पुणे : कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में PPE किट सबसे मददगार साबित हुआ। हालांकि, गर्मी की वजह से इसे पहनने वालों को दिक्कत होती है। पसीने की वजह से PPE किट के जल्द खराब होने की संभावना भी बनी रहती है। अब इस समस्या को दूर करने के लिए कराड के कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के छात्रों ने AC वाला PPE किट तैयार की है। यह पहनने वालों को कई घंटों तक कूल रखती है।
इसलिए पड़ी जरूरत
इसे बनाने वाले सुहास देशमुख ने बताया कि यह पीपीई किट ‘रीयूज’ की जा सकती है। कोरोना मरीजों का इलाज करते समय डॉक्टरों को 6-6 घंटे तक किट पहनकर काम करना पड़ता है। पूरी तरह से लॉक होने की वजह से हवा अंदर नहीं आ सकती। जिस वजह से डॉक्टर्स को काम के दौरान गर्मी का सामना करना पड़ता है। कूलिंग के लिए वे (स्वास्थ्यकर्मी) बार-बार इसकी चेन खोलते हैं और इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस खतरे को कम करने के लिए ऐसे किट को तैयार करने का आइडिया आया।
क्या खास है इस PPE किट में
- इसमें 0.1 माइक्रोन का हेपा फिल्टर लगाया गया है। यह अस्पताल के वातावरण की हवा को फिल्टर करके ही अंदर पहुंचाता है।
- किट के पिछले हिस्से में लगा उपकरण सिर्फ एक किलोग्राम का है। यह पाइप के सहारे गर्म हवा को बाहर निकाल ठंडी हवा पीपीई किट में पहुंचाता है।
- यह गर्मी के मौसम में ठंडी हवा देता है और ठंडी के मौसम में गर्म हवा से शरीर को तरोताजा रखता है।
- यह पीपीई किट ना सिर्फ कोरोना बल्कि किसी भी प्रकार के इंफेक्शन के दौरान इस्तेमाल की जा सकती है।
- बॉर्डर पर तैनात आर्मी के जवानों के लिए भी यह PPE किट कारगार साबित हो सकती है।
यूनिवर्सिटी के संचालक डॉ. डीके अग्रवाल ने बताया कि यह सिर्फ प्रोटोटाइप है और आने वाले समय में कुछ अन्य अप्रूवल के बाद इसका बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन किया जा सकता है।