एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की कोरोना वैक्सीन के लिए सरकार को प्रति खुराक करीब 3-4 डॉलर खर्च करने होंगे। सरकार तीन करोड़ फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर केयर वर्कर्स को टीका लगाने के लिए 6.6 करोड़ खुराकें खरीदेगी। इसके लिए कंपनी से पहले ही डील हो चुकी है। कहा जा रहा है कि बाजार में इसकी कीमत 6-8 डॉलर होगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना की वैक्सीन को ले कर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि उनके राज्य में लोगों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त में दी जाएगी। सरकार इसके लिए सभी स्तर पर इंतज़ाम कर रही है।
बता दें कि देश भर में 16 जनवरी से कोरोना की वैक्सीन लगेगी। वैक्सीनेशन के शुरुआती चरणों में पहले स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक इनकी संख्या तकरीबन 3 करोड़ है।
बंगाल में इस साल होने विधानसभा चुनाव से पहले ममता का ये फैसला बेहद अहम माना जा रहा है। वैक्सीन मुफ्त में देने के फैसले को लेकर ममता बनर्जी ने सरकारी आदेश भी जारी कर दिया है।
बता दें कि बंगाल के साथ-साथ पूरे देश में इन दिनों वैक्सीन लगाने को लेकर ड्राई रन किए जा रहे हैं।
पिछले हफ्ते केंद्रीय स्वास्थय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि 3 करोड़ फ्रंट लाइनर्स को ये वैक्सीन मुफ्त में मिलेगी। देश की बाकी जनता को क्या इसके लिए पैसे देने होंगे या नहीं इसको लेकर फिलहाल तस्वीर साफ नहीं हैं।
कहा जा रहा है कि राज्य सरकार ये तय करेगी कि क्या वो अपने लोगों को मुफ्त में वैक्सीन देगी या फिर इसके लिए पैसे लिए जाएंगे।
कहा जा रहा है कि एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की कोरोना वैक्सीन के लिए सरकार को प्रति खुराक करीब 3-4 डॉलर खर्च करने होंगे। सरकार तीन करोड़ फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर केयर वर्कर्स को टीका लगाने के लिए 6.6 करोड़ खुराकें खरीदेगी। इसके लिए कंपनी से पहले ही डील हो चुकी है। कहा जा रहा है कि बाजार में इसकी कीमत 6-8 डॉलर होगी।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पिछले रविवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड वैक्सीन और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है।
डीसीजीआई ने जानकारी दी है कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। टीकाकरण के दौरान इन वैक्सीन की 2-2 डोज दी जाएंगी।
उन्होंने इसके साथ ही जायडस कैडिला की वैक्सीन ‘जाइकोव-डी’ को तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी देने की जानकारी दी।