अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अब कुछ दिन बचे हैं और चुनाव प्रचार जोरों पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की सहयोगी और पाकिस्तान मूल की हुमा आबदीन को लेकर अमेरिका के दो हिंदू संगठन आपस में भीड़ गए हैं।
हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन ने शुक्रवार को कहा कि यह काफी परेशान करने वाला है कि ट्रंप का पक्ष लेने वाले रिपब्लिकन हिंदू कोलिनेशन ने हिलेरी की सहयोगी पाकिस्तान मूल की हुमा आबदीन को लेकर एक वीडियो एड बनाया है, जिसमें कहा गया है कि हिलेरी अगर राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत जाती हैं तो आबदीन को ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ बनाया जाएगा।
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशख सुहाग शुक्ला ने स्टेटमेंट में कहा कि किसी का उसके धर्म, मूल निवास या लैंगिग आधार पर विरोध करना हिंदू धर्म के बहुलतावादी प्रकृति के खिलाफ है और इसकी लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि आबदीन एक अमेरिकन हैं, उनका जन्म मिशिगन में हुआ है। उनकी मां पाकिस्तान से हैं और कई सालों से सउदी अरब में रह रही हैं। वहीं उनके पिता दिल्ली के रहने वाले हैं। हिलेरी के समर्थक इंडियन अमेरिकन लोगों ने इस एड की आलोचना की है। क्लिंटन के लिए कैंपेन कर रहे एक समर्थक का कहना है कि एड में झूठ दिखाया गया है और यह भ्रामक है।
खबरों के मुताबिक ट्रंप समर्थक संगठन ने आबेदीन पर इस्लाम से सहानुभूति रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह डेमोक्रेटिक कैंप में ट्रोजन हॉर्स होगी। यही नहीं आरएचसी ने क्लिंटन को पाकिस्तान से सहानुभूति रखने वाली बताते हुए कहा याद दिलाया कि जब वह सेक्रेटरी ऑफ स्टेट को नरेंद्र मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। वीडियो में कहा गया है कि पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन कश्मीर, पाकिस्तान को दे देना चाहते थे। हालांकि 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने ही पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजूबर किया था।
गौरतलब है कि रिपब्लिकन हिंदू संगठन की ओर से जारी किए गए वीडियो एड में क्लिंटन पर निशाना साधा गया है। इस वीडियो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी है और इंडियन-अमेरिकन वोटर्स से अपील की गई है कि वे अपनी भलाई के लिए, भारत-अमेरिका के रिश्तों की बेहतरी के लिए और अमेरिका के हित में रिपब्लिकन को वोट करें। [एजेंसी]