बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने ऐलान किया है कि उसके 32 सांसद बजट सत्र के पहले 2 दिनों का बहिष्कार करेंगे। पार्टी नोटबंदी के अलावा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में उसके 2 सांसदों की गिरफ्तारी का विरोध कर रही है।
1 फ़रवरी को बसंत पंचमी के दिन पेश होने वाले आम बजट के दिन टीएमसी के सांसद सदन में नहीं आएंगे। उन्हें लगता है की सरस्वती पूजा के दिन घर परिवार के साथ रहना चाहिए। साथ ही बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। टीएमसी का कहना है कि 31 दिसंबर को ही पीएम मोदी ने मिनी बजट पढ़ दिया था। अब तो महज औपचारिकता है।
बजट सत्र को ठीक से चलाने की मोदी की अपील
बजट सत्र के शुरू होने से ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने तमाम दलों से संसद के इस सत्र को ठीक से चलाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
पीएम मोदी की बड़ी बातें…
– पहली बार आम बजट के साथ रेल बजट भी जोड़ा गया है
– पहली बार बजट एक फरवरी को हो रहा है
– आज से नई परंपरा का प्रारंभ हो रहा है
– बजट पर सभी दलों से बात हुई
– बजट सत्र में सार्थक चर्चा हो
– सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार
विपक्षी दलों ने दिए हंगामे के संकेत
वहीँ दूसरी तरफ नोटबंदी के बाद और पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आज से संसद का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है। इस सत्र के भी हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्षी दलों ने संकेत दिया है कि संसद के इस सत्र में नोटबंदी का मुद्दा जोरशोर से उठेगा, पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान भी इस वजह से कोई कामकाज नहीं हो सका था। वहीं विपक्षी दलों ने विधानसभा चुनाव से पहले बजट पेश करने को लेकर भी नाखुशी जाहिर की है।
कांग्रेस और माकपा के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने सत्र के दौरान नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की है। अपने दो सांसदों की गिरफ्तारी को लेकर नाराज चल रही और नोटबंदी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रही तृणमूल कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक में भाग नहीं लिया। साथ ही संसद के बजट सत्र के पहले दो दिन की कार्यवाही में भाग नहीं लेने का ऐलान किया है।
आपको बता दें कि बजट सत्र का पहला हिस्सा 9 फरवरी तक चलेगा जबकि दूसरा हिस्सा 9 मार्च से 12 अप्रैल तक होगा। [एजेंसी]