खंडवा- पानी बचाने और पौधे लगाने के संदेश के साथ पत्रकारिता के छात्रों ने अपने सीनियर छात्रों को विदाई दी। इस अवसर पर सभी अतिथियों व छात्रों को एक-एक पौधा उपहार स्वरूप दिया गया ताकि वह उस पौधे को रोके और प्रकृति के बिगड़ते संतुलन को संतुलित करने में अपना योगदान दें। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के विस्तार परिसर कर्मवीर विद्यापीठ में मास्टर आफ जर्नलिजम के द्वितीय सत्र के छात्रों ने अंतिम सत्र के छात्रों के विदाई समारोह का आयोजन किया।
इस पूरे आयोजन में राष्ट्र कवि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पुष्प की अभिलाषा को केंद्र में रखते हुए फूलों का इस्तेमाल नहीं किया गया। विदाई समारोह के मुख्य अतिथि दैनिक भास्कर ग्रुप के स्थानीय संपादक आशीष चौहान व पत्रिका समूह के गोपाल वाजपेयी एवं विशेष अतिथि स्थानीय जी न्यूज संवाददाता प्रमोद सिन्हा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर्मवीर विद्यापीठ के प्रभारी प्राचार्य संदीप भट्ट ने की।
समारोह में अंतिम सत्र के छात्रों को मार्गदर्शन देते हुए श्री वाजपेयी ने कहा कि पत्रकार समाज का दर्पण है, अगर दर्पण ही मैला हुआ तो हम समाज को सही सूरत-ए-हाल नहीं दिखा पाएंगे। उन्होंने कहा कि आज कल कई पत्रकार भाषा संबंधित त्रुटियां करते हैं जबकि भाषा भी हमारे समाज का अभिन्न अंग है। एक बिंदु मात्र से शब्दों के संबोधन और उनकी गुणवत्ता में अंतर आ जाता है। उन्होंने भावी रूप से पत्रकार बनने वाले छात्रों से इस ओर ध्यान देने की बात कही।
वहीं मुख्य अतिथि श्री चौहान ने छात्र जीवन से निकलने के बाद पत्रकारिता में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों का मार्गदर्शन किया। श्री चौहान ने कहा कि पत्रकारिता अब व्यवसाय भी है, पर हम इसे सिर्फ व्यवसाय मानकर करेंगे तो पत्रकार की आत्मा मर जाएगी। इसलिए व्यवसाय के साथ-साथ शुद्ध पत्रकारिता पर भी हमारा ध्यान होना चाहिए। किसी को डरा धमका कर पत्रकारिता करना पत्रकारिता नहीं कहलाती है बल्कि यह एक अनैतिक कृत्य है।
नीतिगत पत्रकारिता करते हुए संस्थान के लिए आर्थिक संसाधन जुटाना और समाज के बीच सामंजस्य बनाना यही पत्रकारिता सही पत्रकारिता है। विदाई समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्रों ने इन पलों को यादगार बनाने के लिए अपने सभी साथियों व अतिथियों का स्वागत उन्हें पौधा देकर किया। स्वागत भाषण मयंक ढहेरिया ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन निशात सिद्दीकी व चांदनी दीक्षित ने किया एवं आभार विवेकसिंह तंवर ने माना। यह जानकारी कार्यक्रम संयोजक नीरज आरसे ने दी। #खंडवा