जबलपुर- एक वाट्सएप ग्रुप में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की आपत्तिजनक तस्वीर पोस्ट करने की बात पर हुए विवाद में युवक कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या हो गई। तस्वीर पोस्ट करने वाले दो वकीलों ने निगरानीशुदा बदमाशों के साथ मिलकर बुधवार रात युवक पर थाने के सामने चाकू से हमला किया था।
घटना में आरोपी वकीलों को भी चोट पहुंची हैं, जिनका पुलिस अभिरक्षा में निजी अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। युवक कांग्रेस नेता व पार्षद जतिन राज ने विजय नगर कांग्रेस के नाम से वॉट्सएप गु्रप बनाया था।
इसमें कार्यकर्ताओं के अलावा कई वकील और क्षेत्रीय लोग शामिल थे। बुधवार रात एडवोकेट प्रशांत नायक ने उक्त ग्रुप में सोनिया गांधी की एक तस्वीर पोस्ट की, जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क उठे।
युकां कार्यकर्ता उमेश वर्मा ने प्रशांत नायक के घर जाकर उसे तस्वीरें पोस्ट करने के लिए मना किया। इसको लेकर प्रशांत और उमेश के बीच हाथापाई हो गई। कुछ देर में दोनों तरफ के लोग एकत्रित हो गए और विवाद बढ़ गया। दोनों पक्ष थाने पहुंच गए।
विजय नगर थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह के अनुसार अहिंसा चौक के पास हुए विवाद की शिकायत करने के लिए दोनों पक्ष थाने पहुंचे थे। गहमागहमी के बीच प्रशांत नायक, वकील शशांक शुक्ला, संजू ठाकुर और सागर ठाकुर के साथ थाने के बाहर पहुंचा। विवाद के दौरान एडवोकेट शशांक शुक्ला ने उमेश व उसके साथियों पर चाकू से हमला कर दिया। उमेश की पसली में गहरा घाव लगा जिसे तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया। गुरुवार सुबह 5 बजे उपचार के दौरान उमेश की मौत हो गई।
टीआई विजेंद्र सिंह के अनुसार घायल एडवोकेट प्रशांत नायक की रिपोर्ट पर उमेश वर्मा व अन्य के खिलाफ साधारण मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। जबकि पार्षद जतिन राज की रिपोर्ट पर उमेश की मौत के मामले में एडवोकेट प्रशांत नायक, शशांक शुक्ला, संजू ठाकुर और सागर ठाकुर के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रशांत और शशांक अस्पताल में इलाजरत हैं, लिहाजा उनकी गिरफ्तारी कर ली गई है। जबकि संजू ठाकुर और सागर ठाकुर फरार हैं।
मृतक उमेश उर्फ गुड्डू वर्मा के पिता का देहांत हो चुका है। उसके घर पर मां और छोटा भाई बबलू है। उमेश पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठाता था। उमेश के चाचा की चार बेटियां हैं, जिनकी देखरेख और सभी तरह की जिम्मेदारी भी उमेश ही उठाता था। उमेश की हत्या के बाद पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ हुई आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण युवक कांग्रेस नेता उमेश वर्मा की हत्या हो गई। लेकिन उसके घर पर कांग्रेस का एक भी बड़ा नेता मिलने नहीं पहुंचा। पार्षद जतिन राज, रीतेश अग्रवाल, पूर्व पार्षद अमरीश मिश्रा, श्रीकांत विश्वकर्मा के अलावा कुछ युवक कांग्रेस कार्यकर्ता ही उमेश के घर मौजूद रहे। वरिष्ठ नेताओं के नहीं पहुंचने के पीछे कारण बताया गया है कि वे सभी नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद के साथ नरसिंहपुर गए हैं। उमेश की मौत को लेकर क्षेत्र में तनाव है। पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर आरोपियों के घर में भी पहरा बिठा दिया है। दोपहर बाद उमेश का अंतिम संस्कार किया गया।
टीआई के अनुसार एडवोकेट शशांक शुक्ला का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। सूत्रों के अनुसार कुछ माह पूर्व विजय नगर की तत्कालीन थाना प्रभारी शबाना परवेज के साथ भी शशांक शुक्ला, संजू ठाकुर और प्रशांत नायक का विवाद हुआ था। इन्हीं की शिकायत पर शबाना परवेज को सस्पेंड किया गया था।
युवक कांग्रेस कार्यकर्ता उमेश की हत्या के बाद ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता और वकीलों के बीच बड़ा विवाद हो सकता है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही कांग्रेस नेता आपराधिक छवि वाले वकीलों की बढ़ती गुंडागर्दी के खिलाफ चीफ जस्टिस को ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के सभी कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने की घोषणा की है।एजेंसी
WhatsApp ग्रुप मे सोनिया गांधी की आपत्तिजनक फोटो, कांग्रेसी की हत्या