबाजी रन अप पर काम किया। उन्होंने कहा कि अगर मैं सीधा आऊंगा तो मेरी लाइन में अधिक निरंतरता होगी। ऑस्ट्रेलिया की विकेटों पर आप खराब लाइन के साथ गेंदबाजी नहीं कर सकते।”

उन्होंने कहा, ”इसलिए मैं सीधे आने का प्रयास कर रहा हूं और मुझे नतीजे भी दिख रहे हैं लेकिन उम्मीद करता हूं कि इससे भी बेहतर करूंगा।” अर्शदीप ने अपनी बाउंसर पर निर्भर रहते हुए डेथ ओवरों में कुछ शानदार गेंदबाजी की है।
यह पूछने पर कि वह ऑस्ट्रेलिया के हालात में अपनी लेंथ पर क्या काम कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, ”हम लगभग एक हफ्ता पहले पर्थ पहुंचे और अपनी लेंथ पर काम किया क्योंकि सभी की लेंथ अलग अलग होती है।”

इस तेज गेंदबाज ने कहा, ”अभ्यास करते हुए हम उछाल को देखते हुए सही लेंथ को पहचानने में सफल रहे। मुझे लगता है कि अच्छी तैयारी के साथ हमने अच्छे नतीजे हासिल किए।” इस साल भारत की ओर से पदार्पण करने वाले अर्शदीप टी20 विश्व कप में प्रभावशाली प्रदर्शन कर चुके हैं जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ तीन विकेट भी शामिल हैं।

BJP 7वीं बार कैसे जीतेगी गुजरात का रण? समझें मजबूती और कमजोरिया

Gujarat Election: भारतीय जनता पार्टी बीते 27 सालों से राज्य में सत्ता में है। इस चुनाव में वह इस सफर को 32 सालों के आंकड़े तक ले जाना चाहेगी। हालांकि, राज्य में लगातार 7वीं जीत एकदम आसान नहीं होगी।
Gujarat Election: गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी कार्यक्रम के अनुसार 8 दिसंबर को तय हो जाएगा कि गुजरात में कौन राज करेगा। अब राज्य में दोबारा सियासी राह तलाश रही कांग्रेस, एंट्री की कोशिश में जुटी आम आदमी पार्टी (AAP) मुकाबले को रोचक बना रही है। लेकिन इस दौरान सबसे खास भारतीय जनता पार्टी की दावेदारी होगी।

दरअसल, पार्टी बीते 27 सालों से राज्य में सत्ता में है। इस चुनाव में वह इस सफर को 32 सालों के आंकड़े तक ले जाना चाहेगी। हालांकि, राज्य में लगातार 7वीं जीत एकदम आसान नहीं होगी। एक नजर SWOT (स्ट्रेंथ, वीकनेस, ऑपोर्च्युनिटीस, थ्रेट्स) एनालिसिस पर डालते हैं।
ताकत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गृहराज्य में मौजूदगी। भाजपा के लिए यह तुरुप का इक्का साबित हो सकती है।
– साल 2017 में कोटा आंदोलन के दौरान पाटीदार समुदाय की तल्खी का सामना कर चुकी भाजपा इस बार समुदाय के साथ संपर्क पर भी भरोसा कर रही है। इसमें भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया जाना और आंदोलन के बड़े चेहरे रहे हार्दिक पटेल को पार्टी में लाना फायदेमंद साबित हो सकता है।
– गुजरात में चुनाव की तैयारियां भाजपा के पक्ष में काम कर सकती हैं। खबर है कि पार्टी बूथ स्तर से संगठन तक मजबूत है।
– सत्तारूढ़ दल हिंदुत्व, विकास और ‘डबल इंजन’ के विकास के मुद्दे पर गुजरात में मजबूत दावेदारी पेश कर रहा है।
कमजोरियां
– कहा जा रहा है कि राज्य में भाजपा के पास ऐसा कोई दिग्गज नेता मौजूद नहीं है, जो पीएम मोदी की जगह ले सके। वह 13 सालों तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे। उनके बाद गुजरात ने 3 मुख्यमंत्री देखे।
– आप और कांग्रेस की तरफ से लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच पार्टी को महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक तनाव के चलते परेशानियों के सामना करना पड़ सकता है।

मौके
– गुजरात में कमजोर विपक्ष के चलते भाजपा को लगातार 7वीं जीत हासिल हो सकती है। फिलहाल, कांग्रेस और आप भी मैदान में हैं।
– खबरें हैं कि राज्य में विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस के नेता अभियान से गायब हैं। कहा जा रहा है कि कई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में जुटे हुए हैं।.
– अगर भाजपा 182 सीटों वाले राज्य में आप को 5 से कम सीटों के आंकड़े पर रोकने में सफल होती है, तो पार्टी के पास दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दल को राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य प्रतिद्वंदी बनने से रोकने का मौका होगा।

खतरे
– हाल ही में मोरबी में हुए पुल हादसे के चलते भाजपा पर असर पड़ सकता है। घटना में 135 लोगों की मौत हो गई थी।
– खबरें हैं कि मजबूत केंद्रीय नेतृत्व के चलते भाजपा में आंतरिक कलह अब तक छुपी हुई है, लेकिन हार की स्थिति में दरारें खुलकर सामने आ सकती हैं।
– अगर हालात हंग असेंबली के बनते हैं तो पार्टी को राज्य में बहुमत हासिल करने के लिए गठबंधन के साथी को खोजने में मुश्किलें हो सकती हैं।
– अगर आप कुछ स्थानों पर सीटें जीतने में सफल हो जाती है, तो भाजपा के सामने नई चुनौतियां आ सकती हैं। साल 2002 से भाजपा का सीटों का आंकड़ा लगातार गिर रहा है।

गुजरात चुनाव कार्यक्रम
गुरुवार को आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसके तहत राज्य की 182 सीटों वाली विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 89 सीटों पर वोटिंग 1 दिसंबर को होगी। जबकि, मतदाता दूसरे चरण में 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोट डालेंगे। मतगणना हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को होगी। पहाड़ी राज्य में 12 नवंबर को मतदान होगा।

Gujarat assembly elections 2022: गुजरात चुनाव में AAP सीएम फेस पर इन 3 में जंग, कौन मारेगा बाजी

आज अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी के सीएम फेस के नाम का ऐलान करेंगे। आप सूत्रों का कहना है कि तीन नेता इस रेस में आगे चल रहे हैं। देखने वाली बात होगी कि बाजी कौन मारेगा…
Gujarat assembly elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने घोषणा कर चुकी है कि चुनाव दो चरणों में होगा। इस बीच आज अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी के सीएम फेस के नाम का ऐलान करेंगे। आम आदमी पार्टी नेताओं ने जानकारी दी कि आम लोगों की राय के बाद केजरीवाल आज सीएम उम्मीदवार का ऐलान कर सकते हैं। सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान करने से पहले केजरीवाल ने कहा कि हमारी कोशिश पंजाब को दोहराने की है। गुजरात में आप के सीएम फेस के लिए किसके नाम पर मुहर लग सकती है, जानिए
इससे पहले, अरविंद केजरीवाल ने लोगों से एसएमएस, व्हाट्सएप, वॉयस मेल और ई-मेल के माध्यम से पार्टी से संपर्क करने का आग्रह किया था ताकि राज्य में पार्टी से सीएम उम्मीदवार कौन होना चाहिए, इस बारे में अपने विचार दें। उन्होंने कहा था कि लोग 3 नवंबर की शाम तक अपनी बात रख सकते हैं और उनकी राय के आधार पर अगले दिन पार्टी के मुख्यमंत्री पद के नाम की घोषणा की जाएगी।
कौन-कौन हैं सीएम फेस के उम्मीदवार
पार्टी सूत्रों ने बताया कि आप से शीर्ष पद की दौड़ में इसकी राज्य इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया, राष्ट्रीय महासचिव इसुदान गढ़वी और महासचिव मनोज सोरतिह्या शामिल हैं। पार्टी ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल शुक्रवार को परिणाम घोषित करने के लिए अहमदाबाद में संवाददाता सम्मेलन करने वाले हैं। उन्होंने पिछले शनिवार को कहा था, ”हम 4 नवंबर को नतीजे घोषित करेंगे।”
पंजाब दोहराने की कोशिश
केजरीवाल ने यह भी कहा था, ”पंजाब चुनाव के दौरान हमने लोगों से पूछा था कि अगला मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए। लोगों ने भारी बहुमत से भगवंत मान का नाम लिया और जनता की मर्जी के मुताबिक हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया।” इससे पहले आप ने गुरुवार को गुजरात चुनावों के लिए 10 उम्मीदवारों की अपनी नौवीं सूची की घोषणा की, जिसके साथ अब तक घोषित उम्मीदवारों की संख्या 118 हो गई है।
विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान
चुनाव आयोग ने गुरुवार को घोषणा की कि गुजरात में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को होंगे, जबकि मतों की गिनती 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ होगी। चुनाव आयोग ने कहा, “पूरे गुजरात में कुल 51,782 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें से 1,274 का प्रबंधन महिला मतदान और सुरक्षा कर्मियों द्वारा किया जाएगा।” चुनाव आयोग ने कहा कि वह 1,200 से अधिक मतदान केंद्र स्थापित कर रहा है, खासकर महिलाओं के लिए। युवा मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए, 33 स्टेशनों पर चुनाव आयोग के सबसे कम उम्र के कर्मचारी होंगे जबकि 182 स्टेशनों पर विकलांग व्यक्ति होंगे।