21.1 C
Indore
Saturday, January 11, 2025
Home Blog Page 561

125 मे से 120 फेल ,छात्र तोड़फोड़ पर आमादा

125-of-120-failed-the-student-bent-on-sabotage 1मंदसौर – मंदसौर के श्रृद्धा आई टी आई कालेज शामगढ के छात्रो ने आज सेमेस्टर मे फेल होने पर चक्काजाम कर दिया। कुल 125 मे से 120 छात्र फेल हो गए।पुलिस ने गरोठ रोड पर स्थित चक्काजाम को खुलवाया लेकीन छात्र इस बात पर कालेज पर आरोप लगाते रहे की कालेज का एक्जाम रतलाम मे हुआ था वहाँ एक्जाम लेने वाले व्यक्ति ने पहले ही कह दिया था की फिस जमा नही हुई है सब फेल हो जाओगे। मात्र 3 छात्र ही पास हुए इस बात पर छात्र भडक गए व कालेज प्रबंधन के खिलाफ एबीवीपी ने मोर्चा सम्भालते हुए नारेबाजी शुरु कर दी।

छात्र तोडफोड पर आमादा थे लेकीन मौके पर कालेज पहुंचे टीआई संजयसिह ने छात्रो को शांतिपुर्वक विरोध की समझाइश दी तभी विधायक हरदीप डंग भी पहुंच गए।मामला बढ गया जब छात्रो ने कालेज प्रबंधन की मनमानी और फर्जीवाडे सम्बन्धित तथ्यों को एक एक कर विधायक के समक्ष परोसा।
विधायक भी उखड गए व मौके पर उपस्थित तहसीलदार को तीन दिन मे जाँच का अल्टीमेटम दे डाला वही तीन दिवस बाद छात्रो के हीत मे आंदोलन की भी चेतावनी दे डाली।

श्रृद्धा आइ टी आई पर पुर्व मे भी 30 लाख की छात्रवृत्ति हडपने का आरोप प्रभारी मंत्री दिपक जोशी को ज्ञापन सौपकर लगाया था। इधर तीन घंटे से चल रहे विवाद के बाद श्रृद्धा आइटीआई कालेज शामगढ़ में छात्रों के हंगामे के बाद श्रद्धा आई टी आई का कार्यालय प्रशासन ने सील किया ,126 में से 120 छात्र सेमेस्टर परीक्षा में फ़ैल होने से छात्रो ने अशान्ति का माहौल बना दिया था ।

रिपोर्ट – प्रमोद जैन

विकास के लिए सेवा और अच्छे संस्कार जरूरी :चिटनीस

Service and good manners required for developmentबुरहानपुर – व्यक्ति में सेवा का भाव संस्कारों से आता है। बुरहानपुर जनपद पंचायत अंतर्गत नगीन भाई संयास के परिवार द्वारा क्षेत्र में किए गए कार्यांे और जनसंपर्क के साथ सतत संवाद ने ग्रामीण क्षेत्र की 77 पंचायतों में ही नहीं वरन् बुरहानपुर नगरीय क्षेत्र में भी नगीन भाई संयास की सेवा भाव को स्थान दिलाया है। आपकी कार्यशैली ने सिद्ध कर दिया है कि संस्कार जात-पात से नहीं वरन् परिवार और स्थानीय परिवेश से मिलते है।

यह बात क्षेत्र की  विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस (दीदी) ने ग्राम दापोरा में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। श्रीमती चिटनीस ने विगत पांच वर्षो में इच्छापुर, वारोली, भोटा से लेकर नाचनखेड़ा, सिरसौदा, भातखेड़ा तक आने वाली 10 पंचायतों व 14 गांवों के विकास कार्यो पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नगीन संयास बुरहानपुर जनपद में विकास कार्यो के लिए सदैव प्रयासरत् रहे। कहा तालाब बनाने से किसानों की समृद्धि बढ़ेगी और कहा सड़क बनाने से किसानों के खेत का उत्पादन परिवहन खर्च में कमी आएंगी।

जिससे किसान समृद्ध होकर बुरहानपुर के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़े, ऐसी सकारात्मक सोच रखने वाले नेताओं को ही जनता अपना प्रतिनिधि चुने, ऐसा हमारा निवेदन और आग्रह है। जिससे केन्द्र सरकार में नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में शिवराजसिंह चौहान द्वारा लागू की जाने वाली योजनाओं को क्रियान्वित करने में स्थानीय कार्यकर्ता भी उनकी ही सोच को आगे बढ़ाने में जुटे है।

ब्रिसबेन वनडे: इंग्लैंड के हाथों नौ विकेट से हारा भारत

England cricket team

अपने बल्लेबाजों के शर्मनाक प्रदर्शन के कारण भारत को त्रिकोणीय एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में आज लगातार दूसरी पराजय का सामना करना पड़ा जब इंग्लैंड ने उसे नौ विकेट से हराकर न सिर्फ एक बोनस अंक हासिल किया बल्कि फाइनल में प्रवेश की उसकी राह भी मुश्किल कर दी। स्टीवन फिन तथा जेम्स एंडरसन की कहर बरपाती गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम 39 ़ 3 ओवर में सिर्फ 153 रन पर आउट हो गई।

गाबा की उछालभरी पिच पर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के शीर्ष पांच बल्लेबाज 19वें ओवर में पवेलियन लौट चुके थे, जब स्कोर बोर्ड पर सिर्फ 67 रन टंगे थे। फिन ने 33 रन देकर पांच और एंडरसन ने 18 रन देकर चार विकेट लिये। स्टुअर्ट बिन्नी के अलावा कोई उपयोगी पारी नहीं खेल सका। बिन्नी ने 55 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 44 रन बनाये।

कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (34) और बिन्नी ने छठे विकेट के लिये 70 रन जोड़कर वापसी की कोशिश की लेकिन उनके आउट होने के बाद पुछल्ले बल्लेबाज कुछ नहीं कर सके। अजिंक्य रहाणे ने 33 रन का योगदान दिया। इंग्लैंड ने 22 ओवर बाकी रहते जीत हासिल करके पांच अंक हासिल किये जिसमें एक बोनस अंक शामिल है। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने 91 गेंद में आठ चौकों की मदद से नाबाद 88 रन बनाये जबकि जेम्स टेलर 63 गेंद में 56 रन बनाकर अविजित रहे। उन्होंने अपनी पारी में चार चौके लगाये।

दोनों ने दूसरे विकेट की अटूट साझेदारी में 131 रन जोड़े। भारतीय गेंदबाज उनके सामने कोई परेशानी खड़ी नहीं कर सके। भारतीय पारी के दौरान मुश्किल लग रही गाबा की पिच पर बल्लेबाजी उनके लिये बेहद आसान लग रही थी। टेलर ने चौका लगाकर इंग्लैंड को 27.3 ओवर में एक विकेट पर 156 रन तक पहुंचाया। इंग्लैंड ने एकमात्र विकेट मोईन अली (8) के रूप में गंवाया, जो बिन्नी का शिकार हुए। भारतीय पारी के जल्दी सिमटने के कारण ब्रेक से पहले खेले गए पहले सत्र में इंग्लैंड का यह विकेट गिरा।

ऑस्ट्रेलिया अब दो मैचों में नौ अंक लेकर शीर्ष पर है, जबकि इंग्लैंड के दो मैचों में पांच अंक है। भारत को अगर फाइनल के लिये क्वालीफाई करना है तो उसे बाकी दोनों मैच जीतने होंगे। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने बेहतरीन लाइन और लैंग्थ के साथ गेंदबाजी करते हुए बाउंसर्स का भी अच्छा उपयोग किया।

भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। पहले मैच में आस्ट्रेलिया से हारी टीम में दो बदलाव करते हुए आर अश्विन की जगह स्टुअर्ट बिन्नी को उतारा गया। वहीं फिटनेस समस्या के कारण रोहित शर्मा नहीं खेल सके जिनकी जगह अंबाती रायुडू ने ली। इंग्लैंड टीम में एक बदलाव करते हुए क्रिस जोर्डन की जगह जेम्स एंडरसन को शामिल किया गया।

रहाणे ने शिखर धवन (1) के साथ पारी का आगाज किया जो एक बार फिर नाकाम रहे। इस बार हालांकि वह खराब शाट खेलकर आउट नहीं हुए बल्कि एंडरसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाया। पहले 10 ओवर में सिर्फ 36 रन बने। इसके बाद भारतीय बल्लेबाज अपने विकेट गंवाते चले गए। रहाणे 15वें ओवर में फिन की गेंद पर मिडआन में आसान कैच देकर आउट हुए।

विराट कोहली (4) दो ओवर बाद फिन का शिकार हुए और उन्होंने भी विकेट के पीछे कैच थमाया। अगले ओवर में सुरेश रैना (1) मोईन अली को आगे बढकर खेलने के प्रयास में स्टम्प आउट हो गए। रायुडू 19वें ओवर में फिन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमा बैठे। भारत के पांच विकेट 67 रन पर गिर गए थे।

इसके बाद बिन्नी और धौनी ने पारी की एकमात्र अच्छी साझेदारी की। दोनों ने 17.1 ओवर में छठे विकेट के लिये 70 रन जोड़े और 29वें ओवर में स्कोर को 100 के पार ले गए। धौनी को 36वें ओवर में एंडरसन ने जीवनदान दिया, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सके और फिन के अगले ओवर में हुक शाट खेलने के प्रयास में विकेट के पीछे कैच दे बैठे।

फिन ने अक्षर पटेल (0) को पहली ही गेंद पर आउट करके वनडे क्रिकेट में पहली बार पांच विकेट लिये लेकिन भुवनेश्वर कुमार (5) ने उन्हें हैट्रिक नहीं बनाने दी। एंडरसन ने बिन्नी, कुमार और मोहम्मद शमी (1) को 13 गेंद के भीतर आउट करके भारतीय पारी का अंत कर दिया।

दिल्ली चुनाव : जानिये भाजपा के उम्मीदवारों को

Former Aam Aadmi Party MLA Vinod Kumar Binny  oined the BJPनई दिल्ली – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची सोमवार देर रात जारी कर दी। पहली सूची में 62 प्रत्याशियों की घोषणा की गई है। पार्टी की मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी किरण बेदी को कृष्णा नगर व कांग्रेस से आईं कृष्णा तीरथ को पटेल नगर से टिकट मिला है।

आम आदमी पार्टी (आप) से बगावत करने वाले विनोद कुमार बिन्नी पटपड़गंज विधानसभा में आप नेता मनीष सिसोदिया को चुनौती देंगे। चार सीटें राजौरी गार्डन, हरिनगर, कालकाजी और शाहदरा शिरोमणि अकाली दल (बादल) के लिए छोड़ी गई हैं।

वहीं, मालवीय नगर, महरौली, ग्रेटर कैलाश और विकासपुरी सीट के लिए भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हुई है। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से नुपूर शर्मा को मैदान में उतारा गया है। वरिष्ठ नेता जगदीश मुखी को जनकपुरी से टिकट मिला है।

जानिए, कौन कहां से लड़ेगा चुनावः
विधानसभा क्रमांक-विधानसभा क्षेत्र-प्रत्याशी
1. नरेला- नील दमन खत्री
2. बुराड़ी-गोपाल झा
3. तिमारपुर-प्रोफेसर रजनी अब्बी
4. आदर्श नगर-राम किशन सिंघल
5. बादली-राजेश यादव
6. रिठाला-कुलवंत राणा
7. बवाना (सुरक्षित)- गुगन सिंह
8. मुंडका-मास्टर आजाद सिंह
9. किराड़ी-अनिल झा
10. सुल्तानपुर माजरा (सुरक्षित)-प्रभु दयाल साईं
11. नागलोई जाट-मनोज शौकीन
12. मंगोलपुरी-सुरजीत
13. रोहिणी-विजेंद्र गुप्ता
14. शालीमारबाग-रेखा गुप्ता
15. शकूरबस्ती-एससी वत्स
16. त्रिनगर-नंद किशोर गर्ग
17. वजीरपुर- महेंद्र नागपाल
18. मॉडल टाउन- विवेक गर्ग
19. सदर बाजार-प्रवीण जैन
20. चांदनी चौक-सुमन कुमार गुप्ता
21. मटिया महल- अंजुमन दहलवी
22. बल्लीमरान- श्याम मोरवाल
23. करोलबाग (सुरक्षित)- योगेंद्र चांदोलिया
24. पटेल नगर (सुरक्षित)- कृष्णा तीरथ
25. मोती नगर- सुभाष सचदेवा
26. मादीपुर (सुरक्षित)- राजकुमार फुलवारिया
29. तिलक नगर-राजीव बब्बर
30. जनकपुरी- जगदीश मुखी
32. उत्तम नगर-पवन शर्मा
33. द्वारका-प्रद्युमन राजपूत
34. मटियाला-राजेश गहलोत
35. नजफगढ़-अजित खडख़ड़ी
36. बिजवासन-सतप्रकाश राणा
37. पालम-धर्मदेव सोलंकी
38. दिल्ली कैंट-करण सिंह तंवर
39. राजेंद्र नगर- आरपी सिंह
40. नई दिल्ली-नुपूर शर्मा
41. जंगपुरा-एमएस धीर
42. कस्तूरबा नगर-रविंद्र चौधरी
44. आरके पुरम-अनिल शर्मा
46. छतरपुर-ब्रह्म सिंह तंवर
47. देवली (सुरक्षित)- अरविंद कुमार
48. अंबेडकर नगर (सुरक्षित)-अशोक चौहान
49. संगम विहार- एचसीएल गुप्ता
52. तुगलकाबाद-विक्रम बिधूड़ी
53. बदरपुर-रामबीर सिंह बिधूड़ी
54. ओखला-ब्रह्म सिंह बिधूड़ी
55. त्रिलोकपुरी (सुरक्षित)-किरण वैद्य
56. कोंडली (सुरक्षित)-हुकुम सिंह
57. पटपडग़ंज-विनोद कुमार बिन्नी
58. लक्ष्मीनगर-बीबी त्यागी
59. विश्वासनगर-ओपी शर्मा
60. कृष्णानगर-किरण बेदी
61. गांधीनगर-जितेंद्र चौधरी
63. सीमापुरी (सुरक्षित)-कर्मवीर चंदेल
64. रोहताश नगर-जितेंद्र महाजन
65. सीलमपुर-संजय जैन
66. घोंडा-साहब सिंह चौहान
67. बाबरपुर-नरेश गौड़
68. गोकलपुरी (सुरक्षित)-रणजीत कश्यप
69. मुस्तफाबाद-जगदीश प्रधान
70. करावल नगर-मोहन सिंह बिष्ट

पोप फ्रांसिस बोले ‘खरगोश’ की तरह बच्चे पैदा न करें

Pope Francis  No Catholic need to breed like 'rabbits'रोम – कृत्रिम गर्भनिरोध पर चर्च के रूख की हिमायत करते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा है कि अच्छे कैथोलिक ईसाइयों को खरगोशों की  तरह ’ बच्चे पैदा करने की जरूरत नहीं है ।

उन्होंने विश्व के 1.2 अरब रोमन कैथोलिक से अपील की कि वे बच्चों की परवरिश जिम्मेदार ढंग से करें । फिलीपीन से अपनी वापसी की उड़ान में संवाददाताओं से बात करते हुए पोप ने कहा कि एक बार उन्होंने आठवीं बार गर्भधान की सात बच्चों की एक मां से पूछा कि क्या वह ‘सात बच्चों को अनाथ छोड़ना’ चाहती है ।

‘उसने कहा, मुझे ईश्वर पर यकीन है ।’ पोप ने कहा, ‘लेकिन ईश्वर ने हमें जिम्मेदार होने के साधन दिए हैं ।’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग समझते हैं कि अच्छा कैथोलिक होने के लिए खरगोश की तरह होना जरूरी है ।’ फ्रांसिस ने कहा कि नये जीवन का सृजन ‘विवाह की शपथ का एक हिस्सा’ है । उन्होंने 1968 में पॉल षष्ठम द्वारा कृत्रिम गर्भनिरोधक को अवैध करार दिए जाने का समर्थन किया।

उन्होंने कहा कि चर्च के उपदेशों के पालन का मतलब यह नहीं है कि ‘ईसाई एक के बाद एक बच्चा पैदा करते रहें।’ उनकी टिप्पणी कैथलिक चर्च के एशियाई गढ़ फिलीपीन की यात्रा के अंत में आई जिसने पिछले साल सरकारी गर्भनिरोध पर रोक लगाने की चर्च की 15 साल लंबी लड़ाई के बाद पिछले साल एक परिवार नियोजन कानून पारित किया था । कानून सरकार को हजारों गरीब फिलीपीनियों को मुफ्त गर्भनिरोधक वितरित करने की अनुमति देता है ।
:- एजेंसी

पंजाब पुलिस की महिला कांस्टेबल से हुआ रेप

Minor-girl-rapeलुधियाना – पंजाब पुलिस में वर्दी को दागदार करने वाली शर्मनाक हरकत सामने आई है। महिला कांस्टेबल से रेप हुआ है। आरोप साथी कांस्टेबल पर लगे हैं। पीड़िता कांस्टेबल लुधियाना में डुगरी इलाके में पीसीआर एक्टिवा पर तैनात रही है।

थाना डुगरी में तैनात आरोपी कांस्टेबल मनवीर सिंह पर रेप का मामला दर्ज कर लिया गया है। इस बात की पुष्टि थाना डुगरी के एसएचओ सब इंस्पेक्टर गुरवीर सिंह ने की है। पुलिस मंगलवार को महिला कांस्टेबल की सिविल अस्पताल में मेडिकल जांच कराएगी।

थाना डुगरी के एसएचओ सब इंस्पेक्टर गुरवीर सिंह ने बताया कि महिला कांस्टेबल करीब एक वर्ष पहले थाना डुगरी के अधीन क्षेत्र में पीसीआर में तैनात थी। वह इलाके में गश्त करने के दौरान थाना डुगरी में आती जाती थी। आरोपी कांस्टेबल मनवीर सिंह करीब एक वर्ष पहले थाना डुगरी में तैनात था। थाने में आने जाने के दौरान दोनों में प्रेम संबंध बन गए।

आरोपी कांस्टेबल मनवीर सिंह ने उसे शादी करने का झांसा दिया और उसके साथ दुराचार जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दे डाला। आरोपी ने कई बार दुराचार किया। इसके बाद मनवीर की बदली डेहलों थाने में हो गई, जबकि पीड़ित महिला कांस्टेबल की किसी अन्य जगह।

बाद में आरोपी कांस्टेबल ने पीड़िता के साथ शादी करने से इंकार कर दिया। पीड़ित महिला कांस्टेबल ने इसकी शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से की, जिन्होंने जांच के आदेश दिए। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश में छापामारी की जा रही है।

नामांकन से पहले अरविंद केजरीवाल का शक्ति प्रदर्शन

Kejriwal begins roadshow, to file nominatनई दिल्ली – दिल्ली विधानसभा चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। नई दिल्ली विधानसभा सीट से नामांकन भरने निकले अरविंद केजरीवाल ने सड़कों पर जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन से पहले वाल्मीकि सदन के मंदिर में पूजा कर राजनीतिक संकेत देने की भी कोशिश की। यह वही वाल्मीकि सदन है, जहां से पिछले साल 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। इसी वाल्मीकि सदन में महात्मा गांधी ने खासा वक्त बिताया था।

वाल्मीकि मंदिर से जंतर-मंतर तक रोड शो शुरू करने से पहले केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली की जनता कह रही है कि उन्हें 49 दिनों की सरकार वापस चाहिए। आज आप लोगों का उत्साह देखकर भरोसा हो गया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली है।’ वह 5 किलोमीटर के रोड शो के बाद 2 बजे के करीब नामांकन दाखिल करेंगे।

अरविंद के रोड में मनीष सिसोदिया, आशुतोष, संजय सिंह, पंजाब से पार्टी के सांसद भगवंत मान समेत कई नेता मौजूद हैं। ‘आप’ समर्थकों की हजारों की भीड़़ भी उनके साथ नजर आ रही है। इस दौरान केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ और अफवाह की मशीन है, इसलिए इससे बच करना रहने की जरूरत है।

केजरीवाल ने कहा कि जनता बदलाव चाहती है। हालांकि, केजरीवाल ने कांग्रेस से समर्थन की बात पर कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान, कुमार विश्वास की गैर मौजूदगी ने भी केजरीवाल के सामने सवाल खड़े कर दिए। इस पर केजरीवाल ने जवाब दिया कि उनकी पत्नी भी रोड शो में नहीं आ पाई हैं। हमेशा आप के सभी नेता एक-दूसरे से चिपके नहीं रह सकते। हालांकि, केजरीवाल के मां-पिता व दोनों बच्चे इस रोड शो में मौजूद रहे।

किरण का केज़री को जवाब अब सदन में ही होगी बहस

kiran kejriwalनई दिल्ली – भारतीय जनता पार्टी की ओर से किरण बेदी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद केजरीवाल ने उन्हें बधाई दी और साथ ही सार्वजनिक बहस का न्यौता दिया। इसके बाद किरण बेदी ने अरविंद केजरीवाल की बहस की चुनौती को स्वीकार कर लिया है, लेकिन कहा कि वे बहस सदन में करेंगी। आप प्रमुख अरविंद के जरीवाल ने ट्वीट कर कहा था, “भाजपा सीएम उम्मीदवार बनने के लिए बधाई। मैं आपको सार्वजनिक बहस के लिए आमंत्रित करता हूं।”

बेदी ने इसका जवाब देते हुए केजरीवाल की चुनौती स्वीकार कर ली और कहा कि वे केवल सदन में ही बहस करेंगी। उन्होंने कहा, “मैं चुनौती को स्वीकार करती हूं। मैं उनके साथ सदन में बहस करूंगी। वे बहस में विश्वास रखते हैं और मैं काम करने में विश्वास रखती हूं।

इसके साथ ही केजरीवाल ने दूसरा ट्वीट किया, “किरण जी, मैं आपको ट्वीटर पर फोलो करता था और अब मुझे ब्लॉक कर दिया है। कृपया करके मुझे अनब्लॉक करें।”। जिसके जवाब में किरण बेदी ने कहा कि, “मैंने केजरीवाल को एक साल पहले ब्लॉक किया था, जब उन्होंने नकारात्मकता फैलानी शुरू की थी। मैंने उन्हें इसलिए ब्लॉक किया क्योंकि वे असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। मैं नहीं चाहती कि मेरे फोलोवर्स ऎसी भाषा का इस्तेमाल करें।”

गौरतलब है कि केजरीवाल ने साल 2013 में हुई दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस सीएम उम्मीदवार को सार्वजनिक बहस की चुनौती दी थी, जिसे दीक्षित ने स्वीक ार नहीं किया था। केजरीवाल ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ा था, जहां दीक्षित को बुरी तरह से हरा दिया था। इस बार भी केजरीवाल उसी सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। वहीं किरण बेदी को कृष्णानगर से पार्टी ने टिकट दिया है।

केजरीवाल यू टर्न में माहिर ,कांग्रेस ने पुस्तिका जारी की

Arvind-Kejriwalनई दिल्ली- आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आज उन पर यू टर्न लेने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ एक ‘बुकलेट’ जारी की | कांग्रेस महासचिव अजय माकन और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने यहां पार्टी मुख्यालय में ‘‘49 दिनों की उलटी चाल, दिल्ली हुई बेहाल, यू टर्न केजरीवाल’’ शीषर्क वाली आठ पेज की यह पुस्तिका जारी की |

पुस्तिका में कांग्रेस ने पिछली आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि दिल्ली में आप की 49 दिन की सरकार लोगों के लिए दु:स्वप्न थी और मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल यू टर्न में माहिर हैं |

माकन ने दावा किया कि अपनी बातों से मुकरने के मामले में केजरीवाल एक विश्व रिकार्ड बना सकते थे . उन्होंने केजरीवाल को ‘‘मफलर यू टर्न’’ का उपनाम दिया  पार्टी ने इस पुस्तिका में 16 बिन्दू गिनाये हैं और प्रत्येक में केजरीवाल द्वारा किया गया वादा और उस पर लिये गये यू टर्न का उल्लेख किया गया है |

दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के प्रचार समिति के प्रमुख माकन ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस का मुख्य मुकाबला बीजेपी से है | लवली ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि पार्टी ने गांधीनगर क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी को वापस लेकर उन्हें पूरी दिल्ली में चुनाव की देखरेख करने को कहा है |




आर के लक्ष्मण अस्पताल में भर्ती, वेंटीलेटर पर

 R.K. Laxman

मुम्बई – कार्टून दुनिया में अपना अहम मुकाम बनाने वाले चर्चित पात्र द कॉमन मैन की रचना करने वाले प्रसिद्ध काटूर्निस्ट आर के लक्ष्मण की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है । वह फिलहाल जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं।

खबरों के अनुसार उन्हें रक्तचाप स्थिर करने की दवायें दी जा रही हैं । मुंबई [ पुणे ] के दीनानाथ मंगेशकर अस्पातल के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती लक्ष्मण की देख रेख कर रहे डॉक्टर समीर जोग के अनुसार 94 वर्षीय आर के लक्ष्मण को गत रात अचेत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था । वह सितंबर 2003 से पक्षाघात के कारण बोल भी नहीं पाते है।

उनका इलाज कर रहे डाक्टरों के मुताबिक उन्हें मधुमेह की समस्या भी है. डॉक्टर जोग ने बताया कि आर के लक्ष्मण यूरिनरी ट्रेक में हुए संक्रमण और सेप्टिक इंसेफैलोपाथी की वजह से नीम बेहोशी की हालत में हैं । -एजेंसी /ब्यूरो

कांग्रेस को फिर झटका ,कृष्णा तीरथ बीजेपी में शामिल

Krishna Tirath

नई दिल्ली -कांग्रेस को आज उस समय ज़बर्दस्त झटका लगा जब कृष्णा तीरथ के बीजेपी में जाने की ख़बर आयी। ये ख़बर आयी भी तब जब अजय माकन दिल्ली के कई नेताओं के साथ एआईसीसी मुख्यालय में अरविंद केजरीवाल के ‘यू टर्न’ के ख़िलाफ़ प्रेस कांन्फ्रेंस कर रहे थे।

बीच प्रेस कांफ्रेंस में ही पत्रकारों ने तीरथ के पार्टी छोड़ने से जुड़े सवाल पूछने शुरू कर दिए। कांग्रेस से जवाब देते नहीं बन रहा था। थोड़ी देर बाद संभलकर पार्टी ने कहा कि ये बीजेपी की निराशा को दिखाता है जो दूसरी पार्टी से आने वाले नेताओं के सहारे ही चुनाव जीतने की कोशिश में है।

तीरथ कांग्रेस का दलित चेहरा रहीं हैं। वे दिल्ली की शीला सरकार के अलावा यूपीए सरकार में भी मंत्री रहीं हैं। दिल्ली चुनाव में वो पार्टी के स्टार कैपेनर की लिस्ट में शामिल होने वाली थीं। लेकिन वो पार्टी ही छोड़ गईं। कांग्रेस के सूत्र बता रहे हैं कि वे पटेल नगर से टिकट चाहती थीं लेकिन पार्टी ने वहाँ अपने पुराने उम्मीदवार राजेश लिलोठिया का टिकट काटने से मना कर दिया।

कांग्रेस के कई नेताओं का मानना है कि तीरथ के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि जो दलित राजनीति उनका मज़बूत आधार रहा है बीजेपी के एजेंडे में वो फ़िट नहीं बैठता। हालाँकि ये भी संत है कि कांग्रेस साँप गुज़र जाने के बाद लकीर पीट रही है।

कांग्रेस को आज उस समय ज़बर्दस्त झटका लगा जब कृष्णा तीरथ के बीजेपी में जाने की ख़बर आयी। ये ख़बर आयी भी तब जब अजय माकन दिल्ली के कई नेताओं के साथ एआईसीसी मुख्यालय में अरविंद केजरीवाल के ‘यू टर्न’ के ख़िलाफ़ प्रेस कांन्फ्रेंस कर रहे थे। बीच प्रेस कांफ्रेंस में ही पत्रकारों ने तीरथ के पार्टी छोड़ने से जुड़े सवाल पूछने शुरू कर दिए। कांग्रेस से जवाब देते नहीं बन रहा था। थोड़ी देर बाद संभलकर पार्टी ने कहा कि ये बीजेपी की निराशा को दिखाता है जो दूसरी पार्टी से आने वाले नेताओं के सहारे ही चुनाव जीतने की कोशिश में है।

तीरथ कांग्रेस का दलित चेहरा रहीं हैं। वे दिल्ली की शीला सरकार के अलावा यूपीए सरकार में भी मंत्री रहीं हैं। दिल्ली चुनाव में वो पार्टी के स्टार कैपेनर की लिस्ट में शामिल होने वाली थीं। लेकिन वो पार्टी ही छोड़ गईं। कांग्रेस के सूत्र बता रहे हैं कि वे पटेल नगर से टिकट चाहती थीं लेकिन पार्टी ने वहाँ अपने पुराने उम्मीदवार राजेश लिलोठिया का टिकट काटने से मना कर दिया। कांग्रेस के कई नेताओं का मानना है कि तीरथ के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि जो दलित राजनीति उनका मज़बूत आधार रहा है बीजेपी के एजेंडे में वो फ़िट नहीं बैठता। हालाँकि ये भी संत है कि कांग्रेस साँप गुज़र जाने के बाद लकीर पीट रही है।- स्त्रोत -एजेंसी

किरन को सीएम कैंडिडेट बनाने पर दिल्ली बीजेपी में रार

Make the Delhi Chief Minister Kiran Bediनई दिल्ली – किरन बेदी के बीजेपी के सीएम कैंडिडेट बनने की अटकलों के बीच पार्टी के सीनियर नेताओं में नाराजगी बढ़ती जा रही है। सीएम कैंडिडेट की दौड़ में शामिल माने जा रहे जगदीश मुखी ने कहा है कि बेदी को पार्टी में लाने से पहले स्टेट यूनिट से ज्यादा बात नहीं की गई थी। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने तो कहा है कि किरन बेदी को सीएम कैंडिडेट नहीं बनाया जाना चाहिए। डॉ. हर्षवर्धन भी किरन के रवैये खुश नजर नहीं आ रहे।

भले ही बीजेपी ने अभी तक किरन बेदी को सीएम कैंडिडेट घोषित न किया हो लेकिन उन्होंने सीएम कैंडिडेट की तरह व्यवहार करना शुरू कर दिया है। इस बात से बीजेपी के सीनियर नेता अपसेट नजर आ रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि पार्टी में उनकी अहमियत कम हो रही है। दरसअल किरन बेदी के बीजेपी जॉइन करने के बाद से ही बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।

भले ही बीजेपी के नेता खुलकर न बोल रहे हों, लेकिन दबी जुबान से अपनी नाराजगी जरूर जाहिर कर रहे हैं। बेदी को बीजेपी में लाने पर पार्टी के सीनियर नेता जगदीश मुखी ने कहा, ‘ऊपर के लेवल पर इस बारे में चर्चा हुई होगी लेकिन स्टेट यूनिट से ज्यादा बात नहीं की गई। अब प्राथमिकताएं बहुत अलग हैं। अब लक्ष्य है कि 10 करोड़ लोगों को पार्टी से जोड़ा जाए और इसे दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनाया जाए। कोई भी इसे जॉइन कर सकता है। कोई किसी को नहीं रोक सकता। राय-मशविरा करने का तो कोई सवाल ही नहीं है।’

मुखी ने कहा, ‘मैं आरएसएस का सिपाही हूं और मिशन के लिए काम करता हूं। अगर लीडरशिप को लगता है कि इससे (किरन बेदी को पार्टी में लाने से) मिशन को हासिल करने में मदद मिलेगी तो ठीक है। मगर अभी तक उन्हें सीएम कैंडिडेट नहीं बनाया गया है। हो सकता है कि उन्हें कैंपेन कमिटी का चीफ बनाया जाए।’

मीडिया से बातचीत में किरन बेदी इस तरह की भाषा इस्तेमाल कर रही हैं, जैसे उन्हें सीएम कैंडिडेट के लिए हां कर दी गई हो। स्वागत समारोह हो या किसी भी सवाल का जवाब, उन्होंने यह कहना शुरू कर दिया है कि जब वह मुख्यमंत्री बनेंगी तो उनकी क्या-क्या योजनाएं होंगी। बेदी के बीजेपी में शामिल होने से सीएम की दावेदारी ठोक रहे नेता तो पहले से ही परेशान हैं, अब बीजेपी के अन्य नेताओं की भी हवाइयां उड़ी हुई हैं। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने तो खुलेआम नाराजगी जाहिर कर दी है। मनोज तिवारी ने कहा, ‘किरन बेदी को सीएम कैंडिडेट नहीं बनाना चाहिए, हालांकि यह तय करना पार्टी का काम है।’ जब उनसे पूछा गया कि किरन बेदी द्वारा दिल्ली के सांसदों को चाय पर बुलाया था तो आप क्यों नहीं पहुंचे, मनोज ने कहा कि मैं वहां जाना उचित नहीं समझता।

रविवार को बेदी ने दिल्ली के सभी सांसदों की भी मीटिंग अपने घर पर बुलाई थी। सूत्रों के मुताबिक सांसदों को मीटिंग के लिए बीजेपी ऑफिस से बाकायदा सूचना दी गई थी। इस मीटिंग में चांदनी चौक से सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन देर से पहुंचे। जब तक वह पहुंचे, तब तक किरन बेदी वहां से जा चुकी थीं। डॉ. हर्षवर्धन का कहना था कि उन्होंने लेट आने की सूचना दी थी। बाद में उन्होंने बात संभालते हुए कहा कि फोन पर किरन के साथ उनकी बात हो गई है।

इस मामले में कोई भी सांसद खुलकर कुछ नहीं बोल रहा, लेकिन सफाई यह दी जा रही है कि बेदी को अलग-अलग सांसदों से मीटिंग करने में काफी समय लग जाता इसलिए एक ही जगह सब सांसदों की मीटिंग बुला ली गई। गौरतलब है कि किरन बेदी ने शनिवार को तीनों मेयर्स को भी अपने घर पर बुलाकर उनसे मीटिंग की थी। अगर प्रोटोकॉल के हिसाब से भी देखा जाए तो मेयर्स को इस तरह से अपने घर बुलाना ठीक नहीं है। इससे पहले प्रदेश बीजेपी की ओर से किरन बेदी का स्वागत समारोह रखा गया था। उस समारोह में भी कई बीजेपी नेताओं को चुप करा दिया गया था, जिससे वे नाराज हैं।

शिक्षक एक साल से कर रहा था पांचवी के बच्चे से दुष्कृत्य

rape

खंडवा – मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक शिक्षक ने पांचवीं के छात्र से स्कूल के भीतर ही अप्राकृतिक कृत्य कर लिया। दरिंदगी का शिकार छात्र की शिकायत पर शिक्षक के खिलाफ धारा 377 (अप्राकृतिक कृत्य) और लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत प्रकरण दर्ज किया।

जानकारी अनुसार शहर से सटे रेहमापुर गांव में आरोपी शिक्षक की मार के डर से घबराया छात्र एक साल से शिक्षक की प्रताड़ना झेल रहा था। मौज-मस्ती और घर में धूम मचाने वाला छात्र अचानक ही गुम सुम रहने लगा तो मां ने कारण पूछा। डरे सहमे हुए छात्र ने मां को बताया शिक्षक राजेश पिता नर्मदाशंकर साध निवासी रेहमापुर मेरे साथ अश्लील काम करते हैं।

छात्र ने मां को सबकुछ बताया और रोने लगा कि अब मुझे शिक्षक बहुत मारेगा। मैं स्कूल भी नहीं जा सकूंगा। छात्र को लेकर परिजन सीधे पदमनगर पुलिस चौकी पहुंचे। एसआई ओमेश मार्कों ने छात्र के बयान दर्ज कर। एसआई ओमेश मार्कों ने टीम को आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए रेहमापुर भेजा लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

मौनी अमावस्या 4500 वर्दीधारियों के पहरे में होगा स्नान

ganga--bathइलाहाबाद – मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर पुलिस की तैयारियां तेज हो गई हैं। मेला क्षेत्र के साथ ही पूरे शहर की पुलिस को हाईअलर्ट पर रखा गया है। रविवार को शाम होते ही सघन तलाशी अभियान चलाया गया। शहर के प्रमुख चौराहों के साथ ही मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाले वाहनों की तलाशी ली गई। कई पंडालों में रुके बाहरी लोगों के आईडी चेक किए गए और रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशनों को भी खंगाला गया।

मौनी अमावस्या स्नान पर्व 4500 वर्दीधारियों के कड़े पहरे में होगा। अमावस्या के लिए विशेष तौर पर एक एएसपी, छह डीएसपी, 26 थानेदार, पांच कंपनी पीएसपी, एक कंपनी आरएएफ बुलाई गई है। दो कंपनी एटीएस, एक कंपनी आरएएफ और नौ कंपनी पीएसी समेत 3800 पुलिस कर्मी पहले से ही मेला क्षेत्र में तैनात हैं। स्नान पर्व के लिए जोन से 700 अतिरिक्त पुलिस कर्मी बुलाए गए हैं। रविवार की भीड़ और वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद पुलिस ने चेकिंग अभियान तेज कर दिया। बाहर से आने वाले हर वाहन को चेक किया गया। तलाशी अभियान सिविल लाइंस, कीडगंज, रामबाग, अलोपीबाग आदि इलाकों में भी चलाया गया। कुछ संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए देर रात तक बैठाए भी रखा गया।

पुलिस ड्रोन खरीद की प्रक्रिया को अब तक पूरा नहीं कर सकी है। रेट को लेकर बंगलूरू की कंपनी से बात बिगड़ने के बाद शहर की भी सिक्योरिटी कंपनी से बात की गई थी। हालांकि यह डील भी अब तक फाइनल नहीं हो सकी है। हालांकि कंपनी के मालिक संजय शर्मा ने मौनी अमावस्या पर निगरानी के लिए मुफ्त में ही ड्रोन देने की पेशकश की है। संजय की कंपनी ने ही अर्द्ध कुंभ के दौरान आसमान से निगरानी के लिए पुलिस को उपकरण मुहैया कराए थे।

मोदी ने दी शहजादे सलमान को शुभकामनांए

narendra_modi_mobile_नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सऊदी अरब के शहज़ादे (एचआरएच क्राउन प्रिन्‍स) सलमान बिन अब्‍दुल्‍ला अज़ीज़ से फोन पर बातचीत की। श्री मोदी ने सऊदी नरेश महामहीम किंग अब्‍दुल्‍ला बिन अज़ीज़ के स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में पूछताछ की। नरेन्‍द्र मोदी ने सऊदी नरेश के शीघ्र स्‍वस्‍थ होने की कामना व्‍यक्‍त की।  उन्‍होंने शहजादे सलमान को भी शुभकामनांए थीं, जो अपने वर्तमान दायित्‍वों और राष्‍ट्रीय जिम्‍मेदारियों का भली-भांति निर्वाह कर रहे हैं।

दिल्ली चुनाव राजनीतिक प्रयोगशाला है या मुखौटे का खेल

Delhi election political laboratory or games of masksदेश की सियासी राजनीति की प्रयोगशाला दिल्ली बन चुकी है। नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जनता परिवार की सियासी एकजुटता को भी दिल्ली के राजनीतिक प्रयोग में अपनी जीत-हार दिखायी दे रही है। और मोदी के नाम पर हिन्दु राष्ट्रवाद और सांप्रदायिकता की राजनीति के उभार के भविष्य का फैसला भी दिल्ली चुनाव को माना जा रहा है। वामपंथी-समाजवादी आर्थिक चिंतन से लेकर राजनीतिक तौर पर करोड़ों मुसलमानों को वोट बैंक के दायरे के भविष्य की दशा-दिशा भी दिल्ली चुनाव को महत्वपूर्ण मान रही है और मोदी की अगुवाई में बदलते बीजेपी और संघ परिवार के विस्तार के भविष्य को भी दिल्ली चुनाव तले देखा जा रहा है। चूंकि मोदी का उभार पारंपरिक चुनावी राजनीति के टकराव से इतर नया है। संघ की राजनीतिक सक्रियता और बीजेपी के हर हाल में चुनावी जीत के सामने नतमस्तक होने की सोच नयी है। तो पहली बार दिल्ली एकऐसी चुनावी मंथन के दौर में पहुंचा है जहा से आगे की राजनीति 2014 के लोकसभा चुनाव में रचे गये इतिहास को विस्तार देगी या फिर रचे गये इतिहास को बदल देगी। राजनीति के इमानदार नियम कायदे बनाये अन्ना आंदोलन ने।

केजरीवाल ने राजनीतिक जमीन आंदोलन की इमानदारी को बनाया और उसी में सेंघ लगाकर बीजेपी ने अपनी की राजनीति को हाशिये पर ढकेल कर संकेत दे दिये की नये नियम चुनाव जीतने के है। चाहे संघ की पाठशाला से निकले नेताओं को किनारे किया जाये चाहे बीजेपी की धारा को मोड़ना पड़े। क्योंकि नयी सोच चुनाव जीतने के है, जिसके बाद हर परिभाषा खुद ब खुद सही हो जाती है। सवाल सिर्फ यह नहीं है कि दिल्ली के चुनाव कांग्रेस की पारंपरिक राजनीति से दूर है और जिस काग्रेस पर निशाना साधना 2014 में सबसे आसान रहा वह हालात 2015 के नहीं होंगे। सवाल यह है कि दिल्ली का चुनावी फैसला उन्हीं क्षत्रपो के सामने एसिड टेस्ट की तरह हो चला है जिन क्षत्रपों ने सत्ता का ताज कांग्रेस की सत्ता को उखाड़ कर पहना। नीतिश-लालू का सामना बिहार में बीजेपी से होना है। मुलायम को यूपी में मोदी ही चुनौती देंगे।

नवीन पटनायक के सामने भी उडीसा में बीजेपी ही खड़ी हो रही है और बंगाल में ममता के सामने अब वामपंथियों की नहीं मोदी की सोच की चुनौती है। और दिल्ली का फैसला हर जगह मोदी के लिये लकीर खिंच सकता है या फिर केन्द्र में ही मोदी सरकार को समेटे रख सकता है। वजह भी यही है कि मोदी के खिलाफ एकजुट हुये जनता परिवार को समझ नहीं आ रहा है कि दिल्ली चुनाव में वह कैसे घुसपैठ करें। ममता को समझ नहीं रहा है कि वह दिल्ली में कैसे सफल रैली करें। नीतिश कुमार और ममता दोनो दिल्ली के मंच पर दस्तक देना चाहते है। अपनेबूते संभव नहीं है तो केजरीवाल के मंच पर साथ खड़ा होना चाहते हैं। लेकिन केजरीवाल इसके लिये तैयार नहीं है। 

केजरीवाल को लगता है कि नरेन्द्र मोदी जिन्हें पराजित कर रहे है या जो मोदी से पराजित हो रहे हैं, उनके साथ खड़े होने का मतलब उस समूची राजनीति का घराशायी होना होगा जो भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं। जो ईमानदारी को महत्व देती है, जो नैतिक बल पर खड़ी है। संयोग एसा बना है कि दिल्ली चुनाव विरासत ढोते राजनीतिक दलों से मुक्त है । अनुभवी और कद्दावर राजनेताओं से मुक्त है। आजादी के बाद जिस संसदीय राजनीति को लेकर लोगो में गुस्सा जागा और अन्ना आंदोलन के दौर में नेताओं को सेवक कहकर खुले तौर पर पुकारा गया। संसद में राजा बने राजनेताओं की टोपियां सड़क पर उछाली गयी। उसी धारा की राजनीति दिल्ली चुनाव में आमने सामने आ खड़ी हुई है। ना किरण बेदी के लिये राजनीति कैरियर है ना केजरीवाल के लिये।

दोनों अपने अपने दायरे में अडियल हैं, अख्खड है। दोनों में ही राजनीतिक लूट को लेकर हमेशा गुस्सा रहा है। दोनो ही एनजीओ के जरीये समाज को समझते हुये आंदोलन में कूदे और उसके बाद अपने अपने हालात की बंद गली को खोलने के लिये राजनीति के मैदान में चुनाव जीतने के लिये उतरे है। और सीएम के पद के दावेदार होकर सामाजिक हालातों को बदलने का सपना पाले है। दिल्ली चुनाव इसीलिये तमाम राजनीतिक दलों की राजनीति पर भारी है, क्योंकि किसी भी राजनीतिक दल की उम्र उसके नेता या उसकी सत्ता के दौरान किये गये कार्य दिल्ली चुनाव में मायने नहीं रख रहे है। लोकसभा चुनाव ही नहीं बल्कि बीते छह महीनों में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान जो धुरंधर सक्रिय थे वह सभी दिल्ली चुनाव के वक्त खोल ओढे हुये है।

इस कतार में सानिया गांधी भी है और रामलीला मैदान की रैली के बाद प्रधानमंत्री मोदी भी हो चले हैं। लेकिन नया सवाल यही है कि केजरीवाल हो या किरण बेदी क्या दोनो क्रोनी कैपटिलिज्म से टकरायेंगे। किरण बेदी सीएम बनी तो मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां क्या उन्हें भी भायेगी। या फिर सत्ता पाने के बाद किरण बेदी बदल जायेगी या बीजेपी को बदल देगी। वहीं केजरीवाल जिस अंबानी-अडानी का नाम लेकर मोदी को घेरने से नहीं कतराते हैं, वह सत्ता में आये तो दिल्ली और केन्द्र के टकराव में जीत ताकत की होगी या नीतियों को जन से जोड़ने की नयी शुरुआत होगी। कारपोरेट के आसरे विकास के ढांचे के तो किरण बेदी भी खिलाफ रही है तो क्या दिल्ली का सीएम बन कर वह मोदी की नीतियों पर नकेल कस पायेगी जो संघ परिवार नहीं कर पा रहा है। और दबी जुबां में कभी स्वदेशी जागरण मंच को कभी भारतीय मजदूर संघ की आवाज सुनायी देती है। उसकी आवाज आने वाले वक्त तेज हो सकती है अगर चुनाव जीतने के पीछे ईमानदार विचारधारा साबित हो जाये।

यानी सिर्फ चेहरा नहीं बल्कि नीतियो के आसरे भी मौजूदा राजनीति में चुनावी छौक लगाकर हालात बदले जा सकते है। यह लगता तो सपना ही है क्योंकि किरण बेदी चेहरा हो सकती है, चुनावी रणनीति का मजबूत खंभा हो सकती है। जीत के लिये ईमानदार मंत्र हो सकती है। लेकिन किरण बेदी बीजेपी की विचारधारा नहीं हो सकती। किरण बेदी सदा वतस्ले कहकर संघ की साखा में खड़ी दिखायी नही दे सकती। यानी चुनावी ज्ञान की चादर में केजरीवाल और किरण दोनों अभी भी अनाड़ी हैं। चाहे वह दिल्ली के खिलाड़ी हों। शायद इसलिये मीडिया, सोशल मीडिया,सड़क, सांसद,पूंजी, कारपोरेट, नुक्कड सभा, आंदोलन और सियासी तिकडम क्या कुछ नहीं है दिल्ली चुनाव में। रायसीना हिल्स की घड़कनें भी बढ़ी हुई हैं और संघ परिवार की सक्रियता तेज हो चली है तो 10 जनपथ के माथे पर भी शिकन है। नारे बदल रहे हैं। गठबंधन के तौर तरीके बदल रहे हैं। हर घेरे के सत्ताधारियों के संबंधों का खुला नजारा भी है और चुनावी राजनीति की जीत हार को ही विचारधारा की जीत हार बताने की कोशिश भी है।

जाति, संप्रदाय और प्रांत पर टिकी राजनीति को खारिज कर पूंजी के आसरे विकास की अनूठी लकीर खिंचने की कोशिश भी है और स्वराज शब्द को सड़क, पानी , बिजली सरीखे न्यूनतम इन्फ्रास्ट्रक्चर तले परिभाषित करने की कोशिश भी है। प्रधानमंत्री का दिल्ली का सपना झुग्गियों को पक्के मकान में बदलना है और विधायक के संघर्ष का नारा भ्रष्ट नीतियों से मुश्किल होती गरीबों की जिन्दगी में रोजगार, स्कूल, अस्पताल लाना है। किसी के लिये सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा महिलाओं की सुरक्षा है तो कोई पीने के पानी और चौबीस घंटे बिजली देने में ही अटका है। यानी जिस दिल्ली को विकास की चकाचौंध में समेटने की कोशिश दुनिया के सबसे बडे दुकानदार और खरीदारों के सामने विदेशी पूंजी लाने के लिये की जा रही है उसी दिल्ली में सरकार उसी की बनेगी जो न्यूतम का जुगाड़ करा दें। यानी जिस दिल्ली के चुनावी फैसले को देश की राजनीति की प्रयोगशाला के तौर पर देखा जा है उसी दिल्ली के चुनावी मुद्दे बताते हैं कि सियासत गुमराह करने के हथियार से इतर कुछ भी नहीं। लेकिन पहली बार गुमराह करने वाले अगर पीछे की कतार में है और आगे चेहरा भरोसे का लगाया गया है तो इंतजार कीजिये भरोसा जनसंघर्ष का है या सियासी गुमराह का नया हथियार भरोसे का मुखौटा है।

:-पुण्य प्रसून बाजपेयी

punya prasun bajpaiपुण्य प्रसून बाजपेयी
पुण्य प्रसून बाजपेयी के पास प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 20 साल से ज़्यादा का अनुभव है। प्रसून देश के इकलौते ऐसे पत्रकार हैं, जिन्हें टीवी पत्रकारिता में बेहतरीन कार्य के लिए वर्ष 2005 का ‘इंडियन एक्सप्रेस गोयनका अवार्ड फ़ॉर एक्सिलेंस’ और प्रिंट मीडिया में बेहतरीन रिपोर्ट के लिए 2007 का रामनाथ गोयनका अवॉर्ड मिला।

मुजफ्फरपुर में हिंसा भड़की,5,000 के खिलाफ मामला दर्ज

violence-in-muzaffarpur-security-tightenedमुजफ्फरपुर – बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एक गांव में भड़की हिंसा में तीन लोगों को जिंदा जला दिया गया। सैंकड़ों घरों को आग लगा दी गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और करीब 5,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

हिंसा में मरने वालों को पांच लाख रूपए दिए जाने की राज्य सरकार की ओर से घोषणा की गई है। हिंसा गांव में एक प्रेम प्रसंग के चलते भड़की है। गांव में भड़की हिंसा के बाद भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया है, हालांकि, अभी गांव में स्थिति नियंत्रित है, लेकिन तनाव बरकरार है।

घटना बिहार की राजधानी पटना से 55 किलोमीटर दूर एक गांव की है। जहां की एक लड़की पड़ोसी गांव के एक 19 साल के हिंदू लड़के के साथ घर से भाग गई थी। जिसके बाद रविवार सुबह लड़के का शव जिस युवक पर अपहरण का आरोप लगाया था उसके घर के पास के खेतों में मिली।

जिसके बाद भीड़ ने लड़की के गांव पर हमला कर दिया और घरों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। घटना के वक्त पुलिस की टीम गांव में ही मौजूद थी। हिंसा भड़कने के बाद लोग अपना घर छोड़कर गांव से बाहर भाग गए।

आरक्षण पर सागर सहाय की फिल्म ‘मंडल’

ready to take challenges with his feature film MANDALदेश में जब जातिगत आधार पर राजनीति अपने चरम पर है तब निर्देशक सागर सहाय अपनी फीचर फिल्म ‘मंडल’ लेकर आ रहे हैं. जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि, ‘मंडल’ भारत में जाति आधारित आरक्षण की विवादास्पद नीति पर एक सामाजिक-राजनीतिक फ़िल्म है.
 
लेकिन फिल्म के निर्देशक सागर सहाय का कहना है कि फिल्म ‘मंडल’ के जरिए वे आरक्षण को लेकर किसी विवाद को जन्म नहीं देना चाहते, बल्कि ठीक इसके उलट फिल्म की कहानी सकारात्मक और वर्तमान समय में भारत की एक वास्तविक आवश्यकता को दर्शाती है.
 
दिल्ली के सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में 15 जनवरी को हुए एक शानदार समारोह में ‘मंडल’ का ‘पोस्टर’ और फिल्म के एक गीत का ऑडियो भी लॉन्च किया गया. समारोह में विवादास्पद फिल्म ‘पीके’ में ‘धर्मगुरु’ का किरदार निभाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता सौरभ शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. उनके अलावा निखिल कामथ (मंडल के संगीत निर्देशक), संदीप मारवाह (नोएडा फिल्म सिटी के संस्थापक), अरविन्द गौड़ (अस्मिता थिएटर ग्रुप के निदेशक, दिल्ली), सत्यनारायणन आर (संस्थापक और कैरियर लांचर के अध्यक्ष) और अतुल श्रीवास्तव (अभिनेता) ने भी समारोह में शिरकत की.
 
मंडल, सागर सहाय द्वारा लिखित और निर्देशित, और राम सुमेर व राजीव रोशन के द्वारा निर्मित की जा रही है। कलाकारों के बारे में अधिक जानकारी फरवरी के पहले सप्ताह में जारी किए जाने की उम्मीद है और फिल्म की शूटिंग अप्रैल के महीने से शुरू हो जाएगी. मंडल फिल्म की वेबसाइट (www.mandalthefilm.com) अगले कुछ दिनों में लॉन्च कर दी जाएगी.
 
फिल्म् ‘मंडल’ के पोस्टर रिलीज समारोह के दौरान तीस मिनट की अवधि की लघु फिल्म ‘372,111’ की स्क्रीनिंग भी की गयी जिसमें दस रूपये के एक नोट की कहानी है जिसके कारण सब एक बहुत खतरनाक चक्रव्यूह में फँस जाते है. एक्शन और रोमांच से भरपूर इस लघु फिल्म फिल्म में खतरनाक माफिया किंग सुलेमान चाचा का रोल रमन कपूर ने किया है जो पहली बार अभिनय करने के बावजूद रोल में खूब जंचे हैं. इस लघुफिल्म का निर्देशन सागर सहाय ने ही किया है और इसके निर्माता रमन कपूर व रौशनी बिश्नोई हैं. फिल्म को ऑनलाइन www.10rupees.in पर जाकर देखा जा सकता है.

किरण बेदी होगी सीएम उम्मीदवार,आज लग सकती है मुहर

kiran-bedi-bjpनई दिल्ली – पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के नाम पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में पा्रटी के सीएम उम्मीदवार के रूप में आज मुहर लग सकती है। भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव कमेटी की सोमवार को दिल्ली में बैठक होनी है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में किरण बेदी के नाम पर चर्चा की जाएगी। हालांकि, बेदी को सीएम उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करने के पार्टी फैसले से पार्टी के कुछ नेता नाराज दिख रहे हैं। पार्टी ने अभी सीएम पद के उम्मीदवार के रूप में किरण बेदी के नाम की घोषणा भी नहीं की है।

सीएम उम्मीदवार के रूप में किरण बेदी के नाम को आरएसएस से तो मंजूरी मिल गई है, लेकिन भाजपा नेता बेदी के नाम को लेकर दो हिस्सों में बंट गए हैं। पार्टी के इस फैसले से नाराज नेताओं का कहना है कि पार्टी ने महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर का चुनाव सीएम उम्मीदवार की घोषणा किए बिना लड़ा था। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी अपनी इस रिवाज को तोड़ सकती है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा किरण बेदी को आप प्रमुख केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़वा सकती है। गौरतलब है कि भाजपा के साथ जुड़ने के दूसरे दिन ही बेदी ने कहा था कि वे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि, पार्टी ने अभी तय नहीं किया है कि बेदी किस सीट से चुनाव लड़ेंगी।

 

टीएमसी सांसद इंद्रेश अली पहुंचे ख्वाजा के दरबार

TMC MP Indresh Ali Khwaja
Photo By: Tarun

अजमेर – टीएमसी के राजयसभा सांसद इद्रेश अली ने  अजमेर पहुंचकर प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में हाजरी देकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी और मुकुल रॉय ई तरफ से अकीदत के फूल पेश कर दुआ मांगी

दरगाह शरीफ की जियारत करने के बाद अली ने पत्रकारों से हुई बातचीत में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है की शारदा चिटफंड मामले में भाजपा अपनी सरकार का फयदा उठाते हुए सीबीआई का दुरूपयोग करते हुए ममता बेनर्जी और टीएमसी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर उनके मंत्रियो और सांसदों को जूठे मामले में फ़साने में लगी हुई है।

साथ ही अली ने इस मामले में टीएमसी के सभी नेताओ को निर्दोष बताते हुए ममता बेनर्जी को शांति न्याय और ईमानदारी की मूरत बताते हुए भाजपा सरकार को चेतवानी दी है की वो सीबीआई का दुरूपयोग बंद करके शारदा चिटफंड मामले में उसको निष्पक्ष जांच करने दे अली ने कहा की भाजपा टीएमसी पार्टी से राजनैतिक दुश्मनी निकाल कर जानबूझकर इस मामले को तूल दे रही है अली ने भाजपा को साम्प्रदायिक पार्टी करार देते हुए पश्चिम बंगाल का माहोल खराब करने के आरोप भी लगाए है वही कई नेताओ द्वारा टीमएमसी पार्टी छोड़े जाने के सवाल पर अली ने कहा की टीएमसी पार्टी गंगा की तरह है जिस तरह कभी गंगा का पानी खतम नहीं हो सकता है उसी तरह किसी के भी पार्टी के जाने से कोई टीएमसी पार्टी खतम नहीं होगी।

रिपोर्ट :-सुमित

ओबामा की यात्रा को लेकर अमरीका ने पाक को को चेताया

President Barack Obamaवाशिंगटन – अमरीका ने पाकिस्तान को चेताया है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के लिए दौरान किसी भी तरह की आतंकी घटना नहीं होनी चाहिए। अमरीकी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आ रहे हैं। ओबामा दौरा से पहले अमरीका ने पाकिस्तान को सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि इस दौरान दौरान सी मा पर आतंकी हमले की कोई घटना नहीं होनी चाहिए। साथ ही चेताया है कि अगर कोई ऎसी घटना होती है तो उसके “नतीजे” गंभीर होंगे।

भारतीय और अमरीकी सुरक्षा एजेंसियां ओबामा की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मुस्तैद हैं। गणतंत्र दिवस पर परेड़ के दौरान ओबामा राजपथ पर दो घंटे के लिए बाहर होंगे। ऎसा माना जा रहा है कि अमरीका ने पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि ओबामा की भारत यात्रा के दौरान सीमा पार आतंक की कोई घटना नहीं हो या फिर इसका कोई प्रयास भी नहीं हो। साथ ही सूत्रों का कहना है कि इस दौरान कोई आतंकी हमला होने पर पाकिस्तान से “नतीजे” भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा है।

पाक से अपनी गतिविधियां संचालित करने वाले आतंकी संगठनों की पहले की हरकतों को देखते हुए यह चेतावनी दी गई है। साल 2000 में तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत यात्रा के दौरान आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में हमला कर दिया था, जिसमें 36 सिखों की हत्या कर दी गई थी। यूएस सेना को अफ गानिस्तान में भी अलर्ट रखा गया है। वह अपने क्षेत्र में आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर नजर रखे हैं।

मध्यप्रदेश की बेटी बचाओ योजना अब राष्ट्रीय योजना बनी

Beti Bachao with shivraj

भोपाल – मध्यप्रदेश सरकार के बेटी बचाओ अभियान को केन्द्र सरकार अपनाने जा रही है। हरियाणा के पानीपत से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना राष्ट्रीय स्वरूप के साथ प्रारंभ हो रही है। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि योजना में केन्द्र सरकार ने प्रदेश के चार जिले को चुना है। इनमें दतिया, ग्वालियर, भिण्ड और मुरैना शामिल हैं।

श्रीमती माया सिंह ने कहा कि 1 अक्टूबर 2007 को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में बेटी बचाओ अभियान की शुरूआत की थी। इसके पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना वर्ष 2006 से प्रारंभ हुई। इसमें बालिका के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई और विवाह तक का दायित्व सरकार उठाती है। वर्ष 2014 में स्वागतम लक्ष्मी योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के परिणामों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली। इसके स्वरूप को केन्द्र सरकार ने स्वीकारते हुए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना को अब पूरे देश में लागू करने का फैसला किया है।

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना में मध्यप्रदेश के शामिल चार जिले की कार्य-योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए ग्रामवार और ब्लाकवार एक्शन प्लान बनाया जा रहा है।

हरियाणा में पानीपत से शुरू हो रही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के साथ 20 जनवरी से तीन-दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार भी होगा। सेमीनार में बच्चों और महिलाओं के मुद्दे पर व्यापक विचार-विमर्श होगा। दिनांक 21 जनवरी को ‘न्यूट्रीशन एवं हेल्थ’ विषयक सत्र की अध्यक्षता महिला-बाल विकास मंत्री करेंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को तीन-दिवसीय सेमीनार का समापन करेंगे।

केन्द्र सरकार के आग्रह पर राज्य सरकार प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के हित में चलाई जा रही योजनाओं और उसके परिणामों पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगायेगी। इस प्रदर्शनी में लाड़ली लक्ष्मी, स्वागतम लक्ष्मी, बेटी बचाओ, शौर्या दल आदि योजना की जानकारी देने के साथ ही इसके सकारात्मक परिणाम को बताया जायेगा। रिपोर्ट –मनोज पाठक

बिन्नी भी बीजेपी में शामिल हो गए

नई दिल्ली – किरन बेदी, शाजिया इल्मी के बाद अब आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक विनोद कुमार बिन्नी भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने रविवार की शाम प्रदेश बीजेपी के दिल्ली दफ्तर में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। 

Former Aam Aadmi Party MLA Vinod Kumar Binny  oined the BJP

बिन्नी ने कहा, “वोट पाने के लिए अरविंद केजरीवाल ने झूठ बोला, लोगों के जज्बात के साथ खिलवाड़ किया.” सूत्रों के मुताबिक बिन्नी पटपड़गंज विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मदीवार के तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं |

आपको बता दें कि पटपड़गंज सीट से आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता मनीष सिसोदिया चुनाव मैदान में हैं. इससे पहले शनिवार रात को उन्होंने दिल्ली बीजेपी प्रमुख सतीश उपाध्याय से मुलाकात की थी. बीते कई दिनों से ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि बिन्नी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं |

गौरतलब है कि दिल्ली में 7 फरवरी को वोटिंग होगी तो 10 फरवरी को वोटों की गिनती होगी. साल 2013 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 32,आप को 28, कांग्रेस को आठ और अन्य के खाते में दो सीटें गई थीं. उस समय कांग्रेस के समर्थन से आप ने सरकार ने बनाई थी जो 49 दिनों तक चली और फिर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया |

 

रोहित का शतक नाकाम , ऑस्‍ट्रेलिया चार विकेट से जीता

Cricket News

सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच चार रन से शतक से चूक गए लेकिन उनकी 96 रन की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने रोहित शर्मा के शतकीय प्रहार को नाकाम करते हुए त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला में आज यहां भारत को चार विकेट से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज करके फाइनल की ओर मजबूत कदम बढाए |

फिंच की 127 गेंद में पांच चौकों और दो छक्कों से खेली 96 रन की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के 268 रन के लक्ष्य को 49 ओवर में छह विकेट पर 269 रन बनाकर हासिल कर लिया. इससे पहले मिशेल स्टार्क (43 रन पर छह विकेट) के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के सामने भारत रोहित (138) के शतक और सुरेश रैना (51) के साथ चौथे विकेट की उनकी 126 रन की साझेदारी के बावजूद आठ विकेट पर 267 रन ही बना पाया |

फिंच की पारी से ऑस्ट्रेलिया कुछ विषम परिस्थितियों के बावजूद लक्ष्य हासिल करने में सफल रहा. फिंच ने डेविड वार्नर (24) के साथ पहले विकेट के लिए 51, शेन वाटसन (41) के साथ दूसरे विकेट के लिए 64 और कप्तान स्टीवन स्मिथ (47) के साथ तीसरे विकेट के लिए 101 रन की महत्वपूर्ण साझेदारियां करके ऑस्ट्रेलिया की जीत का मंच तैयार किया |

भारत ने अंतिम ओवरों में सधी हुई गेंदबाजी के साथ वापसी करने की कोशिश की लेकिन मेजबान टीम को जीत से नहीं रोक पाया. भारत की तरफ से उमेश यादव ने 55 रन देकर दो विकेट लिये. ऑस्ट्रेलिया ने श्रृंखला के पहले वनडे में भी इंग्लैंड को तीन विकेट से हराया था. भारत अब अपना दूसरा मैच 20 जनवरी को इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगा |

लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया को फिंच और वार्नर ने अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों ने शुरुआत में भारतीय गेंदबाजों की दिशाहीन गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाया. फिंच के उमेश यादव के पहले ओवर में ही दो चौके जडे जबकि वार्नर ने मोहम्मद शमी का स्वागत दो चौकों के साथ किया |

दसवीं कक्षा की छात्रा से छेड़छाड़, आरोपी गिरफ्तार

Manipulating minor student of class Xकैथल – दसवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ व जान से मारने की धमकी देने के मामले में वांछित आरोपी को सदर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जिसे आज न्यायालय में पेश कर दिया गया है। पुलिस पीआरओ ने बताया लेडी

हैडकांस्टेबल सुमन रानी, लेडी कांस्टेबल कविता व सिपाही सुरेंद्र ङ्क्षसह की टीम ने कठवाड़ वासी आरोपी मोहन लाल को भादसं. की धारा 354, 354डी, 506 तथा पॉस्को अधिनियम की धारा 12 अंतर्गत गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले करीब एक माह से गांव वासी एक

नाबालिग छात्रा के साथ स्कूल जाते व आते समय निरंतर अश्लील छींटाकसी करते हुए विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा था। जब छात्रा ने डर के मारे 15 दिन पुर्व स्कूल जाना ही बंद कर दिया, परंतु आरोपी ने किसी अबोध बालक के माध्यम से 13 जनवरी को

उसके पास मोबाईल फोन भेजा तो छात्रा ने उसी दिन अपने परिजनों को मामले की जानकारी दी। अगले दिन इस मोबाईल पर आरोपी द्वारा अश्लील एसएमएस भी भेजने पाए गए है।
रिपोर्ट :- राजकुमार अग्रवाल

सैमसंग टाइजेन स्मार्टफोन भारतीय बाजार में ,कीमत 5700

उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक उत्पाद बनाने वाली कोरियाई कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने टाइजेन ऑपरेटिंग सिस्टम आधारित पहला स्मार्टफोन सैमसंग जेड वन भारतीय बाजार में पेश किया जिसकी कीमत 5700 रुपए है। सैमसंग इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ह्यून चिल हांग और अभिनेत्री हुमा कुरैशी ने इस स्मार्टफोन को पेश किया।

samsung tizen phone

श्री हांग के अनुसार टाइजेन ऑपरेंटिंग सिस्टम और 1.2 गीगाहर्ट्ज डुअल कोर प्रोसेसर आधारित फोन का रैम 768 एमबी तथा इंटरनल मेमोरी चार जीबी है जिसे 64 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।

चार इंच स्क्रीन वाले इस फोन का रियर कैमरा 3.1 एमपी तथा फ्रंट कैमरा है। थ्रीजी समर्थित इस फोन में 1500 एमएएच की बैटरी है। तीन रंगो में उतारा गया यह फोन बिक्री के लिए बाजार में उपलब्ध है।

भारतीय खुफिया सूत्रों ने की थी महिन्द्रा राजपक्ष की मदद

MahindaRajapkse_Reutersकोलम्बो – श्रीलंका ने भारतीय खुफिया एजेंसी के कोलम्बो स्थित ऑफिस प्रमुख को तत्काल प्रभाव से देश से बाहर जाने का आदेश दिया है। श्रीलंका की नवनिर्वाचित सरकार का मानना है कि भारतीय खुफिया सूत्रों ने हालही में हुए चुनावों में विपक्षी पार्टी प्रमुख तथा तत्कालीन राष्ट्रपति महिन्द्रा राजपक्ष की मदद की थी।

इस मुद्दे पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कोई भी सफाई देने से मना कर दिया। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि विभाग में जरूरत के हिसाब से ट्रांसफर किए गए हैं। प्रवक्ता ने चुनाव संबंधी खबरों को भी निराधार बताया। भारत तथा श्रीलंका स्थित अंदरूनी सूत्रों के चुनाव के बाद नए राष्ट्रपति मैथरिपाला सिरिसेना की अगुवाई में वाली सरकार ने भारत को अपने कोलम्बो स्थित रॉ प्रमुख को बुलाने के लिए कहा था।

उल्लेखनीय है कि सिरिसेना अगले माह भारत का दौरा करेंगे। इस दौरे में वह भारत तथा श्रीलंका के बीच स्थायी व शांतिपूर्ण संबंधों की स्थापना के लिए बात करेंगे। ऎसे माहौल में जबकि पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच संबंध मधुर नहीं रहे हैं, उनका दौरा दोनों देशों की विदेश नीति के लिए महत्वपूर्ण होगा। गत वर्ष पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे ने दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन करते हुए दो चीनी सबमैरिन्स को अपने जलक्षेत्र में आने की अनुमति दी थी।

ओबामा की यात्रा पर भारत ने किया इनकार !

modi-obamaनई दिल्ली – अमेरिकी राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा राजपथ को नो फ्लाइंग जोन बनाने की सलाह पर भारत ने नरमी के साथ इनकार कर दिया है।

ओबामा की सुरक्षा में मुस्तैद सुरक्षा एजेंसियों ने भारत को सलाह दी थी कि वह गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राजपथ के करीब 5 किलोमीटर के दायरे तक नो फ्लाईजोन घोषित कर दे, लेकिन भारत ने इसे असंभव बताते हुए असर्थता जता दी है।

गौरतलब है कि भारत के 65वें गणतंत्र दिवस के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति विशेष अतिथि बनकर भारत दौरे पर आ रहे हैं। ओबामा की यात्रा के दौरान हमले की आशंका के बीच ओबामा की सुरक्षा में मुस्तैद एजेंसिया काफी सर्तक हो गई हैं और वो फूंक फूंक कर कदम उठा रही हैं।

बताया जा रहा है कि बराक ओबामा की इस भारत यात्रा के दौरान करीब 1600 जवान तैनात रहेंगे, जिनमें से अधिकतर सुरक्षा एजेंसियों से ही होंगे।

भारत ने अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को बता दिया है कि राजपथ को नो फ्लाइंग जोन बनाने में काफी मुश्किल है क्योंकि ऐसा किए जाने से भारतीय वायु सेना का फ्लाइंग पास्ट नहीं हो पाएगा।

भारत ने बताया कि राजपथ के ऊपर फ्लाई पास्ट की अवधि तकरीबन 10 मिनट के आसपास होती है। अन्यथा पूरे साल भर राष्ट्रपति भवन, साउथ एवं नार्थ ब्लॉक, पीएम आवास और उसके आस पास के अहम स्थानों के ऊपर भी नो फ्लाइंग जोन घोषित नहीं किया जाता है।

वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने ओबामा की सुरक्षा को चाक चौबंद करने के लिए लगाए जाने वाले 15000 सीसीटीवी कैमरों पर भी हैरानी जताई हैष दिल्ली हाईकोर्ट का कहना है कि अगर इतने सीसीटीवी कैमरे विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के लिए लगाए जा सकते हैं तो इन्हें भारतीयों के लिए क्यों नहीं लगाया जाता है।

सूत्रों के मुताबिक प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साल के फ्लाई पास्ट में करीब 18 फाइटर जेट, पांच एअरक्राफ्ट और 10 हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे, जो जमीन से करीब 60 मीटर से 300 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरेंगे।

इस फ्लाईपास्ट के दौरान नेवी के सुपरसोनिक फाइटर मिग-29 के और आईएएफ के फाइटर प्लेन सुखोई 30 एमकेआई और जगुआर भी उड़ान भरेंगे, जो कि उत्तर भारत के अलग अलग एअरबेस से उड़ान भरकर राजपथ के इर्द गिर्द करतब दिखाएंगे।

ओबामा को अपनी इस यात्रा को दौरान सी -130 जे ‘सुपर हरक्यूलिस’, सी-17 ग्लोबमास्टर-III (रणनीतिक एअरक्राफ्ट) और समुद्र में लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले पोसाइडन-81 विशेष सैन्य विमान को देखने का मौका भी मिल जाएगा जिन्हें भारत ने अमेरिका से ही करीब 7 बिलियन डॉलर में प्राप्त किया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के 26 जनवरी को भारत आगमन पर आतंकी हमले की आशंका को लेकर भारत-नेपाल बॉर्डर में तैनात सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ ही इस खुली सीमा पर अमेरिकी खुफिया तंत्र की भी नजर है।

खुफिया एजेंसी आईबी की आतंकी हमले की रिपोर्ट के बाद बार्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को राज्य सरकार ने और अधिक अलर्ट किया है। एसपी दलीप सिंह कुंवर का कहना है कि जिले से लगी नेपाल सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों को एक माह पूर्व से ही सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

दिन-प्रतिदिन बढ़ती धार्मिक कट्टरपंथी सोच

Humanity's throat religious fanaticismइस्लाम धर्म से संबंध रखने वाले तथा स्वयं को सच्चा मुसलमान बताने वाले लोगों द्वारा इस समय दुनिया के कई देशों में हत्या,ज़ुल्म व बर्बरता का नंगा नाच किया जा रहा है। सीरिया व इराक में आईएसआईएस के आतंकियों द्वारा मर्दों,औरतों तथा बच्चों के साथ ऐसे बर्बरतापूर्ण सुलूक किए जा रहे हैं जिन्हें सुनकर इंसान की रूह कांप उठे। इसी प्रकार कई अफ्रीक़ी देशों में बोकोहराम व अलशबाब जैसे आतंकी संगठन आतंक का घिनौना अध्याय लिख रहे हैं। अफगनिस्तान व पाकिस्तान में भी स्वयं को न सिर्फ मुसलमान बल्कि इस्लाम का ठेकेदार बताने वाले लोगों द्वारा विभिन्न आतंकी संगठनों के माध्यम से आतंक का बाज़ार गर्म किया जा रहा है।

गोया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हर जगह इस्लाम से संबंध रखने वाले मानवता के यह दुश्मन हत्या कत्लोगारत के बल पर अपनी बातों को मनवाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। ज़ाहिर है इनकी इन घिनौनी कारगुज़ारियों के पीछे एक ही सोच काम कर रही है और वह है धार्मिक रूढ़ीवादी कट्टरपंथी सोच। दूसरे शब्दों में इनके विचारों में केवल यह लोग,इनका धर्म,इनका जेहाद,इनका आंदोलन तथा अपने संप्रदाय के विस्तार की इनकी सोच ही सही है और जो भी व्यक्ति,वर्ग अथवा देश,संप्रदाय या शासन व्यवस्था इनके विचारों की विरोधी है यह उनकी जान के खुले दुश्मन हैं। सवाल यह है कि क्या दुनिया में इस समय छठी शताब्दी जैसे आक्रमणकारी वातावरण की पुनरावृति संभव है? प्रगतिशील संसार तथा वैश्वीकरण के इस दौर में क्या एैसी वहशियाना व अमानवीय सोच की कोई गुंजाईश है? और आखिर धार्मिक कट्टरपंथी सोच रखने वालों की यह ताकत दिन-प्रतिदिन क्यों बढ़ती जा रही है? क्या सच्चा इस्लाम यही है? या फिर ऐसी शक्तियां जो सशस्त्र जेहाद की बात कर रही हैं वे ही इस्लाम की सबसे बड़ी दुश्मन ताकतें हैं।

अभी कुछ दिन पूर्व बोकोहराम के आतंकियों द्वारा पूर्वाेत्तर नाईजीरिया के बागा नामक क्षेत्र में एक पूरे के पूरे ईसाई कस्बे को आग के हवाले कर देने जैसी दर्दनाक घटना सुनाई दी। इसमें दो हज़ार से अधिक लोग मारे गए। पेशावर में तहरीक-ए-तालिबान द्वारा लगभग 150 स्कूली बच्चों को $कत्ल कर दिया गया। ज़ाहिर है ऐसे हादसों के बारे में दुनिया का कोई भी इंसानियत पसंद व्यक्ति सुनता है तो उसे निश्चित रूप से एक बार यह सोचने के लिए मजबूर होना पड़ता है कि आखिर ऐसा आतंक फैलाने की शिक्षा इन लोगों को कहां से मिलती है? कहीं इस्लामी शिक्षा ही तो इसके लिए जि़म्मेदार नहीं? पिछले दिनों फ्रांस में शार्ली हेबदो नामक एक कार्टून पत्रिका के दफ्तर पर मुस्लिम आतंकियों द्वारा हमला कर 12 लोगों को मार दिया गया। इनमें 8 पत्रकार तथा कार्टूनिस्ट भी शामिल थे। इस हमले के बाद दुनिया के लगभग 50 देशों के राष्ट्राध्यक्ष अथवा उनके प्रतिनिधि फ्रांस में एक बड़े शांति मार्च में शामिल हुए। गोया इतने देशों की ओर से एक साथ मिलकर इस घटना की निंदा की गई।

शार्ली हेबदो पत्रिका पर यह आरोप था कि उसने पैगबंर हज़रत मोहम्मद के आपत्तिजनक कार्टून प्रकाशित किए। इसके पूर्व डेनमार्क में भी एक समाचार पत्र द्वारा हज़रत मोहम्मद तथा इस्लाम संबंधी और कई कार्टून प्रकाशित किए गए थे। ज़ाहिर है यदि किसी व्यक्ति,धर्म अथवा समुदाय को किसी की कोई अभिव्यक्ति बुरी लगती है तो उसके विरुद्ध उसे अपनी आपत्ति दर्ज कराने का पूरा अधिकार है। वह शांतिपूर्ण तरीके से विरोध की आवाज़ बुलंद करते हुए सडक़ों पर शांति मार्च भी निकाल सकते हैं। अदालत का दरवाज़ा भी खटखटाया जा सकता है। यहां तक कि दूसरे पक्ष को अपने पक्ष द्वारा साक्ष्यों सहित समझा-बुझा कर उसे माफी मांगने के लिए भी आमादा किया जा सकता है।परंतु असहमति के आधार पर अथवा किसी की अभिव्यक्ति का विरोध करते हुए किसी की हत्या किया जाना न तो कोई धर्म सिखाता है न ही किसी देश का कानून। और न ही किसी धर्म व समाज की शिक्षा ऐसे अमानवीय कामों को करने की इजाज़त देती है।

क्या हज़रत मोहम्मद के जीवनकाल में या उनके परिवार के सदस्यों के दौर में ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनमे ईश निंदा के लिए अथवा अभिव्यक्ति का गला घोंटने को लेकर दूसरे पक्ष की हत्याएं की गई हों? इस्लाम से जुड़े कत्लोगारत का इतिहास इस्लाम के उदय के समय से ही केवल सत्ता,शासन,हुकूमत अथवा बादशाहत से ही जुड़ा रहा है। हालांकि इस्लामी शरिया में किसी कातिल को कत्ल किए जाने की सज़ा का प्रावधान ज़रूर है। परंतु इसके बावजूद उसे माफ किए जाने को ही पहली प्राथमिकता दी गई है। गोया सज़ा से बढक़र माफी को स्थान दिया गया है। स्वयं मोहम्मद साहब के जीवन में उनपर तरह-तरह के ज़ुल्म ढाए जाते थे। व्यक्तिगत् रूप से उन्हें सताने व अपमानित करने की तमाम कोशिशें की जाती थीं। परंतु वे प्रत्येक व्यक्ति को मा$फ करने पर विश्वास रखते थे उसे कत्ल करने या करवाने पर नहीं। फिर आज स्वयं को हज़रत मोहम्मद की उम्मत बताने वालों को आ$िखर यह अधिकार किसने दे दिया कि वे कार्टून अथवा लेख आदि के माध्यम से अथवा अभिव्यक्ति के अपने दूसरे माध्यमों के द्वारा हज़रत मोहम्मद की आलोचना करने वालों की या उनका अपमान करने वालों की हत्या कर डालें?

ऐसी ही सोच का परिणाम था जिसके चलते 1988 में भारतीय मूल के ब्रिटिश उपन्यासकार सलमान रुश्दी के विरुद्ध उनके विवादित उपन्यास सेटेनिक वर्सेस के लिए मौत का फतवा ईरानी धार्मिक नेताओं द्वारा जारी कर दिया गया था। हालांकि इस विवादित फतवे को अब वापस भी लिया जा चुका है। इसी प्रकार 1994 में बंगला देश की लेखिका तसलीमा नसरीन जोकि प्रगतिशील नारीवाद पर अपने लेखन के विषय में जानी जाती हैं उनके लज्जा नामक एक उपन्यास के विरुद्ध बंगलादेशी कट्टरपंथियों द्वारा फतवा जारी कर दिया गया था। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की चार जनवरी 2011 को उनके अपने अंगरक्षक मलिक मुमताज़ कादरी ने इस्लामाबाद में गोलियों से छलनी कर दिया था। उनका कुसूर केवल यह था कि वे पाकिस्तान में उस ईश निंदा $कानून की पुन:समीक्षा की वकालत कर रहे थे जिसके तहत पाकिस्तान में बेगुनाह लोगों को भी सज़ा भुगतनी पड़ती है।

भारत में भी इस प्रकार की कट्टरपंथी सोच कभी-कभी अपना सिर उठाती दिखाई देती है। उदाहरण के तौर पर विश्वविख्यात भारतीय चित्रकार पदमश्री मकबूल फिदा हुसैन को 2006 में भारत छोडक़र लंदन में पनाह लेनी पड़ी थी। उनपर कथित रूप से हिंदू देवी-देवताओं की अश्लील पेंटिग्स बनाए जाने का आरोप था। 2010 में उन्होंने कतर की नागरिकता भी स्वीकार कर ली थी। उपरोक्त घटनाओं में दो बातें साफतौर पर दिखाई देती हैं। एक तो यह कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर विभिन्न माध्यमों से प्रकट किए जाने वाले कई लोगों के विचार कट्टरपंथी सोच रखने वाले लोगों के गले नहीं उतर पाते। और ऐसा कट्टरपंथी वर्ग अपने धर्म,अपने पीर-पैगंबरों,अपने आराध्य,अपने धर्मग्रंथ आदि के विरुद्ध कुछ भी सुनना नहीं चाहता। निश्चित रूप से दूसरे पक्ष का भी यह कर्तव्य है कि वह सभी की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करे।

धार्मिक विश्वासों व मान्यताओं को कोई माने या न माने परंतु उन्हें तर्क अथवा आलोचना की कसौटी पर कतई नहीं रखा जाना चाहिए। हालांकि यह बात बिल्कुल सच है कि आज किसी भी धर्म के जो भी लोग अपने धर्म का ठेकेदार अथवा पक्षधर बनकर धर्म व विश्वास के नाम पर आतंक फैलाते फिरते हैं उन्हें अपने ही धर्म का व उनकी वास्तविक शिक्षाओं का पूरा ज्ञान नहीं होता। अन्यथा किसी भी धर्म की पहली शिक्षा मानवता,सद्भाव,भाईचारा,क्षमा तथा प्रेम-विश्वास आदि ही हैं। इसके बावजूद लेखकों,चित्रकारों,पत्रकारों,उपन्यासकारों या कार्टूनिस्टों को इस बात का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए कि वे ऐसे अर्ध धार्मिक लोगों को या समाज में धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की ताक में बैठे लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में अथवा आलोचना के माध्यम से इस बात का मौ$का ही न दें कि उन्हें धर्म के नाम पर आतंक फैलाने में अथवा अपने समाज को वर$गलाने में सहायता मिले।
:- तनवीर जाफरी

tanvirतनवीर जाफरी
1618, महावीर नगर,
मो: 098962-19228
अम्बाला शहर। हरियाणा

 

अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने नया हेयरस्टाइल रखा

Priyanka  Gets a New Hairstyle

ज्यादातर लंबे बालों में नजर आने वाली अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने नया हेयरस्टाइल रखा है। इस बार उन्होंने छोटे बालों वाला हेयर स्टाइल रखा है।

अपने बालों को छोटा कराने से पहले प्रियंका ने शनिवार को ट्वीट किया, ”कुछ स्वाभाविक काम करने का समय आ गया है। थोड़ा उत्साही महसूस कर रही हूं। मैं बाल कटवाने जा रही हूं।”

उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर अपने नए लुक की तस्वीर भी शेयर की। काली पोशाक और लाल होंटों वाली अपनी नई तस्वीर प्रियंका ने फेसबुक पर शेयर की। इसमें उनके बाल छोटे नजर आ रहे हैं।

उनके प्रशंसकों ने प्रियंका के नए लुक को काफी पसंद किया। उन्होंने प्रियंका के नए हेयरस्टाइल को ‘सुंदर’ और ‘खूबसूरत’ बताया। प्रियंका ने फिल्म ‘अंजान अंजानी’ में कियारा की भूमिका के लिए भी बाल छोटे करवाए थे।

 

10 बच्चे पैदा करें ताकि मोदी दोबारा भी PM बन सकें

10-kids-for-modi-to-become-pm-againइलाहाबाद – हिंदुओं को कितने बच्चे पैदा करने चाहिए, यह बताने वालों की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है। बद्रिकाश्रम के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने हिंदुओं के नाम एक संदेश जारी किया है। शंकराचार्य का कहना है कि हिंदुओं को 10 बच्चे पैदा करने चाहिए, ताकि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बन सकें ।

इलाहाबाद में माघ मेले में शिरकत कर रहे वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा, ‘हिंदुओं की एकता की वजह से ही मोदी प्रधानमंत्री बने हैं। वह बहुमत में रहें, इसलिए हिंदू परिवारों को 10 बच्चे पैदा करने चाहिए।’

संत वासुदेवानंद ने शनिवार को ‘घर वापसी’ कार्यक्रम पर भी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा, ‘हिंदू धर्म से ही ईसाई, इस्लाम और सिख बने हैं। इसलिए सभी को अपनी जड़ों की तरफ लौटना चाहिए। घर वापसी पर बैन नहीं लगना चाहिए। धर्म बदलने पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।’

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने हिंदू महिलाओं को 4 बच्चे पैदा करने के लिए कहा था। उनके इस बयान पर खासा बवाल हुआ था। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के नेता श्यामल गोस्वामी ने साक्षी से एक कदम आगे बढ़ते हुए हिंदुओं को 5 बच्चे पैदा करने की सलाह दी थी, ताकि वे ‘विलुप्त’ न हो जाएं। उन्होंने कहा था, ‘मेरी एक ही गुजारिश है… हर हिंदू माता और बहन को कम से कम 5 बच्चे पैदा करने होंगे।’

देहरादून : सरकारी दवाईया नदी में तैरती मिली

देहरादून – विकासनगर अंतर्गत कालसी में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। क्षेत्र के काली मंदिर के पास अमलावा नदी में बड़ी भारी मात्रा में सरकारी दवाईयों की खेप दूर तक नदी में तैरती नज़र आई हैं, जिससे एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही को सामने लाकर खड़ा कर दिया है। 

गौरतलब है कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग की कारगुजारियां किसी से छिपी हुई नहीं है, जिसके चलते जहां एक ओर यहां के सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को डाक्टर अस्पताल से दवाईयां न देकर बाहर से दवा खरीदने के लिये मजबूर कर रहे, बल्कि सरकारी दवाइयों को समय से न बांट पाने के चलते उन्हें इधर-उधर ठिकाने भी लगाया जा रहा है। एक एैसा ही मामला कालसी क्षेत्र में काली माता मंदिर के पास से गुजरने वाली अमलावा नदी में भारी मात्रा में बहती सरकारी दवाइयों से सामने आया है।

एनआरएचएम लिखी इन दवाईयों के नदी में पड़ी होने की सूचना जब मीडिया द्वारा तहसील प्रशासन को दी गई, तो मामले की गंभीरता को देखते हुये प्रशासनिक अधिकारी नयाब तहसीलदार जे एस राणा मय दल मौके पर पहुंचे और उन्होने मौके से कई दवाइयों के रेपर जाचं के लिये इकट्ठा किये।

नायब तहसीलदार कालसी जे.एस राणा ने तेज़ न्यूज़ को बताया कि मामले की जांच की जायेगी हालांकि मौके पर मिली दवाईयां एक्सपायर हो चुकी थी, लेकिन नियमानुसार इन दवाईयों को स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में नष्ट किया जाना चाहिए था, मगर एैसा हो न सका और दवाईयां नदी में फैंक दी गई। जिससे न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है, बल्कि इससे बड़ी दुुर्घटना को भी न्योता दिया गया।

हम आपको बता दें कि पास ही मंदिर स्थित होने के कारण जहां श्रद्धालु मंदिर दर्शन के साथ साथ इस नदी में स्नान आदि तो करते ही है, साथ ही क्षेत्र के स्कूली बच्चे भी अक्सर यहां पर नहाने आते है, अगर एैसे में अनजाने में किसी बच्चे द्वारा इन दवाईयांे का सेवन किया जाता है या किसी जानवर की ही मौत इन दवाईयों को खाने के मौत जाती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। तो वहीं दूसरी ओर इस प्रकरण को देखते हुये एसडीएम कालसी अशोक कुमार पाण्डेय के निर्देश पर मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार का कहना है कि इस तरह की लापरवाही कतई बर्दास्त नहीं की जायेगी और जांच कर रिर्पोट आगे प्रेषित की जायेगी।

रिपोर्ट – तबरेज़ खान

धान खरीदी पर कर की सीमा 10 से बढ़ाकर 50 करोड़

 

 Shivraj Singh Chouhan

भोपाल -मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धान उत्पादक किसानों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए धान खरीदी पर कर दायित्व की सीमा 10 करोड़ से बढ़ाकर 50 करोड़ कर दिया है। उन्होंने तत्काल अधिसूचना जारी करने के निर्देश दिये। इससे ज्यादा से ज्यादा व्यवसायी धान खरीदी प्रक्रिया में भाग लेंगे और किसानों को उनकी उपज की सही कीमत मिलेगी।

धान खरीदी के सम्बन्ध में आज यहाँ मंत्रालय में धान व्यापारियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने व्यापारियों से सहयोग देने का आग्रह करते हुए कहा किसानों के कल्याण के लिये सरकार हर कदम उठाने को तैयार है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निजी व्यापारिक हितों के चलते मध्यप्रदेश की धान को बासमती का दर्जा मिलने में जो बाधाएँ थीं, वे अब दूर हो जायेंगी। प्रदेश के धान को बासमती का दर्जा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने का भी आग्रह किया गया है। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री के विचारों का सम्मान करते हुए धान खरीदी में हर प्रकार से सहयोग का आश्वासन दिया।

कर्नाटक : रिश्वत के लिए महिला ने बेच दी किडनी

बेंगलुरू – कर्नाटक के एक छोटे से गांव श्रीरंगपट्टनम की चिक्कनामा नाम की महिला के पास 15 एकड़ जमीन थी। उनका कहना है कि ये जमीन उनके पिता की थी। पिता की मौत के बाद उनकी बेटी ने सारी जमीन मां के नाम पर करने की गुहार लगाई। इसके लिए उसे स्थानीय पंचायत से लेकर राज्य की राजधानी के सभी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़े।

Poor woman sells kidney to bribe

बताया जा रहा है कि अपनी मांग को लेकर महिला जिन भी अधिकारियों के पास गई उनमें से कईयों ने भारी रकम रिश्वत के तौर पर मांगी। इस कड़ी में रेवेन्यू विभाग के एक अधिकारी ने उनसे प्रति एकड़ आठ हजार रुपए मांगे।

आर्थिक तंगी में जी रही चिक्कनामा को अपनी ही जमीन के लिए अपनी एक किडनी बेचनी पड़ी ताकि जमीन के दस्तावेजों को ठीक किया जा सके। मामला सामने आने के बाद कर्नाटक लोकायुक्त ने इसका संज्ञान लिया और उस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया।

अधिकारी को सस्पेंड तो कर दिया गया, लेकिन महिला ने अपनी किडनी तो खोई ही और साथ में जमीन अभी तक कानूनी पचड़ों में फंसी हुई है। – एजेंसी

 

 

 

अब तो इन भाव पर मिलना चाहिए पेट्रोल-डीजल

petrol and dieselनई दिल्ली – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 50 डॉलर से भी कम होने के बाद भी भारत में डीजल-पेट्रोल की कीमत कम उतनी कम नहीं हो पा रही है, जितनी होनी चाहिए। केंद्र सरकार कच्चे तेल के आयात पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर लोगों को असली फायदा लेने से भी रोक भी रही है।

फरवरी 2007 में कच्चे तेल की कीमत 55 डॉलर के स्तर पर थी। उस समय भारत में पेट्रोल 42 रुपए और डीजल 30 रुपए प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा था। लेकिन आज 45 डॉलर प्रति बैरल क्रूड ऑयल होने के बाद भी पेट्रोल 55.26 रुपए और डीजल 48.26 रुपए प्रति लीटर की दर से ग्राहकों को मिल रहा है।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत पेट्रोलियम नियोजन और विश्‍लेषण प्रकोष्‍ठ (पीपीएसी) की जानकारी के अनुसार भारतीय बॉस्‍केट के लिए कच्‍चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत 6 जनवरी को को 49.22 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल रही।

गौरतलब है कि सरकार को सीधे तौर पर फायदा हो रहा है। पर इसका फायदा जनता को नहीं मिल रहा है। वित्‍त वर्ष 2014-15 के छह महीनों के लिए अंडर-रिकवरी 51,110 करोड़ रुपए रही है। वित्त वर्ष 2013-14 के पूरे वर्ष के लिए यह राशि 1,39,869 करोड़ रुपए रही थी।

भारतीय बॉस्‍केट के कच्‍चे तेल की अंतर्राष्‍ट्रीय कीमत 31 दिसंबर को 53.53 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी, जबकि 30 दिसंबर, 2014 को यह 53.81 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी। रुपए के संदर्भ में कच्‍चे तेल की कीमत 31 दिसंबर, 2014 को घटकर 3390.05 रुपए प्रति बैरल हो गई जबकि 30 दिसंबर, 2014 को यह 3430.39 रुपए प्रति बैरल थी। रुपया 31 दिसंबर, 2014 को रुपया मजबूत होकर 63.33 रुपए प्रति अमेरीकी डॉलर पर बन्‍द हुआ, जबकि 30 दिसंबर, 2014 को 63.75 रुपए प्रति अमे‌रिकी डॉलर था।

जून 2014 और जुलाई 2014 के बीच में ब्रैंट क्रूड (ऑयल) की कीमत 105 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर थी। पर धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत कम होने लगी।

अंतररष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत कम होने की वजह अमेरिका, यूरोप और चीन में ब्रैंट क्रूड की मांग में कमी आना था। अमेरिका, चीन और यूरोप के देशों ने अपने यहां ही क्रूड ऑयल का उत्पादन शुरू कर दिया।

जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्ष 2005 तक 60 फीसदी क्रूड ऑयल का आयात करता था। वर्ष 2013 तक अमेरिका ने यह आयात घटाकर 35 फीसदी कर दिया है।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रैंट क्रूड की कीमत एक अगस्‍त 2014 को 103.45 डॉलर प्रति बैरल थी। 22 अगस्त को यह कीमत घटकर 100.99 डॉलर प्रति बैरल हो गई।

अक्टूबर 2014 में ब्रैंट क्रूड की कीमत 88.66 डॉलर, तीन नवंबर को यह कीमत 84.9 डॉलर, 27 नवंबर को 72.68 डॉलर और 28 नवंबर को यह कीमत घटकर 72.58 डॉलर प्रति बैरल हो गई। एक बैरल में 158.98 लीटर तेल होता है। वर्ष 2013-14 के आकड़ों के मुताबिक भारत प्रति दिन 385,000 बैरल तेल का आयात करता है।

तेल की मांग कम होने के बावजूद ओपेक देशों ने यह फैसला किया है कि वह तेल का उत्पादन नहीं घटाएंगे। तेल की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कम होने से भारत मे थोक महंगाई दर से खुदरा महंगाई दर में कमी देखने को मिली है। अंतर्राष्ट्रीय जगत में तेल की कीमत कम होने के चलते भारत की तेल विपणन कंपनियों को घाटा भी कम हु‌आ है।

मई 2014 में जहां भारत की तेल विपणन कंपनियों का घाटा 318 करोड़ रुपए था। नवंबर 2014 में वह घटकर 188 करोड़ रुपए के स्तर पर आ गया है। आपको बताते चले कि केंद्र सरकार ने अपने बजट 2014-15 में ऑयल सब्सिडी पर 63,427 करोड़ रुपए का आवंटन किया है। आने वाले समय में इसका फायदा भी सरकार को मिलेगा। क्योंकि तेल की कीमत कम होने से सरकार को सब्सिडी में बचत होगी।

कच्चे तेल के दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हिसाब से ही तय होते हैं। ऐसे में हम आपको एक ऐसी लिस्ट उपलब्‍ध करा रहे हैं। पिछले सालों में कच्चे तेल के दाम किस समय किस स्तर पर थे। इसके अनुसार आप खुद ही तय कर सकते हैं कि आप को आज कितना सस्ता पेट्रोल और डीजल मिलना चाहिए।

दिनांक——– क्रूड(बैरल/डॉलर)——   पेट्रोल रुपए/लीटर————-   डीजल रुपए/लीटर
जुलाई 01, 2009——-  69.12——-44.63——————-32.87
जनवरी 28, 2009——-44.12——-40.62——————-30.86
दिसंबर 05, 2008——-43.56——-45.62——————-32.86
जुलाई 16, 2008——-132.47——-50.62——————-34.86
जून 04, 2008——-113.00——-50.56——————-34.80
फरवरी 14, 2008——-90.88——-45.52——————-31.48
फरवरी 16, 2007——-55.80——-42.85——————-30.25
नवंबर 29, 2006——-57.53——-44.85——————-31.25
जून 06, 2006——-67.30——-47.49——————-32.45
सितंबर 06, 2005——-59.91——-43.49——————-30.45
जून 20, 2005——-52.72——-40.49——————-28.45
नवंबर 15, 2004——-38.82——-37.84——————-26.28
नवंबर 04, 2004——-38.82——-39.00——————-26.28
जुलाई 31, 2004——-36.35——-36.81——————-24.16
जून 15, 2004——-34.22——-35.71——-22.74
मार्च 01, 2004——–00——-33.70——-21.74

सोनिया पर आधारित किताब ‘द रेड साड़ी’ भारत में उपलब्ध

नई दिल्ली – एक बार फिर से वो किताब चर्चा में है जिसे लेकर भारत में करीब पांच साल पहले काफी बवाल मचा था। हम बात कर रहे हैं जेवियर मोरो द्वारा लिखित विवादित किताब ‘द रेड साड़ी’ (लाल साड़ी) की जो कि अब भारत में भी उपलब्ध है।

The Red Sari Sonia Gandhi

इस किताब को भारत में प्रकाशित करने के बाद प्रकाशक रोली बुक्स ने ट्वीट किया कि ‘लाल साड़ी अब भारत में भी उपलब्ध है, अपनी प्रति बुक कराइये।’कई बार फूटा है सोनिया पर किताबी बम!आखिर क्या है इस किताब में ऐसा जिसने सोनिया गांधी समेत पूरे कांग्रेस की नींद उड़ायी हुई है। कहा जा रहा है कि जो कुछ भी इस किताब में लिखा है वो गलत है, अब सवाल ये उठता है कि किताब में लिखा क्या है?

दरअसल किताब की कहानी सोनिया गांधी के जीवन पर आधारित है, जिसे लिखा है स्पैनिश लेखक जेवियर मोरो ने। कांग्रेस का कहना है कि इसमें तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है। कांग्रेस ने इसके लिए जेवियर मोरो को नोटिस भी भेजा था। बता दें कि स्पेनिश लेखक जेवियर मोरो की किताब ‘एल सारी रोसो यानी द रेड सारी’, सोनिया गांधी की जिंदगी पर लिखी गई नॉवेल है। यह 2008 में मार्केट में आयी थी। इटैलियन, फ्रेंच और डच में इसकी दो लाख से ज्यादा कॉपियां बिक चुकी हैं और अब इसका इंग्लिश ट्रांसलेशन मार्केट में आया है। जिसमें उस लाल साड़ी का जिक्र है, उसे लेखक के मुताबिक पंडित नेहरू ने जेल में बुना था और सोनिया ने अपनी शादी के दिन पहना था 

सोनिया कोई त्यागमूर्ति नहीं, जो पीएम सीट छोड़ें बड़े ही खराब दौर से गुजर रही कांग्रेस के लिए यह किताब और मुसीबत ही पैदा कर सकती है। जब तक कांग्रेस सत्ता में थी तब तक तो यह किताब भारत में प्रकाशित नहीं हो पायी, चूंकि अब वो सत्ता से कोसो दूर है तो यह किताब मार्केट में आ गई।निगेटिव छवि, यह कहानी हैइटली के एक छोटे से गांव में पैदा हुई लड़की के हैरतअंगेज सफर की जिसे पावर तो मिली, लेकिन अपने पति को गंवाने के बाद।

किताब में संजय गांधी को गालियां बकते और सोनिया को राजीव की मौत के बाद इटली चले जाने की सोचते दिखाया गया है। जिसके लिए कांग्रेसियों का कहना है कि यह किताब सोनिया गांधी को बदनाम करने के लिए लिखी गई है। सोनिया ने राजीव गांधी से कहा कि वो भारत छोड़ दें! तो वहीं आलोचकों का कहना है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, जो देश की बहू हैं वो भी उस खानदान से हैं जिसका लहू हमेशा देश के लिए बहा है। हमेशा इस बात को आधार बना कर कांग्रेस अपना वोट बैंक मजबूत करती आयी है तो भला वो कैसे बर्दाश्त कर सकती है कि सोनिया के उस रूप को जनता के समक्ष लाया जाये जो कभी देश यानी भारत छोड़ना चाहता था वो भी अपने बच्चों समेत।

भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनेगी : रमन सिंह

रायपुर – भाजपा का सदस्यता महाभियान आज से शुरू हुआ. इस हाईटेक अभियान के तहत मोबाइल फोन के जरिये कुछ ही सेंकड में सैकड़ों लोगों को पार्टी का सदस्य बनाया जा रहा है. गुढियारी में महासदस्यता अभियान को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनेगी |

 Raman Singh

पार्टी के इस अभियान को सफल बनाने रमन सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक व पदाधिकारियों ने वार्डों में जाकर लोगों को सदस्य बनाया. गुढियारी पड़ाव के कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटी. यहां मुख्यमंत्री ने सभी से अपने मोबाइल फोन से टोल फ्री नंबर 18002662020 पर डायल करने कहा. डायल करने के कुछ सेंकड के भीतर ही तमाम लोगों को मैसेज मिल गया कि वे भाजपा के सदस्य बन गए हैं |

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग सदस्य बनकर भाजपा और भारत को सशक्त बनाएं. लंबे सघर्ष के बाद भाजपा 2 से 282 सांसदों के साथ आज देश की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है. जनसंघ के समय हम पर ताने कसे जाते थे कि हमें सरकार चलाना नहीं आता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति इतनी बुरी हो गई है कि संसद में इनके पास नेता प्रतिपक्ष के लायक संख्या नहीं है |

पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत ने कार्यक्रम में कहा कि भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जो भारत को विकास की बुलंदियों पर ले जाना चाहती है. डॉ.रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ विकास की ओर अग्रसर है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में देश में विकास की गंगा बहेगी |

आज़म से वसूला जाए मुलायम के जन्मदिन का खर्च- भाजपा

Mulayam's Birthday costs are collected to Azamलखनऊ – प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई भोड़े आयोजनों पर बर्बाद की जा रही है। अभी सैफई में मात्र 3 मिनट के ठुमके के लिए श्रीलंकाई सिने स्टार जेक्लीन फर्नाडीज को 75 लाख रूपये का भुगतान किया गया। सैकड़ो करोड़ सैफई के नाच-गाने पर खर्च किए गये। इस समय जब प्रदेश की सरकार आर्थिक संकट का रोना रो रही हैं तब ऐसे आयोजन प्रदेश की गरीब जनता के साथ मजाक हैं।

मुलायम सिंह के जन्मदिन पर खर्च को सपा सरकार के सबसे ताक़तवर मंत्री आजम खां ने दाउद और तालिबान से पैसे लेने की बात कही थी। सपा के निजी आयोजनों पर सरकारी धन को लुटाने की बात सच साबित हो रही है। अब ये पैसा श्रम विभाग से वसूलने की कोशिश हो रही हैं ? श्रम विभाग का एक अधिकारी जिस पर इस आयोजन के भुगतान का दवाब बनाया जा रहा है, वो आज़म खान के डर से रामपुर छोड़ कर आज कल लखनऊ में शरण लिए हुए है।

भारतीय जनता पार्टी ने सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह के रामपुर में मनाऐ गये भव्य जन्मदिन पर हुए सरकारी खर्च का हिसाब मांगा हैं। भाजपा का मानना है की इस आयोजन पर हुए खर्च की वसूली सरकारी खजाने से न हो। भाजपा ने मांग की कि मुलायम सिंह के भव्य जन्मदिन पर बनायेे आलीशान मंहगे मंच का भुगतान आजम खां से वसूला जाना चाहिए। सपा सरकार मुलायम सिंह के जन्मदिन पर सरकारी खर्चे का हिसाब दें। सैफई महोत्सव के खर्चो का हिसाब भी प्रदेश की जनता मांग रही हैं इन आयेजनों पर हुए खर्च की वसूली सपा नेताओं से की जानी चाहिए।

:- शाश्वत तिवारी

 

हाईकोर्ट ने लगाई फटकार,ओबामा के लिए 15 हजार कैमरे क्यों

modi obama meetनई दिल्ली – भारत दौरे पर आ रहे अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की सुरक्षा को लेकर भारत कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। एक हफ्ते के भीतर ही 15 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी हो रही है। वहीं हाईकोर्ट ने इस पर ही सरकार को फटकार लगा दी है।

कोर्ट का कहना है कि एक विदेशी राष्ट्रपति के लिए चंद दिनों में 15 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी हो जाती है, लेकिन जब बात देश के नागरिकों की सुरक्षा की होती है तो इतना समय क्यों लग जाता है। कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि आज से पहले सरकार ने जनता की सुरक्षा के लिए यह सब क्यों नहीं किया।

न्यायमूर्ति बीडी अहमद और न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा की बेंच ने यह टिप्पणी एडवोकेट मीरा भाटिया की उस अर्जी पर की, जिसमें मांग की गई कि 16 दिसम्बर दिल्ली गैंगरेप ऎसी घटनाओं के मद्देनजर यह निर्देश दिया जाए कि उन सीसीटीवी कैमरों को लगे रहने दिया जाए, ताकि नागरिक अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें ।

याचिकाकर्ता एडवोकेट मीरा भाटिया ने अर्जी दाखिल कर कहा कि सरकार सीसीटीवी पर खर्च कर रही है। ऎसे में ओबामा के वापस जाने के बाद भी ये कैमरे पहले की तरह रहें और इन्हें हटाया न जाए। राजधानी में कानून-व्यवस्था की हालत के मद्देनजर इन कैमरों की जरूरत है। खासकर एंट्री और एग्जिट पॉइंट और दिल्ली में जिन जगहों पर हाई क्राइम जोन बताया गया है, वहां कैमरे जरूरी हैं।

भ्रष्टाचार के कारण सेंसर बोर्ड सदस्यों ने दिया इस्तीफा

leela_samsonमुम्बई – केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड(सेंसर बोर्ड) के नौ और सदस्यों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इन्होंने शनिवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को अपना इस्तीफा भेजा है और इसमें भ्रष्टाचार और दखल को पद छोड़ने का कारण बताया है। इससे पहले गुरूवार रात को सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सेमसन और शुक्रवार को सदस्य इरा भास्कर ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था।

शनिवारों को लोरा प्रभु, पंकज शर्मा, राजीव मसंद, शेखरबाबू कंचरेला, शाजी करूण, शुभ्रा गुप्ता, ममंग दाय और टीजी थायगराजन ने अपने स्तीफे भेजे हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भेजे अपने पत्र में सेंसर बोर्ड सदस्यों ने कहाकि, हम लंबे समय से सेंसर बोर्ड में कुछ जरूरी बदलावों की मांग कर रहे हैं। लेकिन मंत्रालय की ओर से इस दिशा में एक भी कदम नहीं उठाया गया।

इससे पहले शुक्रवार शाम को इरा भास्कर ने भी इस्तीफा दिया था। उन्होंने कहा था कि, मैंने लीला सेमसन के समर्थन में इस्तीफा दिया है। जब बोर्ड अध्यक्ष ही नहीं है तो फिर बोर्ड का क्या मतलब। गौरतलब है कि गुरूवार देर रात को लीला सेमसन ने मैसेंजर ऑफ गॉड फिल्म को रीलिज के लिए हरी झंडी दिए जाने के बाद अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। उन्होंने भ्रष्टाचार, दखल और दबाव का आरोप लगाया था।